1 00:00:04,874 --> 00:00:07,407 अभी के लिये, सिर्फ हम तीन दूर्दर्शी, 2 00:00:07,407 --> 00:00:09,390 ईवान्का, जकोव और मै, 3 00:00:09,390 --> 00:00:11,155 हम तीनो के पास दस राज़ हैं । 4 00:00:11,155 --> 00:00:13,157 मुझे पुजारी चुनने हैं 5 00:00:13,157 --> 00:00:15,041 जिन्हे मैं सभी राज़ बताउंगी| 6 00:00:15,041 --> 00:00:17,073 मैंने फादर पेटर लजुबिसिस को चुना। 7 00:00:17,073 --> 00:00:19,373 मुझे उन्हें दस दिन पहले यह बताना है कि, 8 00:00:19,373 --> 00:00:21,806 क्या होगा और यह सब कहाँ होगा। 9 00:00:21,806 --> 00:00:27,306 हम पूजा और व्रत में सात दिन तक साथ होंगे। 10 00:00:27,306 --> 00:00:30,093 वो सभी को तीन दिन पहले बतादेंगे। 11 00:00:30,093 --> 00:00:32,941 वो यह नहीं चुन सकते कि वो कहेंगे या नहीं। 12 00:00:32,941 --> 00:00:34,823 क्योंकि उन्होंने ही ये मिशन चुना था, 13 00:00:34,823 --> 00:00:38,773 और उन्हें ब्लेस्ड मैरी और भगवान् की इच्छा का पालन करना चाहिए। 14 00:00:38,773 --> 00:00:42,073 ब्लेस्ड मैरी हमेशा दोहराती हैं : 15 00:00:42,073 --> 00:00:43,842 "राज़ो के बारे में बात मत करो। 16 00:00:43,842 --> 00:00:46,273 प्रार्थना करो, क्योंकि जो मुझे माँ मानता है 17 00:00:46,273 --> 00:00:48,340 और जो भगवान् को पिता मानता है, 18 00:00:48,340 --> 00:00:50,269 उसे किसी बात का डर नहीं होता। 19 00:00:50,269 --> 00:00:52,355 उन्होंने कहा था, जिन्हे डर है 20 00:00:52,355 --> 00:00:54,276 वो वे लोग हैं जिन्हे विश्वास नहीं | 21 00:00:54,276 --> 00:00:55,873 इसलिए ही वे हर महीने की 22 00:00:55,873 --> 00:00:57,772 २ तारीख को वापिस आती हैं, 23 00:00:57,772 --> 00:00:59,772 नास्तिको क लिए प्रार्थना करने। 24 00:00:59,772 --> 00:01:03,253 वो चाहती हैं उनके सभी बच्चे सुरक्षित रहें 25 00:01:03,253 --> 00:01:06,407 वह चाहती है, जैसा उन्होंने एक संदेश में कहा, 26 00:01:06,407 --> 00:01:09,139 "मैं आप सभी को देना चाहता हूं, लेकिन आप सभी, 27 00:01:09,139 --> 00:01:11,609 फूलों के सबसे खूबसूरत गुलदस्ते की तरह, 28 00:01:11,609 --> 00:01:13,026 मेरे बेटे को।" 29 00:01:13,026 --> 00:01:14,498 इस के लिए 30 00:01:14,498 --> 00:01:16,824 वो हर महीने की दो तारिख को आती हैं | 31 00:01:16,824 --> 00:01:19,761 पर हम इंसान हमेशा अपने राज़ों के बारे में बात करते रहते हैं। 32 00:01:19,761 --> 00:01:21,794 लेकिन अपने भविष्य के बारे में नहीं सोचते। 33 00:01:21,794 --> 00:01:23,708 नहीं सोचते कि आगे क्या होगा। 34 00:01:23,708 --> 00:01:25,208 वो इश्वर कि मर्ज़ी होगी। 35 00:01:25,208 --> 00:01:26,819 अपनी आत्मा के बारे में सोचो | 36 00:01:26,819 --> 00:01:30,210 सोचो, कल तुम्हे इश्वर के सामने जाना पड़ सकता है | 37 00:01:30,210 --> 00:01:31,840 इसके बारे में सोचो: 38 00:01:31,840 --> 00:01:33,041 क्या तुम तैयार हो? 39 00:01:33,041 --> 00:01:37,274 या नहीं इश्वर के सामने जाने के लिए ?