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ऐसे जिओ जैसे तुम हो ही नहीं

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    [संगीत की धुन]
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    ऐसे जिओ जैसे तुम हो ही नहीं
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    मोंटे सहज
    पोर्चुगल
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    ऑगस्ट 2014
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    [हंसी]
    [मूजी:] यह सारे भाव-दशा हैं|
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    यह हुमारा भूतकाल है;
    यह हुमारी ज़िंदगी है |
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    देखो |
    [हंसी]
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    ज़िंदगी ऐसी है|
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    तुम उठते हो, तुम्हें पता नहीं होता
    कि आज बादल छाएँगे
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    किस तरह के बादल होंगे?
    बादल की गति, शुरू हो जातें हैं,
  • 0:32 - 0:37
    यह तुम्हारी ज़िंदगी है|
    है ना?
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    और ऐसा कुछ है जो इसमे बँधा नहीं है |
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    तुम जब भी देखो तो आकाश है |
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    मैं देखूं तो आकाश है|
    बस इतना ही!
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    तुम यह नहीं कहते, 'अब बारिश होने वाली है'
    ठीक है, शायद [गरज ने की आवाज़]
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    तूफान आ रहा है|
    ठीक है|
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    तुम्हें तुम्हारी भावनाओं को, ज़िंदगी को
    और मानसिक सोच को
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    इसी तरह देखना चाहिए-
    कुछ नहीं|
  • 1:07 - 1:10
    यह अच्छा नहीं है?
    यह केवल... कुछ नहीं|
  • 1:10 - 1:13
    'यह चीज़ कल हुई...'
    कल?
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    [हंसी]: क्या?
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    [मू.] कल के बादलों के
    बारे में कौन पूछता है?
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    [हंसी]
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    ऐसा है यह|
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    हमारी ज़िंदगी ऐसी ही है
    हमारी ज़िंदगी-
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    हमारी परिवार जनों की ज़िंदगी,
    पूरी दुनिया की ज़िंदगी;
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    ब्रह्माण्ड की ज़िंदगी.
    यही बात है!
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    [संगीत की धुन]
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    [मू.] क्योंकि सब अच्छा है|
    उसका हर अंश अच्छा है|
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    सबका अपना दृष्टिकोण होता है |
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    सैर करनेवाले को यह पसंद नहीं,
    'हे भगवान!'
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    किसान को पसंद है,
    'हाँ... अच्छा अच्छा..'
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    आकाश को कोई फराक नहीं पड़ता |
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    [हंसी]
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    केवल जो खाली है वो कहेगा,
    'आहा, ठीक है|
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    यह ऐसा है, वह वैसा है|
    ठीक है, ठीक है|'
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    फिर तुम्हारा मन
    कभी उदास नहीं होगा|
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    कभी दुखी नहीं होगा|
  • 2:28 - 2:30
    आकाश कभी दुखी नहीं होता|
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    तुमने आकाश को कभी इन
    पेड़ों के बीच चलते देखा है?
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    नहीं, वह कभी नीचे नहीं होता
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    उसे छोड़ दो जहाँ है |
    [हंसी]
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    मन कहता है, "आकाश अंधेरे और निराशाजनक है|"
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    आकाश को यह नहीं पता |
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    है ना?
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    इतना ध्यान मत दो
    अपनी भावनाओं को, अपने विचारों को
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    और 'अपने' को|
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    'तुम' भी एक बड़ा बदल हो|
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    [हंसी]
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    यह 'तुम' कौन है? कौन?
    कौन है यह?
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    [मूजी हस्ते हुए]
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    जब 'तुम' भी बादल की तरह देखे जाते हो,
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    तो तुम एक बहुत अच्छी जगह हो |
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    वह बंदा?
    [खारिज करने की आवाज़ करते हुए]
  • 3:18 - 3:21
    [मूजी हस्ते हुए]
  • 3:22 - 3:26
    किसी विकसित जीव को कह सकते हैं,
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    'ऐसे जिओ जैसे तुम हो ही नहीं'
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    वे इसे संपूर्ण रूप से समझेंगे |
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    क्योंकि, इतनी स्वतंत्रता, इतना प्रकाश |
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    तो सब कुछ, फिर भी कुछ भी नहीं|
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    तुम कल जैसे थे,
    वैसे होने की ज़रूरत नहीं|
  • 3:42 - 3:46
    और कल... क्या है यह?
    कल किसीने देखा है क्या?
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    कल किसीने कभी भी देखा है क्या?
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    कल किसीने कभी भी जिया है क्या?
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    [हसी]
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    तुम ऐसे चलो|
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    तुम्हें किसिको बताने की ज़रूरत नहीं|
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    रोज़िंदा की भाषा बोलो
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    लेकिन अंतर में बिल्कुल शांति |
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    खाली विस्तार की तरह रहो|
  • 4:06 - 4:08
    और तुम पाओगे कि...
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    मन कहेगा,
    'यह सब बकवास है, तुम कैसे जियोगे?'
  • 4:13 - 4:15
    और मैं कहता हूँ,
    'तुम खुद क्यों नहीं पता लगाते?'
  • 4:15 - 4:18
    मन कुछ कहता है
    और तुम पूरी ज़िंदगी उसको मान लेते हो
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    तुमने कभी करके देखा ही नहीं|
    तुमने केवल उसे मान लिया|
  • 4:21 - 4:25
    और इसीलिए तुम रुक जाते हो|
  • 4:25 - 4:27
    अब करके देखो|
  • 4:27 - 4:30
    कैसे हो तुम, जब तुम नहीं हो?
  • 4:30 - 4:33
    तुम कैसे हो, जब तुम नहीं हो?
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    लोग पूछते हैं, 'तुम्हारा नाम क्या है?'
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    'आहा... सच में
    मुझे नहीं पता'
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    'अच्छा तुम पागल हो..'
    [हंसी]
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    हाँ, शायद।
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    [मूजी चल देते हैं| चलने की आवाज़]
  • 4:49 - 4:52
    [मूजी हंसते हुए]
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    लेकिन यह तुम उसे नहीं कहोगे जो...
    मुझे नहीं पता, तुम नहीं कहोगे
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    [मूजी हंसते हुए]
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    मैं चलने जा रहा हूँ!
    नमस्ते।
  • 5:00 - 5:02
    [संगीत]
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    'तुम' पर इतना ध्यान मत दो
  • 5:09 - 5:13
    'तुम' भी एक बड़ा बदल है|
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    केवल किसी विकसित जीव को कह सकते हैं:
    ऐसे जिओ जैसे तुम हो ही नहीं
  • 5:18 - 5:22
    इतनी स्वतंत्रता, इतना प्रकाश |
Title:
ऐसे जिओ जैसे तुम हो ही नहीं
Description:

करके देखो, तुम कैसे हो, जब तुम नहीं हो?

संगीत "इसके साथ ऐक हो" सोहम के द्वारा

यह वीडियो मूजी तीवी पर भी देखा जा सकता है।

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Video Language:
English
Duration:
05:29

Hindi subtitles

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