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अभी के लिये, सिर्फ हम तीन दूर्दर्शी,
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ईवान्का, जकोव और मै,
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हम तीनो के पास दस राज़ हैं ।
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मुझे पुजारी चुनने हैं
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जिन्हे मैं सभी राज़ बताउंगी|
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मैंने फादर पेटर लजुबिसिस को चुना।
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मुझे उन्हें दस दिन पहले यह बताना है कि,
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क्या होगा और यह सब कहाँ होगा।
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हम पूजा और व्रत में सात दिन तक साथ होंगे।
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वो सभी को तीन दिन पहले बतादेंगे।
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वो यह नहीं चुन सकते कि वो कहेंगे या नहीं।
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क्योंकि उन्होंने ही ये मिशन चुना था,
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और उन्हें ब्लेस्ड मैरी और भगवान् की इच्छा का पालन करना चाहिए।
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ब्लेस्ड मैरी हमेशा दोहराती हैं :
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"राज़ो के बारे में बात मत करो।
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प्रार्थना करो, क्योंकि जो मुझे माँ मानता है
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और जो भगवान् को पिता मानता है,
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उसे किसी बात का डर नहीं होता।
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उन्होंने कहा था, जिन्हे डर है
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वो वे लोग हैं जिन्हे विश्वास नहीं |
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इसलिए ही वे हर महीने की
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२ तारीख को वापिस आती हैं,
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नास्तिको क लिए प्रार्थना करने।
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वो चाहती हैं उनके सभी बच्चे सुरक्षित रहें
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वह चाहती है, जैसा उन्होंने एक
संदेश में कहा,
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"मैं आप सभी को देना चाहता हूं,
लेकिन आप सभी,
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फूलों के सबसे खूबसूरत गुलदस्ते की तरह,
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मेरे बेटे को।"
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इस के लिए
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वो हर महीने की दो तारिख को आती हैं |
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पर हम इंसान हमेशा अपने राज़ों के बारे में
बात करते रहते हैं।
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लेकिन अपने भविष्य के बारे में नहीं सोचते।
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नहीं सोचते कि आगे क्या होगा।
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वो इश्वर कि मर्ज़ी होगी।
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अपनी आत्मा के बारे में सोचो |
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सोचो, कल तुम्हे इश्वर के सामने
जाना पड़ सकता है |
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इसके बारे में सोचो:
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क्या तुम तैयार हो?
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या नहीं
इश्वर के सामने जाने के लिए ?