अभी के लिये, सिर्फ हम तीन दूर्दर्शी, ईवान्का, जकोव और मै, हम तीनो के पास दस राज़ हैं । मुझे पुजारी चुनने हैं जिन्हे मैं सभी राज़ बताउंगी| मैंने फादर पेटर लजुबिसिस को चुना। मुझे उन्हें दस दिन पहले यह बताना है कि, क्या होगा और यह सब कहाँ होगा। हम पूजा और व्रत में सात दिन तक साथ होंगे। वो सभी को तीन दिन पहले बतादेंगे। वो यह नहीं चुन सकते कि वो कहेंगे या नहीं। क्योंकि उन्होंने ही ये मिशन चुना था, और उन्हें ब्लेस्ड मैरी और भगवान् की इच्छा का पालन करना चाहिए। ब्लेस्ड मैरी हमेशा दोहराती हैं : "राज़ो के बारे में बात मत करो। प्रार्थना करो, क्योंकि जो मुझे माँ मानता है और जो भगवान् को पिता मानता है, उसे किसी बात का डर नहीं होता। उन्होंने कहा था, जिन्हे डर है वो वे लोग हैं जिन्हे विश्वास नहीं | इसलिए ही वे हर महीने की २ तारीख को वापिस आती हैं, नास्तिको क लिए प्रार्थना करने। वो चाहती हैं उनके सभी बच्चे सुरक्षित रहें वह चाहती है, जैसा उन्होंने एक संदेश में कहा, "मैं आप सभी को देना चाहता हूं, लेकिन आप सभी, फूलों के सबसे खूबसूरत गुलदस्ते की तरह, मेरे बेटे को।" इस के लिए वो हर महीने की दो तारिख को आती हैं | पर हम इंसान हमेशा अपने राज़ों के बारे में बात करते रहते हैं। लेकिन अपने भविष्य के बारे में नहीं सोचते। नहीं सोचते कि आगे क्या होगा। वो इश्वर कि मर्ज़ी होगी। अपनी आत्मा के बारे में सोचो | सोचो, कल तुम्हे इश्वर के सामने जाना पड़ सकता है | इसके बारे में सोचो: क्या तुम तैयार हो? या नहीं इश्वर के सामने जाने के लिए ?