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अपने सबसे लोकप्रिय अर्थों में जब लोग mitosis के बारे में बात करते हैं
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तब वो वे एक द्विगुणित कोशिका की बात कर रहे होते हैं
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तो एक द्विगुणित कोशिका का मतलब है की इसमें गुणसूत्रों( chromosomes) का एक पूरक समहू है
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अतः इसमें 2N गुणसूत्र हैं
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यह नाभिक है।
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यहाँ एक पूरी कोशिका है।
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और ज्यादातर लोग कहते हैं कि देखो, यह कोशिका
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अपने को दो द्विगुणित कर दो कोशिकाओं मैं विभक्त हो जाती है
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और प्रत्येक कोशिका में गुणसूत्रों का एक
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सम्पूर्ण पूरक (2N ) होता है
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और जब लोग कहते हैं कि एक कोशिका में mitosis हो रही है तब
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उनका मतलब यह होता है।
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लेकिन मैं एक मामूली सा स्पष्टीकरण देना, कि औपचारिक रूप से
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mitosis केवल उस प्रक्रिया को संदर्भित करता है जब
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आनुवंशिक सामग्री और नाभिक द्विगुणित होते हैं। ।
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for example- अगर में एक कोशिका बनाऊं
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और इसमें अब दो nucleuses हैं और प्रत्येक में
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द्विगुणित गुणसूत्र हैं ,तो हम कहेंगे की इस सेल में
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mitosis हुई है.
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....o
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इस में अभी cytokinesis नहीं हुई है , जो कि
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कुछ ही क्षणों में होने वाली है , इस प्रक्रिया में
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कोशिका का cytoplasm दो अलग अलग कोशिकाओं में
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विभक्त हो जाता है .
-
थोड़ी स्पष्टता के लिए मैं यहाँ ये बताना चाहूँगा की, cytoplasm
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वहा पदार्थ है जो नाभिक के बाहर उपस्थित है
-
मैं उस के बारे में एक सेकंड में बात करूँगा , लेकिन यहाँ साधारण
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रूप से समझने के लिए , आम तौर पर जब लोग
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mitosis के बारे में बात करते हैं तो एसा होता है .
-
लेकिन अगर आपका शिक्षक आपको बिलकुल
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तकनीकी भाषा में समझाए , तो ये तकनीकी रूप से mitosis
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वह प्रक्रिया है जब नाभिक दो
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अलग अलग नाभिकों में विभाजित हो जाते है और इस के साथ साथ
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आम तौर पर cytokinesis भी होती है जहाँ
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cytoplasms वास्तव में दो अलग-अलग कक्षों की विभाजित हो जाता है.
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चलिए अब mitosis की यांत्रिकी को समझते हैं
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तो पहला आवश्यक कदम mitosis के लिए वो होता है कि
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असल में mitosis से पहले का चरण है, यह वह समय है बस कोशिका
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अपनी ज़िदंगी का रॊजमर्रा का काम करती है- और ये समय है interphase का.
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......0
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पर interphase वास्तव में mitosis का चरण नहीं है।
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interphase वह समय है जब बस कोशिका जीवन जी रही है।
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चलिए देखते हैं, हमारे पास कुछ नई कोशिकाएं हैं
-
इसको हरे रंग से बनाते हैं
-
यह एक नई कोशिका है
-
यहाँ एक नाभिक है।
-
इसमें 2N गुणसूत्र है, और फिर यह बढ़ता है।
-
इसमें पोषक तत्वों बाहर से आते हैं और फिर
-
प्रोटीन बनाते हैं , कुछ कुछ और घटनाएँ होती है और कोशिका बड़ी होती जाती है।
-
ध्यान रखें की इस मैं अभी भी गुणसूत्र का पूरक है
-
और फिर इसके जीवन चक्र के दौरान ... (पहले इसको लिख देते हैं ,
-
तो ये interphase है और ये जो है
-
जो की कुछ जीव विज्ञान की कक्षाओं मैं नहीं पढाया जाता, लेकिन किया जा सकता है
-
.. इसको एक नाम दे देते हैं ।)
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यह G1 है , जो वास्तव में वह समय है
-
जब कोशिका बढ़ रही होती है।
-
यह सिर्फ बढ रही और सामन इकट्ठा कर रही है
-
अर्थात ये वृद्धि कर रही कर रही रही है और साथ साथ अपने गुणसूत्रों को द्विगुणित
-
कर रही है
-
तो अब भी हमारे पास द्विगुणित गुणसूत्र है।
-
( इसको और बड़ा करते हैं )
-
( इसे बनाते हैं)
-
यह interphase की S phase है
-
aur S phase vo avastha hai jab गुणसूत्रों
-
का द्विगुनन हो रहा है .
-
एक बार फिर याद दिलादूं की हम अभी तक भी mitosis तक नहीं पहुंचे हैं
-
तो S फेज में हमारे गुणसूत्रों द्विगुणित हो चुके हैं
-
और अगर हम इसे बड़ा करके देखे तो, to S phase के दौरान nucleus...
-
(..मैं आपको बताने ही वाला था )... रुकिए, एक इसे जीव से शुरू करते हैं
-
जिसमें दो गुणसूत्र होते है।
-
S चरण की शुरुआत में ...
-
मैं आपको ये दिखने की कोशिश कर रहा हूँ कि
-
गुणसूत्र यहाँ द्विगुणित हो रहे हैं
-
तो ये गुणसूत्र यहाँ है
-
और ये यहाँ ।
-
यह S चरणमैं जाता है और इन गुणसूत्रों मैं द्विगुणन होता है
-
और यहाँ मैं नाभिक बना रहा हूँ
-
मैंने इस भाग को बड़ा किया है यहाँ N = 1
-
जहां हमारे पास पूर्ण द्विगुणित पूरक हैं दो chomosomes है।
-
S चरण के दौरान, हमारे गुणसूत्र द्विगुणित होंगे
-
तो ये हरा वाला पूरी तरह से द्विगुणित होगा
-
और स्वयं की प्रतिलिपि उत्पन्न करेगा , और ये एक दूसरे से
-
centromere से जुड़े हैं।
-
अब दोनों प्रतियों को chromatids कहेंगे, और यह बैगनी
-
वाला भी बिलकुल पहले जैसा ही करेगा
-
यद्यपि हमारे पास प्रत्येक केलिए दो chromatids है
-
हर chromosome जे लिए एक , अतः अब हमारे पास चार chromatids , दो प्रत्येक गुणसूत्र के लिए
-
पर अभी भी हमारे पास केवल दो ही गुणसूत्र है।
-
और ये यहाँ centromere है
-
यह S चरण में होता है, और इस दौरान कोशिका
-
अपना विकास जारी रखती है
-
तो कोशिका पहले से ही बड़ी है- तथा मैं पुन: सेल पर ध्यान केंद्रित करूँगा
-
तो कोशिका पहले से ही बड़ी है और ये निरंतर बड़ी हो रही है
-
G2 चरण के दौरान ये और बढती है
-
तो यहाँ ये और भी अधिक बड़ी होती है
-
सेल का एक और छोटा सा हिस्सा है जिसके बारे में
-
अभी तक हमने अधिक बात नहीं की है , लेकिन मैं अब आपको इसके बारे
-
में थोडा सा बताता हूँ
-
हालाँकि यह बहुत अधिक महत्वपूर्ण नहीं है, लेकिन मैं आप को
-
इन centrosomes का केवल आईडिया दे रहा हूँ
-
बाद मैं जब कोशिका विभाजित होगी तब ये
-
बहुत महत्वपूर्ण होंगे और उस समय ये centrosomes भी द्विगुणित होंगे
-
चलिए ये एक छोटा सा centrosome यहाँ है।
-
....o
-
इसके अन्दर centrioles हैं
-
आपको इनके बारे मैं बहुत ज्यादा बहुत ज्यादा चिंता करने की ज़रूरत नहीं है, लेकिन ये देखने मै
-
आयताकार जैसा है
-
ध्यान दें कहीं आप भ्रमित न हो जाएँ ,
-
शब्द centriole और centrosomes को centromeres से confuse न करैं
-
centromeres ये बिंदु हैं
-
जिससे दो chromatids जुड़े हैं।
-
दुर्भाग्य से, ये सरे नाम आपस मै
-
बहुत
-
मिलते हैं
-
ये centrosomes हैं
-
जिनके बारे में हम जल्द ही बात करेंगे, ये यहाँ हैं
-
नाभिक के बाहर और ये भी द्विगुणित हो रहे हैं
-
ये interphase के दौरान भी द्विगुणित होते हैं।
-
तो पहले आप के पास एक था , अब आप के पास दो है।
-
और, बेशक, इन दोनों के अन्दर दो छोटे centrioles भी हैं
-
लेकिन अभी हम उनके बारे मै बहुत जयादा
-
बात नहीं करेंगे
-
तो interphase के दौरान ये सब हुआ .
-
ये सेल के जीवन का सबसे लम्बा समय है, और इस काल मैं सेल विकास करती है और
-
वह सब करती है जो वह चाहती है
-
वास्तव में, मैं आपको यहाँ एक मामूली बात और बता दूँ
-
जब मैंने यहाँ डीएनए बनाया है तो मैं उनको गुणसूत्रों के रूप में बनाया है
-
लेकिन हकीकत यह है की interphase के दौरान
-
DNA इस तरह नहीं दिखता
-
अगर मैं DNA को इसके वास्तविक रूप में बनाऊ तो ये
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chromatin के रूप में होगा .
-
ये इतना गठित नहीं होगा जेसा मैंने यहाँ बनाया है
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मैंने इसको ऐसा इसलिए बनाया है जिससे कि
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आप देख सकें की ये द्विगुणित हो रहा है.वास्तविकता में ये सभी हरे गुणसूत्र
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खुले हुए होंगे और अगर आप इनको एक
-
माइक्रोस्कोप में देखें तो आपको इनको देखने में कठिनाई होगी।
-
यहाँ इसका chromatin रूप है।
-
मैं अब आपको बताऊंगा की कैसे ये अपने को chormosome
-
के रूप मैं व्यवस्थित करता है, पर अपने chromatin रूप में
-
यह सिर्फ डीएनए और प्रोटीन है. और DNA protein के चारो तरफ थोडा सा
-
लिपटा हुआ है . तो आपके पास हैं कुछ प्रोटीन
-
और उसके चारो तरफ लिपटा हुआ DNA
-
यदि आप इसको एक सूक्ष्मदर्शी में देख रहे हैं, तो यह एक
-
बड़ा अस्पष्ट सा DNA और protein जेसा दीखता है .
-
बिलकुल ये ही बात बेगनी वाले के लिए भी है .
-
वास्तव में, डीएनए कुछ भी करने के लिए
-
इस तरह व्यस्थित होना होता है .
-
इसको कुछ खुलना पड़ता है जिससे
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mRNA बन सके और विभिन्न प्रकार की सहायक प्रोटीन्स इस
-
प्रक्रिया में इसका साथ दे सकें.
-
और यहां तक की इसको द्विगुणित होने के लिए भी
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इसप्रकार खुलने की अवश्यक्ता होती है
-
ये इस प्रकार का कसके लिपटा हुआ केवल बाद में होता है .
-
मैंने इसको इस प्रकार बनाया है, तो वास्तव में इसमें एक हरे रंग वाला है
-
जो की द्विगुणित होने वाला है जिससे एक और हरा वाला बनेगा.
-
ये एक बिंदु पर संलग्न रहेंगे
-
ये बैगनी वाला भी द्विगुणित होकर एक और बैगनी बनाएगा
-
और ये भी एक बिंदु पर जुड़े रहेंगे
-
पर ये बहुत अच्छे से दिखाया नहीं जा सकता .
-
मैंने इसको इस प्रकार बनाया है जेसा की वास्तविकता मैं होता है,
-
यह वास्तविकता है।
-
यह अपने chromatin रूप में है।
-
...o
-
अब, हम mitosis के लिए तैयार हैं
-
तो mitosis का पहला कदम है
-
मैं इसको बनता हूँ
-
cell हरे रंग में है
-
मैं साधारण से काफी बड़ा नाभिक बना रहा हूँ
-
मैं बड़ा इसलिए बना रहा हूँ क्यूंकि यहाँ पर
-
nucleus में काफी कुछ होने वाला है
-
mitosis का पहला चरण है prophase
-
...o
-
ये नाम कुछ एसे ही मनमाने तरह से रख दिए गए हैं
-
लोगों ने सूक्ष्मदर्शी में देखा।
-
ओह,ये एक खास प्रकार का चरण है जेसा कि हम हमेशा दिखाते हैं जब
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नाभिक विभाजित होता है तो हम इसको prophase कहेंगे.
-
prophase में वास्तविक chromatin
-
कुछ इस प्रकार के रूप में बदल जाता है
-
और जेसा की मैंने अभी कहा, interphase में
-
इस प्रकार दीखता है , पूरा अलग अलग और खुला हुआ .
-
अब ये गुथना शुरू होता है, तो आपके पास वास्तव में ये एसा है
-
और ध्यान दें की ये पहले से ही
-
द्विगुणित है .
-
द्विगुणित mitosis से पहले हे हो चुके हैं.
-
तो मेरे पास एक गुणसूत्र यहाँ है और
-
दूसरा यहाँ .
-
इनको सिस्टर chromatids कहते हैं , जो की
-
अभी कुछ ही देर मैं अलग हो जायेंगे
-
अब, prophase के दौरान, आप ko ye centromeres bhi dikhne shuru ho gaye
-
अब, prophase के दौरान, आप को ये centromeres भी दिखने शुरू हो गए
-
जिनके बारे में आपको अभी बताया था
-
और यहाँ इन्होने microtubules बनाने शुरू कर दिए हैं,
-
और आप देख सकते हैं ये रस्सियों की तरह काम करेंगे
-
जिससे चीजे इधर उधर खिसकेंगी .
-
यह सब अद्भुत है।
-
मेरा मतलब है, जब आप कोशिका के बारे में सोचते है तो
-
लगता है की ये बहुत साधारण है .
-
यह jeevan ki ya humari सबसे बुनियादी संरचना है।
-
यह जीवन की या हमारी सबसे बुनियादी संरचना है।
-
लेकिन यहाँ भी, इतनी जटिल प्रक्रिया हो रही है
-
और इनमें से बहुत कुछ तो अभी हमें पता नहीं है
-
मेरा मतलब है,हम इसे देख सकते हैं लेकिन हम वास्तव में
-
हम नहीं जानते की नाटकीय तरीके से कैसे सब इधर उधर
-
जा रहा है !
-
यह अभी भी अनुसंधान का एक क्षेत्र है।
-
हम कुछ समझे हैं, कुछ नहीं
-
लेकिन आपके पास ये दो centrosomes हैं
-
जो इन microtubules के बनने में मदद करते हैं
-
ये सचमुच इन छोटी संरचनाओं की तरह ही हैं !
-
ये आपको tube और रस्सियों की तरह ही लगेंगे
-
prophase के अंत तक ये यहाँ तक आ जाते हैं ...
-
चलिए मैं पहले बनता हूँ
-
मैंने यहाँ replication लिखा हुआ नहीं चाहता
-
यह मुझे भ्रमित करता है।
-
इसको हटाते हैं .
-
इस replication से छुट्टी पाते है .
-
...o
-
prophase के अंत की तरफ नाभिकीय आवरण
-
गायब हो जाता है।
-
दुबारा बनाते हैं इसको
-
मैंने जो पहले बनाया था उसको कॉपी और पेस्ट करता हूँ
-
...0
-
वहां रखते हैं
-
prophaseके अंत की तरफ नाभिकीय आवरण
-
गायब हो जाता है
-
तो यह वास्तव में विघटित होना पप्रारंभ हो जाता है ,
-
और तब ये चीजे बढकर
-
अपने को centromere से जोड़ लेती हैं
-
मैं इसको बनाता हूँ
-
तो यह सब prophase के दौरान हो रहा है।
-
...o
-
चूंकि यह सब prophase के दौरान हो रहा है ,ये बाद का prophase का हिस्सा
-
कभी कभी late prophase कहलाता है
-
कभी कभी यह prometaphase भी कहलाता है
-
...o
-
इसके बीच में वास्तव में कोई
-
hyphen नहीं है
-
...o
-
कभी कभी यह एक अलग चरण भी माना लिए जाते है
-
mitosis, हालांकि जब मैंने इसे स्कूल में सीखा था तब
-
वे prometaphase के बारे मैं जायदा नहीं जानते थे
-
वे सिर्फ इसे prophase कहते थे ।
-
लेकिन prophase के अंत तक, या वास्तव में prometaphase के अंत तक
-
आप परे निर्भर करता है की आप इसको केसे देखते हैं ,
-
स्थिति कुछ इस तरह लगने लगती है .
-
ये पूरी कोशिका है
-
नाभिकीय कवच कुछ हद तक गायब हो गया है
-
यह अब मौजूद नहीं है
-
हालांकि जो प्रोटीन इसको बनती हैं वो अभी वहां है
-
और उनका उपयोग बाद में किया जायेगा
-
और आप पर इस समय दो गुणसूत्र है।
-
वेसे एक मानव कोशिका मैं 46 गुणसूत्र होते हैं
-
आप के पास यहाँ दो chomosomes है, प्रत्येक
-
दो sister chromatidsसे बना है .
-
दो गुणसूत्र।
-
और ज़ाहिर है, उनके centromeres यहाँ हैं
-
अब ये centrosomes वहां से जहाँ पहले
-
नाभिक था विपरीत दिशाओं मैं विस्थापित होंगे
-
और ये फैली हुई चीजें , ये microtubles हैं जो
-
की दो काम कर रही हैं .
-
इस समय ये दोनों centrosmers को
-
विपरीत दिशाओं में खीच रहीं हैं .
-
तो ....आप के पास ये सब है जो की जोड़ रही है ..
-
-तुम्हें पता है, उनमें से कुछ इस से centrosome से आ रही हैं
-
और कुछ कुछ इस centrosome से
-
और कुछ दोनों को जोड़ रही हैं .
-
और फिर कुछ microtubules, ये ट्यूब या
-
रस्सियाँ ,जेसा भी तुम इनके बारे में कल्पना करो ,
-
ये अपने आप को गुणसूत्रों के centromeres से जोड़ लेती हैं
-
वह प्रोटीन संरचनाजिससे ये अपने को अनुलग्न करती है उसको
-
kinetochore कहते हैं .
-
तो यहाँ एक
-
kinetochore है
-
यह एक प्रोटीन संरचना है।
-
यह वास्तव में विस्मयकारी है !
-
यह अभी भी एक खुला अनुसंधान का विषय है की कैसे
-
microtubule kinetochore से जुड़ते हैं और
-
अभी एक सेकंड मैं हम देखेंगे की kinetochore पर ही
-
microtubules खिचाव पैदा करके दो
-
sister chromatids को अलग अलग खींचते हैं
-
ये कैसे होता है अभी तक इसकी वास्तिविक प्रक्रिया
-
नहीं समझी जा सकी है .
-
यह सिर्फ देखा गया है कि यह एसा होता है।
-
एक बार prophase समाप्त हो जाती है तब कोशिका ये सुनिश्चित करती है
-
की गुणसूत्र सही प्रकार से पंक्तिबद्ध हैं या नहीं
-
मैंने यहाँ इनको पंक्तिबद्ध बनाया है पर ये प्रक्रिया
-
औपचारिक रूप से metaphase के दौरान होती है,
-
जो की अगला चरण है।
-
पहले वाला चरण prophase था।
-
अब हम metaphase में हैं, और इस अवस्था मैं केवल एक metaphase है बस एक
-
गुणसूत्र पंक्ति बद्ध होते हैं, तो ये सारे के सारे
-
कोशिका के केंद्र में पंक्ति बद्ध होंगे.
-
मेरा magenta एक यहाँ है, और एक magenta यहाँ है,
-
और मेरा दूसरा वाला यहाँ है, हरा वाला यहाँ है
-
और जी हाँ ये centrosome हैं और ये उससे निकलते
-
हुए microspindles.
-
इनमें से कुछ हैं kinetochore microspindles हैं जो की
-
वास्तव में chromosome के centromeres से अनुलग्न
-
हैं .
-
यह बहुत भ्रामक है, है ना?
-
Centrosomes वो संरचनाएँ हैं जो
-
microtubules के साथ जो हो रहा है बताती है .
-
Centrioles ये छोटी संरचनाएँ है , ये वाली
-
बोतल जैसी दिखने वाली संरचनाएँ जो की centrosome के अन्दर है जो
-
centromere वो केंद्र बिंदु हैं जहां दो
-
chromatids एक-दूसरे से एक गुणसूत्र में संलग्न रहते हैं
-
यह एक sister chromatid है और ये दूसरा
-
sister chromatid, centromere पर संलग्न रहते हैं
-
लेकिन यह metaphase है।
-
यह काफी आसान है।
-
Metaphase,
-
किस प्रकार एक कोशिका को यह पता चलता है की वो इस बिंदु तक पहुँच
-
चुकी है इसके बारे में कुछ सिद्धांत हैं
-
कोशिका को कैसे पता चलता है सबकुछ
-
संलग्न और एक रेखा में है ?
-
और कुछ इस तरह के सिद्धांत भी हैं
-
जो बताते हैं की कुछ इस प्रकार की signalling सेल में होती है
-
जो यह निर्धारित करती है की अगर इनमें से एक भी kinetochore protein
-
इन रस्सियों से सही प्रकार से नहीं जुडती तो mitosis को
-
नहीं होना चहिये.
-
यह एक बहुत ही जटिल प्रक्रिया है।
-
कल्पना कर सकते हैं की अगर आपके पास 46 गुणसूत्रों है और कोशिका में
-
यह सब चल रहा है ... ये इतना आसान नहीं है
-
.....
-
.....
-
यह वास्तव में रसायन शास्त्र और thermodynamic प्रक्रियाओं
-
द्वारा निर्देशित है
-
लेकिन सभी जटिलताओं के बावजूद भी ये प्रक्रिया इतनी
-
सहजता के साथ सही नियंत्रण और संतुलन के साथ होती है
-
की अधिकांश समय कुछ भी गलत नहीं होता
-
जो कि काफी अद्भुत है।
-
तो metaphase के बाद, हम इन सब को खींच कर अलग करने के लिए तैयार हैं
-
और फिर ये anaphase है।
-
...0
-
तो anaphase में- मैं इसको पहले लिख दूं
-
मैंने कोशिका का रंग बदल दिया है
-
इनको अलग अलग खींच लिया गया है
-
और जैसे ही इनको अलग खींच लिया जाता है - चलिए देखते हैं
-
ये खींच रहे हैं
-
इसको हरे रंग से बनाते हैं
-
तो एक sister chromatid - नहीं ! ये हरा नहीं है
-
एक की sister chromatids इस दिशा में खींच रहा है।
-
और दूसरा उस दिशा में खींच रहा है।
-
और फिर बिलकुल वैसा ही magenta वाले का होता है
-
एक इस दिशा में खींचता है
-
और दूसरा उस दिशा में
-
और, बेशक, आपके centrosomes यहाँ हैं और
-
जो की kinetochores से जुड़े हुए हैं जो की यहाँ हैं
-
और ये वो स्थान जहाँ से ये खुल रहे हैं
-
यहाँ एक microtubule कि संरचना भी है जो कि
-
किसी भी वास्तविक गुणसूत्र से जुडी हुई नहीं है लेकिन
-
वो इन दो centrosomes को विपरीत दिशाओं में खींचने में मदद कर रही है जिससे सभी कुछ
-
कोशिका में विपरीत दिशाओं में जा रहा है.
-
और जैसे ही ये दो chromatids अलग अलग होते हैं,
-
मैं इसके बारे में आपको तब बताया था जब हम DNA के बारे
-
में चर्चा कर रहे थे, और जेसे ही ये होता है यह
-
प्रत्येक गुणसूत्रों कहलाने लगते हैं.
-
तो अब आप कह सकते हैं की कोशिका के
-
पास वो सब है जो इसके पास पहले था
-
इस के पास दो गुणसूत्र है।
-
यह अब चार गुणसूत्रों गया है।
-
क्योंकि जैसे ही chromatid एक दुसरे से अपना जुडाव खो देते है
-
वो sister chromosomes कहलाने लगते हैं
-
जो की सिर्फ एक नामकरण परिपाटी है।
-
मेरा मतलब है, वो पहले भी वहाँ थे और बाद में भी वहाँ थे
-
बस अंतर इतना है की पहले वो जुड़े हुए थे
-
और अब वो जुड़े हुए नहीं हैं
-
अब ये अपने आप में एक इकाई हैं
-
अब बस हमारी क्लास लगभग ख़त्म हो चुकी है
-
अंतिम चरण telophase है।
-
...o
-
मैं कोशिका को यहाँ थोड़े अलग तरह से बना रहा हूँ
-
क्योंकि अधिकांश समय telophase के साथ कुछ
-
और भी हो रहा है
-
तो telophase, में इस कोशिका को
-
90 अंश पर घुमाता हूँ.
-
चलिए यह एक centromere था।
-
यह दूसरा centromere है
-
तो इस समय यह अनिवार्य है
-
डीएनए स्वयं को खींचे
-
और यहाँ इसने एक प्रतिलिपि इस गुणसूत्र की और एक उस गुणसूत्र की
-
को खींच लिया है
-
यहाँ भी ऐसा ही हुआ है
-
यहाँ पर भी पत्येक की एक एक कॉपी को खीचा गया है
-
( मैंने यहाँ अलग रंग का उपयोग किया है)
-
मैं इसको यहाँ ऐसे बनता हूँ
-
और अब प्रत्येक केन्द्रक के आस पास दोनों किनारों की तरफ से
-
झिल्ली बनना प्रारंभ हो जाती है
-
तो अब आपके पास दोनों कोनो पर परमाणु झिल्ली
-
भी बन चुकी है
-
तो telophase के अंत पर
-
mitosis पूरी हो चुकी है
-
हमने अपने दो nucleus और उसके अन्दर उपस्थित आनुवंशिक सामग्री
-
को पूरी तरह से द्विगुणित कर लिया है
-
अब, इसी समय पर telophase हो रही है,
-
और यहाँ पर cytokinesis भी होती है जहां ये
-
दरार बनती है.
-
telophase के दौरान ये सब microtubules की मदद से और आगे खिसक जाते हैं और एक
-
दूसरे से और भी दूर हो जाता हैं.
-
अब ये अपने आप ही कोशिका के बहुत किनारे पर हैं
-
और आप य ये देख सकते हैं किस प्रकार ये cell के किनारों को धकेल कर उसको
-
लम्बा कर रहे हैं .
-
और जब ये सब हो रहा है, तब ये थोड़ी सी
-
दरार भी बन रही है,ये यहाँ ..
-
mitosis में telophase के अंत तक, तुम को
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ये cytokinesis की प्रक्रिया भी होती दिखेगी , जहां दरार बनती है
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और धीरे धीरे और गहरी होती जाती है और अंत में cytoplasm
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दो अलग अलग कोशिकाओं मैं विभक्त हो जाता है
-
तो यह cytokinesis, है जो औपचारिक रूप से mitosis का हिस्सा नहीं है
-
लेकिन यह सामान्य रूप से होता telophase के साथ ही है
-
इसलिए mitosisके अंत में, आप के पास सामान्य रूप से दो
-
सम्पूर्ण कोशिकाएँ होती हैं
-
एक बार जब आप के पा ये दो कोशिकाएँ आजाती हैं तो ये प्रत्येक
-
व्यक्तिगत रूप से, apne अपने interphase se gujarti hain.
-
या ye प्रत्येक व्यक्तिगत रूप से, jese ki agar hum isko dekhe, to ye ab
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अपने G1 चरण में जाएगा।
-
फिर भविष्य मैं किसी समय ये दोनों द्विगुणित होंगे
-
और तब वो S चरण होगा , फिर G2 चरण होगा, और
-
फिर इनमें mitosis दुबारा होगी .