भाग्य आपके जीवन में क्या भूमिका निभाता है?
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0:01 - 0:02सभी को नमस्कार।
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0:02 - 0:06आपसे बात करना मेरा सौभाग्य है,
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0:06 - 0:12और आज मैं जिस बारे में बात
करने जा रहा हूं, वह है किस्मत और न्याय -
0:12 - 0:14और उनके बीच का संबंध।
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0:14 - 0:16कुछ वर्ष पहले,
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0:16 - 0:19मेरे एक पूर्व छात्र ने मुझे फोन किया
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0:19 - 0:21अपनी बेटी के बारे में बात करने के लिए,
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0:21 - 0:23उनकी बेटी एक हाई स्कूल सीनियर थी,
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0:23 - 0:29स्वार्थमोर में प्रवेश लेने के लिए गंभीर थी
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0:29 - 0:30जहाँ मैंने पढ़ाया है,
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0:30 - 0:35और वह जानना चाहते थे
कि वह प्रवेश ले पाएगी या नहीं। -
0:35 - 0:40स्वार्थमोर जैसे महाविद्यालय में
प्रवेश पाना अत्यंत कठिन है। -
0:40 - 0:42तो मैंने कहा, "ठीक है,
मुझे उसके बारे में बताओ।" -
0:42 - 0:44और उसने मुझे उसके बारे में बताया,
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0:44 - 0:47उसके ग्रेड क्या थे, उसके बोर्ड के अंक,
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0:47 - 0:49उसकी अतिरिक्त गतिविधियाँ,
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0:49 - 0:51और वह एक सुपरस्टार की तरह लग रही थी,
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0:51 - 0:54अद्भुत, अद्भुत लड़की
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0:54 - 0:56तो मैंने कहा, “ये शानदार लग रही है।
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0:56 - 0:59वह बिलकुल ऐसी छात्रा लगती है
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0:59 - 1:02जो स्वार्थमोर लेना चाहेगा।"
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1:02 - 1:05तो उन्होंने कहा, "क्या इसका मतलब है
कि वो चुन ली जाएगी?" -
1:06 - 1:08और मैंने कहा, “नहीं।
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1:09 - 1:13स्वार्थमोर में उन सभी के लिए जो अच्छे हैं,
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1:13 - 1:15पर्याप्त जगह नहीं हैं
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1:15 - 1:19हार्वर्ड या येल या प्रिंसटन या स्टैनफोर्ड
में पर्याप्त जगह नहीं हैं। -
1:19 - 1:23गूगल या ऐमेज़ॉन या एप्पल
में पर्याप्त जगह नहीं हैं। -
1:23 - 1:28टेड कांफ्रेंस
में पर्याप्त जगह नहीं हैं। -
1:28 - 1:30बहुत लोग काफी अच्छे हैं,
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1:30 - 1:33और उनमें से कुछ ये हासिल नहीं कर पाएंगे।"
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1:35 - 1:37तो उसने कहा, "अच्छा, फिर हम क्या करें?"
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1:38 - 1:41और मैंने कहा, "यह बहुत अच्छा सवाल है।"
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1:42 - 1:44हमसे क्या करने की अपेक्षा की जाती है?
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1:44 - 1:48और मुझे पता है कि
कॉलेजों और विश्वविद्यालयों ने क्या किया है -
1:48 - 1:51निष्पक्षता के हित में,
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1:51 - 1:56वह मानकों को बढ़ाने का काम किया है
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1:56 - 2:02क्योंकि कम योग्य लोगों को स्वीकार
और बेहतर योग्य लोगों को अस्वीकार -
2:02 - 2:05करना उचित नहीं लगता है
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2:05 - 2:09इसलिए ये मानकों को
उच्च से उच्चतर बढ़ाते रहें -
2:09 - 2:11जब तक वे इतने उच्च नहीं हो जाते
कि आप केवल -
2:11 - 2:16उन छात्रों को स्वीकार कर सकते हैं
जो उतने योग्य हों। -
2:16 - 2:22और ये बहुत से लोगों की न्याय और निष्पक्षता
क्या है, इस भावना का उल्लंघन करता है। -
2:22 - 2:25अमेरिकी समाज के लोगों की इस बारे में
अलग-अलग राय है -
2:25 - 2:29कि किस प्रकार की प्रक्रिया सही है,
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2:29 - 2:33लेकिन मुझे लगता है कि एक बात है
जिससे ज्यादातर सहमत है, -
2:33 - 2:36कि एक उचित प्रणाली,
एक निष्पक्ष प्रणाली में, -
2:36 - 2:38लोगों को अपना हक़ मिलता है।
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2:38 - 2:41और जो मैं अपने पूर्व छात्र को बता रहा था
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2:41 - 2:45वो यह है कि जब बात कॉलेज प्रवेश की आती है,
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2:45 - 2:49यह सच नहीं है कि लोगों को वही मिलता है
जिसके वे हकदार हैं। -
2:49 - 2:53कुछ लोगों को वह मिलता है जिसके वे
हकदार हैं, और कुछ लोग को नहीं, -
2:53 - 2:56और ये बस ऐसा ही है।
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2:56 - 3:00जब आप कॉलेजों की आवश्यकताओं को
पूरा करते हैं, -
3:00 - 3:03आप एक पागल प्रतियोगिता बनाते हैं
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3:03 - 3:05हाई स्कूल के बच्चों के बीच,
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3:05 - 3:08क्योंकि यह अच्छा होने के लिए
पर्याप्त नहीं है, -
3:08 - 3:11यह काफी अच्छा होने के लिए
भी पर्याप्त नहीं है, -
3:11 - 3:14आपको हर उन सभी से बेहतर होना होगा
जो भी आवेदन कर रहा है। -
3:14 - 3:16और इसने क्या किया है,
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3:16 - 3:18इसने चिंता और अवसाद
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3:18 - 3:22की एक तरह की महामारी का योगदान दिया है,
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3:22 - 3:25जो सिर्फ हमारे किशोरों को कुचल रही है।
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3:25 - 3:28हम इस तरह की प्रतियोगिता की वजह से
एक पीढ़ी को बर्बाद कर रहे हैं। -
3:29 - 3:31जब मैं इस बारे में सोच रहा था,
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3:31 - 3:34तो मुझे लगा की मेरे पास इस समस्या
को हल करने का एक तरीका है। -
3:34 - 3:36और हम ये कर सकते हैं:
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3:37 - 3:40जब लोग कॉलेज में आवेदन करते हैं,
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3:40 - 3:45हम उन आवेदकों के बीच अंतर करते हैं
जो सफल होने के लिए पर्याप्त हैं -
3:46 - 3:47और जो नहीं हैं,
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3:47 - 3:51और हम उन लोगों को अस्वीकार करते हैं
जो सफल होने के लिए पर्याप्त नहीं हैं, -
3:51 - 3:55और तब हम बाकी बचे हुए को लेते हैं,
उनके नाम एक टोपी में रखते हैं, -
3:55 - 3:57और हम उन्हें यादृच्छिक रूप से उठाते हैं
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3:57 - 3:59और उन्हें स्वीकार करते हैं।
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3:59 - 4:03दूसरे शब्दों में, हम लॉटरी द्वारा
कॉलेज में प्रवेश लेते हैं, -
4:03 - 4:08और शायद हम लॉटरी द्वारा तकनीकी कंपनियों
में नौकरी की पेशकश करते हैं, -
4:08 - 4:10और - विचार नष्ट कर के-
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4:10 - 4:14हो सकता है कि हम TED में बात करने के लिए
आमंत्रित किए जाने के बारे में भी निर्णय -
4:14 - 4:15लॉटरी द्वारा लेते हों।
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4:16 - 4:18मुझे गलत मत समझना,
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4:18 - 4:22इस तरह की लॉटरी
अन्याय को खत्म करने वाली नहीं है। -
4:22 - 4:26अभी भी बहुत से लोग ऐसे होंगे जिन्हें
वो नहीं मिलता जिसके वो हकदार हैं। -
4:26 - 4:29लेकिन कम से कम यह निष्कपट है।
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4:29 - 4:35यह दिखावा के बजाय अन्याय का खुलासा
करता है, -
4:35 - 4:38और यह अविश्वसनीय दबाव के
गुब्बारे को छिद्रित करता है -
4:38 - 4:42जिसके नीचे हमारे हाई स्कूल के
बच्चे रह रहे हैं। -
4:43 - 4:47तो ऐसा क्यों है कि इस
उचित प्रस्ताव पर पूरी तरह से, -
4:47 - 4:49यदि मै ऐसा खुद से कहूं तो,
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4:49 - 4:51कोई गंभीर चर्चा नहीं करता है?
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4:52 - 4:53शायद मुझे पता है क्यों।
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4:54 - 4:57मुझे लगता है कि हमे इस विचार से नफरत है
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4:57 - 5:03कि जीवन में वास्तव में महत्वपूर्ण चीजें
भाग्य या संयोग से हो सकती हैं, -
5:03 - 5:08हमारे जीवन में वास्तव में महत्वपूर्ण चीजें
हमारे नियंत्रण में नहीं हैं। -
5:08 - 5:09मुझे इस विचार से नफरत है।
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5:09 - 5:12यह आश्चर्य की बात नहीं है कि
लोग इस विचार से नफरत करते हैं, -
5:12 - 5:16लेकिन यह चीजें बस इसी तरह से हैं।
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5:17 - 5:22सबसे पहले, कॉलेज प्रवेश
पहले से ही एक लॉटरी है -
5:22 - 5:25बस प्रवेश अधिकारी दिखावा करते हैं
कि ऐसा नहीं है, -
5:25 - 5:27तो इसके बारे में ईमानदार रहते हैं
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5:27 - 5:29और दूसरा,
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5:29 - 5:32मुझे लगता है कि अगर हम सराहना करते हैं
कि यह एक लॉटरी थी, -
5:32 - 5:37यह लगभग हम सबके जीवन में
सौभाग्य के महत्व को -
5:37 - 5:39स्वीकार करने के लिए भी मजबूर करेगा।
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5:39 - 5:41मुझे देख लो।
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5:42 - 5:47मेरे जीवन की लगभग सभी महत्वपूर्ण घटनाएं,
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5:47 - 5:48काफी हद तक,
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5:48 - 5:50सौभाग्य के परिणामस्वरूप हुई हैं।
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5:51 - 5:54जब मैं सातवीं कक्षा में था,
मेरे परिवार ने न्यूयॉर्क छोड़ दिया -
5:54 - 5:57और वेस्टचेस्टर काउंटी आ गए।
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5:57 - 5:58स्कूल की शुरुआत में ही सही,
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5:58 - 6:01मैं एक प्यारी युवा लड़की से मिला
जो मेरी दोस्त बन गई, -
6:01 - 6:04फिर मेरी सबसे अच्छी दोस्त बन गई,
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6:04 - 6:07फिर वह मेरी प्रेमिका बन गई
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6:07 - 6:09और फिर वह मेरी पत्नी बन गई।
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6:09 - 6:11खुशी से, 52 वर्षों से वह मेरी
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6:11 - 6:13पत्नी है।
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6:13 - 6:17मेरा इस बात से बहुत कम लेना-देना था।
यह एक भाग्यशाली दुर्घटना थी। -
6:18 - 6:20मैं कॉलेज गया,
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6:20 - 6:25और अपने पहले सेमेस्टर में मैंने
मनोविज्ञान की एक कक्षा में प्रवेश किया। -
6:25 - 6:27मुझे यह भी पता नहीं था कि
मनोविज्ञान क्या है, -
6:27 - 6:30पर इसने मेरे अनुसूची में फिट होकर
मेरी आवश्यकताओं को पूरा किया -
6:30 - 6:31तो मैंने इसे ले लिया।
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6:31 - 6:33और भाग्य से, कक्षा को
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6:33 - 6:38एक सुपरस्टार परिचयात्मक मनोविज्ञान,
एक किंवदंती शिक्षक द्वारा पढ़ाया गया। -
6:39 - 6:42जिस वजह से, मैं एक
मनोविज्ञान प्रमुख बन गया। -
6:42 - 6:44फिर मैं ग्रेजुएट स्कूल गया।
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6:44 - 6:46जिसका अंत होने वाला था।
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6:46 - 6:49स्वार्थमोर में पढ़ाने वाले
मेरे एक दोस्त ने फैसला किया -
6:49 - 6:51वह अब प्रोफेसर नहीं रहना चाहता था,
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6:51 - 6:54और इसलिए उन्होंने मेडिकल स्कूल
जाना छोड़ दिया। -
6:55 - 6:58जो काम वो करते थे, वो जगह खुल गयी।
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6:58 - 7:00मैंने आवेदन किया, मुझे यह मिला,
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7:00 - 7:03एकमात्र नौकरी जिसके लिए मैंने
कभी आवेदन किया है। -
7:03 - 7:06मैंने स्वार्थमोर में 45 साल पढ़ाया,
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7:06 - 7:11एक संस्थान जिसका मेरे व्यवसाय
के आकार पर काफी प्रभाव पड़ा। -
7:11 - 7:13और सिर्फ एक आखिरी उदाहरण के तौर पर,
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7:13 - 7:17मैं न्यूयॉर्क में अपने कुछ कामों के बारे
में बात कर रहा था, -
7:17 - 7:21और दर्शकों में कोई था
जो मेरे बोलने के बाद मेरे पास आया। -
7:21 - 7:22उसने अपना परिचय दिया।
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7:22 - 7:24उन्होंने कहा, “मेरा नाम क्रिस है।
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7:24 - 7:26क्या आप TED पर बात करना चाहेंगे? "
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7:27 - 7:30और मेरी प्रतिक्रिया थी, "TED क्या है?"
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7:31 - 7:33खैर, मेरा मतलब है, उन्होंने मुझे बताया,
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7:33 - 7:37और TED तब इतना मशहूर नहीं था जितना अब है।
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7:37 - 7:39लेकिन इतने वर्षों में,
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7:39 - 7:41मैंने टेड में जो वार्ता दी है,
उसको 20 मिलियन से अधिक -
7:41 - 7:44लोगों द्वारा देखा गया है।
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7:44 - 7:47तो निष्कर्ष यह है,
मैं एक भाग्यशाली व्यक्ति हूँ। -
7:47 - 7:49मैं अपनी शादी को लेकर खुश किस्मत हूँ।
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7:49 - 7:50मैं अपनी शिक्षा के लिए भाग्यशाली हूँ।
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7:50 - 7:52मैं अपने करियर को लेकर भाग्यशाली हूँ।
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7:52 - 7:59और मैं भाग्यशाली हूँ कि मुझे TED जैसा
एक मंच और एक आवाज मिली। -
7:59 - 8:01क्या मैं उस सफलता के लायक था
जो मेरे पास है? -
8:01 - 8:02निश्चित रूप से मैं इस के लायक हूँ,
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8:03 - 8:05जैसा कि आप शायद अपनी सफलता के लायक हैं।
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8:05 - 8:11लेकिन बहुत सारे लोग हमारी तरह
सफलताओं के हक़दार हैं, -
8:11 - 8:13जो उनको नहीं मिलती।
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8:14 - 8:16तो क्या लोगों को वह मिलता है
जिसके वे हक़दार हैं? -
8:16 - 8:18क्या समाज न्यायपूर्ण है?
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8:19 - 8:21बिलकुल नही।
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8:21 - 8:27कड़ी मेहनत करने और नियमों से खेलने के
बाद भी इस चीज की कोई गारंटी नही है। -
8:27 - 8:31अगर हम इस तरह के अन्याय की अनिवार्यता
और सौभाग्य की केंद्रीयता -
8:31 - 8:34की सराहना करते हैं,
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8:34 - 8:36हम खुद से पूछ सकते हैं
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8:36 - 8:38क्या जिम्मेदारियां हैं हमारी
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8:38 - 8:44उन सबके प्रति जिन्हें महामारी के इस समय
में हम नायक के रूप में मना रहे हैं -
8:44 - 8:48यह सुनिश्चित करने के लिए कि वे सही रहें
और उनका जीवन बर्बाद न हो -
8:48 - 8:52जब एक गंभीर बीमारी
उनके परिवार को परेशान करती है -
8:52 - 8:56बीमारी से निपटने की वजह से?
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8:56 - 8:58क्या हम उनके कर्ज़दार हैं,
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8:58 - 9:03जो संघर्ष, कड़ी मेहनत करने के बाद भी
हमसे कम भाग्यशाली हैं? -
9:04 - 9:06लगभग आधी सदी पहले,
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9:06 - 9:10दार्शनिक जॉन रॉल्स ने "ए थ्योरी ऑफ़ जस्टिस"
नामक एक पुस्तक लिखी। -
9:10 - 9:15और उस पुस्तक में, उन्होंने एक अवधारणा पेश
की जिसे उन्होंने "अज्ञानता का पर्दा" कहा। -
9:15 - 9:16उन्होंने जो सवाल किया वह था:
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9:16 - 9:22यदि आप नही जानते कि
समाज में आपकी स्थिति क्या होने जा रही है, -
9:22 - 9:26तो आप किस तरह का समाज बनाना चाहेंगे?
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9:26 - 9:28और उन्होंने ये सुझाव दिया है
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9:28 - 9:31कि जब हम नही जानते कि क्या हम समाज में
सबसे ऊपर या सबसे नीचे से -
9:31 - 9:33प्रवेश करने जा रहे है,
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9:33 - 9:37हम चाहते हैं वह एक ऐसा समाज हो
जो बहुत समान है, -
9:37 - 9:39ताकि बदकिस्मत भी
-
9:39 - 9:43सभ्य, सार्थक और संतुष्ट जीवन
जीने में सक्षम हो सके। -
9:43 - 9:49तो इसको वापस लायें, आप सभी भाग्यशाली,
सफल लोग, अपने समुदायों को, -
9:49 - 9:56और ऐसा करें जिससे ये सुनिश्चित हो
कि हम सम्मान करें और देखभाल करें, -
9:56 - 10:00जो लोग हमारी तरह सफलता के योग्य हैं,
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10:00 - 10:02लेकिन उतने भाग्यशाली नहीं है।
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10:02 - 10:04धन्यवाद।
- Title:
- भाग्य आपके जीवन में क्या भूमिका निभाता है?
- Speaker:
- बैरी श्वार्ट्ज
- Description:
-
मनोवैज्ञानिक बैरी श्वार्ट्ज का कहना है कि भाग्य जीवन में बहुत बड़ी भूमिका निभाता है। बेशक, कड़ी मेहनत करना और नियमों का पालन करना आपको बहुत दूर तक ले जा सकता है - लेकिन बाकी चीजें सरल सौभाग्य के बल पर टीकी हैं। श्वार्ट्ज भाग्य, योग्यता और सफलता के बीच की अनदेखी लिंक की जांच करते हैं, मौके को समान करने के लिए एक पेचीदा समाधान की पेशकश करते हैं - कॉलेज में प्रवेश के उदाहरण के साथ।
- Video Language:
- English
- Team:
- closed TED
- Project:
- TEDTalks
- Duration:
- 10:16
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