जलवायु परिवर्तन शहरों के कारण हो रहा है। आइए देखते हैं कि वह इसे ठीक कैसे कर सकते हैं।
-
0:01 - 0:02दुनिया कैसी दिखेगी
-
0:02 - 0:05यदि चरम जलवायु परिवर्तन
वास्तविकता बन जाता है? -
0:05 - 0:06केवल एक उदाहरण पर गौर फ़रमाएँ।
-
0:06 - 0:10यदि तापमान में तीन और डिग्री
सेल्सियस की वृद्धि हुई, -
0:10 - 0:13तो शंघाई, चीन में
2 करोड़ 40 लाख लोगों का एक शहर -
0:13 - 0:14नक्शे से मिट जाएगा।
-
0:14 - 0:16और केवल यह एक अकेला तटीय शहर नहीं,
-
0:16 - 0:19जिसको समुद्र के बढ़ते स्तर के नीचे
गायब होने का खतरा है। -
0:19 - 0:23विश्व स्तर पर 2019 को
दूसरा सबसे गर्म वर्ष दर्ज किया गया। -
0:23 - 0:24दुनिया भर के शहरों ने,
-
0:24 - 0:27गर्मियों में अधिकतम तापमान महसूस किये।
-
0:27 - 0:30जून, 2019 में,
भारत के चूरू में तापमान -
0:30 - 0:33120 डिग्री फ़ारेनहाइट से अधिक हो गया,
-
0:33 - 0:35इतना कि सरकार ने नागरिकों को
चेतावनी दे डाली -
0:35 - 0:38कि कॉफी, चाय, और शराब पीने से बचें
-
0:38 - 0:40ज़रूरत से ज़्यादा गरम होने के डर से।
-
0:40 - 0:42ग्रीष्म लहर ज़्यादा तीव्र
और सामान्य होती जा रही है -
0:42 - 0:45जलवायु परिवर्तन के कारण।
-
0:45 - 0:47उसी दर से मौतें होने का अनुमान है
-
0:47 - 0:49जो सभी संक्रामक रोगों का एक साथ होता है।
-
0:49 - 0:52यह नक्शा, तीव्रता में होने वाली वृद्धि
और गर्मी की लहरों की -
0:52 - 0:55व्यापकता को दर्शाता है
यदि दुनिया एक मध्यम गरमाने के -
0:55 - 0:57परिदृश्य का अनुसरण करती है।
-
0:57 - 1:012050 तक, गर्मियों में तापमान
95 डिग्री फ़ारेनहाइट उच्च स्तर, -
1:01 - 1:04या 35 डिग्री सेल्सियस,
आमतौर पर बना रह सकता है, -
1:04 - 1:06लगभग 1000 शहरों में
जो शहरों की उस संख्या से तिगुना है -
1:06 - 1:09जहाँ वर्तमान में तपते
तापमान का अनुभव किया जाता है। -
1:09 - 1:13लेकिन विडंबना यह है कि शहर
सिर्फ़ जलवायु परिवर्तन से प्रभावित ही नहीं -
1:13 - 1:15बल्कि उसका कारण भी बन रहे हैं।
-
1:15 - 1:19शहर लगभग 60 से 80%
वैश्विक ऊर्जा संसाधनों उपभोग करते हैं -
1:19 - 1:21और लगभग 70% हिस्सा है
-
1:21 - 1:23वैश्विक कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन का।
-
1:23 - 1:25जैसा कि हम इस नक्शे में देख सकते हैं,
-
1:25 - 1:27हल्का नीला और पीला भाग
उन क्षेत्रों को दर्शाता है -
1:27 - 1:30जहाँ जीवाश्म ईंधन पर आधारित
उच्चतम कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन है -
1:30 - 1:33और प्रमुख शहरी केंद्रों को भी दर्शाता है।
-
1:34 - 1:35शहरों की ऊर्जा खपत के अलावा
-
1:35 - 1:37बढ़ते शहरी क्षेत्र,
ग्रह की हरित सतहों को -
1:37 - 1:39इमारतों और रास्तों में,
परिवर्तित कर रहे हैं -
1:39 - 1:42और यह सूर्य की ऊर्जा को
उन प्राकृतिक घास के मैदानों -
1:42 - 1:44और जंगलों की तुलना में
अधिक सोख सकते हैं -
1:44 - 1:46जिनकी जगह वह बनाये गए हैं
जिससे शहरी क्षेत्र -
1:46 - 1:49अपने आसपास के वातावरण की
तुलना में अधिक गर्म हो जाते हैं। -
1:49 - 1:51इस प्रतिभास को
शहरी ताप द्वीप प्रभाव कहा जाता है। -
1:51 - 1:53यहाँ सिंगापुर में,
शहर के केन्द्र के क्षेत्र -
1:53 - 1:55सात डिग्री सेल्सियस
या 13 डिग्री फ़ारेनहाइट -
1:55 - 1:57जितना ज़्यादा गरम हो सकते हैं,
-
1:57 - 1:59उन वर्षा वनों की तुलना में
जो कभी यहाँ थे। -
1:59 - 2:02जहाँ यह सच है कि शहर
जलवायु परिवर्तन में योगदान देते हैं -
2:02 - 2:06वहीं कम कार्बन उत्सर्जन पथों को बनाने के
प्रमुख कर्ताधर्ता भी वह ही हैं। -
2:07 - 2:10उदाहरण के लिए,
न्यू यॉर्क और टोक्यो जैसे घने शहरों में, -
2:10 - 2:13एक आम निवासी
प्रति व्यक्ति दो टन से भी अधिक -
2:13 - 2:16कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन का
ज़िम्मेदार है। -
2:16 - 2:19यह अमेरिका में
एक यात्री गाड़ी के -
2:19 - 2:21एक पूरे वर्ष जितने उत्सर्जन से भी कम है।
-
2:21 - 2:23दुनिया भर के शहर कदम बढ़ा रहे हैं
-
2:23 - 2:26ऐसी महत्वाकांक्षी नीतियों के ज़रिए
जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए -
2:26 - 2:28जो अकसर राष्ट्रीय सरकारों की
आवश्यकता से कहीं ज़्यादा है। -
2:28 - 2:30उदाहरण के लिए
कोपेनहेगन को ही लें, -
2:30 - 2:33यह 2025 तक कार्बन विरक्त
बनने के लिए प्रतिबद्ध है -
2:33 - 2:35और स्कॉटलैंड में ग्लासगो की भी योजना है
-
2:35 - 2:382030 तक कार्बन विरक्त बनना।
-
2:38 - 2:40आज, दुनिया भर में,
10,000 से अधिक शहर हैं -
2:40 - 2:42जो अपने स्वयं के महत्वाकांक्षी
जलवायु कार्यों के लिए, -
2:42 - 2:44प्रतिबद्ध हो रहे हैं
-
2:44 - 2:47ऐसी योजनाएँ जिनमें
उत्सर्जन में कमी के लक्ष्य शामिल हैं, -
2:47 - 2:49स्वच्छ ऊर्जा और स्थायी पारगमन परियोजनाएं,
-
2:49 - 2:51और ऊर्जा दक्षता नीतियां भी,
-
2:51 - 2:53जो लोगों और शहरों,
-
2:53 - 2:56पैसा, ऊर्जा और उत्सर्जन को
बचा सकती हैं। -
2:56 - 2:58हाल के विश्लेषण से पता चलता
है कि सिर्फ़ 6,000 शहर हैं -
2:58 - 3:01जो क्षेत्रों और कंपनियों
के साथ संयुक्त रूप से, -
3:01 - 3:03ऐसे जलवायु पहल आरंभ कर रहे हैं
-
3:03 - 3:06जो वैश्विक उत्सर्जन को
2030 तक दो गीगाटन -
3:06 - 3:08कार्बन डाइऑक्साइड जितना तक
कम कर सकते हैं। -
3:08 - 3:12यह दुनिया के वार्षिक उत्सर्जन का
लगभग 4% है -
3:12 - 3:14राष्ट्रीय सरकारों के संकल्प के ऊपर।
-
3:14 - 3:17और यह सिर्फ शुरुआत है,
कल्पना कीजिए कि क्या हो सकता है -
3:17 - 3:19अगर 20,000 शहर एक साथ जुड़ जाएँ
-
3:19 - 3:21जलवायु परिवर्तन पर अंकुश लगाने के लिए।
-
3:21 - 3:23जबकि शहर की जलवायु
कार्रवाई के लिए यह क्षमता -
3:23 - 3:26वाकई आशाजनक है, शहरों को यह
सुनिश्चित करने को काम करना चाहिए -
3:26 - 3:29कि इन नीतियों को निष्पक्ष और
समान रूप से लागू किया जाएगा। -
3:29 - 3:32आप शहर में कहाँ रहते हैं,
आपकी आय, आपकी जाति, -
3:32 - 3:35शोध बताता है कि यह कारक
निर्धारित कर सकते हैं -
3:35 - 3:36पर्यावरणीय लाभों तक आपकी पहुँच
-
3:36 - 3:38जैसे हरित स्थान और टिकाऊ पारगमन,
-
3:38 - 3:41और वह आपकी भागीदारी का
निर्धारण भी कर सकते हैं -
3:41 - 3:44पर्यावरणीय बोझ जैसे वायु प्रदूषण
और जलवायु परिवर्तन में। -
3:44 - 3:46हम इन पड़ोस-स्तर की असमानताओं
का निरीक्षण करते हैं, -
3:46 - 3:49ख़ासतौर से स्पष्ट रूप से,
लॉस एंजिल्स की साथ साथ छवियों में -
3:49 - 3:51बाईं ओर की आय की तुलना,
-
3:51 - 3:52दाईं ओर में पेड़ों से ढकाव से।
-
3:52 - 3:55सबसे गहरे हरे रंग के
पड़ोस की औसत वार्षिक आय है -
3:55 - 3:58एक लाख अमेरिकी डॉलर प्रति व्यक्ति।
-
3:58 - 4:00और इसका 70% से अधिक
पेड़ों से ढका है। -
4:00 - 4:02नक्शे के नीचे की ओर
नीले अड़ोस-पड़ोस की -
4:02 - 4:05प्रति व्यक्ति आय केवल एक तिहाई है
-
4:05 - 4:09और 5% से भी कम पेड़ों से ढका है।
70% बनाम पाँच। -
4:09 - 4:12इस असमानता के वास्तविक परिणाम हैं।
-
4:12 - 4:14हरित स्थल अकसर सार्वजनिक स्थान होते हैं,
-
4:14 - 4:16और वह सामाजिक
और आर्थिक कल्याण के साथ -
4:16 - 4:18संबद्ध होने के लिए जाने जाते हैं।
-
4:18 - 4:21वह अपराध कम कर सकते हैं और
सामाजिक सामंजस्य बढ़ा भी सकते हैं। -
4:21 - 4:24पेड़ हानिकारक वायु प्रदूषण
छानकर शुद्ध करने में भी मदद करते हैं -
4:24 - 4:27और वाष्पीकरणीय शीतलन
और छाया प्रदान करते हैं -
4:27 - 4:29और उच्च तापमान में कुछ राहत पहुँचाते हैं।
-
4:29 - 4:31तो न केवल वह गरीब क्षेत्र
-
4:31 - 4:34हरित स्थल पर पहुँच ना होने से
प्रतिकूल परिस्थिति झेलते हैं, -
4:34 - 4:36बल्कि वह वायु प्रदूषण
और जलवायु परिवर्तन की -
4:36 - 4:37चपेट में भी ज़्यादा आते हैं ।
-
4:37 - 4:40हम विशेष रूप से
जाति के अनुसार शहरी गर्मी की -
4:40 - 4:42स्पष्ट असमानताओं की
समीक्षा कर सकते हैं। -
4:42 - 4:44हमारे नवीनतम शोध से पता चलता है कि
-
4:44 - 4:47अमेरिका के 97% प्रमुख शहरी क्षेत्रों में ,
-
4:47 - 4:50अश्वेत आबादी और भिन्न रंग वाले लोगों को,
शहरी गर्मी के -
4:50 - 4:53पूरे एक डिग्री सेल्सियस अधिक का
सामना करना पड़ता है -
4:53 - 4:54उनके गोरे समकक्षों की तुलना में।
-
4:54 - 4:58मेरे गृहनगर ग्रीनविल, साउथ कैरोलिना के
इस नक्शे पर एक नज़र डालें -
4:58 - 5:01जो अपने नाम के विपरीत
हर एक के लिए हरा नहीं है। -
5:01 - 5:04जिले के सबसे गर्म क्षेत्र
नक्शे पर लाल रंग में दिखाए हैं -
5:04 - 5:06जहाँ अश्वेत और ग़रीब आबादी का
-
5:06 - 5:08उच्चतम प्रतिशत है।
-
5:08 - 5:11और हम पूरे अमेरिका के सभी शहरों में
-
5:11 - 5:13समान प्रतिरूप देख रहे हैं।
-
5:13 - 5:14इन असमानताओं को दूर करने के लिए,
-
5:14 - 5:17शहर योजनाएं बनाना और
विकसित करना शुरू कर रहे हैं, -
5:17 - 5:20जो यह सुनिश्चित कर सकता है
कि जलवायु लाभ -
5:20 - 5:23सभी नागरिकों को
समान रूप से उपलब्ध हो। -
5:23 - 5:26उदाहरण के लिए
कोलंबिया की राजधानी, बोगोटा को लें, -
5:26 - 5:30जहाँ पूरे लैटिन अमेरिका में,
सबसे व्यापक साइकिल संजाल में से एक है -
5:30 - 5:32जो लोगों को नौकरियों,
-
5:32 - 5:36शिक्षा केन्द्रों,
और मनोरंजक अवसरों तक पहुँचता है। -
5:36 - 5:38एक नई साइकिल राजमार्ग परियोजना से
-
5:38 - 5:42लगभग 42,000 दैनिक साइकिल
यात्राएँ सम्भव हो सकती हैं, -
5:42 - 5:44और 270,000 टन
ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन से -
5:44 - 5:46संभावित रूप से बचाव हो सकता है।
-
5:46 - 5:48अफ़्रीका में, जहाँ कई शहर हैं
-
5:48 - 5:50जहाँ बिजली की सार्वभौमिक कमी है,
-
5:50 - 5:54कई ग्रिड लगभग 730 लाख घरों को
-
5:54 - 5:55स्वच्छ बिजली प्रदान कर रहे हैं।
-
5:55 - 5:57तो जैसा कि हम
इन उदाहरणों से देख सकते हैं -
5:57 - 6:00जलवायु परिवर्तन से निपटने की
शहरों को शुरुआत करनी होगी। -
6:00 - 6:03कई शहर जलवायु परिवर्तन पर
कुछ क्रांतिकारी काम करने भी लगे हैं -
6:03 - 6:05जिससे वह समाधान का
हिस्सा साबित हो रहे हैं -
6:05 - 6:06ना कि केवल समस्या का।
-
6:06 - 6:08और ऐसे अभिनव समाधान ला रहे हैं
जिनकी हमें आवश्यकता है -
6:08 - 6:11एक न्यायोचित और सतत भविष्य के लिए।
-
6:11 - 6:13धन्यवाद।
- Title:
- जलवायु परिवर्तन शहरों के कारण हो रहा है। आइए देखते हैं कि वह इसे ठीक कैसे कर सकते हैं।
- Speaker:
- एंजिल ह्सु
- Description:
-
शहर 70% वैश्विक कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन करते हैं -- जिसका मतलब है उन्हीं के पास CO2 के स्तर और ऊर्जा उपभोग को कम करने का सबसे बड़ा अवसर भी है। जलवायु और आँकड़े वैज्ञानिक एंजिल ह्सु बताती हैं, कि कैसे दुनिया भर में शहर, जलवायु परिवर्तन का जवाब, नए कम-कार्बन वाले जीने के तरीक़ों की खोज करके दे रहे हैं।
- Video Language:
- English
- Team:
closed TED
- Project:
- TEDTalks
- Duration:
- 06:15
![]() |
Adisha Aggarwal edited Hindi subtitles for Cities are driving climate change. Here's how they can fix it | |
![]() |
TED Translators admin edited Hindi subtitles for Cities are driving climate change. Here's how they can fix it | |
![]() |
Adisha Aggarwal approved Hindi subtitles for Cities are driving climate change. Here's how they can fix it | |
![]() |
Adisha Aggarwal accepted Hindi subtitles for Cities are driving climate change. Here's how they can fix it | |
![]() |
Adisha Aggarwal edited Hindi subtitles for Cities are driving climate change. Here's how they can fix it | |
![]() |
Adisha Aggarwal edited Hindi subtitles for Cities are driving climate change. Here's how they can fix it | |
![]() |
Adisha Aggarwal edited Hindi subtitles for Cities are driving climate change. Here's how they can fix it | |
![]() |
Adisha Aggarwal edited Hindi subtitles for Cities are driving climate change. Here's how they can fix it |