भूजाल का अपना लडका: एरोन स्वार्ट्झ कि कहानी
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0:25 - 0:31♪ ♪ ♪
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0:50 - 0:53समाज खबर और् मनोरन्जन वेब्सिट रेड्डिट के एक सह संस्थापक आज मृत पाये गाये
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0:58 - 1:01वह निष्चिथ हि एक बुद्धिजॆवि था, परन्तु वो खुद को ऐस नहिं समझता था
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1:02 - 1:05उसे खुद का करोबार करने मॆं अथवा
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1:05 - 1:08पैसे कमने में कोई दिल्चस्पि नहिं थी
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1:10 - 1:15सारे चहने वाले भुजाल के एक चम्क्ते हुए सितारे को अल्विदा केहते हुए
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1:15 - 1:18हॆलेंड पार्क, आरोन स्वरट्झ के जन्म शेहर में आज कुछ खो जाने कि बडी गंभीरता फ़ैली हुई है
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1:18 - 1:22स्वतन्त्रता संग़ामि ज्ञान को सबके लिए उप्लब्द होने कि प्रचार करने वाले और कंप्युटर संग़ामि उसको खो जाने का शोख़ मना रहे हैं
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1:22 - 1:25उसको जनने वाले उसके बारे में "एक विस्मयकारी भुद्दिजीवि" कहते हैं
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1:25 - 1:30उसकि हत्या सरकार ने की थी और म.ई.टी. ने अपनी सारी मूल सिद्धान्त को धोख़ा दिया
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1:30 - 1:33वे उसको एक मिसाल बनाना चहथे थे?
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1:35 - 1:39सरकारो में लोगों को वश में रखने की अतृप्य भवना होती है
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1:39 - 1:43उसे संभवता 35 साल की कैद और 10 लाख दोल्लर जुर्माना हो सकती थी
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1:43 - 1:50Raising questions of prosecutorial zeal,
and I would say even misconduct. -
1:50 - 1:55क्या आपने इस् वीषय पे ध्यान दिया है और् कोइ नतिजे पे पहुंचे हैं?
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1:57 - 2:02बडे होते हुए मुझे धिरे धिरे ये एहसास हो रहा था की मेरे अगल-बगल की सब चीजें जो
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2:02 - 2:06लोग कहेते थे की सब चीजें बस स्वाभविक हैं, सब चीजें हमेशा एसे ही होगीं,
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2:06 - 2:09वे सब बिलकुल स्वाभाविक नहीं थे, उन सबको बदला जा सकता था
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2:09 - 2:12और सबसे जरुरि बात ये कि ये सब चीजें गलत थी और उनको बदलना चाहीये,
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2:12 - 2:14और् जब मुझे ये एहसास हुआ तो वापस जाने का कोइ सवाल ही नहीं था!
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2:24 - 2:28मेरे कहनी पढने के समय में आपका स्वागत है।
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2:28 - 2:33किताब का नाम है "मॆले में पड्डिन्गटन"।
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2:33 - 2:36वैसे उसका जन्म हॆलेंड पार्क में हुआ था और वो यहां पे बडा हुआ।
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2:36 - 2:39एरोन के परीवार मॆं तीन भाई थे, सभी अथ्यन्त तेज।
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2:39 - 2:42"अरे, डीब्बा उलट रही है. . . ." ""तुम अभी मुक्त हो . . . ."
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2:44 - 2:48वैसे हुम सभी सबसे अच्चा बर्ताव करने वाले बच्चे नहीं थे।
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2:48 - 2:51तीनो हुमेशा इधर-उधर भगते रेहते, गडबडी करते
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2:51 - 2:53"अरे, नहीं,नहीं, नहीं ।"
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2:53 - 2:56- एरोन। - क्या?
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2:56 - 3:01मगर मुझे ये समझ में आ गया है की एरोन बहुत ही कम उम्र में सीख गया था की कैसे सीखना है।
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3:01 - 3:06"एक, दो, तीन, चार, पांच, छे, सात, आट,नॊ, दस ।"
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3:06 - 3:09-"टख, टख।" - "कौन है?"
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3:09 - 3:11-"एरोन।" - "एरोन कौन?"
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3:11 - 3:12- "एरोन हंसानेवाला । "
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3:12 - 3:15उसे पता था उसको क्या चाहीए और वो हमेशा वही करना चाहता था।
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3:15 - 3:17उसे जो चाहीए वो हमेशा उसको प्राप्त करता।
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3:18 - 3:22उसकी कौतुहल कभी खतम नहीं होती।
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3:22 - 3:27"ये एक चोटी तसवीर है जो ग्रहों के बारें में बताती हैं और हर ग्रह का एक चिऩ्ह है :"
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3:27 - 3:33"बुध का चिऩ्ह, शुक्र का चिऩ्ह, भुमी का चिऩ्ह, मंगल का चिऩ्ह, गुरु का चिऩ्ह ।"
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3:33 - 3:37एक दिन उसने सुसेन(एरोन कि मांं) से बोला, "ये क्या है हॆलेंड पार्क में परिवार का उचित मनोरंजन ?"
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3:37 - 3:40"हॆलेंड पार्क में परिवार का उचित मनोरंजन ।"
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3:40 - 3:43वो तब तीन साल का था।
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3:43 - 3:45वो बोली, "तुम किसके बारे में बात कर रहे हो?"
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3:45 - 3:46वो बोला,"देखो, फ़्रिडझ पे ऐसा लिखा है,"
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3:46 - 3:50"हॆलेंड पार्क में परिवार का उचित मनोरंजन।"
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3:50 - 3:55वो चौंक गयी की उसको पडना आता है।
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3:55 - 3:59किताब का नाम है- "मेरे परिवार का सेदेर(पार्सियोन का त्योहार)"
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4:00 - 4:05सेदेर कि रात बाकि सारीं रातों से अलग होति हैं
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4:05 - 4:09मुझे याद है एक बार हम युनीवरसिटि ओफ़ छीकागो के ग्रंथालय में थे
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4:09 - 4:12मॆंने शेल्फ़ से एक किताब निकाली जो उन्नीसवी शातक की थी
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4:12 - 4:16और उसको दिखाते हुए कहा, "तुमें पता हे, ये एक असाधारण जगह हे"
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4:16 - 4:23हम सभी बहुत ही कौतुहल बच्चे थे लेकिन एरोन को पडना और पडाना बहुत ही अच्चा लगता था।
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4:23 - 4:27आज हम ABC(अंग्रेजी वर्णमाला) उलटा पडेंगे
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4:27 - 4:31"z, y, x, w, v, u, t ...."
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4:31 - 4:35मुझे याद हे वो अप्नी पेहली बीजगणित(आल्जेब्रा) कशा से घर लौटा
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4:35 - 4:39और बोला: "नोहा, मुझे तुमेंहे बीजगणित सिखाने दो।"
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4:39 - 4:41और मॆंने पुछा: "क्या हे बीजगणित?"
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4:41 - 4:43और वो हमेशा वॆसा ही था।
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4:43 - 4:49अभी मॆं बटन दबाता हुंं, बटन दबाओ, देखो, अभी उसको वो मिल (गेम खेलते हुए),
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4:49 - 4:52अभी वो गुलाबी रंग का है ।
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4:52 - 4:56जब वो 2-3 साल का था, बोब(एरोन के पिता)ने उसको कंप्युटर से परिचय करवाया,
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4:56 - 5:00उसके बाद वो तेजी से उसको सिखने लगा
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5:00 - 5:04[?]
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5:04 - 5:09हम सबके पास कंप्युटर थे, मगर एरोन सही मायेने में उनसे बात करता था, सही मायेने में भुजाल से बात करता था
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5:09 - 5:13क्या तुम कंप्युटर को देख रहे हो? नहीं, कैसे [?]
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5:13 - 5:16"ऎसा कॆसे . . . मां, कुछ भी काम क्युं नहीं कर रहा हॆ?
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5:16 - 5:18उसने कंप्युटर पर योजनाये बनाना बहुत कम उम्र से हि शुरु कर दिया था।
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5:18 - 5:22मुझे याद है मॆं ने उसके साथ सबसे पेहला कंप्युटर कि योजना बेसिक(कंप्युटर में योजनाये बनाने कि एक पुरानी भाषा) में लिखि थी
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5:22 - 5:24और् वो एक चोटि सी तारों का युद्ध (बहुत ही लोकचरीत्र अंग्रेजी चलनचीत्र) का खेल था
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5:26 - 5:30इस खेल की योजना बनाने के लिए वो कई घंटे
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5:30 - 5:33तहखाना में जहां कंप्युटर रखा था मेरे साथ बैठा।
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5:35 - 5:39मुझे उसके साथ काम करने में ये समस्या हो रही थी कि ऎसा कुछ नहिं था जो मॆं खत्म करना चाहथा था
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5:39 - 5:42और उसको हमेशा ऎसा कुछ था जो वो करना चाहथा था,
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5:42 - 5:44हमेशा एसा कुछ जो कंप्युटर योजनाओं से हल किया जा सकता था।
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5:47 - 5:51एरोन हमेशा एसा सोचता कि, योजनायें जादु हैं।
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5:51 - 5:54उनसे तुम ये सब प्राप्त कर सकते हो जो साधारण आदमी नहिं कर सकते ।
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5:54 - 5:58एरोन ने बस एक 'मेकिंटोष' और एक गत्ता से बना डीब्बे से ऎ.टि.एम. (पॆसा विक्रेने का यंत्र)
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5:58 - 6:02एक साल, हेल्लोवीन(पार्सीयों का त्योहार) के वक्त, मुझे नहीं पता था की मॆं क्या वेश पेहना चाहता हुं,
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6:02 - 6:06और उसको लगा की बहुत ही अच्छा होगा अगर मॆं उसका
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6:06 - 6:09उस समय का पसंदीदार कंप्युटर, ईमेक, दिखने जैसा वेश पेहनता।
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6:09 - 6:13मेरा मतलब है, उसको हेल्लोवीन के लिये वेश पेहनना बिलकुल पसंद नहीं था मगर उसको दुसरों को
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6:13 - 6:16जो वो देखना चहता था वो पेहनेने के लिए मनाना बहुत पसंद था।
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6:16 - 6:20"मेजबान एरोन, रुखो! बच्छों, केमरा को देखो!"
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6:20 - 6:23"मखडिपुरुष केमरा को देखा।"
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6:24 - 6:31उसने ये वेब साइट बनाया जीसका नाम था, "द इन्फ़ो" जीसमें लोग आसानि से जानकारी भर सकते थे ।
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6:31 - 6:35मुझे भरोसा है कोइ होग जीसको सोना, सोने का वर्क के बारे में सब कुछ पता होगा,
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6:35 - 6:39क्युं नहीं वो इस वेबसाइट में इसके बारे में लिखें?
और फिर बकी लोग कभी इस वेबसाइट में आ सकते हें -
6:39 - 6:43और इसके बारे पड सकते हैं और अगर उनको लगता है की सुचना गलत हे तो वो उसको बदल सकते हैं।
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6:43 - 6:46विकीपीडीया से कफ़ी भिन्न नहीं हे ना?
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6:46 - 6:52और ये विकीपीडीया शुरु होने से पेहले हि, और इसको बनाने वाला 12 साल का लडका,
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6:52 - 6:58अपने हि कमरे में, अकेले हि, चोटे से सर्वर में चलाते हुए, बहुत हि अनाधुनीक तकीनीक़ उपयोग करते हुए ।
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6:58 - 7:01और उसके एक सिकशख ने कहा,
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7:01 - 7:07"ये बहुत हि खराब तरकिब हे . तुम किसी को भी ग्रंतकोश में लिखने नहीं दे सकते !।
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7:07 - 7:10"हमारे बिच विध्वान इसी लिये हें की वे हमरे लिये ऎसी किताबे लिख सके।"
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7:10 - 7:13"तुम को ऎसी खराब तरकिब आ भी कैसी सकती है?"
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7:13 - 7:17मॆं और मेरा भाई, ये सोचते "हां, विकीपीडीया अच्छा है लेकिन ...."
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7:17 - 7:20"हमारे घर में ऐसा ही कुच था, पांच साल पेहले । "
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7:21 - 7:26एरोन की वेबसाइट, 'द इन्फ़ो.ओर्ग', ने एक विद्यालय की प्रतीयोगीता जीती जो
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7:26 - 7:30-hosted by the Cambridge-based
web design firm ArsDigita. -
7:34 - 7:37हम सभी केंब्रीड्झ गये जब वो आर्सडिजिटा का पुरस्कार जीता
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7:37 - 7:40और हमें सुराग भी नहीं था की एरोन क्या कर रहा हॆ।
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7:40 - 7:44ये स्पष्ट था की पुरस्कार बहुत ही महत्वपुर्ण हे ।
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7:44 - 7:47एरोन उसके तुरंत बाद ओनलाइन योजनाये बनाने वाले समुदायों के साथ शामिल होने लगा,
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7:47 - 7:51और फिर भुजाल के लिये एक नया साधन तॆयार करने में जुट गया।
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7:51 - 7:55वो मेरे पास आकर बोला, "बेन(एरोन का भाई), मॆं एक बहुत ही अद्भुत चीज पे काम कर रहा हुं।"
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7:55 - 7:57"तुमें उसके बारे में सुनना चाहिए ।"
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7:57 - 7:59मॆंने उससे पुछा, "हां, मुझे उसके बारे में बताओ?"
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7:59 - 8:01उसने बोला, "उसको केहते हॆं आर. एस. एस."
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8:02 - 8:08और फिर वो आर. एस. एस. के बारे में समझाने लगा.
मॆं ने उससे पुछा, "उसकी क्या जरुरत हे, एरोन?" -
8:08 - 8:11"क्या कोई साइट इसका उपयोग कर रही हॆ?
मॆं क्यों इसका उपयोग करुगां?" -
8:11 - 8:16एक एमैल पट्टी थी जीसमें लोग अर.एस.एस और साधारणतः एक्स.एम.एल. में काम करते थे
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8:16 - 8:21और उसमें ये आदमी था जीसका नाम था एरोन स्वार्ट्झ जो आक्रामक था परंतु बहुत ही चालक
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8:21 - 8:25और जिसके पास बहुत सारे अच्छे विचार थे और
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8:25 - 8:28वो कभी आमने-सामने होने वाले मुलाकातों में नहीं आता था और सभी ने उससे पुछा-
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8:28 - 8:31"वैसे तुम कब कोई भी आमने-सामने होने वाले मुलाकातों में आओगे?"
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8:31 - 8:37और वो बोला-"मुझे नहीं लगता मेरी मां मुझे आने देंगे । मॆं बस हाल फ़िहाल में चॊदाह साल का हुआ हुं।"
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8:37 - 8:43और सब का पेहला प्रतिक्रीया यही था- "ये जो हुमरा सहकर्मी है जीसके साथ हम पुरा साल काम कर रहे हें
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8:43 - 8:46तेरह साल का था और बस अभी ही वो चोदाह साल का हुआ हे ।
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8:46 - 8:47और उनका अगला प्रतिक्रीया था की-
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8:47 - 8:50"हम को जरुर इससे मिलना चाहिए । ये काफ़ी आसाधारण हे ।"
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8:50 - 8:53वो आर.एस.एस. को लिखने वाले समिति का सदस्य था.
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8:53 - 8:59वो आधुनिक 'हॆपरटेक्ष्ट'की अंदरुनी हिस्सा बनाने में सहयोग कर रहा था।
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8:59 - 9:06जीस हिस्से पे वो काम कर रहा था, आर.एस.एस., एक ऎसा साधन था,
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9:06 - 9:08जीस से भुजाल के दुसरे वेबसाइट में लिखे चिजों का सारांश पाया जा सकता था।
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9:08 - 9:11आम तॊर से आप इसको एक वेबदॆनिकी में उपयोग कर सकते हो ।
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9:11 - 9:14आप 10-20 लोगों का वेबदॆनिकी पडना चाहते होंगें।
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9:14 - 9:18आप उनकी आर.एस.एस. खाद्य (;)) उपयोग करते हुए, उनके वेबदॆनिकी में लिखे जाने सारे चीजों का सारांश
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9:18 - 9:22ले कर एक ही एकग्रीत पट्टी बना सकते हैं।
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9:22 - 9:27एरोन बहुत ही चोटा था किन्तु वो तकनीकि विज्ञान को समझता था और वो देख सकता था की तकनीकि विज्ञान अपूर्ण हे
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9:27 - 9:30और उसको सुधारने के लिए रासतें खोझता था।
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9:36 - 9:40इसीलिए उसकि माता ने उसको छिकागो से हवाई जाहज पे भेजना शुरु किया । हम उसको सान फ़्रान्सिसको (हवाई जाहज अड्डे)से उठा लिया करते थे ।
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9:40 - 9:45हमने उसको बहुत सारे दीलचस्प लोगों से परिचय करवाया जीन्से वो तर्क कर सके और हम उसकी भयंकर खाने की आदतों से हॆरान होते थें।
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9:45 - 9:51वो सिर्फ़ सफ़ेद खाना खाता था, बस भाप से बना चावल और ना की तला हुआ क्यों की वो यथेष्ट सफ़ेद नहीं था
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9:51 - 9:53और सफ़ेद ब्रेड और ऐसा हि सब...
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9:53 - 9:58और आप इसके स्वरुप अचम्भा होकर इस विवद के गुण को देखते
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9:58 - 10:01जो इस नऩ्हे से बालक के मुहं से आते हुए दिखाई पडता,
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10:01 - 10:04और आप सोचने लग जाते कि ये बालक जीवन में बहुत ही आगे भडेगा अगर वो उससे पेहले स्कर्वि से मर ना जाये तो ।
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10:04 - 10:07एरोन, अगले तुम हो!
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10:07 - 10:10मुझे लगता है की इससे बदलाव ये होगा की अब आप "डोटकोम" जॆसे कंप्नीया नहीं बना सकते ।
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10:10 - 10:15एसी कंप्नीयां नहीं होनी चाहिए जो बेकार खाना भुजाल के द्वारा या मोबाइल के द्वारा आप को बेचती हों।
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10:15 - 10:18किन्तु अभी भी खाफ़ि नवोत्पाद हो रहा हे ।
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10:18 - 10:21मेरे समझ से अगर आप इन नवोत्पाद को नही देख पा रहे हो, तो हो सकता हे आप ने अपना सिर भालु में छिपाया हे ।
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10:21 - 10:24वह एक पडाकु व्यक्तित्व ले लेता था जीसमें उसे लगता था
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10:24 - 10:28कि-"मॆं तुमसे चालक हुं और क्योंकि मॆं तुमसे चालक हुं, मॆं तुमसे अच्छा हुं,"
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10:28 - 10:30"और मॆं तुमहें बोल सकता हुं कि तुमहें क्या करना चाहिए ।"
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10:30 - 10:35ये उसका एक खिझाऊ मनुष्य का स्वरूप था।
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10:35 - 10:38तो आप इन सारे कंप्युटर को झोड दो और वे सब मिलकर काफ़ि बडे गुत्तीयों को सुलझा रहें हें
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10:38 - 10:42जैसे की परग्रहि को धुंडने कि या केनसर का इलाज के लिए।
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10:45 - 10:48मेरी उससे सबसे पेहली भेंट ऎ. आर. सी. (भुजाल से प्रसारित गुपशप) पे हुई थी।
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10:48 - 10:53वो सिर्फ़ योजनायें नहीं बनाता था, वो दुसरें लोगों को भी उत्तेजीत करता था अपनी समस्यायें सुलझाने के लिए ।
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10:53 - 10:55वो लोगों को जोडता था।
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10:55 - 10:58स्वतंत्र संस्कृतिक आंदोलन ने उससे काफ़ी शक्ति पाया ।
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10:58 - 11:03मुझे लगता हे, एरोन दुनिया को कामचलाऊ बना राहा था. वो उसको ठीक करना चाहता था।
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11:03 - 11:08उसकी व्यक्तिव खाफ़ी उग्र था जो अवश्य कुछ लोगों को कभी-कभी अप्रसन्न् कर देता था ।
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11:08 - 11:13ऎसा नहीं था की वो हमेशा इस दुनिया में संतुष्ट था
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11:13 - 11:16और दुनिया भी उससे हमेशा संतुष्ट नहीं थी।
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11:19 - 11:23एरोन उच्च विद्यालय में भर्ति लिया और बहुत ही जळि विद्यालय से नाराज होने लगा।
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11:23 - 11:28उसको वाहं कुछ भी पसंद नहीं था। वाहं पडाने जाने वाले कोई भी पाठ उसको पसंद नहीं था। वाहं के कोई भी शिक्षक उसको पसंद नहीं थे ।
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11:28 - 11:30एरोन को घ्यात था की उसको सुचना कहां से मिलेंगी।
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11:30 - 11:34और वो बोलता- "मुझे इस शिक्षक की जरूरत नहीं हे रेखागणित सिखने के लिए ।"
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11:34 - 11:36मॆं बस रेखागणित कि किताब पड सकता हुं,
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11:36 - 11:41और मुझे इस शिक्षक के पास जा कर अमरीकि इथीहास के उसके विविरण सीखने की आवश्यकता नहीं हैं,
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11:41 - 11:45मेरे पास यहीं इतिहास का 3 संकलन हे । मॆं बस इनहीं से पड सकता हुं,
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11:45 - 11:49और मुझे इसमें कोई दिलचस्पि नहीं हे। मुझे भुजाल में दिलचस्पि हे ।
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11:49 - 11:53मॆं विद्यालय में बहुत हताश रेहता था। मुझे लगता था की शिक्षकों को कुछ पता नहीं हे की वे क्या बोल रहीं हैं,
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11:53 - 11:56और वे सभी निरंकुश और प्रतिबंधि थे, और गृहकार्य तो एक ढोंग था,
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11:56 - 12:01और ये सब एक तरीखा था बच्छों को साथ में रखकर उनको मजबुरन व्यस्त काम करवाने के लिए।
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12:01 - 12:05और मॆं ने किताबें पडना शुरु किया शिक्षा के इतिहास के बारे में
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12:05 - 12:08और कैसे ये शिक्षा व्यव्स्था विकसित हुई,
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12:08 - 12:11और इसके विकल्प और कैसे लोग सही में कुछ सीख सकते हॆं
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12:11 - 12:15ना कि बस उन सारे तत्वों को रट्टा मार कर जो शिक्षकों ने उनको बताया हे,
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12:15 - 12:18और इससे मॆं सारे चिजों पे सवाल उटाने लगा। जॆसे ही मॆं अपने विद्यालय के बारे में सवाल उठाया,
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12:18 - 12:24मॆं ने उस समाज पे सवाल उठाया जीसने उसको बनाया था, मॆं ने उन उद्योगों पे सवाल उठाया जीनके लिए विद्यालय लोगों को प्रशिक्षण दे रही थी,
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12:24 - 12:28मॆं ने उस सरकार पे सवाल उठाया जीसने ये व्यव्स्था बनाई थी।
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12:28 - 12:31एक चीज जीसमें वह सबसे ज्यादा जोशिला था, वो था मुद्राधिकार, खास तॊर पर अपने प्रारम्भ के दिनों में।
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12:31 - 12:37मुद्राधिकार हमेशा से ही एक भोज रहा हे प्रकाशित करने वाले उद्योगों पर और पाठकों पर,
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12:37 - 12:44लेकिन वो बहुत ही ज्यादा भोज नहीं था। वह एक यथोचित संस्था थी जीसका होना जरुरी था
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12:44 - 12:46ये सुनिश्चित करने के लिए कि लोगों को भुगतान प्राप्त हो ।
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12:46 - 12:53जो एरोन की पिडी ने अनुभव किया वो था टकराव एक चोर पर बहुत ही पुरानी मुद्राधिकार व्यव्स्था कि
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12:53 - 12:56और दुसरे चोर पर एक अदभुत्त चीज कि जिसे हम बनाने की कोशिश कर रहें - - भुजाल।
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12:56 - 13:00ये दोनों एक दुसरे से टकराया और उससे जो हमें मिला वो था कोलाहल।
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13:02 - 13:05वो उसके बाद हारवर्ड के कानुन के शिक्षक लोरेन्स लेस्सिग से मिला,
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13:05 - 13:09जो तब उच्चतिम न्यायालय में मुद्राधिकार कानुन का विरोध कर रहे थे ।
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13:09 - 13:13जवान एरोन स्वार्ट्झ उच्चतिम न्यायालय के सुनवाई को सुनने के लिए वाशिंग्ठन हवाई जहाज से गया।
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13:13 - 13:18मॆं एरोन स्वार्ट्झ हुं और मॆं यहां एल्डरेड को सुनने -- एल्डरेड के तर्क को देखने के लिए आया हुं।
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13:18 - 13:23तुम क्यों छिकागो से इतनी दूर हवाई जाहज से उड कर आए एल्डरेड का तर्क सुनने के लिए?
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13:23 - 13:26ये खाफ़ि कठिन सवाल हे ...
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13:29 - 13:33मुझे नहीं मालुम हे । उच्चतिम न्यायालय को देखना काफ़ि रोमांचक हे,
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13:33 - 13:37खास तॊर पर इस प्रकार के प्रतिष्ठित मुकदमे के लिए ।
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13:42 - 13:47लेस्सिग भुजाल में मुद्रधिकार कि नयी परिभाषा देने के लिए काम कर रहा था।
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13:47 - 13:49उसको कहेते थे, "क्रिएटिव कॉमन्स"।
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13:49 - 13:53"क्रिएटिव कॉमन्स" एक सादा विचार था लोग जो रचयिता हें उनको
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13:53 - 13:59एक सरल तरीखा देना जीससे वे अपनी रचना के साथ जुडे हुए स्वातंत्रताओं को अंकित कर सखें ।
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13:59 - 14:05अगर मुद्रधिकार बस केहता हे, "सारे अधिकार आरक्षित हें", तब ये केहता हे "कुछ अधिकार आरक्षित हें"।
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14:05 - 14:09मुझे आप से सरल तरिखे से ये केहना हे, "ये सारे चीजें हें जो आप मेरी रचना के साथ कर सकते हें,
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14:09 - 14:13और अगर आप को कुछ अलग करना हे तो आप को मुझ से इजाजत लेनी पडेगी। "
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14:13 - 14:16और इसमें एरोन कि भुमिका कंप्युटर का काम था।
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14:16 - 14:21कॆसे आप अनुज्ञान पत्र का निर्माण करेंगें जीससे वे सरल हो और समझने योग्य हो,
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14:21 - 14:23और कॆसे प्रकट किया जीससे यंत्र उसको प्रक्रम कर सखें?
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14:23 - 14:29और लोग पुछते थे, "क्यों तुम ने "क्रिएटिव कॉमन्स" का विनिर्देश लिखने के लिए एक पंद्राह साल के बच्चे को दे दिया?
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14:29 - 14:31क्या तुमको लगता नहीं है कि ये एक बहुत बडी गलती हे?"
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14:31 - 14:35और लेरी कहता, "बहुत बडी गलती होगी अगर हम इस बच्चे को नहीं सुनेगें तो ।"
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14:35 - 14:39वह मुशकिल से इतना लंबा था की वो मंच के ऊपर आ सकें,
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14:39 - 14:42और क्योंकि वह मंच को हिलाया नहीं जा सकता था, तो वो काफ़ि लज्जाजनक चीज थी,
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14:42 - 14:46और जब उसने एक बार अपना लेपटोप का स्क्रीन उपर किया तो कोई भी उसका चेहरा नहीं देख सकता था।
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14:46 - 14:51जब आप हमारे वेबसाइट पे इधर आते हो , तो आप "अनुज्ञान पत्र का चयन कि जीए" में जांये।
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14:51 - 14:57ये आप को ये विकल्पों कि सुछी देता हे, ये समझाता है कि इसका मतलब क्या हे और आपको सिर्फ़ तीन सरल सवाल पुछता हे:
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14:57 - 14:59"क्या आप को आरोपण चाहिए?"
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14:59 - 15:02"क्या आप अपने काम का व्यावसायिक रूप से उपयोग करने कि अनुमति देते हें?"
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15:02 - 15:05"क्या आप अपने काम को बदलने कि अनुमति देते हें?"
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15:05 - 15:11मॆं पुरी तरह चॊंक गयी कि ये सारे बडे लोग इसको भी अपनी तरह बडा मान रहे थे,
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15:11 - 15:16और एरोन दर्शकों से भरे सभा में खडा हो कर,
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15:16 - 15:20अपने "क्रिएटिव कॉमन्स" के लिए बनाये गये मंच के बारे में समझाने लगा,
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15:20 - 15:23और सब कोई उसको सुन रहे थे,
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15:23 - 15:28मॆं पीछे बॆठ कर सोच रहि थी, वो तो बस अभी बच्चा हे । ये सब इसको क्यों सुन रहे हें
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15:28 - 15:29लेकिन वो सुन रहे थे ...
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15:29 - 15:32मुझे नहीं लगता कि वो जो बता रहा था मुझे पुरा समझ में आया।
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15:32 - 15:37हालांकि आलोचक कहते हें कि "क्रिएटिव कॉमन्स" कलाकार को भुगतान मिलने कि दिश में बहुत कम मदद करती हे,
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15:37 - 15:40लेकिन भी "क्रिएटिव कॉमन्स" अत्यंत सफ़ल रहा हे ।
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15:40 - 15:46इस समय, बस वेबसाइट फ़्लिकर में ही 20 करोड लोग विभिन्न "क्रिएटिव कॉमन्स" अनुज्ञान पत्रों का उपयोग करते हें।
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15:46 - 15:56वो अपने तकनीकी सामर्त्य से योगदान करता था, लेकिन उसके लिए ये सीर्फ़ नकनीकी ममला नहीं था।
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15:57 - 16:01एरोन ज्यादतर खुलकर अपने वेबदॆनिकी में लिखता था:
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16:01 - 16:06"मॆं चिझों के बारे में बहुत घेहराइयों में सोचता हुं और मॆं चाहता हुं कि दुसरे लोग भी ऐसा ही करें।
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16:06 - 16:11मॆं विचारों के लिए काम करता हुं और लोगों से सिखता हुं। मुझे लोगों का वर्जित करना अच्चा नहीं लगता।
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16:11 - 16:15मॆं एक पूर्णतावादि हुं मगर मॆं इस स्वभाव को प्रकाशन पे हावि नहीं होने देता हुं।
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16:15 - 16:19शिक्षा और मनोरंजन को चोडकर, मॆं अपना समय ऎसे चिजों पे व्यर्थ नहीं कर सकता
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16:19 - 16:21जीसका कोई प्रभाव ना हो ।
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16:21 - 16:26मॆं सबके साथ दोस्ती रखने की कोशिश करता हुं मगर मुझे बहुत बुरा लगता हे जब तुम मुझे गंभीरता से नहीं लेते हो ।
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16:26 - 16:31मॆं किसी पे ईर्ष्या नहीं रखता, वो लाभकारी नहीं है मगर मॆं अपने अनुभवों से सिखता हुं।
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16:31 - 16:35मॆं दुनिया को एक बेहतर जगह बनाना चाहता हुं।
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16:40 - 16:462004 में स्वर्ट्झ हाहॆलेंड पार्क छोडकर स्टेंडफ़ोर्ड विश्वविद्यालय में भर्ती हो गया।
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16:46 - 16:52उसको "अलसरेटिव कोलॆटिस"(एक पोषण नाल कि बिमारी) थी जो बहुत ही समस्याजनक थी और हम उसकी दवाई के बारे में चिंतित थे ।
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16:52 - 16:56उसको हस्पताल में दखिल होना पडा और हर दिन बहुत सारी दवाईं लेनी पडती थी,
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16:56 - 17:01और इनमें से एक दवाई साद्रांभ थी जीसकि वजह से उसकि शारिरिक वृद्धि रुख गयी,
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17:01 - 17:04और उसको किसी भी अन्य बच्चों से अलग मेहसुस होने लगा।
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17:04 - 17:06मुझे लगता हे, एरोन स्टेंडफ़ोर्ड में पांडित्य करने कि उम्मिद से पहुंचा,
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17:06 - 17:13और अपने आप को एक बहुत ही सरल और साधारण कार्यक्रम मे पाया जो उच्चविद्यालय के अतिसादक बच्चों के लिए बनाया गया था
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17:13 - 17:21जीनसे चार साल बाद ऎसी आश थी कि वे उद्योगों और रइसों के अधिपति होंगे
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17:21 - 17:25और मुझे लगता हे इससे वो काफ़ि उत्तेजित हो गया।
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17:25 - 17:292005 में, बस महाविद्यालय के एक ही साल बाद,
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17:29 - 17:36"वाई कोंबिनेटर" जो एक नवनिन उद्योगों को सेने का व्यवसाय करती हे और पॊल ग्राहम के नेत्रुत्व में थी ने स्वार्ट्झ को एक जगह दी।
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17:36 - 17:39उसने कहा, "मेरे पास एक वेबसाइट का योजना हे ।"
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17:39 - 17:42और पॊल ग्राहम को पसंद था और उन्होने कहा, "हां, क्यों नही।"
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17:42 - 17:46इस वजह से एरोन ने विद्यालय छोड दिया और इस कमरे में रहने लगा ...
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17:46 - 17:49तो ये एरोन का कमरा हुआ करता था जब वो यांह रहने लगा।
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17:49 - 17:55मुझे हलकि तरह से याद हे मेरे पिताजी कहेते हुए कि उनको कितनी मुशकिल हुइ थी ये कमरे को ठेके पे लेने के लिए
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17:55 - 17:58क्योंकि एरोन के पास कोई उधार लेने कि शमता नहीं थी और उसने महाविद्यालय भी छोड दिया था।
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17:58 - 18:04एरोन बॆठक के कमरे में रेहता था और अभी भी कुछ इश्तिहार लगे हुए हें जो एरोन के समय के हें।
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18:04 - 18:09और ये ग्र्ंथालय... और भी बहुत किताबें हें लेकिन उनमें से काफ़ी किताबें एरोन कि हॆं।
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18:11 - 18:17एरोन का "वाई कोंबिनेटर" में बनाये गये वेबसाइट का नाम था "इन्फ़ोगामि", एक वेबसाइट बनाने का साधन।
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18:17 - 18:20लेकिन इन्फ़ोगामी को ग्राहक धुंडने में काफ़ि कठिनाई हुई और स्वर्ट्झ ने अंततः
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18:20 - 18:25अपनी व्यवसाय को "वाई कोंबिनेटर" के दुसरे व्यवसाय के साथ मिला लीया जिनको मदद की जरुरत थी।
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18:25 - 18:30ये परियोजना स्टिव हफ़मेन और एलेक्सिस ओहानियन के अद्यक्षता में थी और इसका नाम था ""रेड्डिट"।
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18:30 - 18:34हमारी शुरुआत लगभग कुछ नहीं से हुई थी. ना उपभोक्ता थे, ना पॆसा, ना कंप्युटर योजना,
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18:34 - 18:37और फ़िर भी हम दिन भर दिन बढते जा रहे थे एक बहुत ही लोकप्रिय वेबसाइट में,
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18:37 - 18:39और ये कम होने कि कोई संकेत ही नहीं मिल रहा था।
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18:39 - 18:44पेहले हमारे पास 1000 उपभोक्ता आये, फ़िर 10000 और फ़िर 20000 और ऎसे हि बढता गया। ये बहुत ही अविश्वासिय था।
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18:44 - 18:50रेड्डिट बहुत ही लोकप्रिय बन गया और वह भूजाल में पडाकु लोगों का अड्डा जैसे बन गया।
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18:52 - 19:01उसमें बहुत ही हास्य था, बहुत ही कला और लोग वाहं ऎसे ही एकत्र हो जाते थे,
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19:01 - 19:07और उसको उन्होनें सबसे महत्वपुर्ण वेबसाइट बाना दिया था जहांसे वे हर सुबह अपना समाचार पढते थे ।
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19:07 - 19:12रेड्डिट कुछ माइने में कोलहल के बहुत करिब हे,
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19:12 - 19:19तो हालकि एक ओर से वह एक जगह हे जाहं लोग दॆनिक समचार, तकनीकि विज्ञान, राजनीति और भी बहुत सारे विषय,
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19:19 - 19:25और दुसरे ओर से उसमें बहुत सी ऎसी चीझें हें जो कार्यालय में देखने लायक नहीं हे या बहुत ही घृणाजनक चीझें हें,
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19:25 - 19:30और कुछ ऎसे भी विषय हें जो लोगों कि टांग खिचने के लिए उठाए जातें हें,
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19:30 - 19:34और इस माइने में रेड्डिट हमेशा विवादों का कारण रहा हे ।
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19:34 - 19:37रेड्डिट कुछ माइने में कोलहल के बहुत करिब हे ।
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19:37 - 19:41रेड्डिट एक बहुत बडे पत्रिका, कोंडे नाश्ट, के नजरों में आया,
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19:41 - 19:43जिन्होंने उसको खरीदने का प्रस्ताव किया।
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19:43 - 19:47बहुत ही ज्यादा पॆसा था, इतना ज्यादा कि मेरे पापा को ऎसे सवाल पुछे जाने लगे:
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19:47 - 19:51"इस पॆसे को मॆं कॆसे संभाल के रखुं?"
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19:51 - 19:54"बहुत हि ज्यादा पॆसा था?"
"बहुत हि ज्यादा पॆसा था।" -
19:54 - 20:00जॆसे कि लगभग 10 लाख डोलर्स से भी ज्यादा, लेकिन मुझे सही में मालूम नहीं हे ।
-
20:00 - 20:03- और वो कितना साल का था उस वक्त?
- 19,20। -
20:05 - 20:11तो वो सब इसी कमरे में हुआ था। वो यहां बॆठा करते थे और तब यहां ये कुर्सियां नहीं थी,
-
20:11 - 20:14रेड्डिट के लिए योजनायें बनाते हुए और जब उन्होंने रेड्डिट को बेचा
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20:14 - 20:19तो एक बहुत बडि दावत रखि थी सब के लिए और अगले दिन वे केलिफ़ोर्निया उड कर गये,
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20:19 - 20:20और कमरे कि चावि मेरे पास छोड गये ।
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20:24 - 20:27ये बहुत ही हास्यमय था क्योंकि उसने अपना नविन उद्योग अभी ही बेचा था, तो हमने मान लिया कि
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20:27 - 20:29हम में से सबसे अमीर आदमी वहि हे
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20:29 - 20:34लेकिन उसने कहा, "अरे नहीं, मॆं ये छोटा सा जूता का डब्बा जीतना बडा कमारा में ले लुंगा।मुझे इतना कि ही जरुरत हे ।"
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20:34 - 20:36वह कमरा बस अलमारी से थोडा बडा था।
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20:36 - 20:42ऎसा कोई विचार कि वह अपना पॆसा कुछ महंगें चिजों पे खर्च करें बस अकल्पनीय हे ।
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20:42 - 20:48वह ऎसे समझाता था कि, "मुझे कमरे में रेहना पसंद हे तो मॆं कोई नये जगह में रेहने के लिए बहुत पॆसा खर्च नहीं करुंगा। मॆं कोई बंगला नहीं खरीदने वाला।"
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20:48 - 20:50और मुझे जीन्स और छोटी कमिज पेहना अच्चा लगता हे,
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20:50 - 20:52तो मॆं कपडों पे और पॆसे खर्च नहीं करुंगा।
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20:52 - 20:55इसीलिए ये कोई बडी बात नहीं हॆ।
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20:55 - 20:58स्वार्ट्झ को जो बडी बात थी वो थी भूजाल में बहने वाला यातायात,
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20:58 - 21:01और जीसके ऊपर हमारा द्यान जाना चाहिए।
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21:01 - 21:04प्रसारण के पुराने व्यवसथा में आप मुलत: सिमित हो जाते थे,
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21:04 - 21:09आकाश में वायु तरंगों के मात्रा से ।आप बस 10 सरिता भेज सकते थे वायु तरंगों से, या दूरदर्शन से या
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21:09 - 21:11तार से भी आप के पास सिर्फ़ 500 सरिताएं थी।
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21:11 - 21:15लेकिन भूजाल में, सब अपनी खुद कि सरिता पा सकते हें।
कोई भी वेबदॆनिकी पा सकता हे या "मॆस्पेस" में खुद के लिए पन्ना बना सकता हें । -
21:15 - 21:18सबका अपना ही एक तरिखा होता हे खुद को प्रकट करने का।
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21:18 - 21:21इसीलिए अभी आप जो देख रहें हॆं, वह ये सवाल नहीं हे कि किसको वायु तरंगों को उपयोग करने कि अनुमति मिलेगि,
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21:21 - 21:25सवाल ये हॆ कि किसको वश मिलेगा उन तरिखों का जीससे भूजाल में लोगों को धुंडा जा सके ।
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21:25 - 21:29और आप देख सकते हें कि शक्ति कुछ ही वेबसाइट जॆसे गुगल में एकाग्रत हो रहीं हॆं जो एक द्वारपाल कि तरह काम करती हॆं और आप को बताती हें
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21:29 - 21:31कि आप को भूजाल में कहां जाना हे,
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21:31 - 21:34जो आपके समाचार और सूचाना के स्त्रोत्र हे।
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21:34 - 21:38तो अब ऎसा नहीं हे कि सिर्फ़ कुछ लोगों को बोलने कि अनुमति हे, अभी सब के पास
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21:38 - 21:41बोलने कि अनुमति हे । अब सवाल ये हे कि किसकि सुनि जायेगी।
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21:45 - 21:50जब वो सेन फ़्रान्सिसको में कोंडे नास्ट के लिए काम करना शुरु किया, वह कार्यालय पहुंचा
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21:50 - 21:54और उन्होंनें उसको एक कंप्युटर दिया जिसमें बहुत सारे बकवास योजनायें स्थापना किया गया था
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21:54 - 21:57और उन्होंनें उसको बोला कि वह कुछ भी और योजनायें उस कंप्युटर में स्थापित नहीं कर सकता,
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21:57 - 21:59जो कंप्युटर योजनायें विकास करने वालों के लिए बहुत ही चॊंका देने वाली बात थी।
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21:59 - 22:02पहले दिन से ही वह ऎसे चिजों के बारे में शिकायत कर रहा था।
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22:05 - 22:11"भुरा रंग का दिवार, भुरा मेज, भुरा शोर. मॆं पेहले दिन काम के लिए पहुंचा यहां और मॆं इसको सेहन नहीं कर पाया।
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22:11 - 22:15मद्यान्ह के भोजन के समय तक में मॆं अपने आप को शॊचालय में बंद करके रोना शूरु कर दिया था।
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22:15 - 22:18मॆं सोच भी नहीं सकता कि कॆसे मॆं अपने आप को संतुलित रख सकता जब कोई पूरा दिन मेरे कान में भनभना रहा हो,
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22:18 - 22:21कुछ काम करना तो अलग बात हे ।
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22:21 - 22:24वॆसे भी, कोई और भी यहां काम नहीं कर पाता।
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22:24 - 22:27हर कोइ हमेशा हमारे कमरे में आतें हें बात करने के लिए या हमें खेलने को बुलाने के लिए
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22:27 - 22:30नया विडियो खेल व्यव्स्था जिसको "वॆर्ड" परीक्षा कर रही हे।
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22:32 - 22:38उसको सही में अलग महत्वाकांक्षा थी जो राजनॆतिक थी,
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22:38 - 22:42और "सिलिकोन वॆलि" में ऎसे लोगों को बढावा नहीं मिलता
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22:42 - 22:47जो तकनीकि विज्ञान के काम को अपने राजनॆतिक लक्ष्य के लिए उपयोग करें।
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22:47 - 22:50एरोन को किसी बडे उद्योग के लिए काम करना बिल्कुल पसंद नहीं था।
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22:50 - 22:53उन सबको "कोंडे नास्ट" के लिए काम करना पसंद नहीं था लेकिन एरोन अकेला था जो इसको एकदम सेहन नहीं कर पाया।
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22:53 - 22:56और एरोन काम के लिए नहीं जाने कि वजह से
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22:56 - 22:58अपने आप को काम से निकलवाने में कामियाब हुआ।
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23:01 - 23:05कहा जाता हे कि उन दोनों का संबध बहुत बुरी तरह टुटा।
स्टिव हफ़मेन और एलेक्सिस ओहानियन, दोनों ने -
23:05 - 23:08इस फ़िल्म के लिए बातचित करने से इनकार कर दिया।
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23:09 - 23:16उसने उद्योंगों कि दुनिया को ठुकरा दिया। एक बहुत ही महत्वपुर्ण चिज जो हमें याद रखनी चाहिए
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23:16 - 23:22उसके इस चयन का, कि जब एरोन ने नविन उद्योग के समूह को छोडा, तो वह उसके साथ
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23:22 - 23:31ऎसि चीजों को भी छोड रहा था जीस कि वजह से वह लोकप्रिय बना था और सब उसको चाहते थे और वह अपने चाहने वालों को निराश करने का जोखिम उठा रहा था।
-
23:31 - 23:36वह जहां जाना चाहता था, वहां पहुचां और उसमें इतनी जगरुकता
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23:36 - 23:43और द्रुडता थी समझने में कि उसने एक गुलाब के फ़ूल के लिए
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23:43 - 23:46मल के पर्वत को छडा और उसे अनुभव हुआ कि उसने महकने कि शमता हि खो दिया हे,
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23:46 - 23:50और इसके बजाय कि वह वहां बॆटा रहे और ये सोचता रहे कि इतना बुरा नहीं हे जीतना लगता हे,
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23:50 - 23:54और उसको वॆसे भी गुलाब का फ़ूल तो मिला हि,
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23:54 - 23:57वह फ़िर से पर्वत के नीचे उतरा, जो वाकॆ हि काबिले तारिफ़ हे ।
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23:58 - 24:02एरोन को योजनायें बनाना जादू लगता था
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24:02 - 24:07बस योजनाओं से आप वह सब कर सकते हो जो एक साधारण मनुष्य नहीं कर सकता ।
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