अमरीका में आने के चार साल बाद,
किसी सामान्य १६ वर्षीय लड़के की तरह
मैं अपना ड्राइवर्स परमिट लेने गया.
क्लर्क को अपने इमीग्रेशन दस्तावेज़
और ग्रीन कार्ड दिखाने पर
वह बोली कि वे जाली हैं।
"यहाँ दोबारा मत आना," उसने जताया ।
तब मुझे पता चला
कि मैं अवैध रूप से अमरीका में था।
मैं अब भी अवैध रूप से यहाँ हूँ।
मैं एक पत्रकार और फ़िल्म निर्माता हूँ।
मैं कहानियों में जीता हूँ।
मैंने यह सीखा
कि अधिकतर लोग
जो इमीग्रेशन के बारे में नहीं समझते,
वही है जो वह अपने बारे में नहीं समझते.
उनके परिवारों की पुरानी प्रवास कहानियाँ
और जिन प्रक्रियाओं से उन्हें गुजरना पड़ा,
ग्रीन कार्ड और दीवारों के वजूद में
आने से पहले,
या किसने उनकी समझदारी को आकर दिया
नागरिकता को समझने में ।
मेरा जन्म फिलीपींस में हुआ था।
मैं १२ वर्ष का था जब मेरी माँ ने
मुझे मेरे नाना-नानी के पास
भेज दिया,
जिन्हें हम तगालोग में
लोलो और लोला कहते हैं.
लोलो का नाम टेफिलो था।
जब वह कानूनी रूप से अमेरिका चले गए
और एक प्राकृतिक नागरिक बन गए ,
उन्होंने अपना नाम टेफिलो से टेड में
बदल दिया,
"चियर्स" टीवी शो के हीरो
टेड डैनसन के नाम पर।
अब इससे अमरीकी नाम और क्या हो
सकता था ।
लोलो का मनपसंद गीत था
फ्रैंक सिनाट्रा का "माई वे".
जब बात आई अपने इकलौते नवासे को,
यानि मुझे, किस तरह अमरीका
लाया जाए,
तो उन्होंने अपना ही रास्ता अपनाया।
लोलो के मुताबिक, मुझे यहाँ लाने का
कोई आसान या सुलभ रास्ता नहीं था।
तो लोलो ने ४५०० डॉलर जमा किए --
जो एक सिक्यूरिटी गार्ड के लिए बड़ी रक़म थी,
जो आठ डॉलर प्रति घंटा ही कमाता था --
यह उन्होंने एक जाली ग्रीन कार्ड
और मुझे अवैध रूपसे अमरीका लाने
में खर्च की ।
तो मैं इस तरह यहाँ पहुंचा।
मैं बता नहीं सकता कि मुझे कितनी बार
लोगों ने कहा कि उनके पूर्वज
"सही तरीका" अपनाकर अमरीका आए।
तो मैं उन्हें याद दिलाता,
कि "सही तरीके" की अमरीकी परिभाषा
तब से अब तक बदल रहा है जब
सबसे पहले यात्रीओने अमरीका में पैर रखा ।
जिस अमरीका को हम जानते हैं
वह एक ज़मीन के टुकड़े से ज्यादा है,
विशेष रूप से क्योंकि यह भूमि अब
संयुक्त राज्य अमेरिका कहलाती है
कभी किसी अन्य देशों के अन्य लोगों की
हुआ करती थी।
अमेरिका जैसा कि हम जानते हैं ज्यादातर
अप्रवासियों का देश भी माना जाता है ।
अमरीकियों के दो समूह हैं
जो अप्रवासी नहीं हैं:
अमेरिकी मूल-निवासी,
जो स्वदेशी थे ।
और जो नरसंहार के कृत्यों में मारे गए थे;
और अफ़्रीकी अमरीकी, जिनका अपहरण करके
इस देश के निर्माण के लिए, जहाजों में भरकर
यहाँ गुलाम बनाने के लिए लाया गया।
सबसे बढ़कर, अमरीका एक कल्पना है,
भले ही जो परिपूर्ण या साकार न हुई हो,
पर जो इसीलिए अस्तित्व में आई
क्योंकि सबसे पहले बसनेवाले यहाँ आए
स्वतंत्रता से, नागरिकता की चिंता किए बिना।
तो आप कहाँ से आए?
यहाँ कैसे पहुंचे?
आपका खर्च किसने उठाया?
अमरीका भर में,
भिन्न समूहों के समक्ष --
रूढ़िवादी और प्रगतिवादी,
स्कूल के विद्यार्थी और वरिष्ठ नागरिक --
मैंने सब से ये सवाल किए।
चूँकि मैं गोरी नस्ल का नहीं हूँ,
लोग हमेशा पूछते हैं
कि, "तुम कहाँ से आए हो?"
तो मैं गोरों से पूछता हूँ
कि वे भी कहाँ से आए हैं।
यूनिवर्सिटी ऑफ़ जॉर्जिया में
जब मैं ने एक छात्र से
पूछा कि वह कहाँ से आया,
वह बोला, "मैं अमरीकी हूँ."
"पता है," मैंने कहा,
"लेकिन तुम आए कहाँ से?"
"मैं गोरा हूँ," उसने उत्तर दिया।
"पर गोरापन कोई देश नहीं है," मैंने कहा।
"तुम्हारे पूर्वज कहाँ से हैं?"
जब उसने जवाब में कंधे उचकाए,
तो मैंने कहा,
"खैर, तुम कहाँ से आए?
यहाँ कैसे पहुंचे?
तुम्हारा खर्च किसने उठाया?"
उसके पास कोई उत्तर नहीं था।
मैं नहीं समझता कि
उन तीन मूल प्रश्नों के उत्तर दिए बिना
एक देश के रूप में आप
अमरीका के बारे में बात कर सकते हैं।
इमीग्रेशन, अमरीका के जीवन की डोर है,
जिससे यह देश सदियों से
अपनी भरपाई करता आया है,
उन पहले बसनेवालों और विद्रोहियों से लेकर
जो उन १३ मूल कोलोनियों में आबाद हुए थे,
उन लाखों आप्रवासियों तक,
जिनमें ज़्यादातर यूरोप से आए,
जिन्होंने इस देश को लगातार आबाद किया।
हालाँकि, यहाँ पर आदिवासी अमरीकी
पहले से मौजूद थे,
जिनकी अपनी जनजातीय पहचानें थीं
और नागरिकता के बारे में अपने विचार थे,
उन्हें १९२४ के इंडियन सिटीजनशिप एक्ट तक
अमरीकी नागरिक नहीं माना जाता था
१९६४ का महत्वपूर्ण सिविल राइट्स एक्ट,
जिसके लिए काले अमरीकी लड़े,
१९६५ के इमीग्रेशन एंड नेशनालिटी एक्ट की
प्रेरणा बना,
जिसने अमरीका की नस्ल पर आधारित
बहिष्कारी व्यवस्था को ख़त्म किया
जो ४०वर्षों से चल रहा थी।
मैं इसके बारे में बहुत कुछ कह सकता हूँ,
लेकिन मेरा बड़ा मुद्दा यह है:
हम में से कितने लोग,
चाहे वे आप्रवासी अतीत के हों
या वर्तमान के,
अमरीकी इतिहास के इन महत्वपूर्ण हिस्सों
के बारे में जानते हैं?
इस इतिहास के कितने अंश
अमरीकी नागरिकता टेस्ट में पूछे जाते हैं?
क्या आपने कभी देखा है?
यह अधिकांश ज़बानी परीक्षण है,
और सरकारी अधिकारी टेस्ट लेनेवालों से
१०० में से १० तक सवाल पूछते हैं।
पास होने के लिए, निवेदकों को
कम से कम छः सही उत्तर देने पड़ते हैं।
मैं ने हाल ही में यह टेस्ट देखा।
और मैं सवालों के जवाब में सहमत था,
और प्रत्यक्ष भूलों को देखकर दंग रह गया।
एक सवाल स्टेचू ऑफ़ लिबर्टी
और वह कहाँ स्थित है, इसके बारे में है।
एलिस आइलैंड के बारे में कोई सवाल नहीं,
न ही अमरीका के
एक आप्रवासी देश होने के बारे में
और न ही उन कईआप्रवासी विरोधी
अधिनियमों के बारे में जो लागू किए गए।
मूल अमरीकी इतिहास
के बारे में कुछ नहीं।
मार्टिन लूथर किंग जूनियर के काम के
बारे में एक सवाल है,
लेकिन अधिकांश तौर पर, अफ़्रीकी अमरीकियों
के बारे में जो विषय हैं
वे अपर्याप्त और ग़ैर ज़िम्मेदार हैं।
एक उदहारण यह है।
अमरीकी इतिहास के भाग में
सवाल नंबर ७४
निवेदकों से पूछता है,
"सिविल वॉर शुरू होने का एक कारण बताओ।"
यहाँ तीन सही जवाब दिए जा सकते हैं:
गुलामी,
राज्यों के अधिकार,
आर्थिक कारण।
क्या मेरे लोलो और लोला
इस सवाल को समझते हैं?
अगर वे समझते भी हैं,
तो क्या वे इसके पीछे का इतिहास
समझते भी हैं?
तो उन सारे चाचा-चाचियों
और रिश्तेदारों
और लाखों अन्य आप्रवासियों का क्या,
जिन्हें अमरीकी बनने के लिए
यह टेस्ट लेना पड़ा ?
यहाँ आने से पहले आप्रवासियों को
अमरीका के बारे में क्या पता है?
हम किस प्रकार की नागरिकता का
निवेदन कर रहे हैं?
और क्या हम इसी प्रकार की नागरिकता
अपनाना चाहते हैं?
अगर ज़रा सोचें तो --
और मैं इस बारे में बहुत सोचता हूँ --
एक सम्मानजनक नागरिकता का रूप क्या है?
मैं इसकी मांग कैसे कर सकता हूँ
जब मैं केवल २६ साल से यहाँ हूँ,
और काले और आदिवासी लोग
जो अमरीका में सैकड़ों सालों से
बसे हुए हैं,
अभी तक इसका इंतज़ार कर रहे हैं?
टोनी मोरिसन
मेरे मनपसंद लेखकों में से एक है,
१९९६ में, मेरे यह जानने से एक साल पहले
कि मैं यहाँ अवैध रूप से हूँ,
मेरी आठवीं कक्षा को "द ब्लुएस्ट आई"
पढ़ने को कहा गया,
जो मोरिसन की पहली किताब है।
तत्काल ही, मुझे इस किताब ने
कठिन सवाल पूछने के लिए चुनौती दी।
एक कमसिन काली लड़की, पेकोला ब्रीडलव,
जो इस किताब की मुख्य पात्र है,
नीली आँखें क्यों चाहती थी?
उसे किसने कहा कि यह चाहिए?
उसने उनपर क्यों विश्वास किया?
मोरिसन ने कहा कि यह किताब
लिखने का कारण यह दर्शाना था
कि जब कोई "मुख्य धारणा" के अधीन
हो जाता है तो क्या होता है।
उसने कहा, "परिभाषाएं, बनानेवालों की
होती हैं, परिभाषित लोगों की नहीं।"
जब मैं जान गया कि
मैं यहाँ अवैध रूप से था,
तो मैंने खुद को मनवा लिया कि यदि
मैं जन्म से या क़ानून से वैध नागरिक नहीं था
तो कोई अन्य प्रकार की नागरिकता संभव थी।
सहभागिता के रूप में नागरिकता:
मैं संबंध बनाता हूँ।
उन अमरीकियों के साथ भी संबंध बनाता हूँ
जो नहीं चाहते कि मैं यहाँ रहूँ।
योगदान के रूप में नागरिकता:
जिस तरीक़े से भी हो,
मैं अपने समुदाय में योगदान देता हूँ।
बिना दस्तावेज़ वाले व्यवसायिक के नाते --
हाँ, यह भी एक चीज़ है --
मैंने कई अमरीकी नागरिकों को नौकरी दी है।
शिक्षा के रूप में नागरिकता:
हम इसका इंतज़ार नहीं कर सकते कि कोई और
हमें अतीत के बारे में और हम वर्तमान तक
कैसे पहुंचे, इसकी शिक्षा दे।
हमें अपने आप को और अपने आस पास के
लोगों को शिक्षित करना है।
नागरिकता का वह रूप जो मुझसे बड़ा है:
मेरे विचार में, हम, व्यक्तिगत रूप में
और सामूहिक रूप में,
अमरीका की मुख्य धारणा फिर से लिख रहे हैं।
जो लोग पहले परिभाषित हुआ करते थे,
अब परिभाषाएं बना रहे हैं।
जो सवाल पूछे जाने चाहिए,
वे उन्हें पूछ रहे हैं।
उन बदलती परिभाषाओं का मूल भाग यह है
कि हम न केवल यह निर्धारित करें
कि अमरीकी कौन है
बल्कि नागरिकता क्या है।
मेरे ख्याल में, एक दुसरे के प्रति
यह हमारी ज़िम्मेदारी है।
तो अपनी निजी दास्तान के मद्देनज़र,
अपने आप से यह सवाल करें:
आप कहाँ से आए?
आप यहाँ कैसे पहुंचे?
किसने खर्च उठाया?