नाइजेल मार्श(Nigel Marsh ): कैसे कार्य और जीवन में समन्वय रखें
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0:00 - 0:02मैंने ये सोचा था की मैं
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0:02 - 0:04एक साधारण अनुरोध के सांथ प्रारंभ करूँ |
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0:05 - 0:07मैं चाहता हूँ की आप सभी
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0:07 - 0:09एक पल के लिए शांत हों ,
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0:09 - 0:11और कमजोर मनहूसों ,
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0:11 - 0:14अपने दुखी अस्तित्व को परखो |
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0:14 - 0:16(हँसी)
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0:18 - 0:20यह सलाह
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0:20 - 0:22पांचवी सताब्दी में संट बेनेडिक्ट ने
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0:22 - 0:24अपने अनुयायियों को दी थी |
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0:24 - 0:26जब इस सलाह को मैंने पालन करने का फैसला किया
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0:26 - 0:29तब मैं ४० वर्ष का था |
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0:29 - 0:32तब तक मैं एक उत्कृष्ट कॉर्पोरेट योद्धा था |
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0:32 - 0:34मैं बहूत ज्यादा खा रहा था , मैं बहूत ज्यादा पी रहा था
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0:34 - 0:36मैं बहूत ज्यादा मेहनत कर रहा था,
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0:36 - 0:38और अपने परिवार की उपेछा कर रहा था |
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0:38 - 0:40और फिर मैंने अपने जीवन में
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0:40 - 0:42परिवर्तन लाने का प्रयत्न करने का फैसला किया |
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0:42 - 0:44मैंने विशेषकर यह निर्णय लिया
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0:44 - 0:46की मैं कार्य और जीवन में समन्वय के
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0:46 - 0:49जटिल मुद्दे पर ध्यान दूंगा |
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0:49 - 0:52इस लिए मैंने नौकरी छोड़ दी
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0:52 - 0:55और मैंने १ वर्ष घर पर
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0:55 - 0:58अपनी पत्नी और चार छोटे बच्चों के सांथ व्यतीत किये |
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0:58 - 1:00किन्तु उस एक वर्ष में
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1:00 - 1:02कार्य और जीवन में समन्वय के बारे में मैंने यह सीखा
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1:02 - 1:04कि तब कार्य और जीवन में समन्वय रखना
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1:04 - 1:06काफी सरल था
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1:06 - 1:08जब मेरे पास नौकरी नहीं थी |
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1:08 - 1:12(हंसी)
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1:12 - 1:14यह एक उपयोगी कला नहीं है
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1:14 - 1:17विशेष रूप से जब आपके पैसे खत्म होने लगें |
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1:17 - 1:19इसलिए मैंने फिर से नौकरी प्रारंभ कर दी |
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1:19 - 1:22और मैं संघर्ष के सांथ पिछले सात वर्षों से
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1:22 - 1:25कार्य और जीवन में समन्वय के बारे में
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1:25 - 1:28अध्यन और लेखन कर रहा हूँ |
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1:28 - 1:30और इस पर मेरे चार निष्कर्ष हैं
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1:30 - 1:32जो कि मैं आज आप लोगों को बताऊंगा |
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1:32 - 1:34सबसे पहले है ,
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1:34 - 1:37यदि समाज को इस विषय में प्रगति करना है ,
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1:37 - 1:40तो इसके लिए हमें ईमानदारी से सोचना होगा |
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1:40 - 1:42किन्तु समस्या यह कि
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1:42 - 1:44कार्य और जीवन में समन्वय के बारे में
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1:44 - 1:46बहूत से लोग बहुत सी व्यर्थ बातें करते हैं |
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1:47 - 1:49ऑफिस का समय आप के अनुसार हो ,
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1:49 - 1:52शुक्रवार का परिधान आप के अनुसार हो
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1:52 - 1:54और आप के पिता बनने पर छुट्टी मिलाना
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1:54 - 1:57ये सारी चर्चाएँ उस मुख्य विषय को दर्शाती हैं
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1:57 - 1:59जो यह है कि
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1:59 - 2:02कुछ कार्य और कार्य क्षेत्र में विकास के विकल्प
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2:02 - 2:05मौलिक रूप से अनुचित हैं
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2:05 - 2:07जिसमे एक परिवार के सांथ
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2:07 - 2:09प्रतिदिन
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2:09 - 2:11सार्थक रूप से सकारात्मक रहा जा सके |
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2:13 - 2:15किसी भी समस्या के समाधान का प्रथम चरण है कि
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2:15 - 2:18हम स्थिति की वास्तविकता को स्वीकार करें |
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2:18 - 2:22और जिस समाज में हम रहे रहें हैं उसकी वास्तविकता यह है
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2:22 - 2:24कि यंहा हजारों
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2:24 - 2:26लोग हैं जो कि
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2:26 - 2:30चुपचाप एक हताश जिन्दगी जी रहें हैं
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2:30 - 2:32जन्हाँ वो कठिन परिश्रम के सांथ देर तक काम करते हैं
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2:32 - 2:34ऐसी नौकरी पर हैं जो उन्हें पसंद नहीं है
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2:34 - 2:36उस नौकरी से ऐसे चीजें खरीदने में सक्षम होते हैं जिसकी उन्हें जरुरत नहीं है |
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2:36 - 2:38उस नौकरी में ऐसे लोगों को प्रभावित करते हैं जिन्हें वो पसंद नहीं करते हैं |
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2:38 - 2:40(हंसी)
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2:40 - 2:43(तालियाँ)
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2:43 - 2:47मेरा तर्क यह है कि शुक्रवार को जींस और टी-शर्ट में कार्यालय जाना
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2:47 - 2:49वास्तव में समस्या का समाधान नहीं है |
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2:49 - 2:52(हंसी)
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2:53 - 2:55मेरा दूसरा अवलोकन यह है कि
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2:55 - 2:57हमें सच का सामना करना होगा
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2:57 - 2:59कि प्राशसन और प्रबन्धन
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2:59 - 3:02हमारे लिए इस समस्या का समाधान नहीं करेंगे |
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3:02 - 3:04हमें इसके लिए दूसरों पर निर्भर नहीं होना है ;
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3:04 - 3:06यह व्यक्तिगत रूप से हम पर निर्भर है
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3:06 - 3:09कि हम इसे नियंत्रित करने की जिम्मेदारी लें
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3:09 - 3:12कि हम किस प्रकार का जीवन जीना चाहते हैं |
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3:12 - 3:14यदि आप अपने जीवन की रचना स्वयं नहीं करेंगे ,
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3:14 - 3:17तो कोई और आप के लिए इसकी रचना करेगा,
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3:17 - 3:19और कार्य और जीवन में समन्वय के उनके विचार
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3:19 - 3:21आप को पसंद ना आयें |
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3:21 - 3:24यह विशेष रूप से महत्वपूर्ण है --
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3:24 - 3:26यह इन्टरनेट पर नहीं है ना,मुझे नौकरी से निकल दिया जायेगा --
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3:26 - 3:28यह विशेष रूप से महत्वपूर्ण है
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3:28 - 3:31कि आप कभी अपने जीवन की गुणवत्ता
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3:31 - 3:34व्यावसायिक प्रबंधनो के हाँथ में ना दें |
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3:35 - 3:38मैं सिर्फ ख़राब कंपनियों की बात नहीं कर रहा हूँ --
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3:38 - 3:41जिन्हें मैं मनुष्य की आत्मा का कसाईखाना कहता हूँ |
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3:41 - 3:43(हंसी)
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3:43 - 3:46मैं सारी कंपनियों की बात कर रहा हूँ
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3:46 - 3:48क्योंकि व्यावसायिक कंपनियां
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3:48 - 3:50स्वाभाविक रूप से ऐसी बनाई गई हैं
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3:50 - 3:52कि आप से जितना ज्यादा हो सके
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3:52 - 3:54उतना कार्य कराया जाये
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3:54 - 3:56यह उनके स्वभाव में है, यह उनके डीएनए में है,
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3:56 - 3:58और वो यही करती हैं --
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3:58 - 4:01अच्छी और नेक कंपनियां भी यही करती हैं |
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4:01 - 4:03एक ओर कार्यालय में
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4:03 - 4:05बच्चों के देख रेख की सुविधा प्रदान करना
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4:05 - 4:07बहुत अच्छा है |
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4:07 - 4:09पर दूसरी ओर यह एक बुरे स्वप्न की तरह है ;
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4:09 - 4:12इसके कारण आप ऑफिस में और ज्यादा समय व्यतीत करते हैं |
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4:14 - 4:16अपने जीवन की सीमाओं को
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4:16 - 4:18स्थापित करने और लागू करने के लिए
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4:18 - 4:21हमें स्वयं ही उत्तरदायी होना होगा |
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4:22 - 4:24तीसरा अवलोकन है कि
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4:24 - 4:26हमें सावधानी के सांथ
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4:26 - 4:29समय सीमा निर्धारित करना चाहिए
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4:29 - 4:32जिसमे हम जीवन में समन्वय का आकलन करें |
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4:33 - 4:35दोबारा ऑफिस में कार्य प्रारंभ करने से पहले
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4:35 - 4:37जब एक वर्ष के लिए मैं घर पर था ,
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4:37 - 4:39तब एक दिन मैंने बैठ कर
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4:39 - 4:41विस्तार से चरणबद्ध विवरण लिखा
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4:41 - 4:44कि मैं किस प्रकार के
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4:44 - 4:47एक आदर्श संतुलित दिन
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4:47 - 4:49की अभिलाषा रखता हूँ |
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4:49 - 4:52जो कि इस प्रकार है :
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4:52 - 4:54रात की एक अच्छी नींद के बाद
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4:54 - 4:56अछे विश्राम के बाद सुबह जागूं |
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4:56 - 4:58सेक्स करूँ |
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4:59 - 5:01सुबह की सैर पर जाऊं
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5:01 - 5:04अपनी पत्नी और बच्चों के सांथ सुबह का नाश्ता करूँ |
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5:04 - 5:06फिर से सेक्स करूँ |
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5:06 - 5:09(हंसी)
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5:09 - 5:12ऑफिस जाते हुए बच्चों को स्कूल ले कर जाऊं
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5:12 - 5:14तीन घंटे तक ऑफिस में काम करूँ |
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5:14 - 5:17दोपहर को दोस्तों के सांथ खेल का आनन्द लूँ |
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5:17 - 5:19और तीन घंटे तक ऑफिस में काम करूँ |
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5:19 - 5:22शाम को दोस्तों से पब में मिलूं |
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5:23 - 5:25पत्नी और बच्चों के सांथ
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5:25 - 5:28रात्रि भोजन के लिए घर जाऊं |
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5:28 - 5:31आधे घंटे योग करूँ |
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5:31 - 5:33सेक्स करूँ |
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5:33 - 5:36शाम की सैर पर जाऊं | फिर से सेक्स करूँ |
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5:36 - 5:39और फिर सोने जाऊं |
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5:39 - 5:44(तालियाँ)
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5:44 - 5:46आप क्या सोचते है कितनी बार मैंने ऐसा दिन व्यतीत किया होगा ?
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5:46 - 5:49(हंसी)
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5:49 - 5:51हमें वास्तविक होना होगा |
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5:51 - 5:53आप सब कुछ एक ही दिन में नहीं कर सकते |
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5:53 - 5:56हमें समय सीमा को बढाना होगा जिसमे हम
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5:56 - 5:58कार्य और जीवन में समन्वय का सही आकलन कर सकें
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5:58 - 6:00किन्तु हमें समय सीमा बढाते हुए
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6:00 - 6:02इन बातों से खुद को बचाना होगा कि
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6:02 - 6:05"मेरे जीवन में आनन्द होगा जब मैं रिटायर हो जाऊंगा
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6:05 - 6:07जब मेरे बच्चे घर पर नहीं होंगे ,
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6:07 - 6:10मेरी पत्नी मुझे तलाक दे चुकी होगी , मैं बीमार रहने लगूंगा ,
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6:10 - 6:12मेरे कोई दोस्त नहीं होंगे और मुझे कोई इच्छाएं नहीं होंगी |"
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6:12 - 6:14(हंसी)
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6:14 - 6:17एक दिन बहूत कम है ,और रिटायर होना बहुत दूर है |
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6:17 - 6:20हमें एक बीच का रास्ता चुनना होगा |
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6:21 - 6:23चौथा अवलोकन:
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6:23 - 6:25हमें समन्वय स्थापित करने के लिए
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6:25 - 6:28संतुलित दृष्टिकोण की जरूरत है |
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6:28 - 6:30पिछले वर्ष मेरी एक मित्र मुझे मिली--
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6:30 - 6:33यह बात बताने में वह बुरा नहीं मानती -- पिछले वर्ष मेरी एक मित्र मुझे मिली
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6:33 - 6:35और मुझसे बोली ,"नाइजेल मैंने तुम्हारी किताब पढ़ी है |
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6:35 - 6:38और मुझे अहसास हुआ कि मेरे जीवन में बिलकुल भी संतुलन नहीं है |
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6:38 - 6:41मेरे जीवन में सिर्फ कार्य का ही वर्चस्व है |
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6:41 - 6:44मैं 10 घंटे काम करती हूँ , प्रतिदिन 2 घंटे सफ़र में व्यतीत करती हूँ |
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6:44 - 6:46मैं अपने सारे रिश्तों में विफल रही |
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6:46 - 6:48मेरी जिंदगी में काम के अलावा
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6:48 - 6:50कुछ भी नहीं है |
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6:50 - 6:53इस लिए मैंने इसे ठीक करने का फैसला लिया है |
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6:53 - 6:55इसलिए मैं एक व्यायामशाला(gym) जाने लगी हूँ | "
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6:55 - 6:58(हंसी)
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6:58 - 7:01मैं दिखावटी नहीं होना चाहता
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7:01 - 7:05किन्तु एक स्वस्थ, 10 घंटे ऑफिस में काम करने वाला कर्मचारी होना
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7:05 - 7:08समन्वयित होना नहीं है, यह स्वस्थ होना है |
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7:08 - 7:10(हंसी)
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7:10 - 7:13स्वस्थ होना बहुत अच्छा है ,
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7:13 - 7:15किन्तु जीवन में और बहुत कुछ है |
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7:15 - 7:17एक बौद्धिक पछ है, भावनात्मक पछ है ,
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7:17 - 7:19एक आध्यात्मिक पछ है |
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7:19 - 7:21और समन्वयित होने के लिए
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7:21 - 7:23मैं समझता हूँ कि हमें
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7:23 - 7:25इन सभी क्षेत्रों में ध्यान देना चाहिए --
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7:25 - 7:28सिर्फ 50 दंडबैठक पर ही नहीं |
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7:28 - 7:30यह चुनौतीपूर्ण हो सकता है.
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7:30 - 7:33क्योंकि लोग यह कहते हैं "मेरे पास खुद को स्वस्थ रखने का समय नहीं है |
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7:33 - 7:35और तुम कहते हो मैं चर्च जाऊं और अपनी माँ की देख रेख करूँ"
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7:35 - 7:37मैं समझता हूँ |
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7:37 - 7:40मैं सच में समझता हूँ यह कितना चुनौतीपूर्ण है |
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7:40 - 7:43किन्तु कुछ वर्षों पहले की एक घटना ने
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7:43 - 7:45मुझे एक नया परिप्रेक्ष्य दिया.
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7:45 - 7:48मेरी पत्नी ,जो की आज दर्शक दीर्घा में मौजूद है ,
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7:48 - 7:51मुझे ऑफिस में फ़ोन किया
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7:51 - 7:54और बोली "नाइजेल ,तुम हमारे सबसे छोटे बेटे हैरी को स्कूल से
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7:54 - 7:56घर ले जाना "
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7:56 - 7:59क्योंकि उस शाम को उसे और तीन बच्चों के सांथ कंही और जाना था |
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7:59 - 8:02तो मैं एक घंटे पहले ऑफिस से निकल गया
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8:02 - 8:05और हैरी को स्कूल लेने गया |
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8:06 - 8:08हम एक उद्यान में घूमने गए ,
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8:08 - 8:11झुला झूले, कुछ खेल खेले |
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8:11 - 8:14फिर हम एक कैफ़े पर गए ,
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8:14 - 8:17और हमने वंहा चाय पी और पिज्जा खाया |
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8:17 - 8:19फिर हम पहाड़ी रास्तों से नीचे आपने घर को आये |
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8:19 - 8:21मैं उसे नहलाया
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8:21 - 8:24उसे उसका batman पजामा पहनाया
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8:24 - 8:26फिर मैंने उसे Roald Dahl की "James and the Giant Peach."
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8:26 - 8:29की कहानी पढ़ कर सुनाई |
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8:29 - 8:31मैंने उसे उसके बिस्तर पर सुलाया
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8:31 - 8:33और उसके माथे को चूम कर बोला "शुभ रात्रि दोस्त "
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8:33 - 8:35और उसके कमरे से बाहर आ गया |
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8:35 - 8:37जब मैं उसके कमरे से बाहर आ रहा था ,
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8:37 - 8:40तो उसमे बोला : "डैड ?" मैं उसके पास गया और बोला "हाँ बेटा "
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8:40 - 8:42उसने कहा "डैड ये मेरी जिंदगी का सबसे अच्छा दिन था " |
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8:42 - 8:45सबसे अच्छा |
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8:47 - 8:50मैंने कुछ भी नहीं किया था |
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8:50 - 8:53मैं उसे डिस्नी वर्ल्ड नहीं लेकर गया था, या playstation नहीं ख़रीदा था |
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8:53 - 8:55मेरा यह मानना है
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8:55 - 8:58कि छोटी छोटी चीजों का बहुत महत्व है |
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8:58 - 9:00समन्वयित होने का यह मतलब नहीं है ,
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9:00 - 9:03की आप के जीवन में बहुत बड़ा परिवर्तन हो |
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9:03 - 9:05आप एक बहुत छोटा सा निवेश
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9:05 - 9:07सही जगह पर करके ,
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9:07 - 9:10अपने सम्बन्धों की गुणवत्ता में
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9:10 - 9:12और अपने जीवन की गुणवत्ता में मौलिक परिवर्तन ला सकते हैं |
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9:12 - 9:14इसके अलावा मुझे लगता है,
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9:14 - 9:17यह पुरे समाज को बदल सकता है |
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9:17 - 9:19क्योंकि यदि पर्याप्त लोग इसे करते हैं,
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9:19 - 9:22तो हम समाज की सफलता की उस परिभाषा बदल सकते हैं
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9:22 - 9:25जो कि बहूत ही बचकानी साधारण धारणा पर आधारित है
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9:25 - 9:29कि वह व्यक्ति जो सबसे ज्यादा धन के सांथ मरता है वह जीतता है ,
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9:29 - 9:32हम इसे एक विचारशील और संतुलित परिभाषा दे सकते हैं
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9:32 - 9:36कि एक अच्छा जीवन कैसा होता है |
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9:36 - 9:38और मैं सोचता हूँ ,
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9:38 - 9:40कि यह एक विचार है जो प्रसार के लायक है |
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9:40 - 9:43(तालियाँ)
- Title:
- नाइजेल मार्श(Nigel Marsh ): कैसे कार्य और जीवन में समन्वय रखें
- Speaker:
- Nigel Marsh
- Description:
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नाइजेल मार्श के अनुसार कार्य और जीवन में समन्वय अपने नियोक्ता के हांथों में छोड़ दिया जाना महत्त्वपूर्ण हैं. TEDxSydney में मार्श, एक आदर्श दिन में पारिवारिक जीवन, व्यक्तिगत समय और कार्य में समन्वय दर्शाते हैं और इसे क्रियाशील करने हेतु प्रेरित करते हैं |
- Video Language:
- English
- Team:
- closed TED
- Project:
- TEDTalks
- Duration:
- 09:44