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- सभी को नमस्कार।
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अपने परिवार में
पला-बढ़ा होने के कारण
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मुझे इतिहास का कुछ बोध है।
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मैं एक ऐसे परिवार की
नवीनतम पीढ़ी का हूँ
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जिसकी कई पूर्वज पीढ़ियों का
पता लगाया जा सकता है।
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यह शाहबलूत का पेड़ विंडसर कैसल के पास है
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जो 900 वर्षों से मेरे परिवार का घर रहा है।
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39 राजा यहाँ रहे हैं,
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और उन्होंने इस खूबसूरत वातावरण का
आनंद लिया है।
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मैं कई बार यहाँ टहलता हूँ,
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और मुझे हमेशा आश्चर्य होता है
कि कुछ पेड़ जो यहाँ लगे हैं,
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जो मिट्टी, बारिश, सूरज की रोशनी
पर निर्भर रहने वाले जीव हैं,
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वे यहाँ थे,
जब विंडसर कैसल नींव रखी गई थी।
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इससे यहाँ के कुछ शाहबलूत के पेड़
लगभग 1000 साल पुराने बन जाते हैं।
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ये पेड़ उस शासनकाल में लगाए गए थे
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जब 1066 में, विजेता विलियम का राज़ था,
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इस तरह के एक साधारण बलूत से।
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जब तक हेनरी VIII यहाँ रहते थे,
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यह पेड़ परिपक्व और प्रभावशाली
दिग्गजों में विकसित हुए।
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और आश्चर्यजनक रूप से,
उन्हीं पेड़ों में से कुछ,
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आज भी यहाँ जीवित है।
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वे थोड़े से गांठों से भरे
और खोखले हो गए हैं
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लेकिन वे अभी भी जीवित हैं।
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जब से ये शाहबलूत बढ़ रहे हैं, तब से,
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लगभग 35 अरब लोग हमारे ग्रह पर
अपना जीवन जी चुके हैं।
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यह 35 अरब जीवनों जितनी आशा,
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प्यार, डर, और सपने हैं।
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इस बीच, मानव जाति ने हवाई यात्रा,
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टीके, और कंप्यूटर का आविष्कार किया।
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हमने दुनिया का हर कोना खोज लिया।
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मानव जीनोम का अनुक्रम करा,
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और पृथ्वी के वायुमंडल से भी बहार पहुँच गए।
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हमारे नवीनीकरण की गति अविश्वसनीय रही है
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लेकिन हमारे प्रभाव की गति भी तेज़ रही है।
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मेरी दादी के जीवन के पिछले 90 वर्षों में
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हमारे प्रभाव की गति इतनी तेज़ी से बढ़ी है
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कि हमारे जलवायु,, समुद्र, हवा,
प्रकृति और सब कुछ जो उन पर निर्भर करता है
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खतरे में हैं।
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यह शाहबलूत सदियों से यहाँ खड़ा रहा हैं,
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लेकिन इसने कभी ऐसे दशक का सामना नहीं किया।
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हम इस नए दशक की
शुरुआत कर रहे हैं
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जानते हुए कि यह इतिहास की
सबसे परिणामस्वरूप अवधि में से एक हैं।
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विज्ञान को नकारा नहीं जा सकता।
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यदि हमने इस दशक में कार्य नहीं करा तो
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हमने जो नुकसान करा हैं,
वह अपरिवर्तनीय होगा ।
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और इसका असर न केवल आने वाली
पीढ़ियाँ महसूस करेंगी,
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लेकिन हम सभी भी करेंगे जो आज जीवित हैं।
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इसके अलावा, यह क्षति सब लोग
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बराबर रूप से महसूस नहीं करेंगे।
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वे जो सबसे कमजोर होंगे
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कम से कम संसाधनों वाले लोग
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और जो लोग जलवायु परिवर्तन
का न्यूनतम कारण थे,
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सबसे ज्यादा प्रभावित होंगे।
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ये कठोर तथ्य दिल दहला देने वाले हैं।
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इतनी बड़ी और बोझिल समस्या
को हम कैसे सुलझा सकते हैं ?
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यह मुश्किल लग सकता है,
लेकिन यह संभव है।
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मनुष्य में असाधारण क्षमताएं हैं
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लक्ष्य निर्धारित करने
और उसे प्राप्त करने की।
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मैं लंबे समय से
राष्ट्रपति जॉन एफ कैनेडी के
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1961 के मिशन से प्रेरित रहा हूँ,
10 साल के भीतर इंसान को चाँद पर भेजने का।
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उन्होंने इसका नाम मूनशॉट रखा।
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यह थोड़ा बेवफूफी भरा लग रहा था।
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हमने उस समय पहले उपग्रह का
प्रमोचन करा ही था
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इतना शीघ्र एक आदमी को चाँद पर भेजना
असंभव लग रहा था।
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लेकिन इस सरल चुनौती में कितना कुछ घिरा था।
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उन्होंने इसे एक लक्ष्य बताया
हमारी उच्चतम ऊर्जा और कौशल को
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संगठित करने और मापने का।
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मानवता के लिए वह बड़ी छलांग लगाने के लिए,
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मूनशॉट के पीछे की टीम ने
लाखों लोगों को एकजुट किया
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वो भी पूरी दुनिया के -
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यह सनकी महत्वाकांक्षा
इतनी भी सनकी नहीं थी।
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और रास्ते में इसने
साँस लेने के उपकरणों
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कैट स्कैनर, और सौर पैनल का
आविष्कार करने में मदद की।
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लेकिन अब इस दशक में हमे मूनशॉट नहीं
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पर पृथ्वी शॉट की जरूरत है।
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हमें मानवीय प्रतिभा और उद्देश्य के
इसी भाव का उपयोग
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अत्यधिक केन्द्रित हो कर
और तात्कालिकता के साथ
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आज तक की सबसे बड़ी
चुनौती पर करना चाहिए
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हमारे गृह की मरम्मत करना।
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हमारी पीढ़ी का सामान्य लक्ष्य स्पष्ट है।
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हमें मिल कर, प्रकृति की रक्षा
और पुनर्स्थापना करनी चाहिए,
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हमारी हवा को साफ,
समुद्रों को पुनर्जीवित करना चाहिए,
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एक कचरा मुक्त दुनिया का निर्माण
और हमारी जलवायु को ठीक करना चाहिए।
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और हमें यह सब 10 साल के भीतर
करने का प्रयास करना चाहिए।
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यदि हम इन लक्ष्यों तक पहुँच पाते हैं,
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तो 2030 तक हमारा जीवन
आज से ज़्यादा बुरा नहीं होगा
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और हमें हर उस चीज़ का त्याग नहीं करना होगा
जिसका हम आनंद लेते हैं।
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इसके बजाय, हमारा जीवन
आज से ज़्यादा स्वस्थ
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स्वच्छ, समझदार,
और हम सभी के लिए बेहतर होगा।
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कोविड 19 महामारी के
लिए वैश्विक प्रतिक्रिया,
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और धन जो आर्थिक सुधार में लगाया गया हैं
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बताता हैं कि हम कितना कुछ
हासिल कर सकते हैं
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जब सत्ता में बैठे लोग इकट्ठा हो कर
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कार्य करने का निश्चय करते हैं।
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हमने रातोंरात अस्पताल बनाए,
कारखाने बदल दिए,
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टीकों और बेहतर इलाज की खोज के लिए
अरबों डॉलर लगा दिए।
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और हम दुनिया के हर कोने में
उभरते वीरों से प्रेरित हुए हैं।
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नई पीढ़ी को अब ये नहीं लगता
कि परिवर्तन बहुत मुश्किल है।
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उन्होंने दुनिया को बदलते हुए देखा।
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और उनको विश्वास है
कि जलवायु संकट
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और हमारी जैव विविधता पर जो खतरा है
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वह हमारे पूर्ण ध्यान
और महत्वाकांक्षा का हकदार हैं।
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और वह सही हैं।
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तो अब हम में से प्रत्येक के लिए
नेतृत्व प्रदर्शित करने का समय आ गया है।
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फिर चाहे आप अमेरिका में किसान हैं,
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चीनी प्रौद्योगिकी के मालिक,
केन्या के राजनेता,
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ब्रिटेन में बैंककर्मी,
मालदीव के मछुआरे,
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ब्राजील के सामुदायिक नेता
या भारतीय छात्र,
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हम में से प्रत्येक की कोई ना कोई भूमिका है
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हमारे पास मौजूद हर अवसर का लाभ उठाने की।
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मेरा जो अद्वितीय स्थान है
मैं उसका उपयोग
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पृथ्वी के लिए लक्ष्यों को निर्धारित करने
और समाज के सभी क्षेत्रों और हर कोने में
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उन लोगों को पुरस्कृत
करने के लिए समर्पित हूँ
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जो इनको पाने के लिए कोशिश करेंगे।
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कुछ लोग संकट के कारण
कार्य करने के लिए प्रेरित होते हैं
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लेकिन बहुत लोगों के लिए,
कार्रवाई का मकसद
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तब ही होता हैं,
जब वह मानते हैं कि परिवर्तन संभव है।
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कि वह कोई लुप्त वजह नहीं है।
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यदि लोग वास्तव में मानेंगे
कि यह चुनौतियाँ,
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यह पृथ्वी के लिए प्रयास
संभव है,
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तो सोचिये कि हम कितनी क्षमता को
उजागर कर सकते हैं।
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मैं इस दशक की शुरुआत और अंत
आशावादी रूप में करने के लिए दृढ़ हूँ
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हालांकि हमारी पीढ़ी
इन शानदार शाहबलूत्स के जीवन में
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केवल एक पल का प्रतिनिधित्व करती है
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परन्तु हमारे पास शक्ति और क्षमता है
यह निश्चित करने के लिए
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कि यह पेड़
और इस पृथ्वी पर सारा जीवन
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आगे आने वाले एक हजार से भी
अधिक वर्षों तक समृद्ध रहे।
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लेकिन केवल तब ही
जब हम अपने ग्रह की मरम्मत करने के लिए
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हमारी पीढ़ी की उच्चतम प्रतिभाओं को
अभी उजागर करें।
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सफल होने के अलावा हमारे
पास कोई और विकल्प नहीं है।
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धन्यवाद।