कार्बन उत्सर्जन को कम करने का एक कंक्रीट तरीक़ा
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0:01 - 0:04कंक्रीट पानी के बाद पृथ्वी पर दूसरा सबसे
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0:04 - 0:07अधिक उपयोग किया जाने वाला पदार्थ है,
और इस कारण से -
0:07 - 0:10इसका पर्यावरण पर
महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ता है। -
0:10 - 0:12यदि यह एक देश होता,
तो यह चीन और अमेरिका के -
0:12 - 0:15बाद उत्सर्जन के लिए तीसरे स्थान पर होता।
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0:15 - 0:18लेकिन वास्तव में,
कंक्रीट एक आंतरिक रूप से -
0:18 - 0:21कम प्रभाव वाली सामग्री है
जिसमें लोहे और स्टील जैसी -
0:21 - 0:26अन्य सामग्रियों की तुलना
में प्रति टन CO2 और ऊर्जा का -
0:26 - 0:29बहुत कम उत्सर्जन होता है,
यहां तक कि ईंट जैसी चीजें से भी। -
0:29 - 0:33लेकिन क्योंकि हम इसका समग्र उपयोग
भारी मात्रा में करते हैं -
0:33 - 0:38इसलिए यह मानव निर्मित CO2 उत्सर्जन
में लगभग 8% का योगदान देता है। -
0:38 - 0:40कंक्रीट एक आवश्यक सामग्री है।
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0:40 - 0:42हमें इसकी जरूरत लोगों के घर बनाने में,
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0:42 - 0:46सड़क, पुल और बांध बनाने में होती है।
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0:46 - 0:48तो हम इसके बिना काम नहीं चला सकते
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0:48 - 0:52लेकिन हम इसके कार्बन प्रभाव
को काफी कम कर सकते हैं। -
0:52 - 0:54कंक्रीट को सीमेंट द्वारा
जकड़ा जाता है। -
0:54 - 0:56और आज हम जिस सीमेंट का उपयोग करते हैं,
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0:56 - 0:58जिसे पोर्टलैंड सीमेंट कहा जाता है,
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0:58 - 1:00उसे 1,450 डिग्री सेल्सियस के तापमान पर
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1:00 - 1:07चूना पत्थर और मिट्टी के संयोजन से
गर्म करके बनाया जाता है। -
1:08 - 1:11लेकिन वास्तव में,
अधिकांश CO2 उत्सर्जन -
1:11 - 1:13गर्म करने से नहीं,
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1:13 - 1:17बल्कि चूना पत्थर,
यानि कैल्शियम कार्बोनेट के, -
1:17 - 1:20कैल्शियम ऑक्साइड
और कार्बन डाइऑक्साइड या CO2 में -
1:20 - 1:22टूटने से होता है।
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1:22 - 1:25अब हम इस सामग्री से
बिलकुल रहित तो नहीं हो सकते -
1:25 - 1:29क्योंकि जकड़ बनाने में
और कुछ भी इतना कुशल नहीं है। -
1:29 - 1:32लेकिन हम इसका एक बड़ा अनुपात
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1:32 - 1:36कम कार्बन प्रभाव वाली
अन्य सामग्रियों से बदल सकते हैं। -
1:36 - 1:39कई सहकर्मी समाधान की तलाश में हैं।
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1:39 - 1:41और यहां स्विट्जरलैंड में,
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1:41 - 1:44हमने पाया है कि जब चिकनी मिट्टी को
चूने में बदला जाता है -
1:44 - 1:46तब वह बहुत प्रतिक्रियाशील
सामग्री का उत्पादन करती है, -
1:46 - 1:50यानि लगभग 800 डिग्री सेल्सियस
पर गर्म किया जाता है -
1:50 - 1:55जो कि सीमेंट के उत्पादन की जरूरत,
1,450 से काफी कम है। -
1:55 - 1:59लेकिन इससे भी महत्वपूर्ण
बात यह है कि चूना पत्थर के -
1:59 - 2:01अपघटन से कोई CO2 उत्सर्जन नहीं होता है।
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2:02 - 2:05फ़िर हम इस चूने में बदली गयी
चिकनी मिट्टी को लेते हैं -
2:05 - 2:07और हम थोड़ा चूना पत्थर डालते हैं,
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2:07 - 2:09लेकिन इस बार गर्म नहीं करते,
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2:09 - 2:11इसलिए कोई CO2 उत्सर्जन नहीं होता है,
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2:11 - 2:12और कुछ सीमेंट डालते हैं,
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2:12 - 2:16और चूना पत्थर,
चूने में बदली गयी चिकनी मिट्टी, -
2:16 - 2:19और सीमेंट के इस संयोजन को
हम LC3 कहते हैं। -
2:20 - 2:26अब इस LC3 में पोर्टलैंड सीमेंट के
समान गुण हैं। -
2:26 - 2:29इसे समान उपकरणों और प्रक्रियाओं के साथ
उत्पादित किया जा सकता है -
2:29 - 2:32और समान तरीके से
उपयोग किया जा सकता है, -
2:32 - 2:36लेकिन इसमें CO2 उत्सर्जन
40% तक कम होता है। -
2:36 - 2:39और यह इस घर में
प्रदर्शित किया गया था -
2:39 - 2:42जिसे हमने भारत में
झांसी के पास बनाया था, -
2:42 - 2:45जहाँ हम 15 टन से अधिक CO2 बचाया,
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2:45 - 2:50जो कि मौजूदा सामग्रियों
की तुलना में 30 से 40% थी। -
2:51 - 2:55तो क्यों हर कोई पहले से ही
LC3 का उपयोग क्यों नहीं कर रहा है? -
2:55 - 2:57देखिये, सीमेंट एक स्थानीय सामग्री है।
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2:57 - 3:00पोर्टलैंड सीमेंट इतना व्यापक इसलिए है
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3:00 - 3:03क्योंकि यह पृथ्वी पर
सबसे प्रचुर मात्रा में उत्पन्न होने वाली -
3:03 - 3:05सामग्री से बनाया जाता है,
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3:05 - 3:09और भारत में,
अमेरिका में, -
3:09 - 3:12इथियोपिया में, लगभग कहीं भी
उत्पादित किया जा सकता है। -
3:12 - 3:14और हमें LC3 बनाने की सामग्रियों का
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3:14 - 3:16सबसे अच्छा संयोजन ढूंढने के लिए
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3:16 - 3:19स्थानीय स्तर पर लोगों के
साथ मिलकर काम करना पड़ता है। -
3:20 - 3:22हम पहले ही भारत और क्यूबा में
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3:22 - 3:24पूर्ण पैमाने पर परीक्षण कर चुके हैं,
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3:25 - 3:26कोलम्बिया में इस तकनीक पर आधारित
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3:26 - 3:30एक उत्पाद का कुछ महीने पहले
व्यावसायीकरण किया गया था -
3:30 - 3:32और आइवरी कोस्ट में पूर्ण पैमाने पर
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3:32 - 3:36एक संयंत्र को चिकनी मिट्टी को चूने में
बदलने के काम पर लगाया जा रहा है। -
3:36 - 3:39और दुनिया की कई बड़ी
सीमेंट कंपनियां जल्द ही -
3:39 - 3:43अपने कुछ संयंत्रों में
इसे आरंभ करना चाहती हैं। -
3:43 - 3:47तो पोर्टलैंड सीमेंट को
एक अलग सामग्री के साथ -
3:47 - 3:49बदलने की संभावना,
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3:49 - 3:54लेकिन जिसके सामान गुण हों,
समान प्रक्रिया से उत्पादित हो सके, -
3:54 - 3:56और जिसे समान तरह से
उपयोग किया जा सके, -
3:56 - 3:58लेकिन जिसका तुलना में
बहुत हल्का कार्बन प्रभाव हो -
3:58 - 4:02यह जलवायु परिवर्तन का
सामना करने के लिए महत्वपूर्ण है -
4:02 - 4:04क्योंकि यह तेजी से
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4:04 - 4:06और बहुत बड़े पैमाने पर
किया जा सकता है -
4:06 - 4:11हर साल 400 मिलियन टन से
अधिक CO2 को -
4:11 - 4:14खत्म करने की संभावना के साथ।
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4:15 - 4:18इसलिए हम कंक्रीट के बिना
काम नहीं चला सकते, -
4:18 - 4:22लेकिन हम इसके उत्सर्जन की
बड़ी मात्रा के बिना काम चला सकते हैं। -
4:23 - 4:24शुक्रिया।
- Title:
- कार्बन उत्सर्जन को कम करने का एक कंक्रीट तरीक़ा
- Speaker:
- कैरिन सक्रिवेनर
- Description:
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कंक्रीट पृथ्वी पर दूसरा सबसे अधिक उपयोग किया जाने वाला पदार्थ है (पानी के बाद), और यह वैश्विक कार्बन प्रभाव के 8% के लिए उत्तरदायी है। सीमेंट शोधकर्ता कैरिन सक्रिवेनर, LC3 नामक, अग्रणी करते हुए एक ऐसे नए तरह के सीमेंट पर किए गए शोध के बारे में बाताती हैं, जो इस महत्वपूर्ण निर्माण सामग्री द्वारा किए गए कार्बन उत्सर्जन को 40% तक कम कर सकता है, अगर इसको बड़े पैमाने पर अपनाया जाए तो।
- Video Language:
- English
- Team:
closed TED
- Project:
- TEDTalks
- Duration:
- 04:26
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