क्यों दफ्तर में काम नहीं होता है
-
0:00 - 0:02मैं काम के बारे में बात करने जा रहा हूँ
-
0:02 - 0:04विशेष रूप से क्यों लोग काम पर
-
0:04 - 0:06काम खत्म करते हुये नहीं दिखते ,
-
0:06 - 0:09जो एक समस्या हम सभी को
किसी न किसी तरह से है| -
0:09 - 0:11लेकिन, एक तरह से, शुरुआत में शुरू करते है|
-
0:11 - 0:15हमारे पास कंपनियां और गैर लाभ और दान
-
0:15 - 0:16और ये सभी समूह हैं|
-
0:16 - 0:18जिनके पास कर्मचारी
-
0:18 - 0:20या किसी प्रकार के स्वयंसेवक हैं|
-
0:20 - 0:24और वे उम्मीद करते है कि ये लोग
जो उनके लिये काम करते है, -
0:24 - 0:25महान काम करें
-
0:25 - 0:27कम से कम, इतना मैं आशा करूंगा,
-
0:27 - 0:29कम से कम अच्छा काम, उम्मीद है,
यह अच्छा काम है- -
0:29 - 0:31उम्मीद है, यह महान काम है|
-
0:31 - 0:33और इसलिए वे आम तौर पर वे निर्णय लेते है
-
0:33 - 0:35कि इन सभी लोगों को
एक साथ आने की जरूरत है -
0:35 - 0:36वह काम करने के लिए|
-
0:36 - 0:39तो एक कंपनी या एक चैरिटी,
या किसी भी तरह का एक संगठन, -
0:39 - 0:42वे आम तौर पर - अगर आप अफ्रीका में
काम नहीं कर रहे हैं, -
0:42 - 0:44यदि आप ऐसा करने के लिए वास्तव में
भाग्यशाली हैं - -
0:44 - 0:46ज्यादातर लोगों को रोज़ दफ्तर जाना है|
-
0:46 - 0:47और इसलिए ये कंपनियां,
-
0:47 - 0:49वे दफ्तर बनाते हैं|
-
0:49 - 0:53वे बाहर जाते हैं और एक इमारत खरीदते हैं,
या एक इमारत किराए पर ले लेते हैं, -
0:53 - 0:55या वे कुछ स्थान पट्टे पर ले लेते हैं,
-
0:55 - 0:57और वे सामान से जगह को भर देते हैं|
-
0:58 - 1:01वे इसे, टेबल, डेस्क,
-
1:01 - 1:03कुर्सियाँ, कंप्यूटर उपकरण,
-
1:03 - 1:06सॉफ्टवेयर, इंटरनेट पहुँच
-
1:06 - 1:07शायद एक फ्रिज,
-
1:07 - 1:09शायद कुछ अन्य चीजों, से भर देते हैं,
-
1:10 - 1:13और वे अपने कर्मचारियों,
या उनके स्वयंसेवकों से उस स्थान पर -
1:13 - 1:15हर दिन आकर महान
काम करने की उम्मीद करते हैं| -
1:15 - 1:18ऐसा लगता है जैसे यह पूछना बिल्कुल उचित है|
-
1:18 - 1:20हालांकि, अगर आप असल में लोगों से बात करें
-
1:20 - 1:22और यहां तक कि अपने आपसे सवाल करें,
-
1:22 - 1:23और आप खुद से पूछें,
-
1:23 - 1:27आप कहाँ जाना चाहेंगे जब आपको
सच मैं कुछ काम पूरा करना हो? -
1:27 - 1:29आप पायेंगे कि लोग वो नहीं कहते
-
1:29 - 1:30जो कि व्यापार सोचते हैं कि लोग कहेंगे|
-
1:30 - 1:33अगर आप लोगो से यह सवाल पूछें कि,
वे कहाँ जाना चाहेंगे -
1:33 - 1:35जब उन्हे सच मैं कुछ काम पूरा करना हो?
-
1:36 - 1:38आमतौर पर आपको
तीन अलग अलग प्रकार के जबाब मिलते हैं| -
1:38 - 1:41पहला एक तरह का स्थान या कोई जगह या एक कमरा
-
1:41 - 1:43दूसरा है एक चलती हुई वस्तु
-
1:43 - 1:44और तीसरा है एक समय|
-
1:44 - 1:45तो यहाँ कुछ उदाहरण है|
-
1:45 - 1:48जब मैं लोगो को पूछता हूँ
और मैं यह सवाल 10 साल से पूछता आ रहा हूँ -
1:48 - 1:52मैं उन्हे पूछता हूँ, " आप कहना जाते हो
जब आपको सच मैं कुछ काम पूरा करना होता है?" -
1:52 - 1:55मुझे ऐसी चीजे सुनने को मिलती हैं,
जैसे कि एक बरामदा, डेक -
1:55 - 1:56रसोई घर|
-
1:56 - 1:59मुझे ऐसी चीजे सुनने को मिलती
जैसे कि घर में एक आतिरिक्त कमरा -
1:59 - 2:00बेसमेंट,
-
2:00 - 2:02कॉफी की दुकान, पुस्तकालय|
-
2:03 - 2:06और तब आपको ऐसे चीजे सुनने को मिलती हैं
जैसे कि रेलगाड़ी, -
2:06 - 2:09हवाईजहाज, कार--
इसलिये आना जाना| -
2:09 - 2:11और तब आप लोगो को ये भी बोलते हुये सुनेंगे,
-
2:11 - 2:14खैर मैं कहाँ हूँ इससे वास्तव में
कोई फर्क नहीं पड़ता -
2:14 - 2:17जब तक कि यह बहुत ही सुबह
या बहुत ही रात या सप्ताह के अंत में है|" -
2:17 - 2:19आप किसी को कार्यालय कहता हुआ
लगभग कभी नहीं सुनते| -
2:19 - 2:23लेकिन व्यवसाय ये कार्यालय नाम के स्थान पर
ये सारा पैसा खर्च कर रहे हैं -
2:23 - 2:25और वे लोगो को हर समय यही जाने को कह रहे है
-
2:25 - 2:27अभी तक लोग कार्यालय में काम नहीं करते|
-
2:28 - 2:29वह किसके बारे में है?
-
2:31 - 2:32वह क्यूं है?
-
2:32 - 2:33वह क्यूं हो रहा है?
-
2:34 - 2:36और आपको क्या पता चलता है कि,
अगर आप थोड़ा गहराई में जाएं -
2:36 - 2:38आप पाते हैं कि लोग--
-
2:39 - 2:41ये है जो कि होता है--
-
2:41 - 2:42लोग काम पर जाते हैं,
-
2:42 - 2:45और वे मूल रूपसे उनके कार्यदिवस में
व्यापार कर रहे है -
2:45 - 2:46एक काम क्षणों की श्रृंखला के लिए
-
2:46 - 2:48ये है जो कि ऑफीस में होता है.
-
2:48 - 2:51तुम्हारे पास कुछ भी कार्यदिवस नहीं है
तुम्हारे पास काम के लम्हे है -
2:51 - 2:53यह ऐसे है जैसे ऑफीस के सामने का दरवाज़ा है
-
2:53 - 2:56आप अंदर जाते है
और आपका दिन टुकडो में बट जाता है, -
2:56 - 2:58क्यूंकि आपके पास १५ मिनिट्स यहाँ
और ३० मिनिट्स वहां हैं, -
2:58 - 3:01तब कुछ हो जाता है
तुम अपने काम से खीच लिए जाते हो -
3:01 - 3:04और करने को मिल जाता है, तब आपके पास
२० मिनिट्स हैं, तब यह लंच हो जाता है। -
3:04 - 3:05तब आपको कुछ और करना है।
-
3:05 - 3:09तब आपके पास १५ मिनिट्स हैं, और कोई आपको
बाजू मे खीच लेता है और आपसे सवाल पूछता है -
3:09 - 3:11और इससे पहले कि आपको पता चलता है,
५ बज जाते हैं, -
3:12 - 3:13और आप दिन को वापस देखते हैं,
-
3:13 - 3:16और आपको आभास होता है कि
आप कुछ भी पूरा नहीं कर पाये। -
3:16 - 3:18मेरा मतलब है, हम सब इससे गुजर चुके हैं।
-
3:18 - 3:20हम शायद कल ही इससे गुजरे थे,
-
3:20 - 3:22या एक दिन पहले, या उससे भी एक दिन पहले।
-
3:22 - 3:25आप अपने दिन पर वापस देखते हैं,
और आप पाते हैं कि मैने आज कुछ भी नहीं किया -
3:25 - 3:26मैं काम पर था।
-
3:26 - 3:29मैं अपनी मेज पर बैठा था,
मैने महंगा कंप्यूटर इस्तेमाल किया। -
3:29 - 3:32मैने वो सॉफ्टवेर इस्तेमाल किया
जो कि मुझे बोला गया। -
3:32 - 3:34मैं इन मीटिंग्स मैं गया जिसमे
मुझे जाने को बोला गया। -
3:34 - 3:37मैने ये कान्फरेन्स कॉल्स किये।
मैने यह सब काम काम किया। -
3:37 - 3:40लेकिन मैने सच मैने कुछ नहीं किया।
-
3:40 - 3:41मैने केवल कई काम किये।
-
3:42 - 3:44मैने सच मैं कोई मतलब का काम नहीं किया।
-
3:44 - 3:47और आपको क्या पता चलता है कि
खासतौर से रचनात्मक लोग-- -
3:47 - 3:48डिज़ाइनर्स, प्रोग्रामर्स,
-
3:48 - 3:50राइटर्स, इंजिनीयर्स,
-
3:50 - 3:51थिंकर्स--
-
3:53 - 3:55कि कोई काम पूरा करने के लिये
लोगों को सच में -
3:55 - 3:57बिना बाधा वाले लम्बे अंतराल की आवश्यकता है
-
3:57 - 4:00आप किसी को १५ मिनिट में रचनात्मक होने और
-
4:00 - 4:02सच में एक समस्या के बारे मैं सोचने को
नहीं पूछ सकते -
4:02 - 4:04शायद आपको एक त्वरित विचार होगा,
-
4:04 - 4:08पर एक समस्या के बारे मे गहराई से सोचने मे
और एक समस्या का ध्यान से विचार करने के लिए -
4:08 - 4:10आपको बिना बाधावाले
लंबे अतराल की आवश्यकता है -
4:10 - 4:13और हालांकि एक कार्यदिवस
प्राय: आठ घंटे के हॉट है, -
4:13 - 4:16यहाँ कितने लोगों के पास
उनके लिये ऑफीस मैं कभी भी आठ घंटे हैं। -
4:16 - 4:18सात घंटे?
-
4:18 - 4:21छ्ह:? पांच? चार?
-
4:21 - 4:24आखिरी बार कब आपके पास
अपने लिये ऑफीस में तीन घंटे थे? -
4:24 - 4:26दो घंटे? एक, शायद?
-
4:26 - 4:30बहुतकाम लोगों के पास सच मैं
बिना बाधावाले लंबे अंतराल हैं। -
4:30 - 4:34और यह कारण है
लोग घर पर काम करने का चयन करते है -
4:34 - 4:36या वे शायद ऑफीस जाते हैं,
-
4:36 - 4:38लेकिन वो ऑफीस सच में बहुत सुबह जाते हैं,
-
4:38 - 4:41या रात मे देर से जाते है
जब कोई भी आसपास नही होता है -
4:41 - 4:42रुके रहते है
जब तक बाकी लोग चले नहीं जाते या -
4:42 - 4:44सप्ताह के अंत मैं जाते हैं,
-
4:44 - 4:45या वे जहाज पर काम पूरा करते हैं,
-
4:45 - 4:48या वे कार या रेलगाड़ी मैं काम पूरा करते है
-
4:48 - 4:49क्यूंकि वहां कोई बाधा नहीं है।
-
4:49 - 4:51अब, अलग तरह की बाधाएं हैं,
-
4:51 - 4:53लेकिन सच मैं बुरी तरह की बाधाएं नहीं हैं
-
4:53 - 4:55जिनके बारे मैं बस एक मिनिट में बात करूंगा
-
4:55 - 4:58और इस तरह काम करने के लिये
-
4:58 - 4:59छोटे छोटे लम्हे होने की पूरा घटना
-
4:59 - 5:01मुझे दूसरी चीज की याद दिलाती है
-
5:01 - 5:03जो काम नहीं करती जब आपको बाधित होते हैं।
-
5:03 - 5:04और वह है नींद।
-
5:04 - 5:07मैं सोचता हूँ कि नींद और काम
बहुत पास से सम्बंधित हैं, -
5:07 - 5:10और ये केवल यह नहीं है की जब आप सो रहे है
तब आप काम कर सकते है -
5:10 - 5:12और जब आप काम कर रहे है
तब आप सो सकते है -
5:12 - 5:14सच मैं वह मेरा मतलब नहीं है।
-
5:14 - 5:16मैं विशेष रूप से एक सच
की बात कर रहा हूँ कि -
5:17 - 5:18नींद और काम
-
5:18 - 5:20अवस्था-संबंधित हैं,
-
5:20 - 5:22या मंच-संबंधित, घटनायें.
-
5:22 - 5:24अत: नींद नींद की अवस्था
या मंच के बारे में है-- -
5:25 - 5:28कुछ लोग उन्हें अलग-अलग चीजें बुलाते हैं।
-
5:28 - 5:29ये पांच प्रकार की हैं,
-
5:29 - 5:32और सच मे गहरीवाली
सच मे मतलब वाली पाने के लिये -
5:33 - 5:34आपको पहले वाले से जाना पड़ेगा।
-
5:34 - 5:37और अगर आप तब बाधित हो जायें
जब आप पहले वाले से गुजर रहे हों-- -
5:37 - 5:39यदि कोई आपको बिस्तर में टकरा जाता है,
-
5:39 - 5:41या यदि वहां एक आवाज़,
या कुछ भी हो जाता है -
5:41 - 5:44तुम वहां से शुरू कर ही नही पाते
जहा तुम्हे छोड़ा था -
5:44 - 5:46यदि तुम बाधित होते हो और जग जाते हो,
-
5:46 - 5:47तुम्हे पुन: शुरू करना पड़ता है।
-
5:47 - 5:50अत: तुम्हे कुछ अवस्था पीछे जाना पड़ता है
और पुन: शुरू करना पड़ता है। -
5:50 - 5:52और अंत मैं क्या होता है--किसी समय तुम्हारे
-
5:52 - 5:55ऐसे दिन हो सकते हैं जब तुम
सुबह ८ बजे जागे, -
5:55 - 5:57या जब भी तुम उठते हो,
-
5:57 - 5:59और आप ऐसे होते हो जैसे की
मैं ठीक से सोया नहीं -
5:59 - 6:02मैने सोने का काम किया
मैं बिस्तर पे गया, मैं लेट गया -
6:02 - 6:03लेकिन मैं सच में सोया नहीं।
-
6:04 - 6:05लोग कहते हैं तुम सोने जाओ,
-
6:05 - 6:08लेकिन सच में तुम सोने नहीं जाते हो,
तुम सोने की ओर जाते हो। -
6:08 - 6:12इसको थोड़ा समय लगता है। तुम्हे इन अवस्थाओं
और चीजो से होकर जाना पड़ता है, -
6:12 - 6:14और अगर तुम बाधित होते हो,
तुम ठीक से सो नहीं पाते। -
6:14 - 6:17तो हम कैसे आशा करते हैक्या यहा कोई
किसी केअच्छे से सोने कीआशा करता है -
6:17 - 6:19यदि वे पूरी रात बाधित रहें?
-
6:19 - 6:20मुझे नहीं लगता कोई हन कहेगा.
-
6:20 - 6:22हम क्यूं लोगो को अच्छे से
काम करने की आशा रखते हैं| -
6:22 - 6:24यदि वे पूरे दिन ऑफीस मैं
बाधित होते रहते हैं? -
6:24 - 6:27हम कैसे लोगो को उनका काम
करने की आशा कर सकते हैं -
6:27 - 6:29यदि वे ऑफीस बाधित होने जा रहे हैं?
-
6:29 - 6:32वह मुझे ऐसा नहीं लगता जिसका
कोई मतलब निकलता है। -
6:32 - 6:34सो ये क्या बाधायें हैं
जो ऑफीस में होती है -
6:34 - 6:36जो दूसरी जगहों पर नहीं होती?
-
6:36 - 6:38क्यूंकि दूसरी जगहो मै
तुम्हे बाधाएँ हो सकती है -
6:38 - 6:40जैसे, तुम्हारे पास टीवी हो सकती है,
-
6:40 - 6:42या तुम टहलने निकल सकते हो,
-
6:42 - 6:44या वहां नीचे एक फ्रिड्ज है,
-
6:44 - 6:47या तुम्हारा खुद का काउच है
ओर जो कुछ भी तुम करना चाहो। -
6:47 - 6:49और यदि आप कुछ मॅनेजर्स से बात करो,
-
6:49 - 6:52वे आपको बोलेंगे की वे कर्मचारियों को
घर पे काम नहीं करने देना चाहते -
6:52 - 6:54इन बाधाओं की वजह से
-
6:54 - 6:55वे ये भी बोलेंगे--
-
6:55 - 6:57किसी समय वे यह भी बोलेंगे,
-
6:57 - 6:59"अच्छा, यदि मैं किसी व्यक्ति को
देख नहीं सकता, -
6:59 - 7:01तो मुझे कैसे पता चलेगे
कि वे काम कर रहे है?" -
7:01 - 7:02जो कि बकवास है, बेशक, लेकिन यह
एक बहाना है जो मॅनेजर्स देते हैं। -
7:02 - 7:04और मैं इनमे से एक मॅनेजर हूँ।
-
7:04 - 7:06मैं समझता हूँ यह कैसे चलता है।
-
7:06 - 7:08हम सभी को इस तरह की चीजों पर
सुधार करने की जरूरत है। -
7:09 - 7:11लेकिन आमतौर पर वे बढाइएं दिखायेंगे।
-
7:11 - 7:13"मैं किसी की घर पर काम करने नहीं दे सकते।
-
7:13 - 7:15वे टीवी देखेंगे। वे यह दूसरा काम करेंगे"
-
7:15 - 7:17या पता चलता है की सच मैं ये वो चीजे
नहीं हैं जो ध्यान भांग कर रही हैं। -
7:17 - 7:19क्यूंकि ये स्वैच्छिक बाधाएँ हैं।
-
7:19 - 7:21तुम फैसला करते हो कब तुम
टीवी से बाधित होना चाहते हो -
7:21 - 7:24तुम फैसला करते हो कब तुम
कुछ चालो करना चाहते हो। -
7:24 - 7:26तुम फैसला करते हो कब तुम
नीचे या टहलने जाना चाहते हो -
7:26 - 7:28ऑफीस मैं, ज्यदातर बाधाएं और रुकावटें
-
7:28 - 7:31जो की सच मैं लोगो को काम नहीं करने देतीं
-
7:31 - 7:33स्वैच्छिक होती हैं।
-
7:33 - 7:35तो आओ वियासे कुछ उदाहरण देखें।
-
7:36 - 7:38अब, मॅनेजर्स और बॉस
-
7:38 - 7:40तुम्हे आमतौर पर ये लगाएंगे
की काम पर सच्ची बाधाएँ -
7:41 - 7:43ये चीजे जैसे फसेबूक और ट्विटर
-
7:44 - 7:47और यूट्यूब और अन्य वेबसाईट्स,
-
7:47 - 7:50और सच में, वे इतना दूर चले जायेंगे
-
7:50 - 7:52की सच मैं एक साइट्स को प्रतिबंद कर दें।
-
7:52 - 7:55आपमे से कुछ उनस्थानो परभी काम कर सकते है
जहा आपको ये साइट्स नही मिल सकती -
7:55 - 7:58मेरा मतलब है, क्या ये चाइना है?
यहाँ ये हो क्या रहा है? -
7:58 - 8:00तुम एक वेबसाइटे पर नहीं जा सकते काम पर,
-
8:00 - 8:02यह समस्या लोगों को काम करके नही मिल रहा है
-
8:02 - 8:04क्यूंकि फसेबूक पर जा रहे है
और ट्विटर पर जा रहे है? -
8:04 - 8:07यह एक तरह से बकवास है।
यह एक पूरी तरह से फंदा है। -
8:07 - 8:10और आज के फसेबूक और ट्विटर और यू ट्यूब,
-
8:10 - 8:13ये चीजें केवल आधुनिक युग की
धूम्रपान विराम हैं। -
8:13 - 8:16किसी ने लोगो के १५ मिनिट के
धूम्रपान विराम लेने पर ध्यान नहीं दिया -
8:16 - 8:17१० साल पेहले,
-
8:17 - 8:20तो क्यूं हर कोई फसेबूक पर यहाँ
और वहां जाने का ध्यान रखता है, -
8:20 - 8:22या ट्विटर पर यहा वहां,
या युट्यूब पर यहाँ वहा -
8:22 - 8:24ऑफीस में वे असली समस्या नहीं हैं ।
-
8:24 - 8:27असली समस्या हैं जिन्हे
मैं केहना चाहूंगा -
8:27 - 8:27एम & एम्स,
-
8:27 - 8:29मैनेजर्स और मीटिंग्स,
-
8:29 - 8:32वो सच्ची समस्याएं हैं आज आधुनिक ऑफिस मैं।
-
8:32 - 8:35और इसलिये काम पर चीजें पूरी नहीं होती.
-
8:35 - 8:37यह एम & एम्स की वजह से है,
-
8:37 - 8:39अब दिलचस्प क्या है कि,
-
8:39 - 8:42यदि तुम सारे स्थानोंको सुनो जिनके बारे में
लोग काम करने के लिये बात करते हैं-- -
8:42 - 8:44जैसे कि घर, या कर में, या जहाज में,
-
8:44 - 8:46या रात को डर से, या जल्दी सुबह में--
-
8:46 - 8:48तुम्हें मैनेजर्स और मीटिंग्स नहीं मिलते।
-
8:48 - 8:50तुम्हे कई सारी दूसरी बाधायें मिलती हैं,
-
8:50 - 8:52लेकिन तुम्हे मैनेजर्स
और मीटिंग्स नही मिलते -
8:52 - 8:54सो ये चीजें है तुम्हे
कहीं और नहीं मिलती, -
8:54 - 8:57लेकिन तुम्हें ऑफिस में पक्का मिलती हैं।
-
8:57 - 8:59और मैनेजर्स मूल रूप से इंसान हैं
-
8:59 - 9:01जिनका काम लोगों को बाधा पहुंचाना है।
-
9:01 - 9:04ज्यादातर यही है जिसके लिये मैनेजर्स है
वे लोगो को रुकवत देने के लिये है -
9:04 - 9:06वे सच मैं काम नहीं करते,
-
9:06 - 9:09सो उन्हें यह सुनिश्चित कर्ण होता हैकि बाकी
सभी काम कर राहा हैं, जॉ कि एक रुकावट है। -
9:09 - 9:11और हमरे यहान दुनिया मै
बहुत सारे मैनेजर्स है -
9:11 - 9:13और दुनिया मैं बहुत सारे लोग हैं,
-
9:13 - 9:15इन मैनेजर्स कि वजह से दुनिया मै
अब बहुत सारी बाधाये भी है। -
9:15 - 9:17उन्हे जाँचना होता है:"यह कैसा चल रहा है?
-
9:17 - 9:19दिखाओ मुझे कितना हुआ,"और उस तरह कि चीजें
-
9:19 - 9:21और वे तुम्हे गलत समय पर
बाधित करते रहते है -
9:21 - 9:23जब तुम अच मैं कुच करने कि
कोशिश कर रहे होते हो -
9:23 - 9:24जिसके लिये वे तुम्हे भुगतान करते है
-
9:24 - 9:26वे तुमको बधित करते हैं।
-
9:26 - 9:28यह एक तरह से बुरा है।
-
9:28 - 9:31लेकिन और भी बुरी यह बात है कि
मेनेजर्स सबसे ज्यादा करते हैं, -
9:31 - 9:33जिसे कि मीटिंग्स बोलते हैं।
-
9:33 - 9:35और मीटिंग्स सिर्फ विशाक्त,
-
9:35 - 9:38भयानक, जहरीली चीज हैं,
-
9:38 - 9:40काम पर दिन के दौरान|
-
9:40 - 9:42हम सबको पता है यह सच है,
-
9:42 - 9:45और तुम्हे कभी कर्मचारियों द्वारा
बुलायी गायी सहज मीटिंग नहीं मिलेगी। -
9:45 - 9:47यह उस तरह काम नहीं करता।
-
9:47 - 9:49मेनेजर मीटिंग बुलाता है
-
9:49 - 9:51सो सारे कर्मचारी एक साथ आ सकें,
-
9:51 - 9:54और यह एक अविश्वशनीय
विनाशक चीज है लोगो के साथ करने को -
9:54 - 9:55कहना है," हे, देखो,
-
9:55 - 9:58हम १० लोगो को एक साथ लाने
वेल हैं अभी और हमारी एक मीटिंग है। -
9:58 - 10:00मुझे फरक नहीं पड़ता तुम क्या कर रहे हो।
-
10:00 - 10:03सिर्फ तुम्हे जो कर रहे हो उसे
बंद करना है सो तुम यह मीटिंग ले सको। -
10:03 - 10:06मेरा मतलब है क्या संयोग है की
सारे १० लोग रुकने के लिये तैयार है? -
10:06 - 10:08क्या यदि वे कुछ जरूरी सोच रहे हों?
-
10:08 - 10:10क्या यदि वे कुछ जरूरी काम कर रहे हों?
-
10:10 - 10:12एक दम से तुम उन्हे वह करना
रोकने के लिये बोल रहे हो -
10:12 - 10:14कुछ और करवाने के लिये।
-
10:14 - 10:17सो वे एक मीटिंग रूम मैं जाते हैं,
वे साथ मैने मिलते हैं, -
10:17 - 10:20और वे ना फरक पड़ने वाली
चीओं के बारे मैं बात करते हैं। -
10:20 - 10:22क्यूंकि मीटिंग्स काम नहीं हैं।
-
10:22 - 10:25मीटिंग्स उन चीजों प्र बात करने का स्थान है
जिन्हे तुम्हे बाद मैं करना है। -
10:25 - 10:27लेकिन मीटिंग्स पैदा भी करती हैं।
-
10:27 - 10:29सो एक मीटिंग दूसरी मीटिंग
की ओर ले जाती है। -
10:29 - 10:31और दूसरी मीटिंग की ओर ले जाती है।
-
10:31 - 10:33वहां मीटिंग्स मैं बहुत सारे लोग होते हैं,
-
10:33 - 10:36और वे संस्था को बहुत ज्यादा
महंगे भी होते हैं। -
10:36 - 10:39कम्पनियाँ आमतौर पर एक घंटे की
मीटिंग एक घंटे की मीटिंग की तरह सोचती हैं। -
10:39 - 10:42लेकिन यह सच नहीं है, जब तक की
उस मीटिंग मैं केवल एक व्यक्ति है। -
10:42 - 10:46यदि मीटिंग मैं १० लोग है यह १० घंटे की
मीटिंग है; यह १ घंटे की मीटिंग नहीं है। -
10:46 - 10:48यह १० घंटे की उत्पादकता
लेना है बाकी संगठन से -
10:48 - 10:50यह १ घंटे की मीटिंग करने के लिये।
-
10:50 - 10:53जो की शायद २ या ३ लोग कर सकते थे
-
10:53 - 10:55कुछ मिनिट्स के लिये बात करके
-
10:55 - 10:57लेकिन उसके बजाय, वहां
लम्बी अनुसूचित मीटिंग है। -
10:57 - 11:00क्यूंकि मीटिंग्स ऐसे रखी जाती हैं
जैसे सॉफ्टवेर काम करते हैं, -
11:00 - 11:03जो की १५ मिनिट, या ३० मिनिट
या एक घंटे की वृद्धि मैं हैं। -
11:03 - 11:05तुम ८ घंटे की मीटिंग
नहीं रखते हो आउटलुक से -
11:05 - 11:07तुम नहीं कर सकते। मुझे नहीं पता
अगर तुम कर सकते हो। -
11:07 - 11:10तुम १५ मिनट, ३० मिनट, या ४५
मिनट या एक घंटे के लिये जा सकते हो। -
11:10 - 11:12और सो हम इन समय को पूरा करते हैं
-
11:12 - 11:14जब चीजें सच मैं काफी जल्दी होनी चाहिये।
-
11:14 - 11:17सो मीटिंग्स और मेनेजेर्स
२ बड़ी समस्याएं हैं व्यवसाय मैं आज, -
11:17 - 11:19खासतौर से ऑफिसस को।
-
11:19 - 11:22ये चीजें ऑफीस के बाहर नहीं मिलती।
-
11:22 - 11:24सो मेरे कुछ सुझाव हैं
-
11:24 - 11:27स्थिति को ठीक करने के लिये।
-
11:27 - 11:29मेनेजर्स क्या कर सकते हैं--
-
11:29 - 11:31प्रबुद्ध मेनेजर्स, उम्मीद से--
-
11:31 - 11:34वे ऑफीस को लोगो के कमा करने के लिये
अच्छा स्थान कैसे बना सकते हैं, -
11:34 - 11:37सो यह अंतिम आश्रय नहीं है,
लेकिन यह प्रथम आश्रय है? -
11:37 - 11:39यह है जो की लोग बोलना शुरू करते हैं,
-
11:39 - 11:41जब मुझे सचमै काम करना होता है
मैं ऑफीस जाता हू। -
11:41 - 11:43क्यूंकि ऑफिसर्स अच्छी तरह से लैस हैं,
-
11:43 - 11:45उन्हें अपने काम करने के लिए
सब कुछ वहाँ होना चाहिए, -
11:45 - 11:48पर वे आयी वहां जाना नहीं चाहते,
सो हम कैसे वह बदलें? -
11:48 - 11:50मेरे पास ३ सुझाव हैं मैं
आप लोगो के साथ शेयर करूंगा। -
11:50 - 11:53मेरे पास ३ मिनिट हैं, सो
वह पूरी तरह से फिट होगा। -
11:53 - 11:55हम सबने आरामदायक शुक्रवार
चीज के बारे मैं सुना है। -
11:55 - 11:58हम सबने आरामदायक शुक्रवार
चीज के बारे मैं सुना है। -
11:58 - 12:01लेकिन कोई बात नहीं-
गुरुवार के बारे मैं क्या खयाल है? -
12:01 - 12:03इसके बारे मैं क्या खयाल है--
-
12:03 - 12:05एक महीने मैं एक गुरुवार चुनें
-
12:05 - 12:08और उस दिन को आधे मैं काट दे और सिर्फ दोफर कहें-- मैं इसे तुम्हारे लिये बहुत आसान बना दूंगा।
-
12:08 - 12:10सो सिर्फ दोपहर, एक गुरुवार।
-
12:10 - 12:12मास का पहला महीना-- सिर्फ दोपहर--
-
12:12 - 12:14कोई भी ऑफीस मैं एक दूसरे से बात ना करे।
-
12:14 - 12:16सिर्फ सन्नाटा, बस यह।
-
12:16 - 12:18और आपको क्या मिलेगा
-
12:18 - 12:20कि एक बहुत सरा काम सच मैं हो जाता है,
-
12:20 - 12:22जब कोई किसी से बात नहीं करता।
-
12:22 - 12:24यह है जब लोगो को सच मैं काम करके मिलता है,
-
12:24 - 12:26यह है जब कोई उन्हे परेशान नहीं करता है,
जब कोई उन्हे बाधित नहीं करता। -
12:26 - 12:29और आप किसी को दे सकते हो
किसी को ४ घंटे का बीना रुकावट वाला समय देना -
12:29 - 12:31यह सबसे उत्तम उफ़ार है
जॉ आप किसी को काम पर दे सकते हो -
12:31 - 12:33यह एक कम्प्यूटर से बेहतर है।
-
12:33 - 12:36यह एक नये मॉनीटर से बेहतर है।
यह नये सॉफ़टवेयर से बेहतर है, -
12:36 - 12:38या जो भी लोग अमतौर पे इस्तेमाल करते हैं।
-
12:38 - 12:40उन्हे ऑफीस मैं ४ घंटे का शान्त समय देना
-
12:40 - 12:41अविश्वसनीय रूप से मूल्यवान है।
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12:41 - 12:44अगर आप वाह कोशिश करते हो मुझे लगता है
तुम पाओगे की तुम सहमत होते हो। -
12:44 - 12:46और शयद, उम्मीद से तुम ऐसा कई बार कर पाओ।
-
12:46 - 12:48सो शायद यह हर दूसरे हफ़्ते हो,
-
12:48 - 12:50या हर हफ़्ते, हफ़्ते मैं एक बार।
-
12:50 - 12:52दोपहर मैं कोई एक दूसरे से बात ना करे।
-
12:52 - 12:55यह कुच चीज है जिसे की
आप सही मैं उपयोगी पायेंगे। -
12:55 - 12:57दोसरी चीज तुम कोशिश कर सकते हो
-
12:57 - 12:59सक्रिय संचार और
-
12:59 - 13:01कोलैबोरेशन से स्विच करना,
-
13:01 - 13:03जो की फेस-टू-फेस सामान की तरह है,
-
13:03 - 13:06कंधे पर लोगों को ट्टैपिंग करना,
उन्हे हाँ बोलना, मीटिंग्स करना, -
13:06 - 13:08और , संचार के और अधिक निष्क्रिय
मॉडल के साथ उसे बदलें, -
13:08 - 13:11चीजें जैसे इमेल और
इंस्टेंट मेसेजिंग इस्तेमाल करना, -
13:11 - 13:14या कॉलॅबोरेशन प्रॉडक्ट्स उस तरह की चीजें।
-
13:14 - 13:17अब कुछ लोग केह सकते हैं
ईमेल सच मैं बाधा देने वाला है -
13:17 - 13:19और आइ. एम. सच मैं बाधा देने वाला है,
-
13:19 - 13:21और ये अन्य चीन सच मैं बाधा देने वाली हैं,
-
13:21 - 13:24लेकिन वे तुम्हारे समय के अनुसार
और तुम्हारे अनुसार बाधा देती है। -
13:24 - 13:27आप ईमेल एप्लिकेशन छोड़ सकते हैं;
आप अपने बॉस को नहीं छोड़ सकते। -
13:27 - 13:29आप आइ. एम. छोड़ सकते हैं;
-
13:29 - 13:31आप अपने मेनेजर को नहीं छुपा सकते।
-
13:31 - 13:33आप इन चीजों को अलग रख सकते हैं,
-
13:33 - 13:37और तब आप अपने खुद की अनुसूची के
अनुसार बाधित हो सकते है, अपने खुदके समय पर -
13:37 - 13:39जब आप उपलब्ध हैं,
जब आप दोबारा जाने के लिये तयार हैं। -
13:39 - 13:41क्यूंकि काम जैसे की सोना,
चरणो मैं होता है -
13:41 - 13:43सो आप एक तरह से उपर जा रहे होते हो
और कुछ काम कर रहे होते हो, -
13:43 - 13:45और तब आप उस काम के लिए नीचे आ रहे होते हो,
-
13:45 - 13:47और तब शायद यह ईमेल चेक करने कासमय हो
जाता है, या उस आइ. एम. को चेक करने का -
13:47 - 13:50और वहां बहुत बहुत काम
चीजें हैं जो की अति आवश्यक हैं -
13:50 - 13:53जो की होनी हैं,
जो की ठीक इसी समय उत्तर होनी हैं। -
13:53 - 13:55सो अगर आप एक मेनेजर हैं,
-
13:55 - 13:57लोगो को आइ. एम. और ईमेल जैसे
चीजें इस्तेमाल करने को प्रोत्साहित करें -
13:57 - 13:59और दूसरी चीजें जो कोई और अलग रख सके
-
13:59 - 14:01और आपके पास वापिस आ सके उनके अपने हिसाब से।
-
14:01 - 14:04और एक अंतिम सलाह मेरी है
-
14:04 - 14:07वो यह है की, अगर आपकी
एक मीटिंग है जो आने वाली है, -
14:07 - 14:09यदि आपके पास शक्ति है,
-
14:09 - 14:12बस रद्द करें. बस उस अगली बैठक को रद्द करें
-
14:13 - 14:15आज शुक्रवार है--सो सोमवार,
आमतौर पर लोगो की सोमवार को मीटिंग होती है। -
14:15 - 14:17सिर्फ इसे मत लो।
-
14:17 - 14:19मेरा मतलब यह नहीं है इसे फिर कभी कर दो;
-
14:19 - 14:22मेरा मतलब है इसे सिर्फ
याद्दाश्त से मिटा दो, यह गयी। -
14:22 - 14:24और तुम पाओगे कि सब कुछ ठीक हो जायेगा।
-
14:24 - 14:26ये सभी चर्चा और निर्णय
तुमने सोचा तुम्हे करने थे -
14:26 - 14:28वो इस समय सोमवार को सुबह ९ बजे,
-
14:28 - 14:30सिर्फ उनके बारे मैं भूल जाओ,
और चीजें ठीक हो जाएंगी। -
14:30 - 14:33लोगो के पास ज्यादा खुली सुबह होती है
वे जितना सच मैं सोच सकते है -
14:33 - 14:35आपको पता लगेगा की शायद ये सारी
चीजें जो तुमे सोची तीन तुम्हे करनी तीन, -
14:35 - 14:37तुम्हें सच मैं नहीं करनी हैं।
-
14:37 - 14:39सो वो सिर्फ ३ शीघ्रा सुझाव हैं जो मैं
आप लोगो को देना चाहता था -
14:39 - 14:41इसके बारे मैं सोचने को।
-
14:41 - 14:43और मैं सोचता हूँ की इनमे से कुछ विचार
-
14:43 - 14:45कॅम से कॅम उत्तेजनक थे
-
14:45 - 14:47मेनेजर्स, बॉस और
व्यवसाय के मालिकों के लिए -
14:47 - 14:49और आयोजक और लोग जो
की दूसरे लोगो के प्रभारी हैं -
14:49 - 14:51एक छोटा सा बंद बिछाने
के बारे में सोचने के लिए -
14:51 - 14:54और लोगो को थोड़ा और काम करने के लिये
कुछ और समय देने के लिये. -
14:54 - 14:56और मैं सोचता हूँ की
यह अंत मै भुगतान करेगा। -
14:56 - 14:58सुनने के लिए धन्यवाद|
-
14:58 - 15:00(तालियाँ)
- Title:
- क्यों दफ्तर में काम नहीं होता है
- Speaker:
- जेसन फ्राइड
- Description:
-
जेसन फ्राइड के पास काम करने का एक कट्टरपंथी सिद्धांत है: कि कार्यालय काम करने के लिए एक अच्छी जगह नहीं है। टेडक्स मिडवेस्ट पर वह (उन्हें एम एंड एम्स बोलेँ) मुख्य समस्याएं साझा करता है और काम को काम करने के लिए तीन सुझाव प्रदान करता है ।
- Video Language:
- English
- Team:
- closed TED
- Project:
- TEDTalks
- Duration:
- 15:00
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