चीन की एक-बच्चा नीति के तहत बड़ा होना
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0:01 - 0:03मेरा नाम नानफ़ू है.
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0:03 - 0:06चीनी भाषा में,
" नान " का अर्थ है " आदमी " -
0:07 - 0:09और " फ़ू " का अर्थ है " स्तंभ "
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0:10 - 0:12मेरे परिवार को लड़के की उम्मीद थी,
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0:12 - 0:15जो बड़ा होकर
परिवार का सहारा बनेगा -
0:16 - 0:18और जब मैं लड़की निकली,
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0:18 - 0:20तो फिर भी उन्होंने मेरा नाम नानफ़ू रखा
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0:20 - 0:21( हंसी )
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0:21 - 0:24मैं 1985 में पैदा हुई थी,
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0:24 - 0:27चीन की एक-बच्चे की नीति
घोषित होने से 6 साल पहले -
0:29 - 0:31मेरे पैदा होने के ठीक बाद,
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0:31 - 0:35स्थानीय अधिकारी आए और मेरी माँ का
बंध्यकरण करवाने के हुक्म दे गए -
0:37 - 0:39मेरे दादाजी ने अधिकारियों से मुखालफत की,
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0:39 - 0:43क्योंकि वह एक पोता चाहते थे,
खानदान का नाम आगे ले जाने के लिए -
0:44 - 0:48आखिरकार, मेरे माँ-बाप को
दूसरी औलाद के लिए इजाज़त दी गई, -
0:48 - 0:50लेकिन उन्हें पांच साल तक इंतज़ार करना पड़ा
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0:50 - 0:52और भारी जुर्माना देना पड़ा.
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0:54 - 0:57बचपन में, मैं और मेरा भाई
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0:57 - 1:00एक-संतान वाले परिवारों से घिरे थे.
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1:01 - 1:04मुझे अपना एक छोटे भाई
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1:04 - 1:06होने की शर्मिंदगी याद है,
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1:07 - 1:11मुझे लगा जैसे हमारे परिवार ने
दो बच्चे पैदा करके कुछ गलत किया -
1:12 - 1:14उस वक्त मैंने सवाल नहीं किए
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1:14 - 1:17कि ये शर्मिंदगी और जुर्म के
एहसास कहाँ से आ रहे थे. -
1:19 - 1:22डेढ़ साल पहले,
मुझे अपना पहला बच्चा हुआ -
1:23 - 1:26वह मेरी ज़िंददी में होने वाली
सबसे बेहतरीन बात था -
1:27 - 1:28माँ बनने के बाद
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1:28 - 1:32मुझे अपने बचपन को देखने का
बिल्कुल नया नज़रिया मिला, -
1:32 - 1:36और मुझे चीन में गुज़रे अपने बचपन की याद आई
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1:37 - 1:40पिछले तीन दशकों के लिए,
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1:40 - 1:44मेरे सभी घरवालों को अर्ज़ी भरकर
सरकार से इजाज़त माँगनी पड़ी है -
1:44 - 1:46बच्चा होने के लिए
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1:46 - 1:48और मैंने सोचा कि
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1:48 - 1:52एक-बच्चे की नीति के तहत रहने वालों
के लिए कैसा होता होगा -
1:52 - 1:55तो मैंने इस पर वृत्तचित्र बनाने का
निर्णय लिया -
1:57 - 1:59जिन लोगों का मैंने इंटरव्यू लिया था
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1:59 - 2:04उनमें हमारे मेरे सहित गाँव के
सब बच्चों का जन्म करवाने वाली -
2:04 - 2:05दाई भी शामिल थी
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2:06 - 2:10जब मैंने उनका इंटरव्यू लिया
तब वह 84 वर्ष की थी -
2:10 - 2:12मैंने उससे पूछा,
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2:12 - 2:16" क्या आपको याद कि आपने अब तक
कितने बच्चों का जन्म करवाया है ? " -
2:16 - 2:19उन्हे जन्मों की संख्या याद नही थी
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2:20 - 2:23उन्होंने कहा कि उन्होंने
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2:23 - 2:2760,000 आदेशात्मक गर्भपात व
बंध्यकरण कराए हैं -
2:29 - 2:31कभी-कभी, उन्होंने कहा,
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2:31 - 2:34देर से गर्भपात कराने पर भ्रूण बच जाता,
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2:34 - 2:37और फिर वह उस बच्चे का
जन्म होने पर उसे मार डालती -
2:37 - 2:41उन्हें याद था कि वह काम करते वक्त
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2:41 - 2:43उनके हाथ किस तरह काँपते थे
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2:44 - 2:45उनकी कहानी ने मुझे हैरान किया
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2:46 - 2:48जब मैं फिल्म बनाने नकली थी,
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2:48 - 2:53मुझे लगा था कि यह अपराधियों और पीड़ितों की
एक साधारण कहानी होगी - -
2:53 - 2:55उन लोगों की जो इस नीति को अंजाम देते
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2:55 - 2:57और उन लोगों की जो
इसके नतीजों के साथ रह रहे हैं -
2:58 - 3:00लेकिन ये वो नही था जो मैंने देखा
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3:00 - 3:03जब मैं उस दाई का इंटरव्यू खत्म कर रही थी
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3:03 - 3:06मैंने उनके घर के एक क्षेत्र को देखा
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3:06 - 3:10जो बहुत बारीकियों से बनाए गए
घरेलू झंडों से सजा था -
3:10 - 3:13और हर झंडे पर एक बच्चे की तस्वीर थी
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3:14 - 3:17ये झंडे उन परिवारों ने भेजे थे
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3:17 - 3:21जिनके बांझपन की समस्याओं के
इलाज में इन्होंने मदद की थी -
3:22 - 3:24उन्होंने समझाया कि
गर्भपात व बंध्यकरण कराना -
3:24 - 3:27उनके लिए बहुत हो चुका था --
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3:27 - 3:32कि अब वह केवल परिवारों को बच्चे पैदा
करने में मदद करने काम करती थी -
3:33 - 3:35उन्होंने कहा कि वह एक-बच्चे की नीति को
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3:35 - 3:38अमल करने के कारण अपराधबोध से भरी थी,
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3:38 - 3:41और उन्हें उम्मीद थी कि बच्चे होने में
परिवारों की मदद करके -
3:41 - 3:44वह अपने अतीत के दुष्कर्मों को रद्द कर सकती
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3:45 - 3:50मुझे एहसास हुआ कि वह भी
इस नीति का शिकार थी -
3:51 - 3:54हर आवाज़ उनसे कह रही थी
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3:54 - 3:57कि उन्होंने जो किया वह सही था और
चीन के ज़िंदा रहने के लिए ज़रूरी था -
3:58 - 4:01और उन्होंने वही किया जो उन्हें
अपने मुल्क के लिए सही लगा -
4:02 - 4:05मैं जानती हूँ उस पैग़ाम में कितनी ताकत थी
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4:05 - 4:08जब मैं बड़ी हो रही थी
तब वह मेरे हर तरफ़ था -
4:08 - 4:11माचिस पर,
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4:11 - 4:13ताश के पत्तों पर,
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4:13 - 4:15पाठ्यपुस्तकों पर और
इश्तेहारों पर वह छपा था -
4:15 - 4:17एक बच्चे की नीति को
बढ़ावा देने वाला प्रचार -
4:17 - 4:19हमारे आसपास हर जगह था.
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4:19 - 4:22( बंध्यकरण न कराने वालों को
गिरफ्तार किया जाएगा ) -
4:22 - 4:24इसकी नाफ़र्मानी के खतरों
का प्रचार भी हर तरफ़ था. -
4:24 - 4:26यह पैग़ाम हमारे ज़ेहन में इस कदर बस गया
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4:26 - 4:30कि मैं अपने छोटे भाई के होने पर शर्मिंदगी
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4:30 - 4:31महसूस करते हुए बड़ी हुई हूँ.
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4:34 - 4:36हर इंसान का इंटरव्यू लेने पर
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4:38 - 4:44मैंने देखा कि इस प्रचार से उनके
दिल और दिमाग कैसे प्रभावित हो सकते हैं, -
4:44 - 4:48और कैसे उनकी बेहतरी के लिए
कुर्बानी देने की रज़ामंदी को -
4:48 - 4:52एक संजीदा और दर्दनाक
चीज़ में मरोड़ा जा सकता है. -
4:52 - 4:56चीन वह इकलौती जगह नहीं है जहाँ यह होता
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4:56 - 5:02पृथ्वी पर ऐसा कोई देश नहीं है
जहाँ प्रचार प्रसार मौजूद नहीं है -
5:02 - 5:07और उन समाजों में, जो चीन से ज़्यादा
खुले और आज़ाद माने जाते हैं, -
5:07 - 5:11प्रचार को पहचानना
और भी मुश्किल हो सकता है. -
5:12 - 5:15वह हमारी नज़रों के सामने छुपा रहता है,
समाचारों के रिपोर्ट के रूप में, -
5:15 - 5:19टी.वी के विज्ञापनों, राजनीतिक अभियानों
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5:19 - 5:21व हमारे सोशल मीडिया के फ़ीड के रूप में
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5:22 - 5:26यह हमारे बगैर जाने हमारा मन
बदलने का काम करता है -
5:28 - 5:33हर समाज की यह कमज़ोरी है कि
वह प्रचार को सच्चाई मान सकता है, -
5:33 - 5:36और ऐसा समाज, जहाँ प्रचार
सच्चाई का स्थान लेता है, -
5:36 - 5:38सही मायने में स्वतंत्र नही हो सकता
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5:38 - 5:40शुक्रिया
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5:40 - 5:44( तालियाँ )
- Title:
- चीन की एक-बच्चा नीति के तहत बड़ा होना
- Speaker:
- नानफ़ू वैंग
- Description:
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टेड फेलो और वृत्तचित्र फिल्म की निर्माता नानफ़ू वैंग बताती है कि चीन की एक-बच्चे की नीती तो 2015 में समाप्त हुई, पर हम अब ही समझने लगे हैं कि इस योजना के तहत रहना कैसा था । उनकी फिल्म " वन चाइल्ड नेशन " के फुटेज के साथ, वह ऐसे अनकहे किस्से बाँटती है जो इस नीति के जटिल नतीजों का खुलासा करते हैं और प्रचार की खौफ़नाक ताकत को बेपर्दा करते हैं ।
- Video Language:
- English
- Team:
closed TED
- Project:
- TEDTalks
- Duration:
- 05:56
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