बिग डाटा, छोटे खेत और दो टमाटरों की कहानी
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0:01 - 0:05डेटा और एनालिटिक्स नाटकीय रूप से हमारी
रोजमर्रा की जिंदगी बदल रही है। -
0:06 - 0:07सिर्फ ऑनलाइन नहीं,
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0:07 - 0:09न ही कहीं दूर भविष्य में,
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0:09 - 0:10बल्कि इसी दुनिया में,
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0:10 - 0:13और बहुत ही वास्तविक और ठोस तरीकों से।
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0:14 - 0:17मैं 11 साल MIT में
एक विज्ञान उत्साही के रूप में रही हूँ -
0:17 - 0:19वहां की डाटा प्रयोगशाला में
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0:19 - 0:22यहाँ वैज्ञानिक तरीके से
दुनिया पे शोध होता है -
0:22 - 0:24और समाज की बड़ी समस्यांओ
को सुलझाने का प्रयास करते हैं। -
0:27 - 0:31बिग-डाटा का क्षेत्र डाटा [जानकारी] के
विशाल ढेर का विश्लेषण करता है -
0:31 - 0:35सांगणिक साधन से उसकी
रचना और रुझान ढूँढ़ते हैं। -
0:36 - 0:39डाटा एक बहुत ही
असाधारण कहानीकार हो सकता है, -
0:39 - 0:42ये रोज़मर्रा की जिंदगी में
छिपी हुई कहानियाँ खोजता है। -
0:42 - 0:43जो हमने कभी नहीं देखी हो
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0:43 - 0:47मुझे बेजान चीजों को
जीवित करने वाली कहानियाँ, -
0:47 - 0:49बहुत ही सम्मोहित करती हैं ।
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0:50 - 0:53मैं पहले प्रकाश डालना चाहूंगी
मेरे MIT के समय के दो कार्यों पर -
0:53 - 0:55जो इस बात पे
काफी अच्छे से प्रकाश डालते हैं। -
0:56 - 0:58पहले का नाम है "ट्रैश ट्रैक"
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0:58 - 1:02और इसमे हमारा प्रयास था कि
कचरा प्रबंधन प्रणाली को बेहतर समझें। -
1:02 - 1:04जैसे की
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1:04 - 1:06"जब आप कूड़ा फेंकते है,
उसके बाद वो कहाँ जाता है?" -
1:06 - 1:09वो कॉफ़ी का कुल्लड़
या फिर आपका मोबाइल फ़ोन, -
1:09 - 1:11जिसको २००० के दशक में
लेकर घूमते थे -
1:11 - 1:15या फिर ब्रेड या
आज सुबह का अखबार -- -
1:15 - 1:16ये सब चीजें कहाँ जाती हैं?
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1:17 - 1:20ये जानकारी उपलब्ध नहीं थी,
हमें शुरू से बनानी पड़ी। -
1:20 - 1:23हमने इसका जवाब ढूंढा
और फिर इस सवाल को रेखांकित किया -
1:23 - 1:27कचरे के टुकड़ों में
छोटे यंत्र [सेंसर] लगा कर -
1:27 - 1:29और फिर उन्हें फेंक दिया
कचरे के साथ। -
1:30 - 1:32और जो आप देख रहे हैं
ये है उसका दृश्य। [पहला दिन] -
1:33 - 1:36हर रेखा, हर बिंदु जो आप देख रहे हैं
[२ दिन से ५ दिन बाद तक] -
1:36 - 1:39वो कचरे का एक टुकड़ा है
सीएटल शहर से गुजरता हुआ, [६ से ७ दिन बाद] -
1:39 - 1:42और फिर राज्य भर में,
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1:42 - 1:43और फिर देश भर में,
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1:43 - 1:45जैसे जैसे सप्ताह और महीने गुजरे।
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1:46 - 1:48और इस जानकारी को रेखांकित करना जरुरी है,
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1:48 - 1:50क्यूंकि आप में से कोई
शायद ही, यहाँ बैठ कर सोच रहा है -
1:50 - 1:52"हाँ, ये सही दिख रहा है।"
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1:52 - 1:54( दर्शक हँसते हैं)
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1:54 - 1:55ये वैसा ही है,
जैसे होना चाहिए, क्यूँ ? -
1:55 - 1:57क्यूंकी, नहहहीं --
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1:57 - 1:58( दर्शक हँसते हैं)
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1:59 - 2:03ये जानकारी हमको एक
अप्रभावी प्रणाली दिखा रही है -
2:03 - 2:06जिसकी अंदरूनी कमियाँ
मुझे नही लगता, हम वास्तव में देख पाते -
2:07 - 2:09अगर सेंसर्स ने हमारे लिए
ये पत्रकारिता ना की होती। -
2:11 - 2:13दुसरा कार्य जिस पर
मैं प्रकाश डालना चाहूंगी -
2:13 - 2:18वो, रोबोट्स के बारे में है
जो कचरे की नाली में गोते लगते हैं -
2:18 - 2:20और गंदे पानी के नमूने लाते हैं।
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2:20 - 2:23मुझे पता है नाली गंदी है,
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2:23 - 2:25लेकिन ये वास्तव में जबरदस्त है,
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2:25 - 2:27क्यूंकी ये हमे
बहुत कुछ बता सकती है -
2:27 - 2:29हमारे समुदाओं के स्वास्थ्य के बारे में।
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2:29 - 2:32इस तकनीक को बनाया है
एक समूह - बायोगॉट एनालिटिक्स ने। -
2:32 - 2:35जो एक अत्याधुनिक
तकनीक का निर्माण कर रहे हैं -
2:35 - 2:39और नालियों को आधुनिक समय कि
स्वास्थ्य कि चौकी बना रहे हैं। -
2:39 - 2:42उनका उद्देश्य है नाली में
अफीमसम [Opioids] का अध्यन करना -
2:42 - 2:45शहरों में खपत को
बेहतर समझने के लिए। -
2:45 - 2:47और ये जानकारी एक कुंजी है,
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2:47 - 2:50क्यूंकि ये कौन कहाँ इस्तेमाल कर रहा है
को समझने में मदद करता है, -
2:50 - 2:52संसाधनों को कैसे बांटे
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2:52 - 2:55और समय के साथ योजनाओं
कि प्रभावशीलता। -
2:56 - 2:58एक बार फिर, जो तकनीक
इस मशीन में बनाई गयी है -
2:58 - 3:00वो पर्दा उठा कर
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3:00 - 3:04और हमारे शहरों के बारे में वो दिखा रही है
जो हम इसके बिना कभी नही देख पाते। -
3:04 - 3:07तो जैसा कि हमने देखा
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3:07 - 3:09कि, बिग डाटा हर जगह है --
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3:09 - 3:11हमारे शौचालय में भी।
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3:11 - 3:15और अब जब हम कचरे और
गंदे नाले की बात कर चुके हैं , -
3:15 - 3:16तो आगे बढ़ते हैं ...
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3:16 - 3:18खाने की ओर।
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3:18 - 3:19(दर्शक हँसते हैं)
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3:19 - 3:22एक साल पहले मैंने खाने के जूनून
के पीछे जाने के लिए MIT छोड़ दिया, -
3:22 - 3:24और सन २०१७ में,
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3:24 - 3:27अपने पति के साथ फॅमिली डिनर नाम की
एक कंपनी शुरू की। -
3:27 - 3:31हमारी कंपनी का लक्ष्य है
स्थानीय खाने के इर्द गिर्द समाज बनाना -
3:31 - 3:33और वो लोग जो इसको उगाते हैं।
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3:33 - 3:35और इस सब के लिए हम
उपयोग कर रहे हैं डाटा विश्लेषण, -
3:35 - 3:38स्वचालन और प्रौद्योगिकी
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3:38 - 3:40स्थानीय खेतों का एक वित्रिक संघ
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3:40 - 3:43और खाद्य प्रणाली में सुधार करने के लिए
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3:43 - 3:45तो यहाँ दिख रहा है
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3:45 - 3:48हमारी तकनीकों का मोटा मोटा खांचा
और जो हम करने की कोशिश कर रहे हैं वह -
3:49 - 3:51MIT में किये गए काम से
अलग नही हैं । -
3:52 - 3:55और यह हमे एक अहम् सवाल पे लाता है:
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3:55 - 3:59आखिर कोई कैसे दुनिया की
सबसे अच्छी प्रयोगशालाओं मे से एक में -
3:59 - 4:03एक अच्छी खासी नौकरी को छोड़ कर
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4:03 - 4:06अपनी माँ की एक्यूरा कार में
गाजर लेकर घूम सकता है -
4:06 - 4:08(जोर की हँसी)
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4:08 - 4:09हाँ, कार जबरदस्त है।
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4:10 - 4:13मेरा मानना है कि
स्थानीय खाने कि कहानी को -
4:13 - 4:17समझने, सुनाने और प्रचार की जरुरत है,
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4:17 - 4:18और बहुत तरह से,
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4:18 - 4:22हमारे जैसे तकनिकी लोग
ख़ास तौर से इसको करने में सक्षम हैं -
4:22 - 4:24तो किस जगह से शुरू करना है?
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4:24 - 4:25क्या है हमारा शुरुआती केंद्र?
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4:26 - 4:30वर्तमान राष्ट्रीय खाद्य प्रणाली
केवल एक ही चीज के लिए अनुकूल है, -
4:30 - 4:33और वो है व्यावसायिक लाभ, हैं ना ?
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4:33 - 4:34और ज़रा सोचिये।
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4:34 - 4:37खाद्य कंपनियों के होने का
सबसे महत्वपूर्ण कारण -
4:37 - 4:39न तो भूखों को खाना खिलाना है,
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4:39 - 4:41और ना ही खाने को स्वादिष्ट बनाना है।
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4:42 - 4:43वो बस मुनाफा चाहते हैं।
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4:44 - 4:47और इसका हमारी भोजन प्रणाली पे
हानिकारक प्रभाव पड़ता है। -
4:48 - 4:51हमारे खाने में डाले जा रहे
जीवाणुनाशक और कीटनाशक -
4:51 - 4:53सेहत के लिए हानिकारक हैं
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4:53 - 4:56बढ़ती कीमतों का दबाव
छोटे किसानों के काम को ख़तम कर रहा है। -
4:56 - 4:59असल में बहुत सी बातें जो
आप खेतों के बारे में सोचते हैं -
4:59 - 5:00अब मौजूद नही हैं।
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5:00 - 5:03खेत, खेत नही
कारखाने लगते हैं। -
5:03 - 5:04और अंत में,
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5:04 - 5:07हमारे खाने की गुणवत्ता पे भी असर पड़ता है
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5:08 - 5:12कारखाने वाले खेत का टमाटर
एक अन्य टमाटर कि तरह दिख सकता है: -
5:12 - 5:14बहार से चमकता लाल ...
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5:14 - 5:15पर जब आप उसमे दांत गड़ाते हैं,
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5:15 - 5:18उसका स्वाद और बनावट
आपको कुछ कमी का एहसास देता है -
5:19 - 5:22और हम जानते हैं कि शायद
इस सब में सबसे बड़ी त्रासदी है -
5:22 - 5:26कि ३० से ४० % खाना ख़राब हो जाता है ...
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5:27 - 5:28फ़ेंक दिया जाता है।
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5:28 - 5:31१६० करोड़ टन खाना ।
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5:31 - 5:33मैं तो इस संख्या को
दिमाग में ला भी नही पा रही हूँ। -
5:33 - 5:36१६० करोड़ !
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5:36 - 5:39यानी १२० खरब अमरीकी डॉलर साल में
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5:39 - 5:41खाने कि बरबादी
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5:42 - 5:44ये है मर्जी अनुसार खाना खाने की कीमत
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5:44 - 5:45और सुविधा
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5:45 - 5:47और टूटी हुई खाद्य प्रणाली।
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5:47 - 5:49अब ये बरबादी कहाँ हो रही है ?
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5:49 - 5:51ये सब कुछ कहाँ से आ रहा है ?
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5:51 - 5:53हम जानते हैं कि ये खेत में होता है
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5:53 - 5:55जब आप वो सुन्दर दिखने वाले
आलू नहीं लेते हैं। -
5:55 - 5:58हम जानते हैं कि ये होता है परिवहन के समय,
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5:58 - 5:59गोदामों में,
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5:59 - 6:01किराना कि दुकान में।
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6:01 - 6:03और अंत में हमारी रसोई में,
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6:03 - 6:08जब हमें लगता है कि वो धब्बेदार भूरा केला
अब स्वादिष्ट नही रहा । -
6:08 - 6:10वो सब बरबादी, वो कड़ी मेहनत।
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6:11 - 6:12भोजन बोया जाता है,
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6:12 - 6:15उगता है, कटता है, ढोया जाता है,
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6:15 - 6:17और फिर फ़ेंक दिया जाता है।
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6:19 - 6:21हम सोचते हैं कि इसका
बेहतर तरीका हो सकता है । -
6:22 - 6:24तो हम कैसे इसको सुधार सकते हैं ?
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6:24 - 6:26हम कैसे एक बेहतर प्रणाली बनायें ?
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6:27 - 6:28ऐसा करने के लिए,
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6:28 - 6:30हम जानते हैं कि हमे
खाद्य आपूर्ति श्रंखला में से -
6:30 - 6:32खाने कि बरबादी को ख़त्म करना होगा।
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6:33 - 6:35हमे जानकारी
किसानों के हाथों में पहुँचानी होगी, -
6:35 - 6:37जिससे कि वो बेहतर पूर्वानुमान लगा सकें।
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6:37 - 6:40जिससे कि वो
बड़े लोगों से प्रतिस्पर्धा कर सकें -
6:40 - 6:41और अंत में,
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6:41 - 6:43हमें महत्व देना होगा
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6:43 - 6:46गुणवत्ता और स्वाद को बाकी सब के ऊपर
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6:46 - 6:49जिससे की लोग अपनी थाली में
खाने के स्वाद को महत्व दें। -
6:50 - 6:53हमें लगता है कि ये प्रणाली बेहतर है।
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6:53 - 6:55ये ही बेहतर तरीका है।
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6:55 - 6:58और इस बेहतर रास्ते की राह
डाटा [जानकारी] के जरिए है। -
6:59 - 7:03और इस पर प्रकाश डालने के लिए
मैं दो टमाटरों की कहानी सुनाना चाहती हूँ । -
7:04 - 7:06हम उनके बारे में एक-एक करके बात करेंगे।
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7:06 - 7:09टमाटर अपने आप में एक सुन्दर तस्वीर है
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7:09 - 7:13ये आपको अपने जीवन चक्र कि
हर बात कि जानकारी देता है: -
7:13 - 7:15उसे कहाँ उगाया गया,
उसपे क्या डाला गया, -
7:15 - 7:17उसकी पोषणता,
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7:17 - 7:18आपकी थाली में पहुंचने तक की दूरी,
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7:18 - 7:21रास्ते में कार्बन डाइऑक्साइड [CO2]
का रिसाव। -
7:21 - 7:22ये सारी कि सारी जानकारी,
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7:22 - 7:25वो सारे अध्याय
एक छोटे से फल में। -
7:25 - 7:26ये बहुत ही रोमांचक है।
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7:27 - 7:29ये था टमाटर नंबर १
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7:29 - 7:33ये वो महाशय हैं जो आपको
छोटी दुकानों और सुपर माक्रेट में मिलेंगे -
7:33 - 7:35और दुनिया भर की फ़ास्ट फ़ूड दुकानों में।
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7:35 - 7:38इसके पीछे की कहानी
बहुत ही लम्बी और जटिल है। -
7:39 - 7:43इस पर दर्जनों कीटनाशक इस्तेमाल हुए हैं
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7:43 - 7:48और आप तक पहुंचने के लिए, ये
कम से कम १,६०० मील चला है। -
7:48 - 7:50और ये यहाँ पे हरे रंग के हैं,
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7:50 - 7:54क्योंकि ये टमाटर तब चुने गए
जब वह हरे और चट्टान से सख्त थे , -
7:54 - 7:56फिर इन पर रास्ते भर छिड़काव किया गया
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7:56 - 7:58जिससे कि जब ये अपनी मंजिल पे पहुंचें,
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7:58 - 8:01ये चिकने और चमकदार
और लाल और पके हुये दिखें। -
8:02 - 8:04सारी मेहनत,
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8:04 - 8:08कृषि जगत के सब
नए आविष्कार और तकनीकों का प्रयोग -
8:08 - 8:12एक स्वादहीन चीज बनाने पे केंद्रित हैं ।
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8:12 - 8:15और अब करते हैं
कहानी के दूसरे टमाटर की बात -
8:15 - 8:17ये इसका स्थानीय रूप है।
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8:17 - 8:19कहानी भी बहुत छोटी सी है।
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8:20 - 8:24इन महाशय को लुका माहोने और उनके परिवार ने
ब्रूकफोर्ड फार्म में -
8:24 - 8:26कैंटरबरी, न्यू हैम्पशायर में उगाया था।
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8:26 - 8:28इसके पीछे की कहानी बहुत ही उबाऊ है।
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8:29 - 8:30इसे बोया गया
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8:30 - 8:32ये धूप में बैठा रहा
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8:32 - 8:33और फिर इसे तोड़ लिया गया ।
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8:33 - 8:34(दर्शक जोर से हँसते हैं)
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8:34 - 8:36बस इतना ही ।
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8:36 - 8:37जैसे कि आप नहीं चाहेंगे --
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8:37 - 8:39जी हाँ , इस कहानी में और कुछ नहीं है।
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8:39 - 8:43और आपकी थाली तक पहुंचने के लिए
ये कुल ७० मील चला होगा । -
8:43 - 8:44पर ये अंतर बहुत ही नाटकीय है।
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8:45 - 8:48मैं चाहती हूँ कि आप याद करें वो समय
जब आपने ताजे टमाटर खाये थे । -
8:48 - 8:50मुझे पता है अभी सभी ने गर्म कपड़े पहने हैं,
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8:50 - 8:51पर सोचिए इस बारे में।
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8:51 - 8:54आख़री बार जब आपने बग़ीचे का टमाटर खाया था ।
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8:54 - 8:55सूरज कि गर्मी के साथ,
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8:55 - 8:57बहुत ज्यादा लाल,
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8:57 - 8:58उसमें शायद मिट्टी कि गंध भी होगी ।
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8:58 - 9:02इसमें एक यादगार और जादुई अनुभव छुपा है।
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9:02 - 9:05वह स्वाद और महक बेमिसाल हैं।
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9:06 - 9:09और इसको पाने के लिये
बहुत दूर जाने की जरुरत भी नहीं है। -
9:11 - 9:13ये कहानी
खाद्य श्रृंखला में आगे तक जाती है, -
9:13 - 9:16हमारी थाली के
फल और सब्जियों से लेकर -
9:16 - 9:19पशु और पशु उत्पादों तक, जो हम खाते हैं।
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9:20 - 9:21उनको पालने में क्या लगता है,
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9:21 - 9:25और उससे भी जरूरी
उनके पालन में क्या नहीं लगता है। -
9:25 - 9:27वो अति आवश्यक है।
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9:28 - 9:30ल्यूक और उनके परिवार के पास ६० गायें हैं।
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9:31 - 9:32वे इस्तेमाल करते हैं पारंपरिक तरीके
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9:32 - 9:34पुराना तरीका:
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9:34 - 9:35चरागाह में पालन,
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9:35 - 9:38न कोई हार्मोन, न ही जीवाणुनाशक,
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9:38 - 9:39हर दिन बस घास।
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9:40 - 9:44और यहाँ जो वो कर रहे हैं
वो गाय को गाय समझते हैं -
9:44 - 9:46न की विज्ञान का एक प्रयोग
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9:46 - 9:49वो जानवरों को ठीक वैसे पालते हैं
जैसे की उसके दादा -
9:49 - 9:51और उनके परदादा ने किया होगा
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9:51 - 9:53और अंत में, ये ही बेहतर है।
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9:53 - 9:54बेहतर, जानवरों के लिए;
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9:54 - 9:56पर्यावरण के लिए ।
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9:56 - 9:58ल्यूक ये सब
फायदे या कीमत के लिए नहीं , -
9:58 - 10:00बल्कि स्वाद के लिए
और मानवता के लिए करता है ! -
10:01 - 10:05और आप सोच रहे हैं कि,
" इसका हल तो पहले से है। -
10:05 - 10:06किसान बज़ार या हाट।"
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10:06 - 10:08जहाँ आप में से
काफी लोग जाते हो। -
10:08 - 10:10और जहाँ
मुझे बहुत मजा आता है। -
10:10 - 10:14वो बहुत ही शानदार, पर,
काफी बातों में, सर्वोत्तम इलाज नही है। -
10:14 - 10:17हमारे लिए एक ग्राहक के तौर पे,
ये बढ़िया है, हैं ना? -
10:17 - 10:18आप जाते हो,
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10:18 - 10:20वहाँ खाने कि एक सुन्दर सेज बिछी है
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10:20 - 10:23आपके अंदर स्थानीय खेती की
सहायता करने के लिए ख़ुशी और जोश है -
10:23 - 10:28और आपको कुछ नया और कुछ अलग
इस्तेमाल करने का अनुभव मिलता है । -
10:28 - 10:30और जरूर ही, एक महाशय
बांसुरी बजा रहे हैं -
10:30 - 10:31वहीं कहीं पृष्ठभूमि में।
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10:31 - 10:33(दर्शक हँसते है)
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10:34 - 10:37पर किसानों के लिए
इसमे बहुत से खतरे हैं, हैं ना ? -
10:37 - 10:38आप सुबह चार बजे उठो।
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10:38 - 10:40गाड़ी में सामान लादो, कुछ मज़दूर साथ में लो,
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10:40 - 10:42आप दूकान पे पहुंचते हो,
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10:42 - 10:44पर आपको ये पक्का नही है
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10:44 - 10:46कि आज आप
सारा माल बेच पाओगे -
10:46 - 10:48"न्यू इंगलैंड" में, इसके बहुत कारण हैं।
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10:48 - 10:50जैसे कि, मौसम,
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10:50 - 10:53जो, यहाँ थोड़ा सा अप्रत्याशित है।
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10:54 - 10:56मौसम अनेकों में से एक कारण है
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10:56 - 11:00जो सुनिश्चित करता है कि बज़ार जाना
किसान के लिए फायदेमंद रहा या नही -
11:01 - 11:03हर बार, उन्हे पासा फेंकना है।
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11:04 - 11:06और एक विकल्प है।
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11:06 - 11:08यहाँ हम बात कर रहे हैं सी. ऐस. ऐ. की:
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11:08 - 11:10हिंदी में - समाज-सहायतित खेती
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11:10 - 11:12इसमें, ग्राहक पहले से ही भुगतान करते हैं,
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11:13 - 11:15खेत के वित्तीय जोखिम को उठाने के लिए।
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11:15 - 11:16किसान जो उगा सकते हैं, वो उगाते हैं
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11:16 - 11:19और ग्राहक उसका लुत्फ़ उठाते हैं।
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11:19 - 11:21इसमें भी दो मुद्दे हैं।
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11:21 - 11:22ये किसानों के लिए अच्छा है
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11:22 - 11:25क्यूंकी वो निश्चित तौर पे
वही बेचेंगे जो खरीदा जायेगा, -
11:25 - 11:26लेकिन हमारे लिए,
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11:26 - 11:28हमें अभी भी जा कर
अपना हिस्सा लाना होगा, -
11:28 - 11:31और हम ये भी पता है, किसान
हर चीज नहीं उगा सकते हैं, -
11:32 - 11:35तो कभी कभी, एक चीज़
बहुत ज्यादा मात्रा में उग जाती है -
11:36 - 11:38शायद आप में से किसी के साथ
ऐसा हुआ भी हो -
11:38 - 11:42क्या करेंगे आप १२ किलो शलजम का
बीच सर्दी के मौसम में ? -
11:42 - 11:44मुझे तो अभी भी नहीं पता ।
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11:45 - 11:47तो सवाल पे वापिस आते हैं।
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11:47 - 11:49हम इसे कैसे ठीक करें?
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11:49 - 11:51हमारी जो करने की और
जो बनाने की उम्मीद है -
11:51 - 11:54वो सी. एस. ऐ. का बस एक बेहतर तरीका है
-
11:54 - 11:59इसके पीछे ३ बुनियादी इनोवेशन हैं,
जो इसको एक सुर में बांधते हैं। -
11:59 - 12:01पहला है
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12:01 - 12:04सदस्यता पे आधारित
एक ई-कॉमर्स मंच, -
12:04 - 12:06जिसकी मदद से हम
किसानों के लिए अबाधित मांग बना सकते हैं, -
12:06 - 12:08साल भर के लिए।
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12:08 - 12:10सदस्य्ता होना इसमें मूल कुंजी है
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12:10 - 12:12हर हफ्ते आर्डर पूरे किये जाएंगे
-
12:12 - 12:14ग्राहक सूची में रहते हैं,
वह कभी भी निकल सकते हैं -
12:14 - 12:17इस तरह हमको हर हफ्ते मोटा मोटा
बराबर ही आर्डर मिलेंगे। -
12:18 - 12:22दूसरा, इसका मतलब है
अगर किसान ऑनलाइन बेच सकते हैं, -
12:22 - 12:25वो अपने खेत के अंतर्गत आने वाले
स्थानीय क्षेत्र तक ही सिमित नही हैं -
12:25 - 12:28या बाजारों की संख्या
जहाँ वो बिक्री कर सकते हैं। -
12:28 - 12:30हमने इस बाधा के दरवाजों
को तोड़ दिया है। -
12:31 - 12:33दूसरा: मांग का पूर्वानुमान
-
12:33 - 12:36हम डाटा विज्ञान से
भविष्य में देख रहे हैं -
12:36 - 12:37और मांग का पूर्वानुमान करते है।
-
12:37 - 12:41इसकी मदद से किसान को पता है
की निकट भविष्य में कितनी कटाई करनी है। -
12:41 - 12:43और ये भी की आगे क्या बोना है।
-
12:44 - 12:46अगर सोमवार को २०० आर्डर जाने हैं,
-
12:46 - 12:48तो हम उतनी ही खरीदारी करते हैं।
-
12:49 - 12:50200 ब्रोकोली,
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12:50 - 12:52२०० सल्मोन मछली,
वगहरा वगहरा। -
12:53 - 12:56आर्डर देने की इस स्वचालित प्रक्रिया
का मतलब है कि, -
12:56 - 12:59अब खाना नष्ट नही होगा
-
12:59 - 13:01जो हम सभी के लिए चिंता की बात है,
-
13:01 - 13:05क्यूंकि हम निश्चित कर रहे हैं की
आपूर्ति और मांग में मेल है। -
13:06 - 13:08और ये हमे किसानो के साथ
भविष्य देखने और ... -
13:08 - 13:10फसल योजना बनाने
में भी मदद करता है। -
13:10 - 13:12तो अगर हम उनसे ये कह पाए
की इस साल जून के महीने में, -
13:12 - 13:14" मुझे, हर हफ्ते ४०० पौंड एस्परैगस और
-
13:15 - 13:17५०० पौंड जामुन की जरुरत है,"
-
13:17 - 13:19वो उसी हिसाब से बुआई कर सकते हैं।
-
13:19 - 13:21इस भरोसे के साथ की
जो उन्होने उगाया है -
13:21 - 13:23वो सभी कुछ वो बेच पाएंगे।
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13:23 - 13:25और अंत में, हम
मार्ग-अनुकूलन सॉफ्टवेयर का उपयोग करते हैं -
13:25 - 13:28जो बिक्री कार्यकर्ता को
अनुकूल मार्ग बताने में मदद करता है -
13:28 - 13:32हम कार्यकर्ताओं का एक दल लाते हैं,
जो आखरी मील तक पहुंचने में मदद करते हैं, -
13:32 - 13:34और इन सभी चीजों को
सीधे आपके दरवाजे पे लाते हैं। -
13:34 - 13:36डाटा विज्ञान के बिना
-
13:36 - 13:38और एक अत्याधिक-सक्षम,अद्भुत टीम के बिना,
-
13:38 - 13:40इनमें से कुछ भी संभव नहीं था
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13:41 - 13:43आपने शायद देखा होगा
-
13:43 - 13:46कि हमारे एक प्रकार के उग्र,
भावुक मूल विश्वास हैं। -
13:46 - 13:48जी हाँ, हमारा प्रयास
एक स्थायी वयवसाय बनाने का है, -
13:49 - 13:51पर हमारी नज़र सिर्फ
मुनाफे पे ही नहीं टिकी है, -
13:51 - 13:54हमारा ध्यान भोजन की एक
बेहतर समग्र प्रणाली बनाने पे है। -
13:54 - 13:56हमारे लिए सबसे कीमती है
-
13:56 - 13:57इंसान।
-
13:57 - 14:00हम भोजन के इर्द गिर्द,
समुदाय बनाना चाहते हैं -
14:00 - 14:02जिन लोगों को इससे प्यार है
और जो लोग इसको उगते हैं। -
14:02 - 14:05हमने इस कंपनी को
छोटे खेतों के सहयोग के लिये बनाया है। -
14:06 - 14:07हानि रहित।
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14:07 - 14:10सभी को खाना खराब करना पसंद नही है
ये गलत है - -
14:10 - 14:11अब चाहे वो अजीब सा केला हो
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14:11 - 14:14जो आपकी खाने की मेज पर
काफी दिनों से रखा है। -
14:14 - 14:16और अंत में स्वाद।
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14:16 - 14:18अगर स्वाद अच्छा नही है,
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14:18 - 14:21जैसे की गर्मियों वाले उत्तम टमाटर,
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14:21 - 14:22फिर क्यों करें चिंता।
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14:23 - 14:25तो हमने क्या किया
इन स्थानीय खेतो के साथ काम किया -
14:25 - 14:27इनकी चीज़ों को लेकर
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14:27 - 14:29सीधे आपके दरवाजों पर पहुंचने के लिए,
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14:29 - 14:31जिससे हम आपको सीधा उनके साथ जोड़ सकें
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14:31 - 14:34और एक अधिक समग्र प्रणाली बना सकें।
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14:34 - 14:36ये ही हमारा भविष्य का दृष्टिकोण है।
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14:36 - 14:40इस प्रणाली का विस्तार
बोस्टन से बहार भी हो, न्यू इंग्लैंड से आगे -
14:40 - 14:42और देश भर में।
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14:42 - 14:46एक राष्ट्रव्यापी स्थानीय खेतों का
वितरित नेटवर्क बनाने के लिए -
14:46 - 14:48और इन सभी किसानों को जोड़ने के लिए
-
14:48 - 14:50आप जैसे लोगों के साथ
जो उनके भोजन को पसंद करेंगे। -
14:52 - 14:53और अंत में, हम मानते हैं
-
14:53 - 14:58स्थानीय भोजन खाने पर जोर देना
वास्तव में एक क्रांतिकारी कार्य है। -
14:58 - 15:00और आप इससे जुड़ने के लिए आमंत्रित हैं।
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15:00 - 15:02और क्या पता?
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15:02 - 15:05शायद कुछ दोस्त बन जाएँ,
यूँ ही रहा चलते चलते। -
15:06 - 15:07बहुत बहुत धन्यवाद।
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15:07 - 15:08(तालियां)
- Title:
- बिग डाटा, छोटे खेत और दो टमाटरों की कहानी
- Speaker:
- एरिन बाउमगार्टनर
- Description:
-
उद्यमी एरिन बुमगार्टनर का कहना है कि बिग डाटा से बेहतर भोजन का मार्ग प्रशस्त है। फार्म-टू-टेबल व्यवसाय चलाने के अपने अनुभव से आकर्षित होकर, उन्होने एक स्वस्थ, शून्य-अपशिष्ट खाद्य प्रणाली बनाने में मदद करने की योजना की रूपरेखा तैयार की है, जो कारखाने-खेती की उपज पर छोटे, स्थानीय खेत की कटाई की गुणवत्ता और स्वाद को महत्व देती है।
- Video Language:
- English
- Team:
- closed TED
- Project:
- TEDTalks
- Duration:
- 15:21
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