सामाजिक नृत्य का एक सचित्र इतिहास, 25 क़दमों में
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0:00 - 0:03यह है बौप|
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0:03 - 0:09बौप एक प्रकार का सामाजिक नृत्य है|
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0:09 - 0:11नृत्य एक भाषा है,
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0:11 - 0:15और सामाजिक नृत्य एक अभिव्यक्ति है
जो कि एक समुदाय से उभरती हैं -
0:15 - 0:19सामाजिक नृत्य की संयोजना
कोई एक व्यक्ति नहीं करता| -
0:19 - 0:21इसका प्रारम्भ किसी एक समय से
नहीं जोड़ा जा सकता। -
0:21 - 0:24प्रत्येक नृत्य में ऐसे कदम होते हैं
जिने हर कोई स्वीकारता है, -
0:24 - 0:29लेकिन यह उस व्यक्ति और
उनके रचनात्मक पहचान के बारे में है| -
0:29 - 0:31इस ही कारण से,
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0:31 - 0:32सामाजिक नृत्य नया रूप लेते हैं,
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0:32 - 0:33बदलते हैं
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0:33 - 0:37और जंगली आग से तरह फैलते हैं|
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0:37 - 0:41ये हमारी याद रखे इतिहास
जितने ही पुराने हैं। -
0:41 - 0:44अफ्रीकी-अमेरिकी सामाजिक नृत्यों में,
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0:44 - 0:49हम अफ्रीकी और अफ्रीकी-अमेरिकी
परंपराओं का हमारे इतिहास पर - -
0:49 - 0:52200 साल से ज्यादा का प्रभाव देखते हैं |
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0:52 - 0:55वर्तमान में सदा अतीत का अंश होता है
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0:55 - 0:58और अतीत ढालता है जो हम हैं
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0:58 - 0:59और जो हम होंगे|
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0:59 - 1:03(तालीयाँ )
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1:03 - 1:06जुबा नृत्य का जन्म हुआ था
गुलाम अफ्रीकियों के -
1:06 - 1:08बागानों के अनुभव से|
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1:08 - 1:10अमेरिका में लाये गए,
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1:10 - 1:12अपनी आम भाषा से अलग कर,
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1:12 - 1:16यह नृत्य अफ्रीकी गुलामों के लिए
अपनी मातृभूमि को याद रखने का साधन था| -
1:16 - 1:24हो सकता है यह कुछ इस तरह दिखता हो|
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1:24 - 1:26जांघों पर थपकियाँ,
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1:26 - 1:27घसीटते पैर
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1:27 - 1:29और हाथ की तालियां:
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1:29 - 1:33गुलाम मालिकों के ढोल बजाने पर प्रतिबंध,
से जूझने का यह उपाय था, -
1:33 - 1:35पेचीदे लयों को ताज़ा करना
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1:35 - 1:38जैसे पूर्वजों ने हेयती में
ढोलों के साथ किया था, -
1:38 - 1:45या जैसे पश्चिम अफ्रीका के
योरूबा समुदायों में | -
1:45 - 1:48यह अपनी सांस्कृतिक परंपराओं को
जीवित रखने का -
1:48 - 1:51और आंतरिक स्वतंत्रता की भावना
को बनाए रखना का तरीका था -
1:51 - 1:54कैद में भी|
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1:54 - 1:58उस ही द्रोही रवैय्या ने ही
दुसरे नृत्य को जन्म दिया : -
1:58 - 2:00केकवाक
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2:00 - 2:03एक नृत्य जो दक्षिणी उच्च समाज
के व्यवहारवाद का व्यंग्य रूप था - -
2:03 - 2:07गुलामों के लिए, मालिकों की निंदा करने का|
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2:07 - 2:09इस नृत्य के बारे में हास्यास्पद बात यह थी
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2:09 - 2:12कि केकवाक नृत्य
मालिकों के लिए किया जाता था, -
2:12 - 2:17जिन्हे कभी संदेह नहीं होता
कि उनका मज़ाक उड़ाया जा रहा था| -
2:17 - 2:20शायद आप इस एक को पहचान सकते हैं
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2:20 - 2:211920 के दशक का-
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2:21 - 2:26चार्ल्सटन|
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2:26 - 2:29चार्ल्सटन का तत्व तात्कालिक व्यवस्था
और संगीतात्मकता था, -
2:29 - 2:32जिस से उभर कर लिंडी हॉप बना,
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2:32 - 2:33स्विंग नृत्य बना
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2:33 - 2:34और किड न प्ले भी,
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2:34 - 2:37जिसे शुरू में फ़ंकी चार्ल्सटन कहा जाता था|
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2:41 - 2:43यह चार्ल्सटन,
दक्षिण कैरोलिना के पास बसे एक घनिष्ट, -
2:43 - 2:45काले समुदाय द्वारा शुरू किया गया
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2:45 - 2:47चार्ल्सटन ने डांस हॉलों में रिस रहा था
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2:47 - 2:50जहां युवतियों को अचानक
अपनी हील्स के साथ नाचने और -
2:50 - 2:54पैरों को हिलाने की अाज़ादी मिली|
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2:57 - 3:01सही में, सामाजिक नृत्य का सार है
समुदाय और सम्बन्ध; -
3:01 - 3:03अगर आप कदमों-चाल को जानते,
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3:03 - 3:05इसका मतलब यह था कि आप एक समूह का अंग थे।
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3:05 - 3:07लेकिन क्या होगा अगर यह एक विश्वभर में
लोकप्रिय बन जाए? -
3:07 - 3:09हाज़िर होता है ट्विस्ट |
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3:09 - 3:13यह कोई आश्चर्य नहीं है कि ट्विस्ट का
प्रारम्भ 19वीं शताब्दी में दिखता है, -
3:13 - 3:15यह कोंगो से अमेरिका लाया गया था
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3:15 - 3:17गुलामी के दौरान|
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3:17 - 3:18लेकिन '50 के दशक के अंत में,
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3:18 - 3:20नागरिक अधिकार आंदोलन से पहले,
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3:20 - 3:24ट्विस्ट को चब्बी चेक्कर और डिक क्लार्क ने
लोकप्रिय बनाया| -
3:24 - 3:26अचानक, सभी लोग ट्विस्ट कर रहे थे:
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3:26 - 3:28गोरे युवा,
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3:28 - 3:30लैटिन अमेरिका में युवा,
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3:30 - 3:32इसने गीतों और फिल्मों में अपनी जगह बनाई
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3:32 - 3:33सामाजिक नृत्य के माध्यम से,
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3:33 - 3:36समूहों के बीच की सीमाएं
धुंधला जाती हैं| -
3:39 - 3:43यह कहानी 1980 और '90 के दशक में जारी है
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3:43 - 3:45हिप-हॉप के उभरने के साथ साथ,
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3:45 - 3:49अफ्रीकी-अमेरिकी सामाजिक नृत्य
और सामने आया है, -
3:49 - 3:51अपने लंबे अतीत से उधार लेकर,
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3:51 - 3:55संस्कृति को आकार देते और
उसके द्वारा आकृत हो कर| -
4:02 - 4:08आज, ये नृत्य विकसित हो रहे हैं,
बढ़ और फैल रहे हैं -
4:08 - 4:10हम नृत्य क्यों करते हैं?
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4:10 - 4:11मंथन के लिए,
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4:11 - 4:12बंधनमुक्त होने के लिए,
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4:12 - 4:13व्यक्त करने के लिए।
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4:13 - 4:15हम एक साथ नृत्य क्यों करते हैं?
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4:15 - 4:16घाव भरने ,
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4:16 - 4:18स्मरण रखने के लिए,
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4:18 - 4:20कहने के लिए: "हम एक आम भाषा बोलते हैं
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4:20 - 4:21हमारा अस्तित्व हैं
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4:21 - 4:24और हम स्वतंत्र हैं"।
- Title:
- सामाजिक नृत्य का एक सचित्र इतिहास, 25 क़दमों में
- Speaker:
- केमील अ. ब्राउन
- Description:
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हम क्यों नृत्य करते हैं? अफ्रीकी-अमेरिकी सामाजिक नृत्य का प्रारम्भ, अफ्रीकी गुलामों को अपनी सांस्कृतिक परंपराओं को जीवित रखने और अपनी आंतरिक स्वतंत्रता की भावना को बनाए रखने के माधयम से हुआ। यह पहचान और स्वतंत्रता की पुष्टि बना रहता है। इस आकर्षक प्रदर्शन में, सजीव निरूपण द्वारा, नृत्य संचालक , शिक्षक और टेड सदस्य केमील अ. ब्राउन खोजती हैं की क्या होता है, जब समुदाय खुल कर
एक साथ नाच करके खुद को अभिव्यक्त करते हैं। - Video Language:
- English
- Team:
- closed TED
- Project:
- TEDTalks
- Duration:
- 04:36
Omprakash Bisen approved Hindi subtitles for A visual history of social dance in 25 moves | ||
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