< Return to Video

जल्दी नहीं -- सोचकर असफल हो

  • 0:00 - 0:03
    [ध्यान रखें, इस व्याख्यान में
    परिपक्व भाषा का उपयोग किया गया है।]
  • 0:04 - 0:09
    अगर हम सन 800 बी सी के ग्रीस
    में वापस जाएँ,
  • 0:09 - 0:12
    तो हमें पता लगेगा कि उस समय में जब
    व्यापारियों का कारोबार असफल होता था,
  • 0:12 - 0:17
    उन्हें बाज़ार में अपने सर पर एक टोकरी
    लेकर बैठने पर मजबूर किया जाता था।
  • 0:18 - 0:20
    पूर्व आधुनिक इटली में,
  • 0:20 - 0:23
    असफल व्यापारी जिनके क़र्ज़ भरने
    बाकी होते थे,
  • 0:23 - 0:27
    उनको सबके सामने नंगा ले जाकर,
  • 0:27 - 0:30
    उनके पिछवाड़े को पत्थर से मारा जाता था,
    और भीड़ में देखने वाले लोग
  • 0:30 - 0:33
    उनका अपमान करते थे।
  • 0:34 - 0:37
    17 शतक फ्रांस में,
  • 0:37 - 0:41
    असफल व्यापारियों को बाज़ार के
    बीचों बीच ले जाकर,
  • 0:41 - 0:44
    उनका दिवालियापन सबके सामने
    घोषित कर दिया जाता था।
  • 0:44 - 0:48
    और ताकि उन्हें तुरंत कैदी न बनना पड़े,
  • 0:48 - 0:50
    उन्हें गले के ऊपर एक हरा कपड़ा बाँधना होता
  • 0:50 - 0:53
    ताकि सबको पता चले कि वे असफल थे।
  • 0:54 - 0:57
    यह उदहारण तो फिर भी पुराने समय के हैं।
  • 0:57 - 0:59
    पर यह याद रखना ज़रूरी है
  • 0:59 - 1:03
    कि हम जब किसी असफल इंसान को
    बहुत बड़ी सज़ा देते हैं,
  • 1:03 - 1:06
    हम नवीनता और व्यापार के सृजन को रोकते हैं,
  • 1:06 - 1:09
    जो असल में किसी भी देश के
    आर्थिक विकास के लिए ज़रूरी हैं।
  • 1:10 - 1:16
    ज़माने बदल गए हैं, और अब व्यापारियों को
    सार्वजनिक रूप से ज़लील नहीं किया जाता।
  • 1:16 - 1:19
    न ही वे अपनी असफलताओं का प्रसारण
    सोशल मीडिया पर करते हैं।
  • 1:20 - 1:26
    बल्कि, मुझे तो लगता है हम सब असफल होने का
    दर्द समझते हैं।
  • 1:26 - 1:29
    मगर हम उन अनुभवों के बारे में
    विस्तार में नहीं बताते।
  • 1:29 - 1:33
    और मैं समझती हूँ, दोस्तों,
    मेरे साथ भी यह हुआ है।
  • 1:33 - 1:35
    मेरा कारोबार भी असफल हुआ था
  • 1:35 - 1:39
    और वह अनुभव बताना बहुत मुश्किल होता था।
  • 1:39 - 1:44
    उसको बताने के लिए मुझे सात साल,
    खुल पाने की क्षमता,
  • 1:44 - 1:46
    और मेरे दोस्तों की ज़रूरत पड़ी।
  • 1:47 - 1:49
    यह मेरी असफलता की कहानी है।
  • 1:49 - 1:54
    जब मैं कॉलेज में व्यापार पढ़ रही थी,
    मैं कुछ औरतों से मिली।
  • 1:54 - 2:00
    वे मध्य मेक्सिको के पुएबला प्रांत के
    एक गरीब ग्रामीण समुदाय से थी।
  • 2:00 - 2:03
    वे खूबसूरत हस्तनिर्मित उत्पाद बनाती।
  • 2:03 - 2:06
    और जब मैंने उनसे मिलकर उनका काम देखा,
  • 2:06 - 2:08
    मैंने उनकी मदद करने का निर्णय लिया।
  • 2:09 - 2:12
    मैंने कुछ दोस्तों के साथ एक
    सामाजिक उद्यम खोला,
  • 2:12 - 2:16
    जिसका लक्ष्य औरतों के लिए एक आमदनी
    का सूत्र बनाना था,
  • 2:16 - 2:18
    और उनके जीवन की गुणवत्ता को
    बेहतर बनाना था।
  • 2:19 - 2:22
    हमने किताबी ज्ञान के अनुसार सब कुछ किया,
  • 2:22 - 2:24
    जो हमने कॉलेज में पढ़ा था।
  • 2:25 - 2:26
    हमने निवेशकों को ढूँढा,
  • 2:26 - 2:32
    बहुत समय कारोबार को खड़ा करने में,
    और उन औरतों को तैयार करने में लगाया।
  • 2:32 - 2:35
    पर हमें जल्द एहसास हुआ कि
    हम इस क्षेत्र में नए थे।
  • 2:35 - 2:39
    उत्पाद बिक नहीं रहे थे,
  • 2:39 - 2:43
    और हमारी वित्तीय योजना अव्यवहारिक सी थी।
  • 2:43 - 2:48
    हमने सालों तक किसी तनख्वाह के बिना काम किया,
  • 2:48 - 2:50
    यह उम्मीद करते कि कोई चमत्कार होगा,
  • 2:50 - 2:53
    और कोई महान सी खरीदार आकर
  • 2:53 - 2:55
    इस व्यापार को लाभदायक बना देगी।
  • 2:56 - 2:58
    लेकिन वह चमत्कार कभी हुआ ही नहीं।
  • 2:59 - 3:02
    आखिर में हमें इस कारोबार को बंद करना पड़ा,
  • 3:02 - 3:04
    और मैं बहुत दुखी थी।
  • 3:05 - 3:08
    मैंने इसकी शुरुआत उन कलाकारों के जीवन में
  • 3:08 - 3:10
    एक सकारात्मक प्रभाव के लिए किया था।
  • 3:10 - 3:13
    और फिर मुझे लगा कि
    मैंने उसका उल्टा ही कर दिया।
  • 3:14 - 3:16
    मुझे इतना बुरा लगा,
  • 3:16 - 3:18
    कि मैंने इस असफलता को हर जगह से
  • 3:18 - 3:23
    छुपाने की ठान ली।
    चाहे वह बातचीत हो या मेरा रिज्यूमे।
  • 3:23 - 3:25
    मैं किसी और असफल व्यवसायी को नहीं जानती थी,
  • 3:25 - 3:29
    और मुझे लगता था कि मैं अकेली नाकामयाब हूँ।
  • 3:30 - 3:35
    सात साल बाद, एक रात,
    मैं कुछ दोस्तों के साथ बाहर थी।
  • 3:35 - 3:38
    हम एक व्यव्यासी के जीवन के बारे में
    बातें कर रहे थे।
  • 3:38 - 3:42
    और ज़ाहिर सी बात है,
    की असफलता की भी बात आई।
  • 3:42 - 3:47
    मैंने अपने दोस्तों को अपनी
    असफलता की कहानी बताई,
  • 3:47 - 3:50
    और उन्होंने अपनी।
  • 3:50 - 3:55
    उस क्षण में एक बात तो साफ़ थी:
  • 3:55 - 3:57
    मेरे सारे ही दोस्त नाकामयाब थे।
  • 3:57 - 3:59
    (हँसी)
  • 3:59 - 4:02
    फिर उस रात सोचते हुए मुझे एहसास हुआ
  • 4:02 - 4:06
    कि एक: मैं इस दुनिया में एकलौती
    नाकामयाब नहीं थी।
  • 4:06 - 4:10
    दूसरा: हम सबकी छुपी नाकामयाबियाँ हैं।
  • 4:11 - 4:12
    मुझे बताइए अगर मैं गलत हूँ।
  • 4:14 - 4:18
    उस रात मेरा मन थोड़ा हल्का हुआ।
  • 4:18 - 4:23
    मुझे एहसास हुआ कि अपनी असफलता के दुख
    बाँटना आपको और मज़बूत बनती हैं, कमज़ोर नहीं।
  • 4:23 - 4:26
    और अपने दुख को बाँट पाने की वजह से
  • 4:26 - 4:30
    मैं दूसरों के साथ गहराई
    और सार्थक तरीके से जुड़ पा रही थी
  • 4:30 - 4:34
    और ज़िंदगी से सीख रही थी,
    जो पहले नहीं होता था।
  • 4:35 - 4:38
    इन असफलता की कहानियों को बाँटने
  • 4:38 - 4:41
    के सिलसिले के बाद हमने
  • 4:41 - 4:43
    एक दूसरों को एक मंच देने का निर्णय लिया
  • 4:43 - 4:46
    जहाँ वे भी अपनी असफलता की
    कहानियाँ बाँट सकते।
  • 4:46 - 4:49
    इस कार्यक्रम को हम "असफलता के चर्चे" कहते।
  • 4:50 - 4:53
    सालों बाद हमने असफलता की कहानियों
    पर निर्धारित
  • 4:53 - 4:55
    एक अनुसंधान केंद्र भी खोला।
  • 4:55 - 4:59
    हम व्यापार, लोग और समाज पर
    असफलता के प्रभाव के बारे में खोज करते,
  • 4:59 - 5:04
    और हमने उस केंद्र का नाम
    "असफलता संस्था" रख दिया।
  • 5:05 - 5:07
    यह आश्चर्यजनक रहा है
  • 5:08 - 5:10
    कि जब एक व्यवसायी मंच पर जाकर
  • 5:10 - 5:12
    अपनी असफलता की कहानी बताती है,
  • 5:12 - 5:15
    उसे वह पल रोमांचक लग सकता है।
  • 5:16 - 5:20
    वह पल उसके लिए शर्मनाक
    होना ज़रूरी नहीं,
  • 5:20 - 5:22
    जैसे पुराने दिनों में हुआ करता था।
  • 5:22 - 5:24
    यह एक ऐसा मौका है जहाँ आप
    अपनी सीख बाँट सकते हो,
  • 5:24 - 5:26
    और सहानुभूति पैदा कर सकते हैं।
  • 5:26 - 5:28
    हमने यह भी जाना
  • 5:28 - 5:33
    कि जब एक समूह के लोग अपनी कहानियाँ
    बाँटते हैं, कुछ जादू सा होता है।
  • 5:33 - 5:37
    उनके बीच का रिश्ता बेहतर होता है,
    और साथ काम करना और आसान होता है।
  • 5:38 - 5:40
    हमारे कार्यक्रम और अन्वेषण के आधार पर,
  • 5:40 - 5:43
    हमें कुछ दिलचस्प तथ्य मिले।
  • 5:43 - 5:47
    उदहारण के लिए, महिला और पुरुष
    अपनी नाकामयाबी को
  • 5:47 - 5:49
    अलग तरह से लेते हैं।
  • 5:49 - 5:52
    अधिकतम रूप से पुरुष
  • 5:52 - 5:56
    व्यवसाय में असफलता पाने के एक साल बाद,
    एक नया व्यवसाय शुरू करते हैं,
  • 5:56 - 5:58
    लेकिन किसी और क्षेत्र में,
  • 5:58 - 6:01
    और महिलाएँ नौकरी खोज कर
  • 6:01 - 6:04
    अपने व्यवसाय को खड़ा करने की कृति को
    बाद के लिए रखती हैं।
  • 6:04 - 6:07
    हमारा ख्याल है कि इसके पीछे का कारण यह है
  • 6:07 - 6:11
    कि महिलाओं को अपनी क्षमताओं पर शक होता है।
  • 6:11 - 6:16
    हमें लगता है कि हमें एक अच्छा व्यवसायी
    बनने के लिए और किसी चीज़ की ज़रुरत है।
  • 6:16 - 6:22
    पर अक्सर मैंने यह देखा है कि औरतों के पास
    हर वह गुण है जिसकी ज़रुरत है।
  • 6:22 - 6:24
    हम में बस एक कदम लेने की देरी है।
  • 6:25 - 6:26
    लेकिन पुरुषों अधिकतम तौर से
  • 6:26 - 6:30
    यह लगता है कि उनके पास ज्ञान तो पूरा है,
  • 6:31 - 6:35
    लेकिन उसको किसी बेहतर जगह पर लागू करना
    ज़रूरी है जहाँ भाग्य भी साथ दे।
  • 6:36 - 6:38
    एक और दिलचस्प खोज यह है कि
  • 6:38 - 6:43
    अलग अलग जगहों में असफलता को लेकर
    अंतर होते हैं।
  • 6:44 - 6:46
    जैसे की अमेरिका में
  • 6:46 - 6:49
    व्यवसाय में नाकामयाबी के बाद
  • 6:49 - 6:52
    वे वापस पढ़ने चला जाते हैं।
  • 6:52 - 6:56
    जब कि यूरोप में अधिकतम लोग नाकामयाबी
    के बाद चिकित्सक के पास जाते हैं।
  • 6:56 - 6:59
    (हँसी)
  • 6:59 - 7:03
    हम नहीं कह सकते कि बेहतर क्या है,
  • 7:03 - 7:07
    लेकिन हम भविष्य में इस पर भी
    अन्वेषण करेंगे।
  • 7:08 - 7:11
    एक और दिलचस्प खोज
  • 7:11 - 7:17
    असफल व्यवसायी पर लोक-निति
    के बारे में है।
  • 7:17 - 7:19
    जैसे कि मेरे देश मेक्सिको में,
  • 7:19 - 7:23
    नियामिक परिवेश इतना कठिन है,
  • 7:23 - 7:28
    कि एक कारोबार का बंद करने में
    बहुत वक़्त और पैसे खर्च होते हैं।
  • 7:28 - 7:30
    पैसों से शुरुआत करते हैं।
  • 7:30 - 7:33
    मान लीजिए की स्तिथि इतनी बुरी नहीं है,
  • 7:33 - 7:35
    सहभागी, प्रदाता, ग्राहक, कर्मचारी,
  • 7:35 - 7:38
    उनके साथ कोई मुश्किलें नहीं हो।
  • 7:38 - 7:40
    ऐसी स्तिथि में भी
  • 7:40 - 7:44
    एक कारोबार को बंद करने के लिए
    आपको $2000 लगेंगे,
  • 7:44 - 7:46
    जो मेक्सिको में बहुत महंगा है।
  • 7:46 - 7:48
    कोई ऐसा जिसकी तनख्वाह न्यूनतम हो,
  • 7:48 - 7:52
    उससे इतना पैसा इकट्ठा करने में ही
    15 महीने लग जाएँगे।
  • 7:53 - 7:55
    अब वक़्त की बात करते हैं,
  • 7:55 - 7:58
    आप सब जानते ही होंगे,
    कि अधिकतम विकासशील देशों में,
  • 7:58 - 8:02
    एक व्यवयास की औसत जीवन प्रत्याशा
    केवल दो साल है।
  • 8:03 - 8:09
    मेक्सिको में व्यवसाय बंद करने की
    आधिकारिक प्रक्रिया ही दो साल है।
  • 8:10 - 8:13
    अगर एक कारोबार का चलना उतने ही
    समय के लिए है
  • 8:13 - 8:18
    जितना समय उसे बंद करने में लगेगा,
    तो क्या होगा?
  • 8:19 - 8:22
    इससे कारोबार खड़े होना कम हो जाते हैं,
  • 8:22 - 8:24
    और अनौपचारिक अर्थव्यवस्था बनती है।
  • 8:25 - 8:27
    अर्थ्मितीय अनुसंधान के अनुसार
  • 8:27 - 8:33
    अगर दिवलियता घोषित करने की प्रक्रिया
    में कम समय और पैसे लगे,
  • 8:33 - 8:36
    तो बाज़ार में और व्यवसाय खुलेंगे।
  • 8:36 - 8:39
    इसी कारण से, 2017 में,
  • 8:39 - 8:44
    हमने मेक्सिको में व्यापार बंद करने के लिए
    आधिकारिक प्रक्रिया की
  • 8:44 - 8:47
    कुछ लोक-नीतियों का सुझाव दिया।
  • 8:47 - 8:49
    पूरे एक साल के लिए,
  • 8:49 - 8:52
    हमने पूरे देश के व्यवसायिओं और
  • 8:52 - 8:54
    कांग्रेस के साथ काम किया।
  • 8:54 - 8:57
    और सबसे अच्छी खबर यह है कि हम
    कानून बदलने में कामयाब रहे।
  • 8:58 - 8:59
    येई!
  • 8:59 - 9:02
    (तालियाँ)
  • 9:03 - 9:06
    अब जब नए नियम लागू होंगे,
  • 9:06 - 9:11
    तब व्यवसायी अपने व्यापार एक ऑनलाइन
    प्रक्रिया से बंद कर पाएँगे
  • 9:11 - 9:14
    जो तेज़ और सस्ता होगा।
  • 9:15 - 9:17
    (साँस लेते हुए)
  • 9:17 - 9:19
    जिस रात हमने "असफलता के चर्चे"
    को शुरू किया,
  • 9:19 - 9:23
    हमें नहीं पता था कि वह इतने बड़े
    मकाम तक पहुँचेगा।
  • 9:24 - 9:27
    हम अब 80 देशों में हैं।
  • 9:27 - 9:30
    उस क्षण में हमारा इरादा सिर्फ़ इतना था
  • 9:30 - 9:33
    कि नाकामयाबी के बारे में भी बात हो।
  • 9:33 - 9:37
    हम दूसरों को यह महसूस करना चाहते थे कि
    असफलता के बारे में भी बात करनी चाहिए।
  • 9:37 - 9:41
    वह कोई शर्मिंदगी की बात नहीं है,
    जैसे पहले हुआ करती थी,
  • 9:41 - 9:44
    न ही कोई ख़ुशी की बात,
    जैसे कुछ लोग कहते हैं।
  • 9:45 - 9:48
    मैं एक और बात बताना चाहूँगी।
  • 9:49 - 9:53
    जब भी कोई व्यवसायी या
    विद्यार्थी अपने असफलता के
  • 9:53 - 9:59
    डींगे मारते हैं, जैसे कि वह कोई बड़ी
    बात न हो, मुझे बहुत अजीब लगता है।
  • 9:59 - 10:04
    क्यूँकि मुझे लगता है कि
    जल्दी असफल होने में कुछ तो गलत है।
  • 10:05 - 10:09
    हाँ, जल्दी असफल होकर सीखना भी
    बढ़ सकता है,
  • 10:09 - 10:11
    और समय को व्यर्थ करना भी कम।
  • 10:11 - 10:15
    मगर मुझे लगता है कि अगर हम
    जल्दी असफल होना
  • 10:15 - 10:18
    व्यवसायिओं को इस तरह से बताएँगे,
  • 10:18 - 10:20
    हम आलस को बढ़ावा देंगे।
  • 10:20 - 10:24
    हम इस बात को भी बढ़ावा देंगे कि
    व्यवसायी जल्दी हार मान जाएँ।
  • 10:24 - 10:27
    मुझे यह भी लगता है कि
    जल्दी असफलता होने का सोच कर
  • 10:27 - 10:30
    लोग यह भूल जाएँगे कि एक असफल व्यवसाय
  • 10:30 - 10:33
    के बहुत बड़े अंजाम भी हो सकते हैं।
  • 10:34 - 10:37
    जैसे कि, जब मेरा बनाया हुआ
    व्यवसाय बंद हो गया,
  • 10:37 - 10:42
    सबसे मुश्किल काम था कि मुझे वापस जाकर
  • 10:42 - 10:46
    उन औरतों को बताना पड़ा कि
    यह कारोबार नाकामयाब हुआ,
  • 10:46 - 10:47
    और वह मेरी ग़लती थी।
  • 10:48 - 10:53
    कुछ लोगों के हिसाब से यह मेरे लिए
    सीखने का एक अच्छा मौका होगा,
  • 10:53 - 10:56
    पर सच्चाई ये है कि इस कारोबार का बंद होना
  • 10:56 - 10:59
    सिर्फ़ बंद होना नहीं था।
  • 11:00 - 11:03
    इसका मतलब यह भी था कि
    औरतों की आमदनी बंद हो जाती,
  • 11:03 - 11:05
    जिनकी उन्हें वाकई ज़रूरत थी।
  • 11:06 - 11:09
    इसलिए मैं आप सब को एक सुझाव देना चाहूँगी।
  • 11:09 - 11:13
    जैसे हमने असफल व्यवसाइयों को
  • 11:13 - 11:16
    सबके सामने अपमानित करना छोड़ दिया,
  • 11:16 - 11:22
    वैसे ही हमें यह ख्याल भी छोड़ना होगा कि
    जल्दी असफल होना सबसे अच्छा है।
  • 11:22 - 11:25
    मैं एक नए मन्त्र का सुझाव दूंगी:
  • 11:25 - 11:27
    सोचकर असफल हो।
  • 11:28 - 11:31
    हमें याद रहना चाहिए कि
    व्यापार इंसानों से बनते हैं,
  • 11:31 - 11:35
    व्यापार कोई चीज़ें नहीं हैं जो बस
    आती या जाती हैं,
  • 11:35 - 11:38
    बिना किसी अंजाम के।
  • 11:38 - 11:41
    जब एक व्यापार बंद होता है,
    कुछ लोग अपनी नौकरियाँ गवा देते हैं।
  • 11:41 - 11:43
    कुछ लोग अपना पैसा।
  • 11:43 - 11:47
    और मेरे अनुभव से
  • 11:47 - 11:51
    ऐसे व्यवसायों का बंद होना समुदायों पर
    एक नाकारात्मक प्रभाव दाल सकते हैं,
  • 11:51 - 11:54
    चाहें हम उनकी मदद ही क्यों न करना चाहें।
  • 11:55 - 11:59
    पर सोचकर असफल होने का मतलब क्या है?
  • 11:59 - 12:01
    इसका मतलब है कि हम
  • 12:01 - 12:06
    असफल व्यवसाय के परिणामों
    के बारे में आगाह रहें।
  • 12:07 - 12:09
    अपनी सीख के बारे में भी आगाह रहें।
  • 12:10 - 12:13
    और उन सीखों को दुनिया के साथ
  • 12:13 - 12:16
    बाँटने की ज़िम्मेदारी भी याद रखें।
  • 12:16 - 12:18
    धन्यवाद।
  • 12:18 - 12:21
    (तालियाँ)
Title:
जल्दी नहीं -- सोचकर असफल हो
Speaker:
लेटीशिया गास्का
Description:

अक्सर उन बड़े व्यवसायिओं की बात होती हैं जिनकी मेहनत और लगन से उन्हें सफलता प्राप्त हुई, लेकिन जो असफल रहे, उनका क्या? अधिकतम तौर से वे शर्मिन्दगी के कारण अपनी कहानियाँ किसी को नहीं बताते -- और यह भूल जाते हैं कि वह एक तरह से आगे बढ़ने का मौका भी बन सकता है, लेखक और व्यवसायी लेटीशिया गास्का कहती हैं। इस विचारशील टॉक में, गास्का व्यवसायिओं को अपने असफलता के किस्सों को बाँटने को प्रोत्साहित करती हैं, और सुझाव देती हैं कि जल्दी असफल नहीं, सोचकर असफल हो।

more » « less
Video Language:
English
Team:
closed TED
Project:
TEDTalks
Duration:
12:34
Abhinav Garule approved Hindi subtitles for Don't fail fast -- fail mindfully
Abhinav Garule edited Hindi subtitles for Don't fail fast -- fail mindfully
Abhinav Garule accepted Hindi subtitles for Don't fail fast -- fail mindfully
Abhinav Garule edited Hindi subtitles for Don't fail fast -- fail mindfully
Gunjan Hariramani edited Hindi subtitles for Don't fail fast -- fail mindfully
Gunjan Hariramani edited Hindi subtitles for Don't fail fast -- fail mindfully
Gunjan Hariramani edited Hindi subtitles for Don't fail fast -- fail mindfully

Hindi subtitles

Revisions