मै इस बात को स्वीकार करना चाहती हूँ पहले आपको भी स्वीकार करना पड़ेगा कृपया हाथ उचा करके जबाब दे, पिछले साल आपमेसे कितनोने कम तनाव महसूस किया| और कोई? कितनोने मध्यम तनाव महसूस किया? कितनोने बहूँत तनाव महसूस किया? हा|उनमे में मै भी शामील हू| लेकीन यह मेरी स्वीकारोक्ती नही| मै सिकारती हूँ| मै एक स्वास्थ मनोपचार विशारद होनेपर मेरा काम है ,लोगोकी सेहत तथा खुशीका ध्यान रखना| लेकीन मुझे डर लगता है मै जो सिखाती थी बीते दस सालसे|उससे हानीही हो रही है| इसका ताल्लुक है ही तनाव संबंधी कई सालसे मैं, लोगों से कहती आई हूँ तनाव आपको बीमार बना देता है। इससे खतरा बढ़ जाता है सर्दी का, दिलकी बीमारिका, रक्त धमनियोका| असल में, मैं तनावको शत्रू मानती थी, लेकीन यह नजरिया अभी बदला है, आज मै आपका भी नजरिया बदलना चाहती हूँ| मै शुरु करती हूँ जिस अभ्याससे मेरे विचार बदले.. तनाव प्रती, यु.एस.में आठ सालतक अध्ययन इसमे किया गया| जिसकी शुरुवात होती थी, इस प्रश्नसे "बीते साल आपने कितना तनाव महसूस किया?" ये भी पूछा जाता "क्या आप सोचते है तनाव स्वास्थ के लिये हानिकारक है? बाद में शोध किया जाता, सार्वजनिक मृत्यू नोंदसे,.उनमेसे कितनोकी मृत्यू हूँई| (हसी) अच्छा, पहले एक बुरी खबर -- पिछले साल जिन्होने बहूँत तनाव महसूस किया उनमे ४३% मृत्यू की संभावना बढ़ी| लेकीन यह सच था, उन लोगोके लिये जो सोचते थे तनाव स्वास्थ के लिये बुरा होता है| (हसी) जिन्होने बहूँत तनाव महसूस किया जिनकी सोच थी तनाव लिये बुरा नाही है उनमे मृत्यू की संभावना नही थी उनमे मृत्यू दर बहूँतही कम था अभ्यास में शामिल लोगोमे| मृत्यू दर, कम तनाव महसूस करनेवालोमें भी कम था| आठ सालतक मृत्यू का अध्ययन करनेबाद, शोधकर्ताओ ने एक अनुमान निकाला १८२००० लोगोकी जिनकी की मृत्यू अकाली हूँई थी तनाव से नही, बल्की इस सोचसे की तनाव हानिकारक होता है सेहातके लिये (हसी) हर साल ऐसे २०००० के उपर लोग मरते है| अगर यह अंदाज सही रहा तो इससे समझ बनती है तनाव सेहतके लिये हानिकारक है| अमरिका मे ,यह सोच गत साल मृत्यू का १५ वा बडा कारन था जो की त्वचा कर्करोग ,HIV/एड्स से ज्यादा है. (हसी) इस अनुमानने मुझे भयचकित किया| मै लोगोको बताती थी, पुरे जोशसे तनाव हानिकारक है सेहतके लिये| इस अभ्यासने मै चकित हूँई| क्या हम अपनी तनाव की सोच बदलकर स्वास्थ पा सकते है? विज्ञान कहता है यह मुमकिन है| आप तणाव के प्रती अपनी धारना बदलते है, तब शरीरका तनाव प्रती प्रतिसाद बदलता है इसे स्पष्ट करने के लिये,मै आपको बताती हूँ, आप यह सोचो की आप तनाव निर्माण करने के अभ्यासगट मेमें शामिल है| इसे हम कहेंगे सामाजिक तनाव परीक्षा| समजलो ,प्रयोग शालामे आये है| आपको कहा जाता है-- आप आपके दोषोपर पाच मिनिटतक बोले आपके सामने परीक्षक बैठे है जो आपको तनावग्रस्त करेंगे आपके चेहरे पर लाईट की तेज रोशनी और कॅमेरा लगा है| ऐसे करके आपका तनाव बढायेंगे (हसी) परीक्षकोको आपका तनाव बढाने का. प्रशिक्षण दिया गया है जो अपनी देह्बोलीसे बिना बोले आपको निरुत्साही करेंगे| इस तरह (सास छोडके) (हसी) आप जब पूरी तरह हतोत्साही हो जाएंगे तो आपको गणित की परीक्षा देने कहा जायेगा| जोकी आपको पहलेसे मालूम नही था| इस परिक्षा देते समय परीक्षक आपको तरसाते रहेंगे| हम सब एकसाथ करेंगे| इसमे मजा आयेगा| मुझेभी| चलो शुरू करते है| (हसी) आप शुरू करो उलटी गिनती ९६ से सात अंक के अंतरसे यह गिनती आप जोरसे करे जितना हो सके आपसे शुरू करो ९६ से करो (श्रोतागण गिनती करता है) जल्दी करो. जलदिसे आपकी गती कम है (श्रोताकी गिनती) रुको रुको इन्होने गलती की है| हमे फिरसे गिनती करनी पडेगी (हसी) आपको गिनती नही आती अच्छी तरहसे. है ना? चलो ,आपको समझमे आई बात| आप अगर सचमुच इस अभ्यासमे होते तो आपको तनाव महसूस होता| आपका दिल धकधकने लगता| आपकी सासें जोरसे चलती, पसीना आता इस प्रतीसाद को हम चिंता कहते है| ऐसे लक्षण है जिसे हम अच्छी तरह नाही सहा पाते| इस स्थिती को अगर यह सोच के देखे की यह लक्षण है शरीर को उर्जा प्रदान करनेका टकरानेकी क्षमता देनेवाला| सह्भागीयोको यही करने कहा जाता, हावर्ड विद्य्पीठ विद्यापीठ मे किये गये अभ्यासं मे| सामाजिक तनाव परीक्षा पुर्व उन्हे यह सिखाया जाता की तनाव सेहतके लिये मदतगार है| धक धक करनेवाला आपका दिल आपको तैयार रखता है आपके दिमाग को प्राणवायू प्रदान करने सहभागी यही बात सिखते है| की तनाव मदत करता है हमे| जिसे उनका तनाव भी काम होता है तथा वे आत्मविश्वास प्राप्त करते है| मुझे सबसे अच्छी बात यह लगी सोच के बदलावसे शरीर का प्रतिसाद कैसे बदलता है| उदाहरन लेंगे तनाव प्रतिसाद का तनाव में आपकी हृदय गती तेज होती है आपकी रक्तधमनिया सिकुड जाती है ऐसे| यही एक कारन है दीर्घ कालीन तनाव से जुडा रहनेसे हृदय धमनीके विकारोमे| ऐसी अवस्था मे हमेशा रहना घातक होता है| लेकीन इस अभ्यासमे सहभागी जिन लोगोने जाना तनाव मदत करनेवाला है उनकी रक्त धमनिया तनाव मुक्त हूँई|ऐसे| हालाकी उनका हृदय धकधक करता रहा| यह स्थिती रक्तधमनी स्वस्थ होनेका संकेत करती है. यह बात समान स्थिती दर्शाती है. जब हमे आनद होता है जीवन भर के तनाव के अनुभब मे यह एक जैविक बदल है यही फरक होता है पचास की उमर मे तनाव से हार्ट अॅॅटक आनेवालोमे और ९० साल मे हार्ट अॅॅटक आनेवालोमे. यही है तनाव की नयी वैज्ञानिक परिभाषा| आप का तनाव प्रती रवैया महत्व रखता है|स्वास्थ रखनेमे अभी मेरा ध्येय बदला है मै कभी आपको नही कहूँंगी तनाव मुक्त हो जाये मै आपको तनाव प्रती आपका रुख बदल्वाना चाहती हूँ हमने यह एक छोटा शोध किया है| जिन्होने हात उचा करके बताया बीते साल जिन्होंने बहूँत तनाव महसूस किया उनकी जिंदगी हम बचा पायेंगे| जब कभी आपका दिल तनाव से धडकने लगेगा आप यह मेरी बात ध्यान रखे और मनमे सोचे मेरा यह शरीर की स्थिती मुझे सकटोसे झुझनेकी शक्ती देती है अगर आप अपना तनाव का नजरिया बदल दे शरीर आपके नये विचारपर विश्वास रखेगी| आपका तनाव प्रती शरीरका प्रतिसाद स्वास्थ पूर्ण होगा| एक दशकसे मै तनाव का अध्ययन कर रही हूँ| उससे मुक्ति पानेका एक बार हम और् हस्तक्षेप करेंगे| मुझे आपसे कहना है तनाव के प्रतिसाद के अनदेखे पहूँलोपर सोच यह है : तनाव आपका समाजमुख बनता है| यह बात समजने के लिये हमें ओक्सिटोसिंन हार्मोन्स के बारेमे जानना चाहिये ओक्सिटोसिंन हार्मोन्स को पहलेही बहूँत महत्व मिला है जिसका एक नाम भी है कुडल हार्मोन आप किसीको आलिंगन देते है तभी यह स्त्रवता है| लेकिन उस वक्त इसकी मात्रा रहती है| यह एक न्यूरो हार्मोन है| आपकी सामाजिक चेतना को वह ठीक करता है| आपको यह करने को कहता है आप अन्यसे अपमा रिश्ता दृढ़ करे, ओक्सिटोसिंन हमारे दोस्त या पारिवारिक व्यक्तिको स्पर्श करनेकी भावना जगाता है, यह अनुकंपा जगाता है| जो दोस्त ,परिवार सदस्योको मदत करनेकी इच्छा जगाता है| जिनकी आप चिंता करते है| कुछ लोग कहते है हमें ओक्सिटोसिंनसूंघना चाहिये लोगोको मदत गार बनने के लिये बहूँतसे लोक ओक्सिटोसिंनके बारेमे नहीं जानते, यह हार्मोन तनाव की स्थितिमे उभरता है पिट्युटरी ग्रंथीसे इसका विमोचन होता है तनाव की प्रतिसादमें| यह शरीर की प्रतिसाद का एक अंग है| अद्रेलिन के विमोचनसे दिल धडकता है| जब ओक्सिटोसिंन तनाव के कारन उभरता है यह आपको मदत लेनेकी इच्छा जताता है| यह जैविक प्रतिसाद आपको बाध्य करता है अन्य को आपकी मज़बूरी जाननेकी| यह इसे छुपता नहीं| तनाव का प्रतिसाद आपको यह जानने के लिए सक्षम करता है जब आप किसीको संकट में देखते है इसतरह आप एक दूसरेको सहारा देते है| जीवन में कठीनाइया आती है तब आपका तनाव का प्रतिसाद चाहता है आप के आजुबाजू मी ऐसे लोग हो जो आपकी देखभाल कर सके आपने अभी जन कैसे तनाव आपको स्वास्थ रखता है, ओक्सिटोसिंन दिमागपर ही नही काम करता यह शरीर पर भी अपना प्रभाव दिखता है| शरीरमें इसका मुख्य काम है आपकी हृदय व रक्तधमनी को बचाना तनाव से यह एक प्राकृतिक वेदना शामक है| तनाव की स्ठीतीमे आपकी रक्त धमनी को सिकुडने नही देता. लेकीन मुझे ज्यादा पसंद है इसका हृदयपर होनेवाला उपयुक्त प्रभाव, इस हार्मोन के लिये हृद्य मे रीसेपटर होते है जो की इस हार्मोन्ससे हृदय के मृत कोशिकोको फिरसे निर्माण करते है तणाव के कारण क्षतिग्रस्त पेशियोको ठीक करते है यह तनाव से निर्माण होनेवाला हार्मोन आपके हृदय को बलशाली बनाता है| शारीरिक लाभ के अलावा भी इससे न्यारी बात यह है की ओक्सिटोसिंन आपका सामाजिक संपर्क तथा आपके लिये सामाजिक मदतका दायरा बढाता है| आप जब भी कभी तनाव वाले लोगो तक पहूँचे आप उनको या टो मदत करना चाहेंगे या उनसे मदत लेंगे| आप इस स्थिति में ज्यादा हार्मोन्सका रिसाव होता है l तनाव का प्रतिसाद स्वास्थपूर्ण होता है| तनाव से आप जलद ठीक होते है, यह मुझे बहूँतही अचरज भरा इसलिये लगा, तनाव के प्रतिसादमेही बचाव यंत्रणा बंधी है| तनाव से ठीक होने के लिये यही बचाव यंत्रणा मानवी सम्बंधोको जोडती है, आख़िरकार एक बात बताती हूँ ध्यानसे सुने ,क्योकि जीवन बचानेकी क्षमता है इस अभ्यास में| इस अभ्यासमे यु|एस|के १००० प्रौढ़ शामिल थे| जिनकी आयु थी ३४ से ९४ तक उन्हें प्रश्न करके अभ्यास की शुरुवात की गयी| पिछले वर्ष आपने कितना तनाव महसूस किया , ये भी पूछा गया| "आपने कितने आपकेमित्रोको ,पडोसी योको मदत करने कितना समय दिया| आपके समाजके लोगोको भी?'" उसके बाद अगले पाच सालकी सार्वजनिक मृत्यु नोंद जानी| उनमेसे कितनोकी मृत्यु हूँई, पहले सुनते है बुरी खबर , तनाव के मुख्य कारन जैसे आर्थिक बदहाली, पारिवारिक समस्या, इससे ३०% मृत्यु की संभावना बढती है| लेकिन --आप इस शब्द लेकिन की अपेक्षा करते होंगे| लेकिन यह सच नहीं है सबके लिये, जिनलोगोने अन्य लोगोके प्रति देखभाल की उन्हें मदत की उनमे तनाव से मृत्यु होने की संभावना बिलकुल नहीं थी शून्य थी| मदत करनेसे तनाव परिणाम से राहत मिलती है| हम एकबार जानेंगे की तनाव का बुरा प्रभाव आपके शरीरपर आप टाल सकते है| आपके विचारसे|कृतीसे तनाव के प्रति आपका अनुभव बदला जा सकता है| जब आप तनाव प्रतिसाद को मित्र समजने लगते है, आप एक जैविक धीरावस्था निर्माण करते है| जब आप तनाव ग्रस्त से संपर्क करते है आप खुदको तनाव मुक्त करते है, अभी मई कभीभी नहीं पूछती मेरे जीवनके कोंन से क्षण थे सबसे तनाव भरे, इस वैद्न्य्निक सोचने मुझे तनाव प्रती बिलकुल नई सोच प्रदान की| वह यह की तनाव हमें ह्रुदय तक पहूँचता है| अनुकंपा निर्माण करनेवाला हृदय हमें आनद ओर आनद का अर्थ बताता है, अन्य लोगोसे जुडनेसे| हा ,जाने ,आपका धकधकने वाला शारीरिक दिल जो बहूँतही शक्ति तथा उर्जा आपको देता है| जब आप तनाव को इस न्ज्रियासे देखेंगे आप सिर्फ तनाव से मिजाद ही नहीं पाएंगे बल्कि ,आप एक महत्वपूर्ण वाक्य करते है| आप कहते है की आपका पूरा विश्वास है जीवन की कठीनाइयो को झेल सकेंगे| आपको हमेशा याद् रहेगा आप अकेले नहीं है शुक्रिया, (तालियाँ) क्रिस अंडर सन :आपने जो कहा वह बहूँतही अचरज भरा है, मुझे आश्चर्य हूँआ तनाव के बारेमे सोच इतना महत्व रखती है जीवन बचने के लिये आप इस बारेमे मार्गदर्शन करे, जीवंशैलिमे बदलाव करना होतो वो क्या चुने तनाव भरा काम या तनाव न होनेवाला काम? क्या काम का चुनाव मायने रखता है? तनाव भरे काम आप स्वीकार सकते है जहात्क आप सोचते है की आप उसे सह सकें| के एम्: एक बात तय है तनाव का अर्थ जानना स्वास्थ के लिये आवश्यक है, असुविधाका काम न करनेसे| यही उचित है निर्णय करने , जो है वो स्वीकारो ,इससे जीवन का अर्थ निकलता है विश्वास करे आप तनाव को मात दे सकते है शुक्रिया , केली , आपने बढीया मार्गदर्शन किया है (तालियाँ)