1 00:00:03,651 --> 00:00:04,851 नमस्कार। 2 00:00:05,810 --> 00:00:08,290 मैं एक फ़िल्मी सितारा हूँ, मैं 51 वर्षीय हूँ, 3 00:00:09,588 --> 00:00:11,844 और अभी तक बोटोक्स इस्तेमाल नहीं किया। 4 00:00:11,868 --> 00:00:13,084 हँसी 5 00:00:13,108 --> 00:00:17,308 तो मैं साफ़ हूँ, पर मैं एक 21 वर्षीय जैसा व्यवहार करता हूँ जैसा आपने मेरी फ़िल्मों में देखा होगा। 6 00:00:18,468 --> 00:00:19,684 हाँ, मैं वह सब करता हूँ। 7 00:00:19,708 --> 00:00:24,604 मैं सपने बेचते हूँ और भारत के करोड़ों लोगों के लिए प्रेम फैलाता हूँ 8 00:00:24,628 --> 00:00:26,884 जो मानते हैं कि सँसार का सबसे बेहतर प्रेमी हूँ। 9 00:00:26,908 --> 00:00:29,108 हँसी 10 00:00:30,068 --> 00:00:32,724 अगर आप किसी से कहेंगे नहीं, तो आपको बता दूँ मैं नहीं हूँ, 11 00:00:32,748 --> 00:00:34,684 पर मैं इस मान्यता को चलने दे ता हूँ। 12 00:00:34,708 --> 00:00:35,724 हँसी 13 00:00:35,748 --> 00:00:37,364 मुझे यह भी समझाया गया है 14 00:00:37,388 --> 00:00:39,844 कि आपमें से बहुत लोग ऐसे हैं जिन्होंने मेरा काम नहीं देखा है, 15 00:00:39,868 --> 00:00:41,324 और मैं आपके लिए काफ़ी दुखी हूँ। 16 00:00:41,348 --> 00:00:43,764 हँसी 17 00:00:43,788 --> 00:00:46,468 तालियाँ 18 00:00:48,828 --> 00:00:52,164 यह उस तथ्य से दूर नहीं कि मैं अपनी ही धुन में रहता हूँ 19 00:00:52,188 --> 00:00:53,444 जैसा एक फ़िल्मी सितारे को होना चाहिए। 20 00:00:53,468 --> 00:00:54,524 हँसी 21 00:00:54,548 --> 00:00:58,164 ऐसे समय में मेरे दोस्तों, क्रिस और जुलियेट ने मुझे यहाँ बुलाया 22 00:00:58,188 --> 00:00:59,754 भविष्य के तुम के बारे में बात करने। 23 00:00:59,778 --> 00:01:02,714 स्वाभाविक है, मैं वर्तमान के मैं के बारे में बोलूँगा। 24 00:01:02,738 --> 00:01:05,058 हँसी 25 00:01:07,268 --> 00:01:10,044 क्योंकि मैं सच में मानता हूँ कि मानवता मेरे ही जैसी है। 26 00:01:10,068 --> 00:01:11,284 हँसी 27 00:01:11,308 --> 00:01:12,684 वह है। वह है। 28 00:01:12,708 --> 00:01:14,228 वह एक बूढ़े हो रहे फ़िल्मी सितारे की तरह है, 29 00:01:15,428 --> 00:01:18,004 अपने आस-पास की नवीनता से जूझती हुई, 30 00:01:18,028 --> 00:01:20,684 सोचते हुए कि उसने पहली बार में सही किया या नहीं, 31 00:01:20,708 --> 00:01:22,724 और फिर भी रास्ता ढूँढते हुए 32 00:01:22,748 --> 00:01:24,828 इस सबके बावजूद चमकते रहने के लिए। 33 00:01:25,708 --> 00:01:29,068 मैं भारत की राजधानी, नई दिल्ली की एक शरणार्थी बस्ती में पैदा हुआ। 34 00:01:29,948 --> 00:01:32,444 और मेरे पिता एक स्वतंत्रता सेनानी थे। 35 00:01:32,468 --> 00:01:35,498 मेरी माँ, बाकी माँओं की तरह एक लड़ाकू थीं। 36 00:01:37,548 --> 00:01:40,564 और मौलिक मानव जाति की तरह, 37 00:01:40,588 --> 00:01:42,228 हम जीने के लिए संघर्ष करते थे। 38 00:01:42,908 --> 00:01:45,044 जब मैं अपने शुरू के 20 वर्ष में था, 39 00:01:45,068 --> 00:01:46,804 मैंने अपने दोनों माता-पिता को खो दिया, 40 00:01:46,828 --> 00:01:50,164 जो मुझे मानना होगा अब कुछ हद तक मेरी लापरवाही लगती है, 41 00:01:50,188 --> 00:01:51,484 परंतु... 42 00:01:51,508 --> 00:01:54,508 हँसी 43 00:01:57,028 --> 00:01:58,924 मुझे याद है वह रात जब मेरे पिता की मौत हुई थी, 44 00:01:58,948 --> 00:02:03,844 और मुझे याद है वह पड़ोसी का ड्राइवर जो हमें अस्पताल लेकर जा रहा था। 45 00:02:03,868 --> 00:02:06,684 उसने कुछ मरे हुए लोग टिप भी अच्छी नहीं देते जैसा कहा 46 00:02:06,708 --> 00:02:08,148 और अँधेरे में चला गया। 47 00:02:08,988 --> 00:02:10,884 और मैं तब बस 14 का था, 48 00:02:10,908 --> 00:02:14,364 और मैंने अपने पिता के मृत शरीर को कार की पिछली सीट में रखा, 49 00:02:14,388 --> 00:02:15,604 और मेरी माँ मेरे साथ बैठी थीं, 50 00:02:15,628 --> 00:02:18,204 मैंने अस्पताल से घर की ओर चलाना शुरू कर दिया। 51 00:02:18,228 --> 00:02:21,844 और माँ ने सुबकते हुए मेरी ओर देखकर कहा, 52 00:02:21,868 --> 00:02:23,668 बेटा, तुमने गाड़ी चलाना कब सीखा 53 00:02:26,028 --> 00:02:29,284 और मैंने उस बारे में सोचा और एहसास हुआ, और माँ से कहा, 54 00:02:29,308 --> 00:02:30,604 बस अभी, माँ। 55 00:02:30,628 --> 00:02:32,884 हँसी 56 00:02:32,908 --> 00:02:34,444 तो उस रात के बाद से, 57 00:02:34,468 --> 00:02:37,164 मानवता की किशोरावस्था की तरह, 58 00:02:37,188 --> 00:02:40,508 मैने जीने के रूखे तरीकों को सीख लिया। 59 00:02:41,148 --> 00:02:44,804 और सच कहूँ तो, उस समय जीवन का ढाँचा बहुत ही साधारण था। 60 00:02:44,828 --> 00:02:47,804 आप जानते हैं, आपको जो मिलता था वह खाते थे 61 00:02:47,828 --> 00:02:49,644 और जो कहा जाता था वह करते थे। 62 00:02:49,668 --> 00:02:53,004 मैं सिलिएक को एख सब्ज़ी समझता था, 63 00:02:53,028 --> 00:02:57,564 और वेगन, तो अवश्य ही स्टार ट्रेक के मि. स्पॉक का बिछड़ा हुआ यार था। 64 00:02:57,588 --> 00:02:58,684 हँसी 65 00:02:58,708 --> 00:03:01,684 जिस पहली लड़की से तुम मिलते थे उसी से शादी करते थे, 66 00:03:01,708 --> 00:03:05,548 और तुम टैकी थे अगर अपनी कार के कॉर्बुरेटर को ठीक कर सकते। 67 00:03:07,108 --> 00:03:10,588 मैं सच में सोचता था कि गे खुश का एक जटिल शब्द है। 68 00:03:11,828 --> 00:03:15,084 और लेस्बियन तो अवश्य ही पुर्तगाल की राजधानी थी, जैसा आप सब जानते हैं। 69 00:03:15,108 --> 00:03:16,364 हँसी 70 00:03:16,388 --> 00:03:17,588 मैं कहाँ था 71 00:03:20,708 --> 00:03:23,044 हम उन प्रणालियों पर निर्भर थे 72 00:03:23,068 --> 00:03:26,764 जो हमारी रक्षा के लिए पुश्तों 73 00:03:26,788 --> 00:03:28,244 ने मेहनत और त्याग से बनाई थीं, 74 00:03:28,268 --> 00:03:31,924 और हम सोचते थे कि सरकारें हमारे भले के लिए काम करती हैं। 75 00:03:31,948 --> 00:03:33,884 विज्ञान सरल और तार्किक था, 76 00:03:33,908 --> 00:03:36,228 एपल तब भी एक फल ही था 77 00:03:37,308 --> 00:03:39,244 जो ईव के बाद न्यूटन का था, 78 00:03:39,268 --> 00:03:41,604 तब तक स्टीव जॉब्स का नहीं था। 79 00:03:41,628 --> 00:03:43,324 और तुम यूरेका चिल्लाते थे 80 00:03:43,348 --> 00:03:45,548 जब गलियों में नंगे भागना चाहते थे। 81 00:03:46,228 --> 00:03:49,844 काम के लिए ज़िंदगी जहाँ ले जोती, वहाँ चले जाते थे, 82 00:03:49,868 --> 00:03:51,948 और लोग तुम्हारा स्वागत करते थे। 83 00:03:52,588 --> 00:03:54,564 तब प्रवासन एक शब्द था 84 00:03:54,588 --> 00:03:57,148 साइबेरिया की ट्रेनों के लिए, मनुष्यों के लिए नहीं। 85 00:03:57,988 --> 00:04:00,844 सबसे अहम, तुम वह थे जो तुम थे 86 00:04:00,868 --> 00:04:02,708 और वही बोलते थे जो सोचते थे। 87 00:04:03,388 --> 00:04:04,644 फिर मेरे बाद के 20 में, 88 00:04:04,668 --> 00:04:08,404 मैं विशाल महानगर मुंबई चला गया, 89 00:04:08,428 --> 00:04:09,764 और मेरा ढाँचा, 90 00:04:09,788 --> 00:04:13,084 एक नई औद्योगिकृत आकांक्षाओं से भरी हुई मानवता, 91 00:04:13,108 --> 00:04:14,308 की तरह परिवर्तित होने लगा। 92 00:04:14,948 --> 00:04:17,548 अधिक आलंकृत जीवन की शहरी जल्दी में, 93 00:04:18,387 --> 00:04:20,404 चीज़ें कुछ अलग सी दिखने लगीं। 94 00:04:20,428 --> 00:04:23,228 मैं सँसार भर से आए लोगों से मिला, 95 00:04:24,148 --> 00:04:27,364 चेहरे, जातियाँ, लिंगों, साहूकारों से। 96 00:04:27,388 --> 00:04:29,508 परिभाषाएँ बदलने लगीं। 97 00:04:30,268 --> 00:04:32,628 उस वक्त काम आपकी परिभाषित करने लगा 98 00:04:33,388 --> 00:04:36,044 एक बहुत ही समान तरीके से, 99 00:04:36,068 --> 00:04:38,924 और सभी प्रणालियाँ मुझे अपना भरोसा खोते हुए दिखाई देने लगीं, 100 00:04:38,948 --> 00:04:42,084 उनका सहारा लेना मुश्किल होने लगा 101 00:04:42,108 --> 00:04:44,084 मानवता की भिन्नता 102 00:04:44,108 --> 00:04:46,148 और मनुष्य की आगे बढ़ने और विकसित होने की ज़रूरत के लिए। 103 00:04:47,508 --> 00:04:50,428 विचाार अधिक आज़ादी और गति से बहने लगे। 104 00:04:51,388 --> 00:04:56,724 और मैंने मानव के नवप्रवर्तन और सहयोग के चमत्कार को अनुभव किया, 105 00:04:56,748 --> 00:04:58,164 और मेरी स्वयं की सृजनात्मकता, 106 00:04:58,188 --> 00:05:02,684 ने इस सामूहिक प्रयास की कुशलता की सहायता से 107 00:05:02,708 --> 00:05:04,548 मुझे सर्वश्रेष्ठ सितारा बना दिया। 108 00:05:05,148 --> 00:05:07,564 मुझे महसूस होने लगा कि मैं पहुँच गया था, 109 00:05:07,588 --> 00:05:11,084 और सामान्यत 40 तक पहुँचते हुए, मैं बस हवा में ही था। 110 00:05:11,108 --> 00:05:12,364 मैं सब जगह था। 111 00:05:12,388 --> 00:05:14,404 जानते हैं मैं तब तक 50 फ़िल्में कर चुका था 112 00:05:14,428 --> 00:05:16,028 और 200 गाने, 113 00:05:16,788 --> 00:05:19,044 और मुझे मलेशिया के लोगों ने सम्मानित किया। 114 00:05:19,068 --> 00:05:22,364 फ़ाँस की सरकार ने मुझे उनका सर्वोच नागरिक सम्मान दिया, 115 00:05:22,388 --> 00:05:25,724 जिसका शीर्षक मैं आज तक सही उच्चारित नहीं कर सकता हूँ। 116 00:05:25,748 --> 00:05:26,804 हँसी 117 00:05:26,828 --> 00:05:30,244 माफ़ करना, फ़ाँस, और शुक्रिया, फ़ाँस मुझे वह देने के लिए। 118 00:05:30,268 --> 00:05:33,604 पर उससे भी ज़्यादा, मेरी मुलाकात एंजेलीना जोली से हुई... 119 00:05:33,628 --> 00:05:36,364 हँसी 120 00:05:36,388 --> 00:05:37,884 डाई सेकंड के लिए। 121 00:05:37,908 --> 00:05:39,204 हँसी 122 00:05:39,228 --> 00:05:41,924 और मुझे विश्वास है उन्हें भी वह भेंट कहीँ याद होगी। 123 00:05:41,948 --> 00:05:43,164 ठीक है, शायद नहीं होगी। 124 00:05:43,188 --> 00:05:46,724 और मैं खाने की गोल मेज़ पर हाना मोंटाना के साथ बैठा था 125 00:05:46,748 --> 00:05:48,788 जब अधिकतर समय उसकी पीठ मेरी तरफ़ थी। 126 00:05:49,588 --> 00:05:51,828 जैसा मैंने कहा, मैं माइली से जोली की तरफ़ उड़ रहा था, 127 00:05:52,748 --> 00:05:56,004 और मानवता मेरे साथ उड़ रही थी। 128 00:05:56,028 --> 00:05:58,708 हम दोनों काफ़ी हद तक बोखला गए थे। 129 00:05:59,268 --> 00:06:00,988 और फिर आप सब जानते हैं क्या हुआ। 130 00:06:01,508 --> 00:06:02,748 इंटरनेट शुरू हो गया। 131 00:06:03,748 --> 00:06:05,684 मैं अपने 40 वें साल में था, 132 00:06:05,708 --> 00:06:08,348 और पिंजरे में बैठे पक्षी की तरह मैंने ट्वीट करना शुरू कर दिया 133 00:06:09,268 --> 00:06:12,244 और यह मानकर कि जो लोग मेरी दुनिया में ताक-झाँक करते हैं 134 00:06:12,268 --> 00:06:13,524 उसका आनंद उठाएँगे 135 00:06:13,548 --> 00:06:15,644 क्योंकि मैं उसे एक चमत्कार समझता था। 136 00:06:15,668 --> 00:06:17,868 पर मुझे औऱ मानवता को कुछ औऱ ही मिला। 137 00:06:18,748 --> 00:06:23,644 आप जानते हैं, हमने चाहा था विचारों औऱ सपनों का विस्तार 138 00:06:23,668 --> 00:06:26,268 सँसार में बढ़ते हुए संबंधों के साथ। 139 00:06:27,028 --> 00:06:33,508 जिस जगह से आज़ादी और क्रांति का जन्म हो रहा था, 140 00:06:34,708 --> 00:06:36,724 हमने वहीं से गाँव की तरह 141 00:06:36,748 --> 00:06:38,884 विचारों के,, विवेक के, परिभाषा 142 00:06:38,908 --> 00:06:41,148 के सिमटने का सौदा नहीं किया था। 143 00:06:42,508 --> 00:06:44,270 जो कुछ मैं कहता, उसका नया अर्थ निकाला जाता। 144 00:06:44,908 --> 00:06:46,868 जो भी मैं करता... अच्छा, बुरा, भद्दा... 145 00:06:47,828 --> 00:06:51,164 उसपर सारा सँसार अपने विचार प्रकट करता था। 146 00:06:51,188 --> 00:06:53,788 असलियत में, मैं जो कुछ नहीं भी करता या कहता 147 00:06:54,588 --> 00:06:55,788 उसका भी वही हश्र हो रहा था। 148 00:06:56,708 --> 00:06:57,908 चार साल पहले, 149 00:06:58,948 --> 00:07:02,908 मेरी प्यारी बीवी गौरी और मैंने तीसरे बच्चे का निर्णय लिया। 150 00:07:03,988 --> 00:07:05,668 नेट पर दावा किया गया 151 00:07:06,788 --> 00:07:08,884 कि वह हमारे पहले बेटे 152 00:07:08,908 --> 00:07:10,108 जो 15 साल का था 153 00:07:10,708 --> 00:07:11,988 की नाजायज़ औलाद था। 154 00:07:12,788 --> 00:07:15,884 स्पष्ट तौर से, उसने उसकी कार रोमेनिया में उसकी कार चलाते हुए 155 00:07:15,908 --> 00:07:18,108 यह काम किया था। 156 00:07:18,988 --> 00:07:21,188 और हाँ, इसके साथ एक नकली वीडियो भी था। 157 00:07:21,628 --> 00:07:23,444 और हमारा परिवार इतना परेशान हो गया था। 158 00:07:23,468 --> 00:07:24,724 मेरा बेटा, जो अब 19 का है, 159 00:07:24,748 --> 00:07:26,564 आप उससे अब भी अगर हेलो कहते हैं, 160 00:07:26,588 --> 00:07:28,044 वह बस पलटकर कहता है, 161 00:07:28,068 --> 00:07:30,764 "पर भाई, मेरे पास तो यूरोप का ड्राइविंग लाइसेंस भी नहीं था।" 162 00:07:30,788 --> 00:07:33,244 (हँसी) 163 00:07:33,268 --> 00:07:34,548 हाँ। 164 00:07:35,028 --> 00:07:36,724 इस नए सँसार में, 165 00:07:36,748 --> 00:07:40,124 धीरे-धीरे, हकीकत आभास बन गई और आभास वास्तविकता, 166 00:07:40,148 --> 00:07:41,804 और मुझे एहसास होने लगा 167 00:07:41,828 --> 00:07:45,364 मैं वह नहीं बन सकता जो मैं बनना चाहता हूँ, या कह सकूँ जो सच में सोचता हूँ, 168 00:07:45,388 --> 00:07:47,188 और इस वक्त मानवता 169 00:07:48,308 --> 00:07:50,244 मेरी पहचान बन गई थी। 170 00:07:50,268 --> 00:07:53,268 मेरा विचार है कि हम दोनों अधेड़ उम्र के संक्रमण काल से गुज़र रहे थे, 171 00:07:54,308 --> 00:07:58,404 और मानवता, मेरी ही तरह, उद्भासित गायिका बनी जा रही थी। 172 00:07:58,428 --> 00:08:00,124 मैंने सबकुछ बेचना शुरू कर दिया, 173 00:08:00,148 --> 00:08:03,044 बालों के तेल से लेकर डीज़ल के जेनरेटरों तक। 174 00:08:03,068 --> 00:08:05,084 मानवता सब खरीद रही थी, 175 00:08:05,108 --> 00:08:07,484 कच्चे तेल से न्यूक्लियर रियेक्टरों तक। 176 00:08:07,508 --> 00:08:11,484 जानते हैं, मैंने खुद को नया दिखाने के लिए 177 00:08:11,508 --> 00:08:13,548 तंग सुपरहीरो सूट पहनने की कोशिश भी की। 178 00:08:14,268 --> 00:08:16,228 मानना पड़ेगा कि बुरी तरह से असफल हुआ। 179 00:08:17,028 --> 00:08:22,044 मैं सँसार के सभी बैटमेन, स्पाइडर-मेन 180 00:08:22,068 --> 00:08:24,164 और सुपरमेन की तरफ़ से कहना चाहूँगा, 181 00:08:24,188 --> 00:08:26,044 आपको उनकी प्रशंसा करनी चाहिए, 182 00:08:26,068 --> 00:08:28,844 क्योंकि वह बहुत कष्टप्रद होता है, सुपरहीरो का सूट। 183 00:08:28,868 --> 00:08:29,924 हँसी 184 00:08:29,948 --> 00:08:32,428 हाँ, मैं सच कह रहा हूँ। मुझे आपको यहाँ यह बताना होगा। 185 00:08:33,948 --> 00:08:35,164 सच में। 186 00:08:35,188 --> 00:08:38,724 और संयोगवश, मैंने नाचने का एक नया ढंग भी बनाया है 187 00:08:38,748 --> 00:08:40,883 जो मुझे पता नहीं चला, और वह बहुत लोकप्रिय हो गया। 188 00:08:40,907 --> 00:08:42,123 तो अगर सही लगे तो, 189 00:08:42,147 --> 00:08:45,324 औऱ आप मुझे थोड़ा तो देख ही चुके हैं, तो मैं बेशर्म तो हूँ, मैं आपको दिखाता हूँ। 190 00:08:45,348 --> 00:08:46,804 उसे लूँगी डाँस कहते थे। 191 00:08:46,828 --> 00:08:49,924 तो अगर सही लगे, मैं आपको अभी दिखाऊँगा। मैं वैसे काफ़ी प्रतिभावान हूँ। 192 00:08:49,948 --> 00:08:51,164 चियर्स 193 00:08:51,188 --> 00:08:53,268 तो वह कुछ ऐसे था। 194 00:08:53,868 --> 00:08:56,284 लुँगी डाँस। लुँगी डाँस। लुँगी डाँस। लुँगी डाँस। 195 00:08:56,308 --> 00:08:58,724 लुँगी डाँस। लुँगी डाँस। लुँगी डाँस। लुँगी डाँस। 196 00:08:58,748 --> 00:09:01,404 लुँगी डाँस। लुँगी डाँस। लुँगी डाँस। लुँगी। 197 00:09:01,428 --> 00:09:03,084 बस यह ही था। काफ़ी लोकप्रिय हो गया था। 198 00:09:03,108 --> 00:09:04,404 चियर्स 199 00:09:04,428 --> 00:09:05,628 सच में हो गया था। 200 00:09:07,948 --> 00:09:11,604 जैसा आपने देखा, मेरे सिवा किसी को कुछ पता नहीं चल रहा था कि क्या हो रहा है, 201 00:09:11,628 --> 00:09:13,244 और मुझे परवाह नहीं, सच में, 202 00:09:13,268 --> 00:09:15,484 क्योंकि सारा सँसार, और पूर्ण मानवता, 203 00:09:15,508 --> 00:09:17,428 उतनी ही उलझन में और गुमराह है जितना मैं। 204 00:09:18,548 --> 00:09:19,804 मैंने तब भी उम्मीद छोड़ी नहीं। 205 00:09:19,828 --> 00:09:22,604 सोशल मीडिया पर मैंने फिर से अपनी पहचान बनाने की कोशिश की 206 00:09:22,628 --> 00:09:23,884 जैसा कि सब करते हैं। 207 00:09:23,908 --> 00:09:26,644 मैंने सोचा कि अगर मैं दार्शनिक ट्वीटें डालूँगा 208 00:09:26,668 --> 00:09:28,244 लोग सोचेंगे मैं वैसा हूँ, 209 00:09:28,268 --> 00:09:30,844 पर उन ट्वीटों के बदले में जो कुछ जवाब मुझे आए 210 00:09:30,868 --> 00:09:34,204 बहुत ही उलझन भरी संक्षिप्तियाँ थीं जो मैं समझ नहीं पाया। आपको पता है? 211 00:09:34,228 --> 00:09:36,284 आरओएफ़एल, एलओएल। 212 00:09:36,308 --> 00:09:40,604 किसीने मेरी एक विचारोत्तेजक ट्वीट पर लिखा एडीडास 213 00:09:40,628 --> 00:09:42,964 और मैं सोच रहा था कि जूते का नाम क्यों लिखा होगा, 214 00:09:42,988 --> 00:09:45,884 मेरा मतलब आप जूते का नाम लिखकर मुझे क्यों भेजेंगे? 215 00:09:45,908 --> 00:09:48,764 और मैंने अपनी 16-वर्षीय बेटी को पूछा, और उसने मुझे बताया। 216 00:09:48,788 --> 00:09:51,748 एडीडास का अब मतलब है ऑल डे आई ड्रीम अबाउट सेक्स। 217 00:09:52,308 --> 00:09:54,564 हँसी 218 00:09:54,588 --> 00:09:55,884 सच में। 219 00:09:55,908 --> 00:09:57,404 मुझ नहीं पता अगर आप वह जानते हैं। 220 00:09:57,428 --> 00:10:02,004 तो मैंने मि. एडीडास को मोटे अक्षरों में वटफ वापिस लिख दिया, 221 00:10:02,028 --> 00:10:06,468 मन ही मन शुक्रिया करते हुए कि कुछ संक्षिप्तियाँ और चीज़ें कभी बदलेंगी नहीं। 222 00:10:07,188 --> 00:10:08,388 वटफ। 223 00:10:10,188 --> 00:10:11,508 परंतु हम यहाँ पर हैं। 224 00:10:12,388 --> 00:10:14,084 मैं 51 वर्षीय हूँ, जैसा मैंने आपको बताया, 225 00:10:14,108 --> 00:10:17,684 और दिमाग को हिलाने वाली संक्षिप्तियों पर ध्यान ना देते हुए, 226 00:10:17,708 --> 00:10:19,004 मैं बस आपको बताना चाहता हूँ 227 00:10:19,028 --> 00:10:22,244 अगर मानवता के अस्तित्व के लिए कोई महत्वपूर्ण समय है, 228 00:10:22,268 --> 00:10:23,884 तो वह अभी है, 229 00:10:23,908 --> 00:10:26,148 क्योंकि आज के आप बहादुर हो। 230 00:10:27,308 --> 00:10:28,644 आज के आप आशावादी हो। 231 00:10:28,668 --> 00:10:31,964 आज के आप नवीन और साधन सम्पन्न हैं, 232 00:10:31,988 --> 00:10:35,228 और अवश्य ही, आज के आप अपरिभाष्य हैं। 233 00:10:36,308 --> 00:10:37,948 और इस मंत्र-मुग्ध करने वाले, 234 00:10:38,788 --> 00:10:40,724 अस्तित्व के अपूर्ण क्षण में, 235 00:10:40,748 --> 00:10:43,324 यहाँ आने से पहले थोड़ा सा साहसी महसूस कर रहा था, 236 00:10:43,348 --> 00:10:46,348 मैंने अपने चेहरे पर एक अच्छी, कड़ी निगाह डालने का निर्णय लिया। 237 00:10:47,668 --> 00:10:51,324 और मुझे एहसास हुआ कि मैं मैडम टुस्साड के मेरे माम के पुतले 238 00:10:51,348 --> 00:10:53,764 जैसा अधिक दिखने लगा हूँ। 239 00:10:53,788 --> 00:10:56,044 हँसी 240 00:10:56,068 --> 00:10:58,564 हाँ, और एहसास के उस पल में, 241 00:10:58,588 --> 00:11:02,828 मैंने स्वयं से और मानवता से सबसे केंद्रीय और उपयुक्त सवाल पूछा: 242 00:11:04,268 --> 00:11:06,148 मुझे अपने चेहरे को ठीक करने की ज़रूरत है 243 00:11:07,388 --> 00:11:10,724 सच में। मैं एक अभिनेता हूँ, जैसा मैंने आपको बताया, 244 00:11:10,748 --> 00:11:14,124 मानव की सृजनात्मकता की एक आधुनिक अभिव्यक्ति। 245 00:11:14,148 --> 00:11:15,684 मैं जिस देश का वासी हूँ 246 00:11:15,708 --> 00:11:20,668 अकथनीय परंतु अत्यंत सरल आध्यात्मिकता का स्त्रोत है। 247 00:11:21,868 --> 00:11:23,548 उसकी असीम उदारता में, 248 00:11:24,388 --> 00:11:27,124 भारत ने किसी तरह निर्णय लिया 249 00:11:27,148 --> 00:11:31,124 कि मैं, एक कड़के स्वतंत्रता सेनानी का मुस्लिम बेटा 250 00:11:31,148 --> 00:11:34,988 जो अनजाने में सपने बेचने के कारोबार में आ गया, 251 00:11:35,908 --> 00:11:39,828 को इसके रोमाँच का राजा बनना चाहिए, 252 00:11:40,828 --> 00:11:43,188 बॉलीवुड का बादशाह, 253 00:11:43,868 --> 00:11:46,628 देश का सबसे बेहतरीन प्रेमी... 254 00:11:47,508 --> 00:11:48,708 इस चेहरे के साथ। 255 00:11:49,228 --> 00:11:50,444 हाँ। 256 00:11:50,468 --> 00:11:51,564 हँसी 257 00:11:51,588 --> 00:11:54,484 जिसे बदले में भद्दा, अपरम्परागत, 258 00:11:54,508 --> 00:11:56,324 और हैरानी की बात है इतना चॉक्लेटी नहीं कहा गया है। 259 00:11:56,348 --> 00:11:59,228 हँसी 260 00:12:01,668 --> 00:12:04,004 इस प्राचीन भूमि के लोगों ने 261 00:12:04,028 --> 00:12:06,444 अपने असीमित प्रेम से मुझे गले लगाया, 262 00:12:06,468 --> 00:12:08,148 औऱ मैंने इन लोगों से सीखा है 263 00:12:09,028 --> 00:12:11,388 कि ना सत्ता ना ही गरीबी 264 00:12:12,228 --> 00:12:13,924 आपके जीवन को अधिक शानदार 265 00:12:13,948 --> 00:12:15,228 या कम जटिल बना सकते हैं। 266 00:12:15,948 --> 00:12:18,564 मैंने अपने देश के वासियों से सीखा है 267 00:12:18,588 --> 00:12:20,684 कि एक जीवन, एक मनुष्य, 268 00:12:20,708 --> 00:12:24,308 एक संस्कृति, एक धर्म, एक देश की शान 269 00:12:25,348 --> 00:12:27,228 उसकी करूणा औऱ कृपा 270 00:12:28,388 --> 00:12:29,828 की क्षमता में ही वास करते हैं। 271 00:12:30,508 --> 00:12:32,588 मैंने सीखा है कि जो आपको हिला सकता है, 272 00:12:33,268 --> 00:12:35,964 आपको रचना, निर्माण करने के लिए प्रेरित करता है, 273 00:12:35,988 --> 00:12:37,644 जो आपको असफलता से बचाता है, 274 00:12:37,668 --> 00:12:39,924 जो आपको जीना सिखाता है, 275 00:12:39,948 --> 00:12:44,324 वह है मानवता की सबसे पुरानी औऱ सरल भावना, 276 00:12:44,348 --> 00:12:46,228 और वह है प्रेम। 277 00:12:47,508 --> 00:12:50,404 मेरे देश के एक आध्यात्मिक कवि ने लिखा था, 278 00:12:50,428 --> 00:12:53,604 पोथी पढ़ी-पढ़ी जग मुआ, 279 00:12:53,628 --> 00:12:55,044 पंडित भया ना कोई, 280 00:12:55,068 --> 00:12:57,044 पोथी पढ़ी-पढ़ी जग मुआ, 281 00:12:57,068 --> 00:12:59,004 भया ना पंडित कोई। 282 00:12:59,028 --> 00:13:01,084 ढाई आखर प्रेम के 283 00:13:01,108 --> 00:13:02,764 पढ़े सो पंडित होय। 284 00:13:02,788 --> 00:13:05,364 जिसका अनुवाद है कि जो भी... 285 00:13:05,388 --> 00:13:07,364 हाँ, अगर आप हिंदी जानते हैं, कृपया ताली बजाएँ, हाँ। 286 00:13:07,388 --> 00:13:08,924 तालियाँ 287 00:13:08,948 --> 00:13:10,472 याद रखना बहुत मुश्किल है। 288 00:13:11,428 --> 00:13:14,004 जिसका अनुवाद करें तो वास्तव में ऐसा होगा 289 00:13:14,028 --> 00:13:16,484 कि आप ज्ञान की कितनी भी किताबें क्यों ना पढ़ लें 290 00:13:16,508 --> 00:13:19,404 औऱ फरि अपना ज्ञान बाँटें 291 00:13:19,428 --> 00:13:22,764 आविष्कार, सृजनात्मकता, तकनीक के द्वारा, 292 00:13:22,788 --> 00:13:25,924 पर मानवता अपने भविष्य को सही से नहीं जान पाएगी 293 00:13:25,948 --> 00:13:32,068 जब तक इनके साथ अपने साथियों के लिए प्रेम और सहानुभूति नहीं लाएगी। 294 00:13:32,708 --> 00:13:36,284 प्रेम शब्द के ढाई अक्षर, 295 00:13:36,308 --> 00:13:37,724 जिसका अर्थ है प्यार, 296 00:13:37,748 --> 00:13:39,644 अगर आप यह समझ लें 297 00:13:39,668 --> 00:13:41,244 और इसे अपनाएँ, 298 00:13:41,268 --> 00:13:44,468 मानवता को प्रबुद्ध करने के लिए बस इतना ही काफ़ी होगा। 299 00:13:45,308 --> 00:13:47,188 तो मैं सच में मानता हूँ कि भविष्य के आप 300 00:13:48,148 --> 00:13:49,828 एक ऐसे आप होने चाहिए जो प्रेम करे। 301 00:13:50,628 --> 00:13:52,668 नहीं तो यह फलना-फूलना बंद कर देगा। 302 00:13:53,628 --> 00:13:56,988 अपने ही स्व-अवशोषण में नष्ट हो जाएगा। 303 00:13:58,508 --> 00:13:59,948 तो आप दीवारें बनाकर 304 00:14:00,668 --> 00:14:02,364 लोगों को बाहर रखकर 305 00:14:02,388 --> 00:14:03,828 अपनी शक्ति का प्रयोग कर सकते हैं, 306 00:14:05,148 --> 00:14:08,948 या आप इसका प्रयोग बाधाएँ तोड़कर उन्हें अंदर ला सकते हैं। 307 00:14:10,028 --> 00:14:11,804 आप अपनी श्रद्धा का प्रयोग 308 00:14:11,828 --> 00:14:13,268 लोगों को डराने में कर सकते हैं 309 00:14:14,348 --> 00:14:16,108 और डराकर समर्पण करवा सकते हैं, 310 00:14:17,228 --> 00:14:19,684 या आप उसका प्रयोग लोगों की हिम्मत बढ़ाने में कर सकते हैं 311 00:14:19,708 --> 00:14:23,444 ताकि वे प्रबुद्धता की चरम सीमा तक पहुँच पाएँ। 312 00:14:23,468 --> 00:14:25,404 आप अपनी उर्जा का प्रयोग 313 00:14:25,428 --> 00:14:28,764 न्यूक्लियर बम बनाकर विनाश का अँधकार फैला सकते हैं, 314 00:14:28,788 --> 00:14:32,548 या आप उसका प्रयोग करोड़ों में खुशी की लहर फैलाने में कर सकते हैं। 315 00:14:33,548 --> 00:14:37,564 आप संवेदनाहीन बनकर महासागरों को दूषित कर सकते हैं और वनों को काट सकते हैं। 316 00:14:37,588 --> 00:14:40,004 आप पर्यावरण कानाश कर सकते हैं, 317 00:14:40,028 --> 00:14:42,204 या उन्हें प्रेम से सींचते हुए 318 00:14:42,228 --> 00:14:44,468 पानी और वृक्षों से नए जीवन का आरम्भ कर सकते हैं। 319 00:14:45,468 --> 00:14:47,244 आप मंगल ग्रह पर जा सकते हैं 320 00:14:47,268 --> 00:14:49,028 और सशस्त्र गढ़ बना सकते हैं, 321 00:14:50,668 --> 00:14:55,588 या आप जीवन की प्रजाती और रूप ढूँढकर उनका सम्मान करके सीख सकते हैं। 322 00:14:56,428 --> 00:15:00,164 औऱ आप हम सभी के कमाए पैसे का प्रयोग कर सकते हो 323 00:15:00,188 --> 00:15:01,748 फिज़ूल के युद्ध छेड़ने में 324 00:15:03,108 --> 00:15:06,004 और नन्हें बच्चों के हाथों में बंदूकें देने में 325 00:15:06,028 --> 00:15:07,388 ताकि एक-दूसरे को मार सकें, 326 00:15:08,468 --> 00:15:09,668 या आप उसका प्रयोग कर सकते हैं 327 00:15:10,428 --> 00:15:12,164 उनका पेट भरने के लिए 328 00:15:12,188 --> 00:15:13,588 अधिक भोजन उगाने में। 329 00:15:14,668 --> 00:15:16,324 मेरे देश ने मुझे सिखाया है 330 00:15:16,348 --> 00:15:20,708 एक मनुष्य की प्रेम करने की क्षमता धार्मिकता के बराबर है। 331 00:15:21,748 --> 00:15:26,204 यह उस सँशार में दमकती है 332 00:15:26,228 --> 00:15:31,308 जिसे मेरे खयाल में, सभ्यता बहुत अधिक उजाड़ चुकी है। 333 00:15:32,668 --> 00:15:35,404 पिछले कुछ दिनों में, यहाँ की वार्ताएँ, कमाल के लोग 334 00:15:35,428 --> 00:15:37,164 जो आकर अपनी प्रतिभा दिखा रहे थे, 335 00:15:37,188 --> 00:15:40,524 व्यक्तिगत उपलब्धियों, आविष्कारों, तकनीक, विज्ञान के बारे में बात कर रहे थै 336 00:15:40,548 --> 00:15:43,884 यहाँ होने की वजह से जो ज्ञान हम पा रहे हैं 337 00:15:43,908 --> 00:15:46,684 टेड टॉक्स औऱ आप सबकी उपस्थिति में 338 00:15:46,708 --> 00:15:49,724 पर्यापत कारण हैं हमें भविष्य के हम का जश्न मनाने के लिए। 339 00:15:49,748 --> 00:15:51,228 परंतु उस जश्न में 340 00:15:52,388 --> 00:15:55,948 हमारी प्रेम और सहानुभूति को बढ़ावा देने की हमारी खोज 341 00:15:57,388 --> 00:16:00,428 को दृढ़ता से डटे रहना होगा, को दृढ़ता से डटे रहना होगा, 342 00:16:01,148 --> 00:16:02,988 उतनी ही बराबरी से। 343 00:16:03,948 --> 00:16:06,188 तो मेरा मानना है कि भविष्यके आप 344 00:16:07,028 --> 00:16:08,308 एक अनन्त आप हैं। 345 00:16:09,228 --> 00:16:11,788 इसे भारत में चक्र कहते हैं, एक वृत्त की तरह। 346 00:16:12,828 --> 00:16:15,668 वह सम्पूर्ण होने के लिए जहाँ से शुरू होता है वहीं पर अंत होता है। 347 00:16:17,068 --> 00:16:20,764 एक आप जो समय और अंतरिक्ष को भिन्न रूप से देखते हैं 348 00:16:20,788 --> 00:16:22,108 दोनों को समझते हैं 349 00:16:24,868 --> 00:16:28,188 आपका अकल्पनीय 350 00:16:29,508 --> 00:16:31,924 और गज़ब का महत्व 351 00:16:31,948 --> 00:16:37,548 और सृष्टि के संदर्भ में आपकी पूर्णत: महत्वहीनता। 352 00:16:38,668 --> 00:16:40,148 एक आप जो वापिस जाते हो 353 00:16:40,948 --> 00:16:42,804 मानवता की मौलिक मासूमियत में, 354 00:16:42,828 --> 00:16:44,908 जो हृदय की पवित्रता से प्रेम करते हो, 355 00:16:45,748 --> 00:16:48,068 जो सत्य की आँथों से देखते हो, 356 00:16:49,308 --> 00:16:54,908 जो एक अक्षत दिमाग की स्पष्टता से सपने लेते हो। 357 00:16:56,268 --> 00:16:57,588 भविष्य के आप 358 00:16:58,548 --> 00:17:00,108 एक बूढ़ हो रहे फ़िल्मी सितारे की तरह होना चाहिए 359 00:17:01,068 --> 00:17:04,004 जिसे यह मानने पर मजबूर किया गया है 360 00:17:04,028 --> 00:17:06,803 एक ऐसे सँसार की सम्भावना है 361 00:17:06,828 --> 00:17:09,844 जो पूर्ण रूप से अपने ही जुनून में 362 00:17:09,868 --> 00:17:11,068 अपने ही प्रेम में संलिप्त हो। 363 00:17:11,947 --> 00:17:15,244 एक सँसार ... सच में, एक आप चाहिए 364 00:17:15,268 --> 00:17:17,204 जो उस सँसार की रचना करे 365 00:17:17,227 --> 00:17:19,028 जो अपना ही बेहतरीन प्रेमी हो। 366 00:17:20,028 --> 00:17:21,844 मेरा मानना है, देवियों औऱ सज्जनों, वह 367 00:17:21,868 --> 00:17:23,404 होंगे भविष्य के आप। 368 00:17:23,427 --> 00:17:24,884 बहुत-बहुत शुक्रिया। 369 00:17:24,908 --> 00:17:26,124 370 00:17:26,148 --> 00:17:28,283 तालियाँ 371 00:17:28,308 --> 00:17:29,523 शुक्रिया। 372 00:17:29,548 --> 00:17:32,484 तालियाँ 373 00:17:32,508 --> 00:17:33,764 शुक्रिया। 374 00:17:33,788 --> 00:17:36,388 तालियाँ