Google+: Hangouts
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0:00 - 0:07मुझे यह पसंद है, काश हम उन दिनों में वापस जा पाते जब कुछ भी
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0:10 - 0:14योजना बनाकर नहीं होता था क्योंकि आप चीजों को बस होने देते थे.
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0:14 - 0:20अब हम चीजों को होने नहीं देते, सब कुछ शेड्यूल होता है,
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0:20 - 0:22बोर होना रचनात्मकता के लिए शानदार होता है.
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0:22 - 0:29मुझे लगता है कि वयस्क होने, और इतना कम समय होने से हम हर चीज को शेड्यूल करने की
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0:29 - 0:34कोशिश करते हैं, इसलिए थोड़ा सा सरप्राइज़ है जिसकी कमी है.
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0:34 - 0:39काश हम सब बस एक साथ होते, और कोई योजना नहीं होती. इससे बढ़िया कोई चीज नहीं.
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0:39 - 0:41मुझे लगता है, वे यादगार पल होते हैं.
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