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इस पाठ का नाम है लिफाफे में वेरिएबल।
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हम सीखेंगे कि पर्याप्त जानकारी ना होने पर
भी हम कैसे वाक्यों का निर्माण कर सकते है।
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हम में से अधिकांश पहले से ही एक
'रिक्त स्थान' को भरने के विचार से परिचित हैं।
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हम ऐसा तब करते हैं जब हम अपना नाम
अपने होमवर्क पर लिख रहे होते हैं।
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कभी कभी एक से ज्यादा रिक्त स्थान होते हैं
जिन्हें भरना होता है।
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इस मामले मे, हम रिक्त
स्थान पर एक लेबेल लगाते है
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जिससे हमे पता चलता है की
हर एक जानकारी कहां जा रही है।
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वेरिएबल जानकारी के टुकड़ों के लिए
प्लेसहोल्डर हैं जो बदल सकते हैं।
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उस गुम जानकारी के वेरिएबल को उपयोग करके,
हम जो भी कर रहे थे उसको जारी रख सकते हैं
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किसी और को बाद में उस गुम
हुए जानकारी को भरने दीजिए।
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सॉफ्टवेयर में हम वेरिएबल का
उपयोग बहुत ज्यादा करते हैं।
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हम नाम, ईमेल एड्रैस और यहां तक कि यूसरनेम के लिए
प्लेसहोल्डर के रूप में वेरिएबल का उपयोग करते हैं।
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इस तरीके से हम प्रोग्राम को बताते हैं
कि कहां वो विवरण मिलेंगे,
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उपयोगकर्ता द्वारा उन्हें भरने के बाद।
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हम हर समय वेरिएबल का उपयोग करते हैं।
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किसी भी समय अगर आप बाद के लिए
जानकारी को संग्रहित करना चाहते हैं, तो
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हम एक वेरिएबल का उपयोग करते हैं।
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जैसे, हम गिनना चाहते हैं कितनी बार
एक उपयोगकर्ता ट्वीट करता है
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हर बार जब उपयोगकर्ता ट्विट करेगा,
तो उसमें संख्या 1 जोड़ दी जाएगी
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और जब उपयोगकर्ता एक ट्वीट डिलीट कर देगा
तो उस संख्या से 1 कम हो जाएगा।
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किसी भी समय अगर हमको जानना है कि
उपयोगकर्ता ने कितनी बार ट्वीट किया है
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हम बस उस वेरिएबल को देखेंगे।