हम अंतरिक्ष में कैसे दूरी को मापते हैं ? - युआन सेन टींग
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0:07 - 0:10प्रकाश, हम जानते हैं कि सबसे तेज चीज़ है|
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0:10 - 0:13यह इतनी तेज़ है कि इससे
हम विशाल दूरियों को मापते हैं -
0:13 - 0:16प्रकाश को वहाँ पहुचने के
समय के आधार पर । -
0:16 - 0:20एक साल में प्रकाश करीब
६,०००,०००,०००,००० मील यात्रा करता हैं -
0:20 - 0:23जिस दूरी को हम एक प्रकाश वर्ष कहते हैं।
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0:23 - 0:25यह कितना बड़ा है ,
इसे आपको समझाने के लिए , -
0:25 - 0:29चंद्रमा, जिसमे पहुँचने केलिए
अपोलो अंतरिक्ष यात्रियों को ४ दिन लगे, -
0:29 - 0:32यह पृथ्वी से सिर्फ
एक प्रकाश सेकंड ही दूर हैं। -
0:32 - 0:37इसी बीच, हमारे अपने सूर्य से परे
सबसे नजदीकी सितारा, प्रोक्सिमा सेंटौरी , -
0:37 - 0:40४.२४ प्रकाश वर्ष की दूरी पर है।
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0:40 - 0:44हमारी आकाशगंगा करीब
१००,००० प्रकाश वर्ष के क्रम पर है। -
0:44 - 0:47हमारे पास के अगली नजदीकी गैलेक्सी जो है,
एंड्रोमेडा, -
0:47 - 0:50करीब २.५ लाख प्रकाश वर्ष दूर हैं।
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0:50 - 0:53अंतरिक्ष अत्यधिक विशाल है।
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0:53 - 0:57लेकिन रुकिए, यह हमने कैसे जाना कि
तारे और आकाशगंगाएं कितने दूर हैं? -
0:57 - 1:01आखिर, जब हम आकाश की ओर देखते हैं,
हमे एक समतल, दो आयामी दृष्टिकोण दिखता है। -
1:01 - 1:05अगर आप एक तारे की ओर ऊँगलीसे इशारा करते हो
आप नहीं बता सकते कि वह तारा कितनी दूर हैं, -
1:05 - 1:09तो खगोलशास्त्री यह कैसे पता करते हैं?
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1:09 - 1:11नज़दीकी वस्तुओं के लिए
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1:11 - 1:15हम त्रिकोणमितीय लंबन के
एक संकल्पना का उपयोग करते हैं। -
1:15 - 1:17विचार बहुत आसान है।
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1:17 - 1:18चलो एक प्रयोग करते हैं।
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1:18 - 1:21अपने अंगूठे आगे करके
अपनी बायी आंख बंद कीजिये। -
1:21 - 1:25अब, अपनी बायी आंख खोलें और
अपने दाहिने आंख बंद कर दें. -
1:25 - 1:27आपको लगेगा कि आपका अंगूठा का स्थान
बदल गया -
1:27 - 1:31जबकि बहुत दूर के वस्तुओं के
स्थान नहीं बदले। -
1:31 - 1:34यही अवधारणा लागू होती है जब
हम तारों को देखते हैं। -
1:34 - 1:38पर, दूर के सितारे तुम्हारे हाथ के
लम्बाई से कही ज़्यादा दूरी पर हैं -
1:38 - 1:40और पृथ्वी इतनी बड़ी नहीं हैं,
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1:40 - 1:43तो अगर आपके पास दो दूरबीन होते
जो भूमध्यरेखा में रखे हुए है , -
1:43 - 1:46तो आपको उनके स्थान में
कोई ज़्यादा परिवर्तन नज़र नहीं आएगा। -
1:46 - 1:51इसके बजाय, हम छह महीनोंके दौरान सितारों के
स्पष्ट स्थान के बदलाव को देखेंगे, -
1:51 - 1:56सूर्य के चारों ओर पृथ्वी की कक्षा का
आधा रास्ता। -
1:56 - 1:59जब हम गर्मी के मौसम में सितारों के
सापेक्ष स्थिति को मापते है -
1:59 - 2:02और फिर से जब लेते है सर्दी में ,
तब हमारे दूसरी आँख से देखने जैसे लगते हैं। -
2:02 - 2:06ऐसे लगता हैं कि पास के सितारों के स्थान
बदल गए पृष्ठभूमि के सापेक्ष में -
2:06 - 2:08जो दूर के सितारे और आकाशगंगाएं हैं।
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2:08 - 2:13पर यह विधि लागू होती हैं सिर्फ उन्ही
चीज़ों केलिए जो कुछ हजार प्रकाशवर्ष दूर है। -
2:13 - 2:16हमारे आकाशगंगा के पार
दूरियां इतनी लम्बी हैं कि -
2:16 - 2:21लंबन इतना छोटा है कि वह सबसे संवेदनशील
उपकरणों से भी पता नहीं लगा सकते। -
2:21 - 2:24इस समय, हमें एक और तरीके पे
भरोसा करना पड़ेगा। -
2:24 - 2:27जो हम मानक मोमबत्ती के नाम से पुकारते हैं।
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2:27 - 2:32मानक मोमबत्ती वो चीज़ें होती है
जिसके आंतरिक चमक अथवा प्रकाश -
2:32 - 2:34हमें अच्छी तरह मालूम हैं।
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2:34 - 2:38उदाहरणार्थ, अगर तुम्हे पता है कि तुम्हारे
प्रकाश बल्ब कितना चमकीला है, -
2:38 - 2:41और तुम अपने दोस्त से वह बल्ब लेके
तुमसे दूर जाने के लिए कहो , -
2:41 - 2:44तुम्हें पता होगा कि जो प्रकाश की मात्रा
तुम्हारे दोस्त से मिलती है, -
2:44 - 2:47कम होती जाएँगी जब दूरी दुगनी हो जाती है।
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2:47 - 2:50तो, तुम्हे जो प्रकाश मिलता है
उसके मात्रा के तुलना -
2:50 - 2:52उस प्रकाश बल्ब के आंतरिक चमक से करके
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2:52 - 2:55तुम बता सकते हो कि तुम्हारा दोस्त
कितनी दूर हैं। -
2:55 - 2:58खगोल विज्ञान में, अपना प्रकाश बल्ब
एक विशेष सितारा होता है -
2:58 - 3:01जिसको सेफीड वेरिएबल कहते हैं।
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3:01 - 3:03इन सितारे आंतरिक रूप से अस्थिर होते है,
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3:03 - 3:07एक बलून जैसे जो लगातार बड़े
और छोटे होते रहते हैं। -
3:07 - 3:11और क्यूंकि विस्तार और
संकुचन चमक को कम करती है , -
3:11 - 3:15इस चक्र की अवधि को नापकर
हम उनकी चमक की गणना कर सकते हैं। -
3:15 - 3:19अधिक चमकदार सितारे
और धीरे बदलाव के साथ। -
3:19 - 3:22इन सितारों के निरीक्षण करके मिलने वाली
प्रकाश की तुलना -
3:22 - 3:24हम पहले गणन करके रखे हुए
उनके आंतरिक चमक से करके -
3:24 - 3:27हम बता सकते है कि वे कितने दूर हैं।
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3:27 - 3:30दुर्भाग्य से यह कहानी का अंत नहीं हैं।
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3:30 - 3:32हम केवल व्यक्तिगत सितारों का
निरीक्षण कर सकते हैं -
3:32 - 3:35जो करीब ४०,०००,००० प्रकाश वर्ष दूर हैं
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3:35 - 3:38जिसके बाद वे हल करने के लिए
बहुत धुँधले हो जाते हैं। -
3:38 - 3:41लेकिन सौभाग्य से हमारे पास
एक और मानक मोमबत्ती हैं। -
3:41 - 3:44यह है, प्रसिद्ध टाइप "१ ए " सुपरनोवा।
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3:44 - 3:50सुपरनोवे, एक विशाल तारकीय विस्फोट
एक तरीका है सितारों के मरने का, -
3:50 - 3:52यें विस्फोट बहुत चमकदार होते है
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3:52 - 3:55जो पूरी आकाशगंगा को
ग्रहण कर देते है जहाँ पे वह होते हैं। -
3:55 - 3:58तो जब भी हम एक गैलेक्सी के व्यक्तिगत
सितारे नहीं देख सकते , -
3:58 - 4:01हम सुपरनोवे को देख सकते हैं
जब भी वे होते हैं। -
4:01 - 4:05और "टाइप ए" सुपरनोवे
मानक मोमबत्तियों के तरह उपयोग कर सकते हैं। -
4:05 - 4:08क्यूंकि आंतरिक रूप से चमकीले,
हल्के वालों की तुलना में -
4:08 - 4:11धीमी गति से धुंधले होते हैं ।
इस संबंध की हमारी समझ के माध्यम से -
4:11 - 4:13चमक और गिरावट की दर के बीच,
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4:13 - 4:16हम इन सुपरनोवे को दूरी की जांच के लिए
उपयोग कर सकते है -
4:16 - 4:19वो भी कई अरबों प्रकाश वर्ष तक।
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4:19 - 4:24लेकिन दूर की वस्तुओं को देखना
महत्वपूर्ण क्यों है? -
4:24 - 4:27खैर, याद है ,प्रकाश कितनी
तेज़ी से यात्रा करता हैं ? -
4:27 - 4:31उदाहरणार्थ,सूर्यद्वारा उत्सर्जित प्रकाश को
हम तक पहुँचने के लिए आठ मिनट लगते हैं, -
4:31 - 4:37जिसका मतलब है कि जो प्रकाश हम अब देखते है,
वह एक चित्र है सूर्य का जो ८ मिनट पहले था। -
4:37 - 4:38जब आप सप्तऋषि को देखते हो,
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4:38 - 4:42तब आप ८० साल पहले के
सप्तर्षि को देख रहे हैं । -
4:42 - 4:43और उन अस्पष्ट गलक्सीस ?
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4:43 - 4:46वे लाखों प्रकाश वर्ष दूर हैं।
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4:46 - 4:49इनके प्रकाश हमतक
पहुँचने के लिए लाखों वर्ष लगे। -
4:49 - 4:55तो एक तरह से ब्रह्मांड खुद अपने आप में
एक काल यंत्र हैं। -
4:55 - 4:59जितने पीछे हम देखेंगे,
उतनी ही यौवन ब्रह्मांड को हम देख पाएंगे| -
4:59 - 5:02खगोलशास्त्री ब्रह्मांड के इतिहास को
पढ़ने की कोशिश करते है -
5:02 - 5:06यह समझने की
कि हम कहाँ से आए। -
5:06 - 5:11ब्रह्मांड लगातार प्रकाश के रूप में
हमें जानकारी भेज रहा है। -
5:11 - 5:14हमारे लिए जो बचा है, वो है इनको समझना।
- Title:
- हम अंतरिक्ष में कैसे दूरी को मापते हैं ? - युआन सेन टींग
- Description:
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पूरा प्रशिक्षण देखियें: http://ed.ted.com/lessons/how-do-we-measure-distances-in-space-yuan-sen-ting
जब हम आकाश की ओर देखते हैं तब हमें एक समतल दो आयामी दृष्टिकोण ही दिखाई देता हैं। तो खगोलविदों कैसे पता करते है कि सितारे और आकाशगंगायें पृथ्वी से कितने दूर हैं? युआन सेन टींग दिखाते है कि त्रिकोणमितीय लंबन, मानक मोमबत्ती और अन्य तरीके कैसे पृथ्वी और लाखों प्रकाश वर्ष दूर चीज़ों के बीच की दूरी को तय करने के लिए हमें मदद करते हैं।
प्रशिक्षण युआन सेन टींग के द्वारा, जीव-संचारण(एनिमेशन) TED-Ed के द्वारा
- Video Language:
- English
- Team:
closed TED
- Project:
- TED-Ed
- Duration:
- 05:30
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