Return to Video

बिग डाटा, छोटे खेत और दो टमाटरों की कहानी

  • 0:01 - 0:05
    डेटा और एनालिटिक्स नाटकीय रूप से हमारी
    रोजमर्रा की जिंदगी बदल रही है।
  • 0:06 - 0:07
    सिर्फ ऑनलाइन नहीं,
  • 0:07 - 0:09
    न ही कहीं दूर भविष्य में,
  • 0:09 - 0:10
    बल्कि इसी दुनिया में,
  • 0:10 - 0:13
    और बहुत ही वास्तविक और ठोस तरीकों से।
  • 0:14 - 0:17
    मैं 11 साल MIT में
    एक विज्ञान उत्साही के रूप में रही हूँ
  • 0:17 - 0:19
    वहां की डाटा प्रयोगशाला में
  • 0:19 - 0:22
    यहाँ वैज्ञानिक तरीके से
    दुनिया पे शोध होता है
  • 0:22 - 0:24
    और समाज की बड़ी समस्यांओ
    को सुलझाने का प्रयास करते हैं।
  • 0:27 - 0:31
    बिग-डाटा का क्षेत्र डाटा [जानकारी] के
    विशाल ढेर का विश्लेषण करता है
  • 0:31 - 0:35
    सांगणिक साधन से उसकी
    रचना और रुझान ढूँढ़ते हैं।
  • 0:36 - 0:39
    डाटा एक बहुत ही
    असाधारण कहानीकार हो सकता है,
  • 0:39 - 0:42
    ये रोज़मर्रा की जिंदगी में
    छिपी हुई कहानियाँ खोजता है।
  • 0:42 - 0:43
    जो हमने कभी नहीं देखी हो
  • 0:43 - 0:47
    मुझे बेजान चीजों को
    जीवित करने वाली कहानियाँ,
  • 0:47 - 0:49
    बहुत ही सम्मोहित करती हैं ।
  • 0:50 - 0:53
    मैं पहले प्रकाश डालना चाहूंगी
    मेरे MIT के समय के दो कार्यों पर
  • 0:53 - 0:55
    जो इस बात पे
    काफी अच्छे से प्रकाश डालते हैं।
  • 0:56 - 0:58
    पहले का नाम है "ट्रैश ट्रैक"
  • 0:58 - 1:02
    और इसमे हमारा प्रयास था कि
    कचरा प्रबंधन प्रणाली को बेहतर समझें।
  • 1:02 - 1:04
    जैसे की
  • 1:04 - 1:06
    "जब आप कूड़ा फेंकते है,
    उसके बाद वो कहाँ जाता है?"
  • 1:06 - 1:09
    वो कॉफ़ी का कुल्लड़
    या फिर आपका मोबाइल फ़ोन,
  • 1:09 - 1:11
    जिसको २००० के दशक में
    लेकर घूमते थे
  • 1:11 - 1:15
    या फिर ब्रेड या
    आज सुबह का अखबार --
  • 1:15 - 1:16
    ये सब चीजें कहाँ जाती हैं?
  • 1:17 - 1:20
    ये जानकारी उपलब्ध नहीं थी,
    हमें शुरू से बनानी पड़ी।
  • 1:20 - 1:23
    हमने इसका जवाब ढूंढा
    और फिर इस सवाल को रेखांकित किया
  • 1:23 - 1:27
    कचरे के टुकड़ों में
    छोटे यंत्र [सेंसर] लगा कर
  • 1:27 - 1:29
    और फिर उन्हें फेंक दिया
    कचरे के साथ।
  • 1:30 - 1:32
    और जो आप देख रहे हैं
    ये है उसका दृश्य। [पहला दिन]
  • 1:33 - 1:36
    हर रेखा, हर बिंदु जो आप देख रहे हैं
    [२ दिन से ५ दिन बाद तक]
  • 1:36 - 1:39
    वो कचरे का एक टुकड़ा है
    सीएटल शहर से गुजरता हुआ, [६ से ७ दिन बाद]
  • 1:39 - 1:42
    और फिर राज्य भर में,
  • 1:42 - 1:43
    और फिर देश भर में,
  • 1:43 - 1:45
    जैसे जैसे सप्ताह और महीने गुजरे।
  • 1:46 - 1:48
    और इस जानकारी को रेखांकित करना जरुरी है,
  • 1:48 - 1:50
    क्यूंकि आप में से कोई
    शायद ही, यहाँ बैठ कर सोच रहा है
  • 1:50 - 1:52
    "हाँ, ये सही दिख रहा है।"
  • 1:52 - 1:54
    ( दर्शक हँसते हैं)
  • 1:54 - 1:55
    ये वैसा ही है,
    जैसे होना चाहिए, क्यूँ ?
  • 1:55 - 1:57
    क्यूंकी, नहहहीं --
  • 1:57 - 1:58
    ( दर्शक हँसते हैं)
  • 1:59 - 2:03
    ये जानकारी हमको एक
    अप्रभावी प्रणाली दिखा रही है
  • 2:03 - 2:06
    जिसकी अंदरूनी कमियाँ
    मुझे नही लगता, हम वास्तव में देख पाते
  • 2:07 - 2:09
    अगर सेंसर्स ने हमारे लिए
    ये पत्रकारिता ना की होती।
  • 2:11 - 2:13
    दुसरा कार्य जिस पर
    मैं प्रकाश डालना चाहूंगी
  • 2:13 - 2:18
    वो, रोबोट्स के बारे में है
    जो कचरे की नाली में गोते लगते हैं
  • 2:18 - 2:20
    और गंदे पानी के नमूने लाते हैं।
  • 2:20 - 2:23
    मुझे पता है नाली गंदी है,
  • 2:23 - 2:25
    लेकिन ये वास्तव में जबरदस्त है,
  • 2:25 - 2:27
    क्यूंकी ये हमे
    बहुत कुछ बता सकती है
  • 2:27 - 2:29
    हमारे समुदाओं के स्वास्थ्य के बारे में।
  • 2:29 - 2:32
    इस तकनीक को बनाया है
    एक समूह - बायोगॉट एनालिटिक्स ने।
  • 2:32 - 2:35
    जो एक अत्याधुनिक
    तकनीक का निर्माण कर रहे हैं
  • 2:35 - 2:39
    और नालियों को आधुनिक समय कि
    स्वास्थ्य कि चौकी बना रहे हैं।
  • 2:39 - 2:42
    उनका उद्देश्य है नाली में
    अफीमसम [Opioids] का अध्यन करना
  • 2:42 - 2:45
    शहरों में खपत को
    बेहतर समझने के लिए।
  • 2:45 - 2:47
    और ये जानकारी एक कुंजी है,
  • 2:47 - 2:50
    क्यूंकि ये कौन कहाँ इस्तेमाल कर रहा है
    को समझने में मदद करता है,
  • 2:50 - 2:52
    संसाधनों को कैसे बांटे
  • 2:52 - 2:55
    और समय के साथ योजनाओं
    कि प्रभावशीलता।
  • 2:56 - 2:58
    एक बार फिर, जो तकनीक
    इस मशीन में बनाई गयी है
  • 2:58 - 3:00
    वो पर्दा उठा कर
  • 3:00 - 3:04
    और हमारे शहरों के बारे में वो दिखा रही है
    जो हम इसके बिना कभी नही देख पाते।
  • 3:04 - 3:07
    तो जैसा कि हमने देखा
  • 3:07 - 3:09
    कि, बिग डाटा हर जगह है --
  • 3:09 - 3:11
    हमारे शौचालय में भी।
  • 3:11 - 3:15
    और अब जब हम कचरे और
    गंदे नाले की बात कर चुके हैं ,
  • 3:15 - 3:16
    तो आगे बढ़ते हैं ...
  • 3:16 - 3:18
    खाने की ओर।
  • 3:18 - 3:19
    (दर्शक हँसते हैं)
  • 3:19 - 3:22
    एक साल पहले मैंने खाने के जूनून
    के पीछे जाने के लिए MIT छोड़ दिया,
  • 3:22 - 3:24
    और सन २०१७ में,
  • 3:24 - 3:27
    अपने पति के साथ फॅमिली डिनर नाम की
    एक कंपनी शुरू की।
  • 3:27 - 3:31
    हमारी कंपनी का लक्ष्य है
    स्थानीय खाने के इर्द गिर्द समाज बनाना
  • 3:31 - 3:33
    और वो लोग जो इसको उगाते हैं।
  • 3:33 - 3:35
    और इस सब के लिए हम
    उपयोग कर रहे हैं डाटा विश्लेषण,
  • 3:35 - 3:38
    स्वचालन और प्रौद्योगिकी
  • 3:38 - 3:40
    स्थानीय खेतों का एक वित्रिक संघ
  • 3:40 - 3:43
    और खाद्य प्रणाली में सुधार करने के लिए
  • 3:43 - 3:45
    तो यहाँ दिख रहा है
  • 3:45 - 3:48
    हमारी तकनीकों का मोटा मोटा खांचा
    और जो हम करने की कोशिश कर रहे हैं वह
  • 3:49 - 3:51
    MIT में किये गए काम से
    अलग नही हैं ।
  • 3:52 - 3:55
    और यह हमे एक अहम् सवाल पे लाता है:
  • 3:55 - 3:59
    आखिर कोई कैसे दुनिया की
    सबसे अच्छी प्रयोगशालाओं मे से एक में
  • 3:59 - 4:03
    एक अच्छी खासी नौकरी को छोड़ कर
  • 4:03 - 4:06
    अपनी माँ की एक्यूरा कार में
    गाजर लेकर घूम सकता है
  • 4:06 - 4:08
    (जोर की हँसी)
  • 4:08 - 4:09
    हाँ, कार जबरदस्त है।
  • 4:10 - 4:13
    मेरा मानना है कि
    स्थानीय खाने कि कहानी को
  • 4:13 - 4:17
    समझने, सुनाने और प्रचार की जरुरत है,
  • 4:17 - 4:18
    और बहुत तरह से,
  • 4:18 - 4:22
    हमारे जैसे तकनिकी लोग
    ख़ास तौर से इसको करने में सक्षम हैं
  • 4:22 - 4:24
    तो किस जगह से शुरू करना है?
  • 4:24 - 4:25
    क्या है हमारा शुरुआती केंद्र?
  • 4:26 - 4:30
    वर्तमान राष्ट्रीय खाद्य प्रणाली
    केवल एक ही चीज के लिए अनुकूल है,
  • 4:30 - 4:33
    और वो है व्यावसायिक लाभ, हैं ना ?
  • 4:33 - 4:34
    और ज़रा सोचिये।
  • 4:34 - 4:37
    खाद्य कंपनियों के होने का
    सबसे महत्वपूर्ण कारण
  • 4:37 - 4:39
    न तो भूखों को खाना खिलाना है,
  • 4:39 - 4:41
    और ना ही खाने को स्वादिष्ट बनाना है।
  • 4:42 - 4:43
    वो बस मुनाफा चाहते हैं।
  • 4:44 - 4:47
    और इसका हमारी भोजन प्रणाली पे
    हानिकारक प्रभाव पड़ता है।
  • 4:48 - 4:51
    हमारे खाने में डाले जा रहे
    जीवाणुनाशक और कीटनाशक
  • 4:51 - 4:53
    सेहत के लिए हानिकारक हैं
  • 4:53 - 4:56
    बढ़ती कीमतों का दबाव
    छोटे किसानों के काम को ख़तम कर रहा है।
  • 4:56 - 4:59
    असल में बहुत सी बातें जो
    आप खेतों के बारे में सोचते हैं
  • 4:59 - 5:00
    अब मौजूद नही हैं।
  • 5:00 - 5:03
    खेत, खेत नही
    कारखाने लगते हैं।
  • 5:03 - 5:04
    और अंत में,
  • 5:04 - 5:07
    हमारे खाने की गुणवत्ता पे भी असर पड़ता है
  • 5:08 - 5:12
    कारखाने वाले खेत का टमाटर
    एक अन्य टमाटर कि तरह दिख सकता है:
  • 5:12 - 5:14
    बहार से चमकता लाल ...
  • 5:14 - 5:15
    पर जब आप उसमे दांत गड़ाते हैं,
  • 5:15 - 5:18
    उसका स्वाद और बनावट
    आपको कुछ कमी का एहसास देता है
  • 5:19 - 5:22
    और हम जानते हैं कि शायद
    इस सब में सबसे बड़ी त्रासदी है
  • 5:22 - 5:26
    कि ३० से ४० % खाना ख़राब हो जाता है ...
  • 5:27 - 5:28
    फ़ेंक दिया जाता है।
  • 5:28 - 5:31
    १६० करोड़ टन खाना ।
  • 5:31 - 5:33
    मैं तो इस संख्या को
    दिमाग में ला भी नही पा रही हूँ।
  • 5:33 - 5:36
    १६० करोड़ !
  • 5:36 - 5:39
    यानी १२० खरब अमरीकी डॉलर साल में
  • 5:39 - 5:41
    खाने कि बरबादी
  • 5:42 - 5:44
    ये है मर्जी अनुसार खाना खाने की कीमत
  • 5:44 - 5:45
    और सुविधा
  • 5:45 - 5:47
    और टूटी हुई खाद्य प्रणाली।
  • 5:47 - 5:49
    अब ये बरबादी कहाँ हो रही है ?
  • 5:49 - 5:51
    ये सब कुछ कहाँ से आ रहा है ?
  • 5:51 - 5:53
    हम जानते हैं कि ये खेत में होता है
  • 5:53 - 5:55
    जब आप वो सुन्दर दिखने वाले
    आलू नहीं लेते हैं।
  • 5:55 - 5:58
    हम जानते हैं कि ये होता है परिवहन के समय,
  • 5:58 - 5:59
    गोदामों में,
  • 5:59 - 6:01
    किराना कि दुकान में।
  • 6:01 - 6:03
    और अंत में हमारी रसोई में,
  • 6:03 - 6:08
    जब हमें लगता है कि वो धब्बेदार भूरा केला
    अब स्वादिष्ट नही रहा ।
  • 6:08 - 6:10
    वो सब बरबादी, वो कड़ी मेहनत।
  • 6:11 - 6:12
    भोजन बोया जाता है,
  • 6:12 - 6:15
    उगता है, कटता है, ढोया जाता है,
  • 6:15 - 6:17
    और फिर फ़ेंक दिया जाता है।
  • 6:19 - 6:21
    हम सोचते हैं कि इसका
    बेहतर तरीका हो सकता है ।
  • 6:22 - 6:24
    तो हम कैसे इसको सुधार सकते हैं ?
  • 6:24 - 6:26
    हम कैसे एक बेहतर प्रणाली बनायें ?
  • 6:27 - 6:28
    ऐसा करने के लिए,
  • 6:28 - 6:30
    हम जानते हैं कि हमे
    खाद्य आपूर्ति श्रंखला में से
  • 6:30 - 6:32
    खाने कि बरबादी को ख़त्म करना होगा।
  • 6:33 - 6:35
    हमे जानकारी
    किसानों के हाथों में पहुँचानी होगी,
  • 6:35 - 6:37
    जिससे कि वो बेहतर पूर्वानुमान लगा सकें।
  • 6:37 - 6:40
    जिससे कि वो
    बड़े लोगों से प्रतिस्पर्धा कर सकें
  • 6:40 - 6:41
    और अंत में,
  • 6:41 - 6:43
    हमें महत्व देना होगा
  • 6:43 - 6:46
    गुणवत्ता और स्वाद को बाकी सब के ऊपर
  • 6:46 - 6:49
    जिससे की लोग अपनी थाली में
    खाने के स्वाद को महत्व दें।
  • 6:50 - 6:53
    हमें लगता है कि ये प्रणाली बेहतर है।
  • 6:53 - 6:55
    ये ही बेहतर तरीका है।
  • 6:55 - 6:58
    और इस बेहतर रास्ते की राह
    डाटा [जानकारी] के जरिए है।
  • 6:59 - 7:03
    और इस पर प्रकाश डालने के लिए
    मैं दो टमाटरों की कहानी सुनाना चाहती हूँ ।
  • 7:04 - 7:06
    हम उनके बारे में एक-एक करके बात करेंगे।
  • 7:06 - 7:09
    टमाटर अपने आप में एक सुन्दर तस्वीर है
  • 7:09 - 7:13
    ये आपको अपने जीवन चक्र कि
    हर बात कि जानकारी देता है:
  • 7:13 - 7:15
    उसे कहाँ उगाया गया,
    उसपे क्या डाला गया,
  • 7:15 - 7:17
    उसकी पोषणता,
  • 7:17 - 7:18
    आपकी थाली में पहुंचने तक की दूरी,
  • 7:18 - 7:21
    रास्ते में कार्बन डाइऑक्साइड [CO2]
    का रिसाव।
  • 7:21 - 7:22
    ये सारी कि सारी जानकारी,
  • 7:22 - 7:25
    वो सारे अध्याय
    एक छोटे से फल में।
  • 7:25 - 7:26
    ये बहुत ही रोमांचक है।
  • 7:27 - 7:29
    ये था टमाटर नंबर १
  • 7:29 - 7:33
    ये वो महाशय हैं जो आपको
    छोटी दुकानों और सुपर माक्रेट में मिलेंगे
  • 7:33 - 7:35
    और दुनिया भर की फ़ास्ट फ़ूड दुकानों में।
  • 7:35 - 7:38
    इसके पीछे की कहानी
    बहुत ही लम्बी और जटिल है।
  • 7:39 - 7:43
    इस पर दर्जनों कीटनाशक इस्तेमाल हुए हैं
  • 7:43 - 7:48
    और आप तक पहुंचने के लिए, ये
    कम से कम १,६०० मील चला है।
  • 7:48 - 7:50
    और ये यहाँ पे हरे रंग के हैं,
  • 7:50 - 7:54
    क्योंकि ये टमाटर तब चुने गए
    जब वह हरे और चट्टान से सख्त थे ,
  • 7:54 - 7:56
    फिर इन पर रास्ते भर छिड़काव किया गया
  • 7:56 - 7:58
    जिससे कि जब ये अपनी मंजिल पे पहुंचें,
  • 7:58 - 8:01
    ये चिकने और चमकदार
    और लाल और पके हुये दिखें।
  • 8:02 - 8:04
    सारी मेहनत,
  • 8:04 - 8:08
    कृषि जगत के सब
    नए आविष्कार और तकनीकों का प्रयोग
  • 8:08 - 8:12
    एक स्वादहीन चीज बनाने पे केंद्रित हैं ।
  • 8:12 - 8:15
    और अब करते हैं
    कहानी के दूसरे टमाटर की बात
  • 8:15 - 8:17
    ये इसका स्थानीय रूप है।
  • 8:17 - 8:19
    कहानी भी बहुत छोटी सी है।
  • 8:20 - 8:24
    इन महाशय को लुका माहोने और उनके परिवार ने
    ब्रूकफोर्ड फार्म में
  • 8:24 - 8:26
    कैंटरबरी, न्यू हैम्पशायर में उगाया था।
  • 8:26 - 8:28
    इसके पीछे की कहानी बहुत ही उबाऊ है।
  • 8:29 - 8:30
    इसे बोया गया
  • 8:30 - 8:32
    ये धूप में बैठा रहा
  • 8:32 - 8:33
    और फिर इसे तोड़ लिया गया ।
  • 8:33 - 8:34
    (दर्शक जोर से हँसते हैं)
  • 8:34 - 8:36
    बस इतना ही ।
  • 8:36 - 8:37
    जैसे कि आप नहीं चाहेंगे --
  • 8:37 - 8:39
    जी हाँ , इस कहानी में और कुछ नहीं है।
  • 8:39 - 8:43
    और आपकी थाली तक पहुंचने के लिए
    ये कुल ७० मील चला होगा ।
  • 8:43 - 8:44
    पर ये अंतर बहुत ही नाटकीय है।
  • 8:45 - 8:48
    मैं चाहती हूँ कि आप याद करें वो समय
    जब आपने ताजे टमाटर खाये थे ।
  • 8:48 - 8:50
    मुझे पता है अभी सभी ने गर्म कपड़े पहने हैं,
  • 8:50 - 8:51
    पर सोचिए इस बारे में।
  • 8:51 - 8:54
    आख़री बार जब आपने बग़ीचे का टमाटर खाया था ।
  • 8:54 - 8:55
    सूरज कि गर्मी के साथ,
  • 8:55 - 8:57
    बहुत ज्यादा लाल,
  • 8:57 - 8:58
    उसमें शायद मिट्टी कि गंध भी होगी ।
  • 8:58 - 9:02
    इसमें एक यादगार और जादुई अनुभव छुपा है।
  • 9:02 - 9:05
    वह स्वाद और महक बेमिसाल हैं।
  • 9:06 - 9:09
    और इसको पाने के लिये
    बहुत दूर जाने की जरुरत भी नहीं है।
  • 9:11 - 9:13
    ये कहानी
    खाद्य श्रृंखला में आगे तक जाती है,
  • 9:13 - 9:16
    हमारी थाली के
    फल और सब्जियों से लेकर
  • 9:16 - 9:19
    पशु और पशु उत्पादों तक, जो हम खाते हैं।
  • 9:20 - 9:21
    उनको पालने में क्या लगता है,
  • 9:21 - 9:25
    और उससे भी जरूरी
    उनके पालन में क्या नहीं लगता है।
  • 9:25 - 9:27
    वो अति आवश्यक है।
  • 9:28 - 9:30
    ल्यूक और उनके परिवार के पास ६० गायें हैं।
  • 9:31 - 9:32
    वे इस्तेमाल करते हैं पारंपरिक तरीके
  • 9:32 - 9:34
    पुराना तरीका:
  • 9:34 - 9:35
    चरागाह में पालन,
  • 9:35 - 9:38
    न कोई हार्मोन, न ही जीवाणुनाशक,
  • 9:38 - 9:39
    हर दिन बस घास।
  • 9:40 - 9:44
    और यहाँ जो वो कर रहे हैं
    वो गाय को गाय समझते हैं
  • 9:44 - 9:46
    न की विज्ञान का एक प्रयोग
  • 9:46 - 9:49
    वो जानवरों को ठीक वैसे पालते हैं
    जैसे की उसके दादा
  • 9:49 - 9:51
    और उनके परदादा ने किया होगा
  • 9:51 - 9:53
    और अंत में, ये ही बेहतर है।
  • 9:53 - 9:54
    बेहतर, जानवरों के लिए;
  • 9:54 - 9:56
    पर्यावरण के लिए ।
  • 9:56 - 9:58
    ल्यूक ये सब
    फायदे या कीमत के लिए नहीं ,
  • 9:58 - 10:00
    बल्कि स्वाद के लिए
    और मानवता के लिए करता है !
  • 10:01 - 10:05
    और आप सोच रहे हैं कि,
    " इसका हल तो पहले से है।
  • 10:05 - 10:06
    किसान बज़ार या हाट।"
  • 10:06 - 10:08
    जहाँ आप में से
    काफी लोग जाते हो।
  • 10:08 - 10:10
    और जहाँ
    मुझे बहुत मजा आता है।
  • 10:10 - 10:14
    वो बहुत ही शानदार, पर,
    काफी बातों में, सर्वोत्तम इलाज नही है।
  • 10:14 - 10:17
    हमारे लिए एक ग्राहक के तौर पे,
    ये बढ़िया है, हैं ना?
  • 10:17 - 10:18
    आप जाते हो,
  • 10:18 - 10:20
    वहाँ खाने कि एक सुन्दर सेज बिछी है
  • 10:20 - 10:23
    आपके अंदर स्थानीय खेती की
    सहायता करने के लिए ख़ुशी और जोश है
  • 10:23 - 10:28
    और आपको कुछ नया और कुछ अलग
    इस्तेमाल करने का अनुभव मिलता है ।
  • 10:28 - 10:30
    और जरूर ही, एक महाशय
    बांसुरी बजा रहे हैं
  • 10:30 - 10:31
    वहीं कहीं पृष्ठभूमि में।
  • 10:31 - 10:33
    (दर्शक हँसते है)
  • 10:34 - 10:37
    पर किसानों के लिए
    इसमे बहुत से खतरे हैं, हैं ना ?
  • 10:37 - 10:38
    आप सुबह चार बजे उठो।
  • 10:38 - 10:40
    गाड़ी में सामान लादो, कुछ मज़दूर साथ में लो,
  • 10:40 - 10:42
    आप दूकान पे पहुंचते हो,
  • 10:42 - 10:44
    पर आपको ये पक्का नही है
  • 10:44 - 10:46
    कि आज आप
    सारा माल बेच पाओगे
  • 10:46 - 10:48
    "न्यू इंगलैंड" में, इसके बहुत कारण हैं।
  • 10:48 - 10:50
    जैसे कि, मौसम,
  • 10:50 - 10:53
    जो, यहाँ थोड़ा सा अप्रत्याशित है।
  • 10:54 - 10:56
    मौसम अनेकों में से एक कारण है
  • 10:56 - 11:00
    जो सुनिश्चित करता है कि बज़ार जाना
    किसान के लिए फायदेमंद रहा या नही
  • 11:01 - 11:03
    हर बार, उन्हे पासा फेंकना है।
  • 11:04 - 11:06
    और एक विकल्प है।
  • 11:06 - 11:08
    यहाँ हम बात कर रहे हैं सी. ऐस. ऐ. की:
  • 11:08 - 11:10
    हिंदी में - समाज-सहायतित खेती
  • 11:10 - 11:12
    इसमें, ग्राहक पहले से ही भुगतान करते हैं,
  • 11:13 - 11:15
    खेत के वित्तीय जोखिम को उठाने के लिए।
  • 11:15 - 11:16
    किसान जो उगा सकते हैं, वो उगाते हैं
  • 11:16 - 11:19
    और ग्राहक उसका लुत्फ़ उठाते हैं।
  • 11:19 - 11:21
    इसमें भी दो मुद्दे हैं।
  • 11:21 - 11:22
    ये किसानों के लिए अच्छा है
  • 11:22 - 11:25
    क्यूंकी वो निश्चित तौर पे
    वही बेचेंगे जो खरीदा जायेगा,
  • 11:25 - 11:26
    लेकिन हमारे लिए,
  • 11:26 - 11:28
    हमें अभी भी जा कर
    अपना हिस्सा लाना होगा,
  • 11:28 - 11:31
    और हम ये भी पता है, किसान
    हर चीज नहीं उगा सकते हैं,
  • 11:32 - 11:35
    तो कभी कभी, एक चीज़
    बहुत ज्यादा मात्रा में उग जाती है
  • 11:36 - 11:38
    शायद आप में से किसी के साथ
    ऐसा हुआ भी हो
  • 11:38 - 11:42
    क्या करेंगे आप १२ किलो शलजम का
    बीच सर्दी के मौसम में ?
  • 11:42 - 11:44
    मुझे तो अभी भी नहीं पता ।
  • 11:45 - 11:47
    तो सवाल पे वापिस आते हैं।
  • 11:47 - 11:49
    हम इसे कैसे ठीक करें?
  • 11:49 - 11:51
    हमारी जो करने की और
    जो बनाने की उम्मीद है
  • 11:51 - 11:54
    वो सी. एस. ऐ. का बस एक बेहतर तरीका है
  • 11:54 - 11:59
    इसके पीछे ३ बुनियादी इनोवेशन हैं,
    जो इसको एक सुर में बांधते हैं।
  • 11:59 - 12:01
    पहला है
  • 12:01 - 12:04
    सदस्यता पे आधारित
    एक ई-कॉमर्स मंच,
  • 12:04 - 12:06
    जिसकी मदद से हम
    किसानों के लिए अबाधित मांग बना सकते हैं,
  • 12:06 - 12:08
    साल भर के लिए।
  • 12:08 - 12:10
    सदस्य्ता होना इसमें मूल कुंजी है
  • 12:10 - 12:12
    हर हफ्ते आर्डर पूरे किये जाएंगे
  • 12:12 - 12:14
    ग्राहक सूची में रहते हैं,
    वह कभी भी निकल सकते हैं
  • 12:14 - 12:17
    इस तरह हमको हर हफ्ते मोटा मोटा
    बराबर ही आर्डर मिलेंगे।
  • 12:18 - 12:22
    दूसरा, इसका मतलब है
    अगर किसान ऑनलाइन बेच सकते हैं,
  • 12:22 - 12:25
    वो अपने खेत के अंतर्गत आने वाले
    स्थानीय क्षेत्र तक ही सिमित नही हैं
  • 12:25 - 12:28
    या बाजारों की संख्या
    जहाँ वो बिक्री कर सकते हैं।
  • 12:28 - 12:30
    हमने इस बाधा के दरवाजों
    को तोड़ दिया है।
  • 12:31 - 12:33
    दूसरा: मांग का पूर्वानुमान
  • 12:33 - 12:36
    हम डाटा विज्ञान से
    भविष्य में देख रहे हैं
  • 12:36 - 12:37
    और मांग का पूर्वानुमान करते है।
  • 12:37 - 12:41
    इसकी मदद से किसान को पता है
    की निकट भविष्य में कितनी कटाई करनी है।
  • 12:41 - 12:43
    और ये भी की आगे क्या बोना है।
  • 12:44 - 12:46
    अगर सोमवार को २०० आर्डर जाने हैं,
  • 12:46 - 12:48
    तो हम उतनी ही खरीदारी करते हैं।
  • 12:49 - 12:50
    200 ब्रोकोली,
  • 12:50 - 12:52
    २०० सल्मोन मछली,
    वगहरा वगहरा।
  • 12:53 - 12:56
    आर्डर देने की इस स्वचालित प्रक्रिया
    का मतलब है कि,
  • 12:56 - 12:59
    अब खाना नष्ट नही होगा
  • 12:59 - 13:01
    जो हम सभी के लिए चिंता की बात है,
  • 13:01 - 13:05
    क्यूंकि हम निश्चित कर रहे हैं की
    आपूर्ति और मांग में मेल है।
  • 13:06 - 13:08
    और ये हमे किसानो के साथ
    भविष्य देखने और ...
  • 13:08 - 13:10
    फसल योजना बनाने
    में भी मदद करता है।
  • 13:10 - 13:12
    तो अगर हम उनसे ये कह पाए
    की इस साल जून के महीने में,
  • 13:12 - 13:14
    " मुझे, हर हफ्ते ४०० पौंड एस्परैगस और
  • 13:15 - 13:17
    ५०० पौंड जामुन की जरुरत है,"
  • 13:17 - 13:19
    वो उसी हिसाब से बुआई कर सकते हैं।
  • 13:19 - 13:21
    इस भरोसे के साथ की
    जो उन्होने उगाया है
  • 13:21 - 13:23
    वो सभी कुछ वो बेच पाएंगे।
  • 13:23 - 13:25
    और अंत में, हम
    मार्ग-अनुकूलन सॉफ्टवेयर का उपयोग करते हैं
  • 13:25 - 13:28
    जो बिक्री कार्यकर्ता को
    अनुकूल मार्ग बताने में मदद करता है
  • 13:28 - 13:32
    हम कार्यकर्ताओं का एक दल लाते हैं,
    जो आखरी मील तक पहुंचने में मदद करते हैं,
  • 13:32 - 13:34
    और इन सभी चीजों को
    सीधे आपके दरवाजे पे लाते हैं।
  • 13:34 - 13:36
    डाटा विज्ञान के बिना
  • 13:36 - 13:38
    और एक अत्याधिक-सक्षम,अद्भुत टीम के बिना,
  • 13:38 - 13:40
    इनमें से कुछ भी संभव नहीं था
  • 13:41 - 13:43
    आपने शायद देखा होगा
  • 13:43 - 13:46
    कि हमारे एक प्रकार के उग्र,
    भावुक मूल विश्वास हैं।
  • 13:46 - 13:48
    जी हाँ, हमारा प्रयास
    एक स्थायी वयवसाय बनाने का है,
  • 13:49 - 13:51
    पर हमारी नज़र सिर्फ
    मुनाफे पे ही नहीं टिकी है,
  • 13:51 - 13:54
    हमारा ध्यान भोजन की एक
    बेहतर समग्र प्रणाली बनाने पे है।
  • 13:54 - 13:56
    हमारे लिए सबसे कीमती है
  • 13:56 - 13:57
    इंसान।
  • 13:57 - 14:00
    हम भोजन के इर्द गिर्द,
    समुदाय बनाना चाहते हैं
  • 14:00 - 14:02
    जिन लोगों को इससे प्यार है
    और जो लोग इसको उगते हैं।
  • 14:02 - 14:05
    हमने इस कंपनी को
    छोटे खेतों के सहयोग के लिये बनाया है।
  • 14:06 - 14:07
    हानि रहित।
  • 14:07 - 14:10
    सभी को खाना खराब करना पसंद नही है
    ये गलत है -
  • 14:10 - 14:11
    अब चाहे वो अजीब सा केला हो
  • 14:11 - 14:14
    जो आपकी खाने की मेज पर
    काफी दिनों से रखा है।
  • 14:14 - 14:16
    और अंत में स्वाद।
  • 14:16 - 14:18
    अगर स्वाद अच्छा नही है,
  • 14:18 - 14:21
    जैसे की गर्मियों वाले उत्तम टमाटर,
  • 14:21 - 14:22
    फिर क्यों करें चिंता।
  • 14:23 - 14:25
    तो हमने क्या किया
    इन स्थानीय खेतो के साथ काम किया
  • 14:25 - 14:27
    इनकी चीज़ों को लेकर
  • 14:27 - 14:29
    सीधे आपके दरवाजों पर पहुंचने के लिए,
  • 14:29 - 14:31
    जिससे हम आपको सीधा उनके साथ जोड़ सकें
  • 14:31 - 14:34
    और एक अधिक समग्र प्रणाली बना सकें।
  • 14:34 - 14:36
    ये ही हमारा भविष्य का दृष्टिकोण है।
  • 14:36 - 14:40
    इस प्रणाली का विस्तार
    बोस्टन से बहार भी हो, न्यू इंग्लैंड से आगे
  • 14:40 - 14:42
    और देश भर में।
  • 14:42 - 14:46
    एक राष्ट्रव्यापी स्थानीय खेतों का
    वितरित नेटवर्क बनाने के लिए
  • 14:46 - 14:48
    और इन सभी किसानों को जोड़ने के लिए
  • 14:48 - 14:50
    आप जैसे लोगों के साथ
    जो उनके भोजन को पसंद करेंगे।
  • 14:52 - 14:53
    और अंत में, हम मानते हैं
  • 14:53 - 14:58
    स्थानीय भोजन खाने पर जोर देना
    वास्तव में एक क्रांतिकारी कार्य है।
  • 14:58 - 15:00
    और आप इससे जुड़ने के लिए आमंत्रित हैं।
  • 15:00 - 15:02
    और क्या पता?
  • 15:02 - 15:05
    शायद कुछ दोस्त बन जाएँ,
    यूँ ही रहा चलते चलते।
  • 15:06 - 15:07
    बहुत बहुत धन्यवाद।
  • 15:07 - 15:08
    (तालियां)
Title:
बिग डाटा, छोटे खेत और दो टमाटरों की कहानी
Speaker:
एरिन बाउमगार्टनर
Description:

उद्यमी एरिन बुमगार्टनर का कहना है कि बिग डाटा से बेहतर भोजन का मार्ग प्रशस्त है। फार्म-टू-टेबल व्यवसाय चलाने के अपने अनुभव से आकर्षित होकर, उन्होने एक स्वस्थ, शून्य-अपशिष्ट खाद्य प्रणाली बनाने में मदद करने की योजना की रूपरेखा तैयार की है, जो कारखाने-खेती की उपज पर छोटे, स्थानीय खेत की कटाई की गुणवत्ता और स्वाद को महत्व देती है।

more » « less
Video Language:
English
Team:
closed TED
Project:
TEDTalks
Duration:
15:21

Hindi subtitles

Revisions