अन्धविश्वासों की उत्पत्ति कहाँ से होती है? - स्टुअर्ट वइसे
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0:07 - 0:09क्या आप काली बिल्लियों से डरते हैं?
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0:09 - 0:12क्या आप छत के नीचे छाता खोलेंगे?
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0:12 - 0:16और आप तेरह अंक के बारे में क्या सोचते हैं?
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0:16 - 0:17चाहे आप इनमें विश्वास
करते हों या ना, -
0:17 - 0:21आप इनमें से कुछ अंधविश्वासों
के बारे में जानते तो होंगे ही। -
0:21 - 0:24तो ऐसा कैसे हुआ कि दुनिया भर के लोग
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0:24 - 0:25लकड़ी पर खटखटाते हैं,
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0:25 - 0:29या फुटपाथ की दरारों से बच के निकलते हैं।
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0:29 - 0:32ये बातें विज्ञान पर तो आधारित नहीं हैं,
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0:32 - 0:35लेकिन इनमें से बहुत सी अजीब और
विशिष्ट धारणाओं और प्रथाओं के -
0:35 - 0:39उतने ही अजीब और विशिष्ट स्रोत हैं।
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0:39 - 0:42क्योंकि इनमें अलौकिक कारण शामिल हैं,
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0:42 - 0:46इसमें कोई आश्चर्य नहीं कि बहुत से
अंधविश्वास धर्म पर आधारित हैं। -
0:46 - 0:51उदाहरण के लिये, तेरह अंक बाइबिल के
अंतिम रात्रिभोज से सम्बन्धित था, -
0:51 - 0:54जब ईसा मसीह ने अपने
बारह शिष्यों के साथ खाना खाया था, -
0:54 - 0:58अपने गिरफ्तार होने और सूली पर
चढ़ाये जाने से बिलकुल पहले। -
0:58 - 1:02परिणामस्वरूप ये विचार, कि मेज़ पर तेरह
लोगों का होना दुर्भाग्य होता है, -
1:02 - 1:08अंततः तेरह अंक के आम तौर पर दुर्भाग्यपूर्ण
होने के रूप में माना जाने लगा। -
1:08 - 1:13और अब इस तेरह अंक के डर,
जिसको Triskaidekaphobia कहते हैं, -
1:13 - 1:18इतना आम है कि दुनिया भर में बहुत सी
इमारतों में तेरहवीं मंज़िल ही नहीं होती, -
1:18 - 1:22बारहवीं के बाद सीधा चौदहवीं होती है।
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1:22 - 1:26बेशक, बहुत लोग फसह के भोज
की कहानी को सच मानते हैं, -
1:26 - 1:29लेकिन बाकी अंधविश्वास ऐसी
धार्मिक परम्पराओं पर आधारित हैं -
1:29 - 1:33जिनको कम लोग मानते हैं या
जो और भी कम को याद हैं। -
1:33 - 1:38माना जाता है कि लकड़ी पर खटखटाना
प्राचीन भारत-युरोपीय लोकगीत से उत्पन्न हुआ -
1:38 - 1:41या सम्भवतः उनके पूर्वजों से
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1:41 - 1:44जो मानते थे कि पेड़, विभिन्न
आत्माओं का घर होते हैं। -
1:44 - 1:47पेड़ को छूने से उसके अन्दर रह रही
आत्मा का आशीर्वाद -
1:47 - 1:50या सुरक्षा का आह्वान होगा।
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1:50 - 1:52
और किसी तरह, -
1:52 - 1:56ये परम्परा इन आत्माओं पर आस्था के लुप्त
हो जाने के बरसों बाद भी ज़िन्दा रह गई। -
1:56 - 2:00रूस से लेकर आयलैंड में आज के
बहुत से आम अन्धविश्वास -
2:00 - 2:06उन मूर्तिपूजक धर्मों के अवशेष लगते हैं
जिनका स्थान ईसाई धर्म ने लिया। -
2:06 - 2:09लेकिन सारे अन्धविश्वास धार्मिक नहीं होते।
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2:09 - 2:13कुछ केवल अमंगल संयोगों
और सम्बन्धों पर आधारित हैं। -
2:13 - 2:16उदाहरण के लिये, इटली के बहुत से लोग
१७ अंक से डरते हैं -
2:16 - 2:23क्योंकि रोम के अंक XVII को पुनर्व्यवस्थित
करके vixi शब्द बनाया जा सकता है, -
2:23 - 2:26जिसका अर्थ है
"मेरा जीवन समाप्त हुआ"। -
2:26 - 2:28इसी तरह चार अंक के लिये जो शब्द है
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2:28 - 2:30वो बिलकुल मृत्यु के शब्द
के जैसा सुनाई देता है -
2:30 - 2:32कैंटोनीज़ जैसी भाषाओं में भी,
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2:32 - 2:34और जापानी और
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2:34 - 2:38कोरियाई भाषाओँ में भी
जो चीनी अंक प्रयोग करती हैं। -
2:38 - 2:41और क्योंकि एक अंक भी "ज़रूर" के लिये
उपयोग होने वाले शब्द जैसा सुनाई देता है, -
2:41 - 2:45चौदह अंक "मरना होगा" जैसे
मुहावरे जैसा सुनाई देता है। -
2:45 - 2:50ये तो लिफ्टों और अंतरराष्ट्रीय होटलों में
ना प्रयोग करने के लिये बहुत सारे अंक हैं। -
2:50 - 2:51और मानें या न मानें,
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2:51 - 2:54कुछ अंधविश्वास सच में समझ आते हैं,
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2:54 - 2:58या काम से काम तब तक आते थे जब तक
हम उनका वास्तविक उद्देश्य भूले नहीं थे। -
2:58 - 3:03उदाहरण के लिये, थिएटर की दृश्यावली में
चित्रकारी की हुई बड़ी पृष्ठभूमि होती थीं, -
3:03 - 3:08जिनको रंगमंच के मज़दूर सीटी बजा कर एक-
दूसरे को संकेत देते हुए ऊपर नीचे करते थे। -
3:08 - 3:11अन्य लोगों द्वारा यूँ ही बजा दी गई
सीटी से दुर्घटना हो सकती थी। -
3:11 - 3:17लेकिन परदे के पीछे सीटी बजाने की
पाबन्दी आज भी जीवित है, -
3:17 - 3:21मज़दूरों के रेडियो हेडसेट का प्रयोग
शुरू करने के बरसों बाद भी। -
3:21 - 3:24इसी तरह, एक ही तीली से
तीन सिगरेट जलाना -
3:24 - 3:30सच में दुर्भाग्यपूर्ण हो सकता था अगर
आप गड्ढे में बैठे हुए एक सैनिक होते -
3:30 - 3:35जहाँ तीली ज़्यादा देर जलाये रखने से
शत्रु निशानची का ध्यान आकर्षित हो सकता था। -
3:35 - 3:37ज़्यादातर धूमपान करनेवालों को अब
निशानची का सोचना नहीं पड़ता, -
3:37 - 3:40लेकिन ये अन्धविश्वास ज़िंदा है।
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3:40 - 3:43तो लोग इन भूले हुए धर्मो,
संयोगों और -
3:43 - 3:43पुराने परामर्शों
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3:43 - 3:45के टुकड़ों से लिपटे क्यों रहते हैं?
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3:45 - 3:48क्या वो पूर्णतः तर्कहीन नहीं हो रहे?
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3:48 - 3:50हाँ, लेकिन बहुत से लोगों के लिये,
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3:50 - 3:55अंधविश्वास एक जाग्रत आस्था पर कम
और सांस्कृतिक आदत पर आधारित ज़्यादा हैं। -
3:55 - 3:59आखिर कोई भी ये जान के पैदा नहीं होता
कि सीढ़ी के नीचे नहीं चलना -
3:59 - 4:01या अंदर सीटी नहीं बजानी,
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4:01 - 4:05लेकिन अगर आपके परिवार ने आपको हमेशा
ऐसी चीज़ों से बचने के लिए बोला हो, -
4:05 - 4:07तो सम्भावना है कि ये तर्कपूर्ण समझने
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4:07 - 4:11के बाद भी कि कुछ बुरा नहीं होगा,
इनसे आपको असुविधा होगी। -
4:11 - 4:15और क्योंकि लकड़ी पर खटखटाने जैसे
काम में ज़्यादा मेहनत नहीं है, -
4:15 - 4:20अन्धविश्वास कायम रखना, उसका जागरूक रूप से
प्रतिरोध करने से अक्सर आसान होता है। -
4:20 - 4:24और वैसे भी,
अन्धविश्वास थोड़ा काम तो करते भी हैं। -
4:24 - 4:28हो सकता है आपको अपने शुभ
मोज़े पहने हुए छक्का मारना याद हो। -
4:28 - 4:30ये सिर्फ हमारा मनोवैज्ञानिक
पक्षपात काम कर रहा है। -
4:30 - 4:33बहुत काम सम्भावना है कि आपको
उन्हीं मोजों को पहने हुए -
4:33 - 4:35कितनी बार आउट होना याद होगा।
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4:35 - 4:39लेकिन उनके शुभ होने में विश्वास रखना
आपको परिणाम पर अधिक नियंत्रण होने का -
4:39 - 4:44भ्रम देकर सच में अच्छा खिला सकता है।
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4:44 - 4:48तो ऐसी स्थितियाँ जिनमें वो आत्मविश्वास
पासा पलट सकता है, जैसे खेल प्रतियोगिता, -
4:48 - 4:53उनमें ये सनकी अन्धविश्वास शायद
आखिर उतने भी सनकी ना लगें।
- Title:
- अन्धविश्वासों की उत्पत्ति कहाँ से होती है? - स्टुअर्ट वइसे
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पूरा पाठ देखिये: http://ed.ted.com/lessons/where-do-superstitions-come-from-stuart-vyse
क्या आप काली बिल्लियों से डरते हैं? क्या आप छत के नीचे छाता खोलेंगे? और आप तेरह अंक के बारे में क्या सोचते हैं? चाहे आप इनमें विश्वास करते हों या ना, आप इनमें से कुछ अंधविश्वासों के बारे में जानते तो होंगे ही। पर इनकी उत्पत्ति कहाँ से हुई? स्टुअर्ट वइसे हमारे कुछ पसन्दीदा अन्धविश्वासों की अजीब और विशिष्ट स्त्रोत बताते हैं।
पाठ स्टुअर्ट वइसे द्वारा, जीव-संचारण TED-Ed द्वारा।
- Video Language:
- English
- Team:
- closed TED
- Project:
- TED-Ed
- Duration:
- 05:11
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