"ट्रिकल-डाउन टेकोनोमिक्स" के साथ समस्या
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0:02 - 0:04एक सॉफ्टवेयर डेवलपर और टेक्नोलॉजिस्ट
के रूप में, -
0:04 - 0:07मैंने कई सालों तक नागरिक
प्रौद्योगिकी परियोजनाओं -
0:07 - 0:08पर काम किया है।
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0:08 - 0:12सिविक तकनीक कभी-कभी "अच्छे के लिए तकनीक"
के रुप में जानी जाती है, -
0:12 - 0:16मानवीय समस्याएँ प्रौद्योगिकी से
सुलझाती हुई। -
0:16 - 0:18ये युगांडा में 2010 की बात है,
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0:18 - 0:21ऐसे समाधान पर काम हो रहा था
जो स्थानीय आबादी को -
0:21 - 0:24असंतोष व्यक्त करने पर सरकार निगरानी
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0:24 - 0:26से बचा सकता था।
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0:26 - 0:29बाद में वही तकनीक उत्तरी अफ्रीका
में काम में लाई गई, -
0:29 - 0:33समान उद्देश्यों के लिए, जिससे कार्यकर्ता
आपस में जुड़े रहते, -
0:33 - 0:36जब सरकारें जान-बूझकर संपर्क
समाप्त कर रही थी, -
0:36 - 0:38जनसंख्या नियंत्रण के एक साधन के रूप में।
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0:39 - 0:43पर बीते कुछ सालों में जैसे मैंने इन
तकनीकों के बारे में सोचा है -
0:43 - 0:45और जिन चीज़ों पर में काम करता हूँ,
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0:45 - 0:48एक सवाल मुझे हमेशा सताता रहता है,
और वो ये कि -
0:48 - 0:50कहीं हम प्रौद्योगिकी के गुणों के बारे
में गलत तो नहीं हैं। -
0:50 - 0:53और कहीं ये उन समुदायों को नुकसान
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0:53 - 0:56तो नहीं पहुँचाती जिनकी हम मदद करना
चाहते हों? -
0:56 - 0:59दुनिया भर में प्रौद्योगिकी उद्योग इसी तरह
की मान्यताओं के तहत काम करता है -
0:59 - 1:02कि हम बढ़िया चीज़ें बनाते हैं,
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1:02 - 1:04ये हर किसी को सकारात्मक रुप
से प्रभावित करेगा। -
1:04 - 1:08आखिरकार, ये नवाचार बाहर निकलकर सभी
को ढ़ूंढ़ ही लेंगे। -
1:08 - 1:10पर हमेशा ऐसा नहीं होता।
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1:10 - 1:16मैं तकनीक के इस अंधे समर्थन को
"ट्रिकल-डाउन टिकोनोमिक्स," कहना चाहुँगा, -
1:16 - 1:18एक वाक्यांश उधार लेते हुए।
(हँसी) -
1:18 - 1:21हम सोचते हैं कि यदि हम कुछ गिने-चुने
लोगों के लिए चीजे़ं डिजा़इन करें, -
1:21 - 1:23तो आखिरकार, वो तकनीक हर किसी के पास
पहुँच जाएगी, -
1:23 - 1:25पर हमेशा ऐसा नहीं होता।
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1:25 - 1:30प्रौद्योगिकी और नवाचार बहुत कुछ धन और
पूंजी की तरह बर्ताव करते हैं। -
1:30 - 1:33वे कुछ के हाथों में ही मज़बूत होने
लगते हैं, -
1:33 - 1:36और कई बार वे बहुत से लोगों के हाथों
में पहुँच जाते हैं। -
1:36 - 1:41तो आप में से अधिकतर सप्ताहांत पर दमनकारी
शासनों से नहीं निपट रहे, -
1:41 - 1:46इसलिए मैं कुछ ऐसे उदाहरण सोचना चाहता था
तो ज्यादा संबंधित हों। -
1:46 - 1:50धारण करने योग्य चीज़ों, स्मार्टफोन्स
और ऐप्पस की दुनया में -
1:50 - 1:53लोगों के व्यक्तिगत स्वास्थ्य पर नज़र रखने
के लिए एक बड़ा आंदोलन चल रहा है, -
1:53 - 1:56ऐसे एप्लीकेशनस से जो आपकी नष्ट कैलोरी
की संख्या पर नज़र रखते हैं -
1:56 - 2:01या कि आप ज्यादा बैठ रहे हैं या फिर
पर्याप्त चल रहे हैं। -
2:01 - 2:08इन तकनीकों से चिकित्सा केंद्रों में
रोगियों के दाखिले अधिक कुशल हो गए हैं, -
2:08 - 2:11और बदले में, ये चिकित्सा केंद्र
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2:11 - 2:14इसी तरह की कुशलता कि अपेक्षा
करने लगे हैं। -
2:14 - 2:17जैसे ये डिजिटल उपकरण चिकित्सा कक्षों
में अपना रास्ता बना रहे हैं, -
2:17 - 2:19और वे डिजिटल रुप से तैयार
हो रहे हैं, -
2:19 - 2:21डिजिटल रुप से अदृश्य का क्या होता है।
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2:21 - 2:23उसके लिए चिकित्सा अनुभव कैसा होता है
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2:23 - 2:27जिसके पास 400 डाॅलर का फोन
या घड़ी नहीं है, -
2:27 - 2:28जो उनकी हर हरकत पर नज़र रखे?
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2:28 - 2:31तो क्या वो अब चिकित्सा प्रणाली पर बोझ हैं?
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2:31 - 2:34क्या उनका अनुभव बदला है?
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2:34 - 2:37वित्त के क्षेत्र में,
बिटकॉइन और क्रिप्टो-करेंसिस -
2:37 - 2:40दुनिया भर में पैसे के लेनदेन के हमारे
तरीके में क्रांति ला रही हैं, -
2:40 - 2:43पर इन तकनीकों के साथ चुनौती है
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2:43 - 2:45कि प्रवेश में बाधा अविश्वसनीय रूप
से उँची है, ठीक? -
2:45 - 2:49आपको वैसे ही फोन, उपकरण और उसी प्रकार
का संपर्क चाहिए, -
2:49 - 2:52और जहाँ आपको नहीं भी मिलते,
जहाँ आप एक प्रॉक्सी एजेंट पा सकते हैं, -
2:52 - 2:57आम तौर पर उन्हें भाग लेने के लिए निश्चित
मात्रा में पूंजी की आवश्यकता होती है। -
2:57 - 3:02तो मैं अपने आप से पूछता हूँ कि उस अंतिम
समुदाय का क्या होगा -
3:02 - 3:06जो कागज के नोट उपयोग कर रही है जबकि बाकी
दुनिया में डिजिटल मुद्रा का चलन है? -
3:08 - 3:11एक और उदाहरण मेरे गृहनगर
फिलाडेल्फिया से: -
3:11 - 3:13मैं हाल ही में वहाँ के सार्वजनिक
पुस्तकालय गया, -
3:13 - 3:16और वो अस्तित्व संकट से जूझ रहे हैं।
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3:16 - 3:17लोक निधि घटती जा रही है,
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3:17 - 3:23उन्हें अपने पदचिह्न छोटे करने पड़ रहे हैं,
खुले और प्रासंगिक बने रहने के लिए, -
3:23 - 3:25और एक तरीका जो वो अपना रहे हैं
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3:25 - 3:29वो है बहुत सी किताबों को डिजिटाइज कर
उन्हें क्लाउड पर डालना। -
3:29 - 3:31ये बहुत सारे बच्चों के लिए अच्छा है।
ठीक? -
3:31 - 3:33आप घर से ही किताबें देख सकते हैं,
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3:33 - 3:35आप स्कूल आते या जाते समय
खोज कर सकते हैं, -
3:35 - 3:37पर ये सच में दो बड़े पुर्वानुमान हैं,
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3:37 - 3:39एक ये कि आप घर बैठे इन तक पहुँच सकते हैं,
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3:39 - 3:42और दूसरा कि आपके पास मोबाइल फोन है,
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3:42 - 3:45फिलाडेल्फिया में कई बच्चों के पास नहीं है।
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3:45 - 3:48तो उनका शिक्षा अनुभव कैसा होगा
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3:48 - 3:51तब जबकि पुस्तकालय पूरी तरह
क्लाउड-आधारित हों, -
3:51 - 3:55जो कि शिक्षा का एक बुनियादी हिस्सा
समझा जाता है? -
3:55 - 3:57वे प्रतिस्पर्धी कैसे बने रहें?
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3:58 - 4:01एक अंतिम उदाहरण पूर्वी अफ्रीका से:
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4:01 - 4:07भूमि स्वामित्व अधिकारों को डिजिटाइज करने
के लिए एक बड़ा आंदोलन चल रहा है, -
4:07 - 4:08कई कारणों से।
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4:08 - 4:11प्रवासी समुदाय, पुरानी पीढ़ियाँ
खत्म हो रहे हैं, -
4:11 - 4:14और आखिरकार घटिया अभिलेख रक्षण
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4:14 - 4:17ने स्वामित्व पर टकराव की स्थिति
पैदा कर दी है। -
4:17 - 4:22और इसलिए ये सारी जानकारी ऑनलाइन
करने के लिए एक मुहिम चली, -
4:22 - 4:25जिससे इन भूखंडों के स्वामित्व का पता
लगाया जा सके, -
4:25 - 4:28इन्हें क्लाउड पर डालने की
और इन्हें समुदायों को सौंपने की। -
4:28 - 4:31पर असल में, इसके अनिच्छित परिणाम ये हुए
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4:31 - 4:36कि उद्यम पूँजीपति, निवेशक, रियल
एस्टेट डेवलपर -
4:36 - 4:39झपट पड़े हैं और इन भूखंडों को खरीदना
शुरु कर दिया है -
4:39 - 4:41इन समुदायों की नाक के नीचे
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4:41 - 4:43क्योंकि उनकी पहुँच तकनीक तक है
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4:43 - 4:46और उस कनेक्टिविटी तक जिससे
ये संभव हुआ है। -
4:46 - 4:49तो यही एक कड़ी है जो इन उदाहरणों
को जोड़ती है, -
4:49 - 4:53हमारे बनाए गए उपकरण और तकनीक
के अनपेक्षित परिणाम। -
4:53 - 4:56इंजीनियरों के रूप में,
प्रौद्योगिकीविदों के रूप में, -
4:56 - 4:59हम कभी-कभी कुशलता को गुणकारिता
से अधिक वरीयता देते हैं। -
4:59 - 5:04हम काम के परिणामों की तुलना में काम
किए जाने पर ज्यादा ध्यान देते हैं। -
5:04 - 5:05इसे बदलने की जरुरत है।
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5:05 - 5:09हमारी जिम्मेदारी है कि हम अपनी बनाई हुई
तकनीकों के परिणामों के बारे में सोचें, -
5:09 - 5:13विशेष रूप से तब जब वो हमारी दुनिया
को तेज़ी से नियंत्रित कर रहे हैं। -
5:13 - 5:14नब्बे के दशक के अंत में,
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5:14 - 5:18निवेश और बैंकिंग के क्षेत्र में नैतिकता
पर ज़ोर दिया गया। -
5:18 - 5:22मेरे विचार से २०१४ में इस तरह का आंदोलन
लंबे समय से अपेक्षित है, -
5:22 - 5:26तकनीक और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में।
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5:27 - 5:31तो मैं आपको प्रोत्साहित करता हूँ, जैसे आप
सभी अगली बड़ी चीज के बारे में सोच रहे हैं, -
5:31 - 5:36उद्यमी, सीईओ, इंजीनियर, निर्माता
के रूप में, -
5:36 - 5:40कि आप अनपेक्षित परिणामों
के बारे में सोचें -
5:40 - 5:42उनके जो आप बना रहे हैं,
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5:42 - 5:45क्योंकि असली नवाचार सभी को शामिल करने
के तरीके ढ़ूढ़ने में है। -
5:45 - 5:47धन्यवाद।
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5:47 - 5:51(तालियाँ)
- Title:
- "ट्रिकल-डाउन टेकोनोमिक्स" के साथ समस्या
- Speaker:
- जाॅन गोसियर
- Description:
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प्रौद्योगिकी के लिए हुर्रे। ये हर किसी के लिए सब कुछ बेहतर बनाती है!! है ना? नहीं। जब एक नई तकनीक, जैसे ईबुक्स या स्वास्थ्य ट्रैकर, कुछ ही लोगों के लिए उपलब्ध होती है, इसके हम सभी के लिए अनपेक्षित परिणाम होते हैं। जाॅन गोसियर, टेड फैलो और तकनीक निवेशक, "ट्रिकल-डाउन टेकोनोमिक्स" की बात करते हैं और शक्तिशाली उदाहरण साझा करते हैं कि यदि नई तकनीक को समान रुप से नहीं बांटा गया तो ये कैसे काम बिगाड़ सकती है। जैसा कि वो कहते हैं, "असली नवाचार सभी को शामिल करने के तरीके ढ़ूंढ़ने में है।"
- Video Language:
- English
- Team:
- closed TED
- Project:
- TEDTalks
- Duration:
- 06:04
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Shobha Rana Grover edited Hindi subtitles for The problem with "trickle-down techonomics" | ||
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