WEBVTT 00:00:14.335 --> 00:00:17.078 कितनी बार हम एक कागज़ के टुकड़े को मोड़ सकते है? 00:00:17.102 --> 00:00:19.623 मान लीजिये की एक कागज़ है जो बहुत पतला होता है 00:00:19.623 --> 00:00:20.623 जिसमे बाइबिल छपा है 00:00:20.623 --> 00:00:23.484 असल में वो सिल्क के टुकड़े जैसा लगेगा 00:00:24.999 --> 00:00:28.332 इसे योग्य करने के लिए 00:00:28.356 --> 00:00:29.976 मान लीजिये की आपके पास एक कागज़ है 00:00:30.000 --> 00:00:31.444 जो सेंटीमीटर का हजारवा भाग है. 00:00:31.468 --> 00:00:34.551 जो होता है दस के पॉवर में माइनस तीन सेंटीमीटर. 00:00:35.462 --> 00:00:38.889 बराबर ०.००१ सेंटीमीटर 00:00:38.913 --> 00:00:42.220 अब मान लीजिये की एक बड़ा कागज़ है. 00:00:43.453 --> 00:00:46.362 जैसे की अखबार का 00:00:46.386 --> 00:00:47.976 उसे आधा मोड़ने से शुरुआत करे 00:00:48.935 --> 00:00:51.679 कितनी बार आप उसे मोड़ सकते है? 00:00:52.514 --> 00:00:55.181 एक सवाल आप उसे जितना चाहे 00:00:55.981 --> 00:00:57.084 उतनी बार मोड़े 00:00:57.887 --> 00:01:01.795 मान लीजिये ३० बार 00:01:01.835 --> 00:01:03.116 उसकी मोटाई कितनी होगी? 00:01:03.141 --> 00:01:06.155 आगे बढ़ने से पहले 00:01:07.155 --> 00:01:08.730 आप सचमे इसका जवाब सोचे 00:01:08.754 --> 00:01:12.976 अब 00:01:14.033 --> 00:01:15.065 एक बार कागज़ मोड़ने से 00:01:15.089 --> 00:01:17.150 उसकी मोटाई एक सेंटीमीटर के 00:01:17.174 --> 00:01:20.501 दो हजारवे हिस्से जितनी हुई वापस एक बार मोड़े. 00:01:21.425 --> 00:01:23.837 अब एक सेंटीमीटर के चार हजारवे हिस्से जितनी हो गयी. 00:01:23.861 --> 00:01:26.976 हर एक बार मोड़ने से मोटाई दो गुनी हो जाती है. 00:01:27.817 --> 00:01:31.167 और हम मोड़ते ही जाये बार बार, 00:01:32.356 --> 00:01:35.063 तो हमारे पास ये होगा 00:01:35.087 --> 00:01:38.839 १० बार मोड़ने के बाद. 00:01:38.863 --> 00:01:39.976 दस के पॉवर में दो. 00:01:40.839 --> 00:01:42.827 मतलब आप दो को ही दस बार गुणा करे. 00:01:42.851 --> 00:01:46.415 तो होता है १.०२४ सेंटीमीटर. 00:01:46.439 --> 00:01:50.968 जो एक सेंटीमीटर से थोडा ही ज्यादा है. 00:01:50.992 --> 00:01:54.067 मान लीजिये की हम मोड़ते ही रहे कागज़ को. 00:01:54.091 --> 00:01:56.254 फिर क्या होगा? 00:01:57.251 --> 00:01:58.976 १७ बार मोड़ने पर, 00:01:59.000 --> 00:02:00.976 मोटाई मिलेगी सत्रह के पॉवर में दो/ 00:02:01.000 --> 00:02:03.976 जो एक सौ एकतीस सेंटीमीटर है/ 00:02:04.000 --> 00:02:07.719 या फिर चार फीट से थोडा ज्यादा 00:02:07.743 --> 00:02:09.672 पचीस बार मोड़ने से 00:02:10.751 --> 00:02:12.976 मोटाई होगी पचीस के पॉवर में दो 00:02:13.000 --> 00:02:15.976 जो ३३,५५४ सेंटीमीटर है. 00:02:16.000 --> 00:02:21.263 ग्यारासो फीट से थोडा ज्यादा 00:02:21.287 --> 00:02:23.115 या फिर एम्पायर स्टेट बिल्डिंग की उचाई जितना 00:02:24.275 --> 00:02:27.976 ये कुछ ज्यादा हो गया! 00:02:29.360 --> 00:02:31.976 कागज़ का एक टुकड़ा जो बहुत पतला होता है. 00:02:32.965 --> 00:02:37.546 उसे पचीस बार मोड़ने से मोटाई एक मील के क्वार्टर जितनी होगी 00:02:37.570 --> 00:02:41.976 तो हमने क्या सीखा? इसे कहते है 00:02:42.000 --> 00:02:43.015 एक्सपोनेंशियल ग्रोथ 00:02:43.870 --> 00:02:47.631 और अभी देखा की एक कागज़ को मोड़ने से 00:02:47.655 --> 00:02:49.976 हम बहुत दूर और बहुत तेज़ आगे जा सकते है. 00:02:50.000 --> 00:02:53.158 वापस आते है, अगर हम कागज़ को पचीस बार मोड़े 00:02:54.347 --> 00:02:58.709 तो मोटाई एक मील के क्वार्टर जितनी होगी 00:02:58.733 --> 00:03:00.976 तीस बार, तो मोटाई ६.५ मील होगी. 00:03:02.148 --> 00:03:06.186 जो हाइट है किसी भी हवैजहाज़ के उड़ने की 00:03:06.210 --> 00:03:08.916 चालीस बार, मोटाई होगी लगभग ७००० मील, 00:03:08.940 --> 00:03:12.976 या फिर जीपीएस उपग्रह की हाइट जितनी 00:03:13.000 --> 00:03:15.851 ४८ बार, और मोटाई होगी एक मीलिओन मील से थोडा ज्यादा 00:03:15.875 --> 00:03:19.427 अब आप सोचे पृथ्वी और चन्द्रमा के बीच का अंतर 00:03:20.527 --> 00:03:24.228 तो वो है २५०,००० मील से थोडा कम, 00:03:24.252 --> 00:03:27.041 मतलब, बाइबिल के एक कागज़ से शुरुआत करे. 00:03:27.065 --> 00:03:29.473 और उसे ४५ बार मोड़े तो हम चन्द्रमा तक पहुच सकते है 00:03:29.497 --> 00:03:32.976 और उसे दो गुना करे तो 00:03:34.108 --> 00:03:36.699 हम वापस पृथ्वी पर आ सकते है. 00:03:36.723 --> 00:03:38.000 [संगीत]