नशे की लत का नुकसान घटानेवाला उपचार तंत्र
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0:01 - 0:05मुझे याद है जब मैंने पहली बार लोगों को
नशे का इंजेक्शन लेते हुए देखा था. -
0:06 - 0:10मैं वैंकुवर में HIV रोकथाम की एक
खोजी परियोजना के निर्देशक के रूप में, -
0:10 - 0:14शहर के बदनाम इलाके "डाउनटाउन ईस्ट साइड"
में आया था. -
0:15 - 0:18मैंने देखा था, पोर्टलैंड होटल की लॉबी में,
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0:18 - 0:21जहाँ शहर के गरीबों को कमरे दिए गए थे,
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0:21 - 0:23वो लोग जिनको घर में टिकाना,
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0:23 - 0:26मुश्किल होता है.
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0:27 - 0:30सीढ़ियों पर बैठी उस लड़की को
मैं कभी भूल नहीं पाउँगा -
0:30 - 0:34जो बार बार सुई से खुद को
दाग रही थी और चिल्ला रही थी, -
0:34 - 0:36"मुझे नस नहीं मिल रही"
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0:36 - 0:38और उसका खून दीवार पर फैला हुआ था.
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0:40 - 0:44इस हताश करने वाली अवस्था में,
नशे के इस्तेमाल, -
0:44 - 0:49गरीबी, हिंसा, HIV का बढ़ते दर के बीच,
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0:49 - 0:53वैंकुवर में 1997 में जन स्वास्थ्य संकट
घोषित किया गया. -
0:53 - 0:57इससे नुकसान घटनेवाली सेवाओं
के लिए रास्ते खुले, -
0:57 - 0:59जैसे, इंजेक्शन की सुई बांटना,
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0:59 - 1:00मेथाडोन को उपलब्ध कराना,
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1:00 - 1:04और संचालित इंजेक्शन स्थल की शुरुवात करना.
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1:04 - 1:08ये सब नशे को कम नुकसानदायक बनाते हैं.
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1:09 - 1:11किन्तु आज, 20 साल बाद भी,
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1:11 - 1:16हानि घटाना, एक उग्र धारणा समझी जाती है.
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1:16 - 1:20कई जगह, एक साफ़ इंजेक्शन
अपने पास रखना गैरकानूनी है. -
1:20 - 1:22नशेड़ियों का गिरफ्तार किया जाना संभव है,
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1:23 - 1:25किन्तु उनको मेथाडोन उपचार मिलना संभव नहीं.
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1:25 - 1:28हाल ही में, संचालित इंजेक्शन स्थल स्थापित
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1:28 - 1:32करने के प्रस्तावों को, सीएटल,
बाल्टिमोर और न्यू यॉर्क में -
1:32 - 1:34भारी विरोध का सामना करना पड़ा:
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1:35 - 1:40विरोध, जो नशे की लत की
हमारी जानकारी के खिलाफ है. -
1:40 - 1:42ऐसा क्यूँ है?
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1:42 - 1:44हम क्यूँ इस विचार पर अटके हुए हैं कि
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1:44 - 1:50नशे की लत के खिलाफ एकमात्र उपाय,
नशे के सामान का इस्तेमाल रोकना है? -
1:51 - 1:55क्यूँ हम सैंकड़ों लोगों की कहानियों को,
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1:55 - 1:57और वैज्ञानिक सबूतों को नज़र अंदाज़ करते हैं,
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1:57 - 1:59जो दर्शाता है कि हानि घटाना कारगर है?
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2:01 - 2:05आलोचकों का कहना है कि हानि घटाना,
लोगों को नशे के सामान का -
2:05 - 2:06इस्तेमाल करने से नहीं रोकता है.
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2:07 - 2:10यही तो पूरी बात का केंद्र है.
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2:10 - 2:13हर तरह के आपराधिक और सामजिक
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2:13 - 2:14प्रतिबंधों के बावजूद
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2:14 - 2:18लोग नशा करते हैं और मरते भी हैं.
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2:19 - 2:22आलोचक कहते हैं कि हम
उपचार और सुधार पर -
2:22 - 2:26ध्यान नहीं देकर लोगों को
उपेक्षित करते हैं., -
2:27 - 2:29जबकि, ये बिलकुल विपरीत है.
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2:29 - 2:30उन्हें उनके हाल पर नहीं छोड़ रहे
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2:30 - 2:33हम जानते हैं कि सुधार होने के लिए
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2:33 - 2:35हमें उनको जीवित रखना होगा.
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2:35 - 2:38साफ़ सुई और सुरक्षित इंजेक्शन स्थल
उपलब्ध कराना, -
2:38 - 2:41उपचार और सुधार की दिशा में पहला कदम है.
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2:43 - 2:45आलोचक कहते हैं कि हानि घटाने के तरीके
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2:45 - 2:49युवाओं को, नशेड़ियों के बारे में
गलत सन्देश पहुचाते हैं. -
2:50 - 2:54जबकि, यह नशेडी ही हमारे युवा हैं.
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2:54 - 2:58हानि घटाने के तरीकों से एक ही सन्देश
जाता है कि, नशा नुकसानकारक है, -
2:58 - 3:01लेकिन हमें लत में फंसे
लोगों के साथ खड़ा होना है. -
3:01 - 3:06सुई प्राप्ति केंद्र, नशे के
इस्तेमाल का विज्ञापन नहीं है. -
3:06 - 3:10ना ही मेथाडोन क्लिनिक या
संचालित इंजेक्शन स्थल. -
3:10 - 3:13वहां आप केवल बीमार और
पीड़ित लोगों को देखते हैं, -
3:13 - 3:16जो किसी भी प्रकार से नशे का
समर्थन नहीं कहा जा सकता. -
3:17 - 3:20उदहारण के तौर पर, संचालित इंजेक्शन स्थल.
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3:20 - 3:24ये सबसे ज्यादा गलत समझा जाने वाला उपाय है.
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3:24 - 3:26लोगों को इंजेक्शन लेने की साफ़ जगह,
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3:26 - 3:30नयी सुइयां और अपनों की
उपस्थिति मुहैया कराना, -
3:30 - 3:32कहीं ज्यादा बेहतर है,
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3:33 - 3:36किसी अँधेरी गली में, पुलिस से बचते हुए,
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3:36 - 3:39इस्तेमाल की हुई सुई को
दोबारा इस्तेमाल करने से. -
3:39 - 3:41यह सबके लिए अच्छा है.
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3:43 - 3:48पहला संचालित इंजेक्शन स्थल
वेंकुवर में कैरोल स्ट्रीट पर था, -
3:49 - 3:54एक छोटा कमरा, कुछ कुर्सियां
और साफ़ सुइयों का एक डिब्बा. -
3:54 - 3:56पुलिस उसपर अक्सर ताला ठोक देती थी,
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3:56 - 4:00पर वह वापस खुल जाता था,
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4:00 - 4:03अक्सर एक लोहे के डंडे से.
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4:04 - 4:05मैं किसी शाम वहां जाता,
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4:05 - 4:09और इंजेक्शन लेते हुए लोगों को
चिकित्सीय सेवा प्रदान करता. -
4:09 - 4:12मैं उस स्थल को चलाने वाले
और इस्तेमाल करनेवाले -
4:12 - 4:15लोगों की जिम्मेदारी और
संवेदना से प्रभावित होता. -
4:15 - 4:18कोई धारणा नहीं, न तकलीफ, न डर,
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4:18 - 4:20लेकिन एक अभूतपूर्व संवाद.
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4:20 - 4:24मैंने जाना कि, मानसिक आघात,
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4:24 - 4:27दर्द और दिमागी रोगों के बावजूद,
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4:27 - 4:30हर कोई यही सोचता कि स्थिति में सुधार होगा.
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4:31 - 4:37ज्यादातर यकीन रखते थे कि, किसी दिन,
वे नशे को त्याग देंगे. -
4:39 - 4:42वह कमरा, उत्तरी अमेरिका का पहला
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4:42 - 4:47सरकारी मान्यता प्राप्त, संचालित
इंजेक्शन स्थल था, जो इंसाइट कहलाता था. -
4:47 - 4:51यह सितम्बर 2003 में 3 साल के लिए
अनुसंधान केंद्र की तरह खोला गया था. -
4:51 - 4:56सरकार उसे अध्ययन के समाप्त होते ही
बंद करने पर आमादा थी. -
4:57 - 5:008 साल बाद, इंसाइट को बंद करने की लड़ाई
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5:00 - 5:03कनाडा के सुप्रीम कोर्ट तक पहुंची.
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5:03 - 5:05इसमें कनाडा सरकार के खिलाफ,
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5:05 - 5:08लम्बे समय से नशा करने वाले दो व्यक्ति थे,
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5:08 - 5:11जिनको इंसाइट के फायदे
अच्छी तरह से पता थे: -
5:11 - 5:13डीन विल्सन और शेली टोमिक.
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5:14 - 5:20कोर्ट की जूरी ने 9-0 से इंसाइट
को चालू रखने का फैसला लिया. -
5:20 - 5:24न्यायाधीशों ने सरकार को तीखा जवाब दिया -
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5:25 - 5:26"इंसाइट की सेवाओं से
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5:26 - 5:31इन लोगों को वंचित रखने से,
इंजेक्शन से नशा लेने वाले -
5:31 - 5:34लोगों में बीमारी और मृत्यु की बढ़ोतरी,
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5:34 - 5:39नशे का सामान रखने के
विषय पर एक समान रवैये से -
5:39 - 5:41कनाडा को होने वाले
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5:41 - 5:45फायदे के अनुपात में बहुत बड़ी है."
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5:48 - 5:50यह नुकसान घटानेवाले उपचार
के लिए आशापूर्ण पल था. -
5:50 - 5:54सुप्रीम कोर्ट के इस कड़े सन्देश के बावजूद,
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5:54 - 5:57कुछ समय पहले तक,
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5:57 - 6:00कनाडा में नया केंद्र खोलना असंभव था.
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6:01 - 6:06दिसम्बर 2016 में एक रोचक घटना सामने आई,
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6:06 - 6:09जब अधिक मात्रा में सेवन
की समस्या से जूझ रहे -
6:09 - 6:14ब्रिटिश कोलंबिया ने इंसाइट जैसे
कई केंद्र खोलने की अनुमति दी. -
6:15 - 6:19केंद्र सरकार की अनुमति प्रक्रिया
को नज़रंदाज़ करते हुए, -
6:19 - 6:23कुछ समाजसेवी संस्थाओं
ने 22 ऐसे "गैरकानूनी" -
6:23 - 6:26निगरानी मी इंजेक्शन केंद्र स्थापित किये.
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6:27 - 6:28रातोंरात, हजारों लोग,
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6:28 - 6:31निगरानी में, नशे के सामान
का इस्तेमाल कर पा रहे थे. -
6:31 - 6:36सैंकडों ओवरडोज़ के मरीजों को
मरने से बचाया जा सका. -
6:37 - 6:41INSITE में पिछले 14 सालों से ये हो रहा है:
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6:41 - 6:4675,000 व्यक्तियों ने
गैरकानूनी नशे का इंजेक्शन -
6:46 - 6:50करीब 35 लाख बार इस्तेमाल किया,
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6:50 - 6:52लेकिन एक व्यक्ति भी नहीं मरा.
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6:52 - 6:56इंसाइट में आज तक कोई मृत्यु नहीं हुई है.
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6:59 - 7:00यह सत्य है.
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7:00 - 7:06हमारे पास वैज्ञानिक सबूत हैं, और
सुई-केंद्र, मेथाडोन और संचालित इंजेक्शन -
7:06 - 7:07केन्द्रों के सफल उदहारण हैं.
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7:09 - 7:13ये तरीके व्यावहारिक हैं,
और सहानुभूति दर्शाते हैं, -
7:13 - 7:16जिनसे स्वास्थ्य में सुधार और
लोगों में संपर्क बढ़ता है, -
7:16 - 7:19और दुःख, पीड़ा और मौत कम होती है.
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7:21 - 7:24लेकिन क्यूँ इन नुकसान घटानेवाले
तरीकों का उपयोग नहीं बढ़ा? -
7:24 - 7:29क्यूँ हम अब भी नशे को क़ानून व्यवस्था
का मसला समझते हैं? -
7:31 - 7:34नशे और नशेड़ियों के प्रति
हमारी घृणा बहुत गहरी है. -
7:34 - 7:38मीडिया में तस्वीरों और लेखों की वर्षा,
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7:38 - 7:40हमें नशे के वीभत्स प्रभाव दिखलाती है.
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7:41 - 7:44हमने कुछ प्रजातियों को पूर्णतः
कलंकित कर दिया है. -
7:44 - 7:50नशे का सामान बेचनेवालों के खिलाफ
सशत्र जंग का हम गुणगान करते हैं. -
7:50 - 7:53और हम नशेड़ियों को रखने के लिए
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7:53 - 7:59ज्यादा जेलों को बनाने पर चिंतित नहीं हैं.
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7:59 - 8:02लाखों लोग कैद, हिंसा और गरीबी के
निराशामयी चक्र -
8:02 - 8:06में फंसे हुए है, जो
नशा सम्बंधी कानून की देन है, -
8:06 - 8:12न कि नशे के सामान से.
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8:13 - 8:17मैं लोगों को कैसे समझाऊँ कि नशा करने
वालों को देखभाल और मदद के साथ साथ, -
8:17 - 8:19अपनी जिंदगी जीने की आज़ादी चाहिए,
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8:19 - 8:24जबकि हम सिर्फ़ बंदूकें, हथकडियों और जेल
की तस्वीरें ही देख रहे हैं. -
8:26 - 8:27एक बात समझ लें:
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8:28 - 8:32अपराधीकरण से, कलंक संस्थागत हो जाता है.
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8:33 - 8:38नशे के सामान को गैरकानूनी करने
से उनका इस्तेमाल नहीं रुकता है. -
8:42 - 8:45नशे के बारे में गलत धारणाएं हमें अपना
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8:45 - 8:50दृष्टिकोण बदलने से रोक रही हैं.
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8:50 - 8:52हमें ये विश्वास दिलाया गया है कि नशेडी
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8:52 - 8:56गैर जिम्मेदार लोग हैं जो
नशे में लीन रहना चाहते है, -
8:56 - 8:58और अपनी व्यक्तिगत हार से,
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8:58 - 9:02अपराध और गरीबी के चक्र में घिर जाते है,
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9:02 - 9:06अपनी नौकरी, परिवार और
अंततः अपनी जिंदगी खो देते हैं. -
9:07 - 9:11असल में, हर नशेडी की एक कहानी है,
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9:11 - 9:15बचपन के कटु अनुभव, यौन-उत्पीडन,
मानसिक बीमारी -
9:15 - 9:17या कोई व्यक्तिगत शोक.
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9:17 - 9:19नशे का इस्तेमाल दर्द को
भूलने के लिए होता है. -
9:22 - 9:28इतने कटु अनुभवों वाले लोगों से व्यवहार
करने के लिए ये सब समझना जरुरी है. -
9:29 - 9:34नशे से सम्बंधित हमारी नीतियाँ इसे
सामाजिक न्याय का विषय समझती हैं. -
9:34 - 9:39मीडिया माइकल जैक्सन और प्रिंस की मृत्यु पर
ध्यान देती है, जो ओवरडोज़ से हुई थी, -
9:40 - 9:41जबकि ज्यादा कष्ट
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9:41 - 9:45उन लोगों को होता है,
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9:45 - 9:47जो हाशिये पर रहने वाले गरीब हैं.
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9:48 - 9:50वे वोट नहीं कर सकते
और अक्सर अकेले होते हैं. -
9:51 - 9:54ये समाज से फेंकने लायक लोग समझे जाते हैं.
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9:55 - 10:00स्वास्थ्य केन्द्रों में भी नशा करना
अत्यंत कलंकित समझा जाता है. -
10:00 - 10:03और नशेडी वहां जाने से कतराते हैं.
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10:03 - 10:06वे जानते हैं कि, अगर इन केन्द्रों में गए,
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10:06 - 10:09या अस्पताल में भरती हुए तो उनसे
नीचतापूर्ण बर्ताव किया जायेगा. -
10:09 - 10:12और नशे तक उनकी पहुँच, फिर चाहे वो
हेरोइन, कोकेन या क्रिस्टल हो, -
10:12 - 10:14बंद हो जाएगी.
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10:15 - 10:18और तो और, उनको हजारों सवाल किये जायेंगे
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10:18 - 10:22जो उनके नुकसान और शर्मिंदगी
को बेपर्दा कर देंगे. -
10:22 - 10:24"किस चीज़ से नशा करते हो?"
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10:24 - 10:26"कितने दिनों से सड़क पर रह रहे हो?"
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10:26 - 10:28"तुम्हारे बच्चे कहाँ हैं?"
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10:28 - 10:30"आखिरी बार जेल कब गए थे?"
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10:31 - 10:35"तुम क्यूँ नशा करना बंद नहीं करते?"
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10:36 - 10:41नशे के खिलाफ हमारी चिकित्सा पद्धति,
पूर्णतः उलटी है. -
10:41 - 10:42पता नहीं क्यूँ,
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10:42 - 10:47हमने निश्चित कर लिया कि, नशे से दूरी ही,
इसे ठीक करने का सबसे सही तरीका है. -
10:48 - 10:51अगर किस्मत अच्छी है, तो आप किसी
नशामुक्ति योजना में भरती हो जायेंगे. -
10:51 - 10:54अगर आपके राज्य में सुबोक्सोने
या मेथोडोने पर पाबन्दी नहीं है, -
10:55 - 10:57तो इनके माध्यम से आपका इलाज होगा.
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10:57 - 11:01लेकिन नशेड़ियों को वो नहीं मिलता
जो उनको जीवित रहने के लिए चाहिए: -
11:01 - 11:05ओपिओइड दवाएं जो डॉक्टर
के लिखने पर ही मिलती हैं. -
11:06 - 11:11नशे से दूरी रखने से इलाज की शुरुवात करना,
डायबिटीक को चीनी छोड़ने को कहने जैसा है, -
11:11 - 11:14या कि दमे के मरीज को मैराथन
दौड़ने के लिए कहना, -
11:14 - 11:16या डिप्रेशन के मरीज को
खुश रहने के लिए कहना. -
11:16 - 11:18किसी भी बीमारी को ठीक करने
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11:18 - 11:21के लिए हम सबसे कठिन उपाय
से शुरुवात नहीं करते. -
11:21 - 11:24फिर हमें ये कैसे लगता है कि ये
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11:24 - 11:27नशामुक्ति के लिए कारगर होगा?
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11:29 - 11:31गैर-इरादातन, नशीली वस्तुओं का अधिक मात्रा
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11:31 - 11:34में सेवन नई बात नहीं है, लेकिन
अभी का संकट बेहद गहरा है. -
11:34 - 11:37रोग रोकथाम केंद्र के अनुसार,
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11:37 - 11:4264,000 अमेरिकियों की मृत्यु इस वजह से हुई,
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11:42 - 11:45जो दुर्घटनाओं और हत्या से ज्यादा है.
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11:46 - 11:50उत्तरी अमेरिका में,
नशे से होने वाली मृत्यु, -
11:50 - 11:5420 से 50 साल के लोगों में ,
मौत का सबसे बड़ा कारण है. -
11:55 - 11:56विश्वास नहीं होता.
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11:57 - 12:02हम यहाँ कैसे पहुँच गए? और अब क्यूँ?
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12:02 - 12:05ओपिओइड को लेकर तूफानी स्थिति बनी हुई है.
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12:05 - 12:09ओक्सिकोंटिन, परकोसेट और
डाइलौडिड जैसी दवाएं -
12:09 - 12:14कई दशकों से हर प्रकार के दर्द
के लिए दी जाती रही हैं. -
12:15 - 12:1920 लाख अमेरिकी रोज़ ओपिओइड लेते हैं,
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12:19 - 12:22और 6 करोड़ लोगों को
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12:22 - 12:25कम से कम एक बार यह दवाई दी गई है.
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12:26 - 12:30इन दवाओं के इतने बड़े अनुपात में इस्तेमाल
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12:30 - 12:34होने से, लोगों में स्वयं उपचार
की प्रवृत्ति कई गुना बढ़ी है. -
12:35 - 12:38जब इन दवाइयों के चिकित्सक द्वारा दिए जाने
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12:38 - 12:43पर रोक लगी, तो दुकानों में इनका
मिलना बहुत कठिन हो गया. -
12:44 - 12:47इसका सीधा असर ये हुआ कि दवाई के
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12:47 - 12:48ओवरडोज़ की समस्या बढ़ गयी.
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12:48 - 12:53जिन लोगों को इन दवाइयों की आदत हो गयी थी,
लेकिन उनका मिलना मुश्किल हो गया था, -
12:53 - 12:54वे हेरोइन लेने लगे.
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12:54 - 12:58साथ ही, अवैध बाज़ार में, दुखद रूप से
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12:58 - 13:00कृत्रिम दवाइयां, जैसे फेंटानिल,
आसानी से मिलने लगी. -
13:01 - 13:06ये सस्ती हैं, शक्तिशाली हैं, पर इन्हें
सही मात्रा में लेना बेहद मुश्किल है. -
13:06 - 13:09ये लोगों को जहर देने जैसा है.
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13:11 - 13:16सोचिये क्या हो, अगर ये किसी प्रकार की
जहर सम्बन्धी महामारी बन जाए? -
13:16 - 13:18क्या होगा अगर हजारों लोग, जहरीला मांस
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13:18 - 13:22खाकर, या कॉफ़ी पीकर या
बच्चे फार्मूला दूध पीकर मरने लगें? -
13:22 - 13:24हम इसे भयंकर आपातकाल समझकर कदम उठाते.
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13:24 - 13:28तुरंत सुरक्षित विकल्प मुहैया कराते.
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13:28 - 13:30कानूनों में बदलाव लाते, और पीड़ितों
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13:30 - 13:33और उनके परिवारों की मदद करते.
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13:34 - 13:36लेकिन नशीले पदार्थों के ओवरडोज़ की महामारी
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13:36 - 13:38के लिए हमने कुछ नहीं किया.
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13:38 - 13:43हम नशे और नशा पीड़ितों का
दानवीकरण कर रहे हैं -
13:43 - 13:48और कानून व्यवस्था लागू करने पर
सारे संसाधन खर्च कर रहे हैं. -
13:51 - 13:53अब यहाँ से आगे की राह क्या है?
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13:54 - 13:58पहला, हमें नुकसान घटानेवाले उपचार तंत्र
को अपनाना होगा, -
13:58 - 14:00धन लगाना होगा, और
देशभर में प्रसारित करना होगा. -
14:00 - 14:03वैंकुवर में, इस उपचार तंत्र को
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14:03 - 14:07देखभाल और उपचार सेवाओं के केंद्र में है.
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14:07 - 14:10नुकसान घटानेवाले तंत्र के बिना, ओवरडोज़ से
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14:10 - 14:13होने वाली मौतें कहीं ज्यादा होती.
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14:13 - 14:18और यह उपचार पाकर आज सैंकड़ों लोग जीवित हैं
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14:19 - 14:21मैं उन्हें व्यक्तिगत रूप से जानता हूँ.
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14:22 - 14:24किन्तु यह तंत्र केवल एक शुरुवात है.
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14:24 - 14:28अगर हमें नशे के संकट पर गहरा असर करना है,
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14:28 - 14:32तो हमें इस से सम्बंधित कानूनों, आपराधिकरण
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14:32 - 14:33और सज़ा पर गहन विचार करना होगा.
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14:34 - 14:40हमें नशे की समस्या को जन-स्वास्थ्य
की समस्या के रूप में समझना होगा, -
14:41 - 14:48और सामाजिक और स्वास्थ्य के
दृष्टिकोण से उपाय खोजने होंगे. -
14:49 - 14:51हमारे पास इसका मॉडल तैयार है.
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14:51 - 14:542001 में, पुर्तगाल इसी
समस्या से जूझ रहा था. -
14:54 - 14:58बहुत सारे लोग नशा करते थे,
अपराध दर बहुत ऊंची थी, -
14:58 - 14:59और ओवरडोज़ की महामारी फैली हुई थी.
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14:59 - 15:04उन्होंने दुनिया के नजरिये को छोड़ कर,
नशीले पदार्थ रखने पर से रोक हटा दी. -
15:05 - 15:07जो पैसा कानून व्यवस्था
लागू करने पर खर्च होता -
15:07 - 15:11वह स्वास्थ्य और नशामुक्ति
कार्यक्रमों पर खर्च किया गया. -
15:11 - 15:12और परिणाम दिखे.
-
15:13 - 15:16नशीले पदार्थों का इस्तेमाल तेजी से घटा.
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15:17 - 15:20ओवरडोज़ की समस्या न के बराबर हुई.
-
15:20 - 15:23ज्यादा से ज्यादा लोग इलाज करवाने लगे.
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15:24 - 15:27और लोगों ने अपनी ज़िन्दगी
सही रास्ते पर लायी. -
15:29 - 15:35हम पाबंदी, सज़ा और पूर्वाग्रह
के रास्ते पर इतनी दूर आ गए हैं, -
15:35 - 15:38कि हम पीड़ा की प्रति उदासीन हो गए हैं,
-
15:38 - 15:42और समाज के सबसे
असुरक्षित लोगों पर आघात कर रहे हैं. -
15:42 - 15:46इस साल और ज्यादा लोग नशे के
-
15:46 - 15:48अवैध व्यापार में कैद होंगे.
-
15:49 - 15:53हजारों बच्चों को पता चलेगा
की उनके पिता या माता, -
15:53 - 15:56नशा करने के लिए जेल भेजे गए.
-
15:58 - 16:01और कई सारे माता-पिताओं को बताया जायेगा
-
16:01 - 16:06कि उनकी बेटी या बेटा,
ओवरडोज़ से मृत्यु के शिकार हुए. -
16:06 - 16:09ये ऐसा नहीं होना चाहिए.
-
16:10 - 16:12धन्यवाद.
-
16:12 - 16:17(तालियाँ)
- Title:
- नशे की लत का नुकसान घटानेवाला उपचार तंत्र
- Speaker:
- मार्क टिंडल
- Description:
-
क्यों हम आज भी सोचते हैं कि नशा करना एक कानून व्यवस्था की समस्या है? नशीली वस्तुओं को गैर कानूनी घोषित करना, लोगों को उन्हें इस्तेमाल करने से रोकने की दिशा में कोई सहायता नहीं करता, ये कहना है सार्वजनिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ मार्क टिंडल का. तो फिर उसका क्या उपाय किया जा सकता है? टिंडल अपनी अनुसंधान की खोजों को साझा करते हुए बताते हैं कि नुकसान घटानेवाले तरीके, जैसे, सुरक्षित दवा की सुई के स्थान, नशीली दवाओं की अधिक मात्र में सेवन की समस्या से निपटने में कारगर होते हैं.
- Video Language:
- English
- Team:
- closed TED
- Project:
- TEDTalks
- Duration:
- 16:31
Omprakash Bisen approved Hindi subtitles for The harm reduction model of drug addiction treatment | ||
Arvind Patil accepted Hindi subtitles for The harm reduction model of drug addiction treatment | ||
Arvind Patil edited Hindi subtitles for The harm reduction model of drug addiction treatment | ||
Amol P. Pachchhapurkar edited Hindi subtitles for The harm reduction model of drug addiction treatment | ||
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Amol P. Pachchhapurkar edited Hindi subtitles for The harm reduction model of drug addiction treatment |