अपनी शख़्सियत को बढ़ाना । एमी वॉकर
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0:08 - 0:11मैं एमी वॉकर हूँ और
मैं विश्वास-लती हूँ -
0:11 - 0:14(दर्शक) हेलो ,एमी
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0:14 - 0:15धन्यवाद
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0:15 - 0:20मैं मानती हूँ अगर आप ठान लें तो
कुछ भी कर सकते हैं -
0:20 - 0:22जब लोग मुझसे एक नया हुनर
सीखाने का अनुग्रह करते हैं -
0:22 - 0:26वो असल में चाहते हैं,
मैं उनकी क़ाबिलीयत पर विश्वास करूँ. -
0:26 - 0:27वो करना चाहते हैं.
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0:27 - 0:30बस अभी कर सकते हैं या नहीं,
यह नहीं जानते -
0:30 - 0:35और मैं उन्हें विश्वास दिलाती हूँ, बार-बार,
कि यह मुमकिन है -
0:37 - 0:40धीरे धीरे, मैं उन्हें मदद करती हूँ,
उनकी शख़्सियत को बढ़ाने की -
0:40 - 0:42चाहे वो शुरुआत में कहें,
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0:42 - 0:45"मैं तो अभी बस सीख रहा हूँ"
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0:46 - 0:48लेकिन जल्द ही वो अपनी शख़्सियत
को बढ़ाईंगे -
0:48 - 0:53और कहेंगे "मैं गायक हूँ ",
"मैं नायक हूँ", आदी -
0:54 - 0:56मैंने ऐसे शुरुआत नहीं की थी
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0:57 - 0:59१४ साल की मासूम उम्र में
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0:59 - 1:03मैं एक सामान्य शिष्या थी,
लेकिन बहुत कम आत्मविश्वास -
1:04 - 1:08निराश, क्षमायाचक, ना-लोकप्रिय
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1:08 - 1:12मिडिल स्कूल के अंत तक कुछ
नहीं बदला था, फिर ... -
1:12 - 1:13(ठहाका)
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1:13 - 1:15आठवीं कक्षा के एक डान्स प्रोग्राम में
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1:15 - 1:18सब कुछ बदलना शुरू हुआ
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1:18 - 1:20मैंने किसी तरह
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1:20 - 1:23लोकप्रिय साथियों के ना घुस पाने वाले
संघ में अपनी जगह बनायी -
1:24 - 1:26एक दम साफ़ दिख रहा था
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1:26 - 1:30मैंने वही किया जो मैं हमेशा करती आयी थी,
और ढूँढने लगी अगर किसी ने मुझे नक़ल किया? -
1:31 - 1:35जैसे जैसे मैंने उन चेहरों को देखा,
जो अत्यधिक मेकअप से ढके थे -
1:36 - 1:40मैंने जाना कि ये लोकप्रिय लोग जो,
हमेशा जानते हें कि वो क्या कर रहे हैं, -
1:41 - 1:43हमेशा ढूँढते हैं किसी को
जो उन्हें नक़ल करे -
1:44 - 1:47मैंने अपनी आँखें बंद करी और
ख़ुद से कहा, -
1:48 - 1:52"एमी फ़्रैन्सेस वॉकर,
कोई फ़र्क़ नहीं पड़ता वो क्या सोचते हैं, -
1:52 - 1:57संगीत तुम्हारे ख़ून में है।
तुम बचपन से गायिका हो -
1:58 - 2:00तुम ज़रूर नाच सकती हो
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2:00 - 2:02तुम्हें बस अभी विश्वास नहीं है
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2:02 - 2:07तो तुम अपने दिल में झाँको, और
महसूस करो उस संगीत को -
2:07 - 2:11और संगीत की लहरियों को अपने शरीर को
नाच की शैललय में उतारने दो -
2:18 - 2:23जैसे ही मैंने अपनी आँखें खोली,
मैंने देखा सब मुझे नक़ल कर रहे थे -
2:24 - 2:26अचानक, मैं बन गयी,
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2:26 - 2:30"वो लड़की जिसे मालूम है समूह के
सामने कैसे सभ्यता से नाचना है" -
2:30 - 2:31(ठहाका)
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2:31 - 2:36एक १४ वर्शिए लड़की के लिए,
उस ज़माने में यह एक बहुत बड़ी बात थी -
2:36 - 2:38(ठहाका)
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2:38 - 2:40ऐसे ही हम दो-राहें पर आ जाते हैं
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2:40 - 2:43कुछ बन दिखाने का मौक़ा
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2:43 - 2:45या ना बन दिखाने का
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2:45 - 2:48कुछ ऐसा जो हम बहुत समय से
करना चाहते थे -
2:49 - 2:51मैं जब भी किसी सुंदर महिला को देखती थी,
तो यही सोचती, -
2:51 - 2:54"यह कितनी ख़ूबसूरत है,
मैं ऐसी कभी नहीं लग सकती" -
2:54 - 2:56बिलकुल, जैसा कि हम सब जानते हैं
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2:56 - 3:01पूरी दुनिया को कुल २००० पोइंट्स
मिल सकते हें ख़ूबसूरती के, -
3:01 - 3:03(ठहाका)
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3:03 - 3:07और क्यूँकि ९०० पोइंट्स तो केवल बीयॉन्से
और जूलीएट प्रत्येक को ही मिलते हें -
3:08 - 3:12मुझे तो केवल शुनय शुनय २ या कुछ
ऐसा ही मिल सकता है, सही? -
3:13 - 3:19लेकिन अगर मुझे पतझड़ के पत्ते में
सुंदरता दिख सकती है -
3:19 - 3:22तो अवश्य ही सुंदरता कोई चीज़ नहीं है
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3:23 - 3:26यह कोई वस्तु नहीं है जिससे सिर्फ़
कुछ ही चीज़ें बन सकती हैं -
3:26 - 3:28कुछ चीज़ें जैसे कि:
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3:28 - 3:31"गुलाब पर ओस की बूँद और
बिल्ली की सुंदर मूँछ -
3:31 - 3:35और जुली ऐंड्रूज़ जिनसे हम सभी
प्यार करते हैं -
3:35 - 3:38सुंदरता तो सभी चीज़ों में पायी जा सकती है
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3:38 - 3:44सुंदरता वो तरीक़ा है जिस ढंग से आप
गाते हैं -
3:46 - 3:48(तालियाँ)
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3:50 - 3:54मैंने अपने आस पास हर चीज़ मैं ख़ूबसूरती
देखने का अभ्यास करना शुरू किया -
3:56 - 4:00जितना ज़्यादा मैंने हर चीज़ मैं सुंदरता
का संगीत देखा -
4:00 - 4:03उतना ही मुझे ख़ुद में वही सुंदरता
दिखने लगी -
4:03 - 4:08मैंने बदलना शुरू किया, जो इतने समय से
अपने लिए उपाधियां ले कर चल रही थी -
4:08 - 4:13उतनी पतली नहीं,उतनी सुंदर नहीं,
उतनी गुण वान नहीं, उतनी अछी नहीं -
4:14 - 4:17मुश्किल होता है पुरानी आदत को
बदलना -
4:17 - 4:19ख़ुद को इतने समय से ऐसे तोलना
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4:19 - 4:22और बहुत बार बिना जाने
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4:22 - 4:24यह बहुत डरावना भी हो सकता है
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4:24 - 4:26मुझे अपनी इस सुखद आदत को छोड़ना
पड़ा -
4:26 - 4:28की मैं क्या सोचती हूँ की मैं क्या हूँ
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4:28 - 4:31इस सम्भावना के लिए कि मैं क्या
हो सकती हूँ -
4:34 - 4:35बहुत मुश्किल है
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4:36 - 4:39बहुत सहास चाहिए, आप जानते ही हैं
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4:39 - 4:41लेकिन जैसा कि एक समझदार मछली ने
कहा है, -
4:41 - 4:42(ठहाका)
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4:42 - 4:44"बस तैरते रहो।
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4:44 - 4:46तैरना तैरना, हम और क्या करते हैं?
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4:46 - 4:52हम तैरते हैं, (हँसना)
ध्यंवाद, ऐलन और पिक्सार " -
4:52 - 4:54(ठहाका) (तालियाँ)
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4:55 - 4:57डोरी
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5:00 - 5:04डार का ना होना सहास नहीं है
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5:05 - 5:09सहास है जब आप तैरते रहें और डर
और शंका की आवाज़ से उँचा गा सकें -
5:10 - 5:12और आज जब आप इन सब वक्ताओं
को सुन रहे हें -
5:12 - 5:14मैं आप सबको निमंत्रित
करती हूँ की आप अभ्यास करें -
5:14 - 5:16इन में से हर किसी के सामर्थ्य और सुंदरता
को देखने की -
5:16 - 5:19और उससे भी ज़्यादा
ऊपर और आगे देखने की -
5:20 - 5:22जब आप उन्हें आगे बढ़ने का मौक़ा
व प्रोत्साहन देंगे -
5:22 - 5:25आप देखेंगे उसी शक्ति का
प्रतिबिम्ब आप को मिलता है -
5:25 - 5:28क्यूँकि यह सब यहाँ अपना अनुभव
बाँटने आए हैं -
5:28 - 5:31जो आप सब एक अलग नयी
ऊँचायी पर ले जा सकते हें अपने अलग ढंग से -
5:31 - 5:32धन्यवाद
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5:32 - 5:34(तालियाँ)
- Title:
- अपनी शख़्सियत को बढ़ाना । एमी वॉकर
- Description:
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एमी वॉकर, मीडिया की एक जानी मानी कलाकार, बहुत उत्सुक रहती हैं जानें को कि क्या है जो इंसान को प्रेरित रखता है। इन्होंने ख़ुद को समर्पित किया है अपने व दूसरों के सम्पूर्ण व्यक्तित्व को बढ़ाने में। इनकी यूटूब विडीओज़ ने २ क्रोर से भी ज़्यादा दर्शक पाए हैं और एक विडीओ '२१ ऐक्सेंट्स' तो वाइरल भी हुआ। कायीं और विडीओज़, गाने, कहानियाँ और विचारमगान शो इंसानियत पर भी बनाए हैं।
यह टॉक , एक अन्य ३-हिस्सों की टॉक "अपनी शख़्सियत को पूर्ण रूप से बढ़ाना" का एक हिस्सा है।
- Video Language:
- English
- Team:
- closed TED
- Project:
- TEDxTalks
- Duration:
- 05:46
Omprakash Bisen approved Hindi subtitles for Expanding your identity | Amy Walker | TEDxPhoenixville | ||
Arvind Patil accepted Hindi subtitles for Expanding your identity | Amy Walker | TEDxPhoenixville | ||
Arvind Patil edited Hindi subtitles for Expanding your identity | Amy Walker | TEDxPhoenixville | ||
Deepti Gupta edited Hindi subtitles for Expanding your identity | Amy Walker | TEDxPhoenixville | ||
Deepti Gupta edited Hindi subtitles for Expanding your identity | Amy Walker | TEDxPhoenixville | ||
Deepti Gupta edited Hindi subtitles for Expanding your identity | Amy Walker | TEDxPhoenixville | ||
Deepti Gupta edited Hindi subtitles for Expanding your identity | Amy Walker | TEDxPhoenixville | ||
Deepti Gupta edited Hindi subtitles for Expanding your identity | Amy Walker | TEDxPhoenixville |