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प्रत्येक टीम, जो व्यक्ति निर्देश दे रहा है,
वह व्यक्ति है जो कागज पकड़े हुए है,
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पता लगाना होगा कि उनका ऑफ सिंबल क्या होने जा
रहा है और ऑन सिंबल क्या होने जा रहा है।
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मैंने 0 कहा, जिका मतलब
तुम्हें इस बॉक्स को भरना होगा
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मगर, जब मैं 1 कहूं
तो तुम्हें इसको नहीं भरना है।
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ठीक है, मै कहने वाली हु, काले वाले 1 होंगे,
और सफ़ेद वाले 2 होंगे।
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तैयार? 1, 1, 1, 1, 2, 2, 2, 2.
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बाइनरि मे दो अक्षर के साथ वर्णमाला जैसा है।
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जैसे a और b के या पूरी वर्णमाला,
लेकिन आपको 0 और 1 मिला है।
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सबसे आम तरीका है बायनरी को
इस्तेमाल करने का है, 'इफ स्टेटमेंट'।
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यह प्रोग्रामिंग करने का
सबसे क्लासिक तरीका है।
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प्रोग्रामिंग साथ मे चलता है, और यह कहता है,
अगर कुछ सच है, फिर यह करो।
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या अगर यह सच नहीं है तो
आप दूसरा कुछ कर सकते हैं।
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और अगर आप ज्यादा जटिल करना
चाहते हैं तो फिर क्या?
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जैसे इफ स्टेटमेंट की जगह अगर आप तस्वीर
या ध्वनि के साथ काम करना चाहते हैं
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एक कम्प्युटर में।
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कम्प्युटर को सिर्फ बाइनरि आता है, मगर
एक तस्वीर बाइनरि नहीं है, 1 और 0 नहीं है।
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तो आप कैसे करेंगे?
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तो यहां एक उदाहरण है
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हमारे पास यह एक खूबसूरत सा तस्वीर है
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तस्वीर मूल रूप से सूचना का एक रूप है।
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सभी सूचनाओं को बायनरी में
एंकोड किया जा सकता है।
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आपको बस यह पता लगाना है की
इसे कैसे करना है।
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पहली चीज जो इस तस्वीर
के साथ हम करेंगे, वह है...
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(यह सब आपके कल्पना में होता है
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और आप अपनी कल्पना को
कोड में रूपांतरित करते हैं)।
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तो आप कल्पना कीजिए कि इस पांडा की
तस्वीर के ऊपर एक ग्रिड बिछा दिया है।
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और प्रत्येक वर्ग के लिए
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हम यह निर्णय लेंगे कि यदि वो
वर्ग ज्यादा काला है या सफेद है।
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और हम उसे इस हिसाब से कलर करेंगे।
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तो ग्रिड का प्रत्येक सेल
या तो काला है या सफ़ेद।
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और काले वर्ग को हम 0 कहेंगे (बाइनरि संख्या)।
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और सफ़ेद वर्ग को 1 कहेंगे, दूसरा बाइनरि संख्या।
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और अंत में आपके पास बहुत सारे
1 और 0 बचते हैं
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और इस तरीके से आप एक तस्वीर को
बायनरी में प्रस्तुत करते हैं।