WEBVTT 00:00:00.988 --> 00:00:03.983 आज मेरी सिर्फ़ एक प्रार्थना है. 00:00:03.983 --> 00:00:07.373 कृप्या मुझसे ये मत कहना कि में एक साधारण व्यक्ति हू. NOTE Paragraph 00:00:07.373 --> 00:00:11.749 अब में आपको मेरे भाइयों से मिलवाना चाहती हू. 00:00:11.749 --> 00:00:14.015 रेमी २२ साल का है, 00:00:14.015 --> 00:00:16.979 लंबा चौड़ा और बहुत तंदुरुस्त. 00:00:16.979 --> 00:00:20.907 वो बोल नही सकता पर उसकी खुशी बोलती है 00:00:20.907 --> 00:00:25.190 और वो किसी वक्ता से कम नही है. 00:00:25.190 --> 00:00:27.833 रेमी को पता है कि प्यार क्या है. 00:00:27.833 --> 00:00:32.215 और वो आसंबंध और बेपरवाह होके प्यार करता है. 00:00:32.215 --> 00:00:35.735 वो लालची नही है. उसे रंग में भेद भाव नही समझता. 00:00:35.735 --> 00:00:39.056 वो मज़हबी भेद भाव नही समझता., और एक बात: 00:00:39.056 --> 00:00:42.311 उसने कभी झूठ नही बोला है. 00:00:42.311 --> 00:00:44.792 जब वो हमारे बचपन के गीत गाता है, 00:00:44.792 --> 00:00:47.655 मुझे याद नही वो शब्द बोलने की कोशिश करता है, 00:00:47.655 --> 00:00:49.879 तब वो मुझे एक चीज़ की याद दिलाता है: 00:00:49.879 --> 00:00:52.432 हम दिमाग़ के बारे में कितना कम जानते है, और कितनी खूबसूरत होगी 00:00:52.432 --> 00:00:56.007 वो चीज़े जो हम जानते नही. NOTE Paragraph 00:00:56.007 --> 00:01:01.744 सॅम्यूल १६ साल का है. वो भी लंबा चौड़ा और तंदुरुस्त है. 00:01:01.744 --> 00:01:05.528 उसके पास पूर्ण रूप से सही स्मरणशक्ति है. 00:01:05.528 --> 00:01:08.076 मगर वो चयनात्मक है. 00:01:08.076 --> 00:01:11.844 उसे याद नही रहता के उसने मेरा चौकलेट बार चोरी किया है, 00:01:11.844 --> 00:01:15.134 पर उसे मेरे आई पॉड के हर गाने का साल याद रहता है, 00:01:15.134 --> 00:01:17.533 वो चार साल का था तब की हुई हमारी बाते, 00:01:17.533 --> 00:01:21.004 और टेलेटुब्बिएस देखते हुए मेरे हाथ को गीला करना, 00:01:21.004 --> 00:01:24.412 और लेडी गागा का जन्म दिन. NOTE Paragraph 00:01:24.412 --> 00:01:27.149 क्या वो दोनो अविश्वश्नीय नहीं हैं? 00:01:27.149 --> 00:01:30.173 पर बहुत से लोग ये नही मानते. 00:01:30.173 --> 00:01:32.909 और असल में, क्योकि उनका दिमाग़ इस 00:01:32.909 --> 00:01:35.645 समाज के साधारण रूप में नही बैठता, 00:01:35.645 --> 00:01:38.583 अक्सर समाज उनको बाहर निकलता है या ग़लत समझता है. NOTE Paragraph 00:01:38.583 --> 00:01:42.349 पर जो मेरे दिल को भाया और जिसने मेरे आत्मा को शक्ति दी 00:01:42.349 --> 00:01:44.669 वो ये है, भले ही उनकी ये हालत है, 00:01:44.669 --> 00:01:47.583 हालाँकि उनको सामान्य रूप से नही देखा गया, 00:01:47.583 --> 00:01:50.095 इसका एक ही मतलब हो सकता है: 00:01:50.095 --> 00:01:53.470 कि वो असाधारण थे-- 00:01:53.470 --> 00:01:57.693 स्वालिन और असाधारण. NOTE Paragraph 00:01:57.693 --> 00:02:02.144 अब आप लोग जो "स्वालिन" शब्द के बारे मे कम जानते है, 00:02:02.144 --> 00:02:06.046 ये एक पेचीदा दिमागी विकार है, जो सामाजिक संपर्क, 00:02:06.046 --> 00:02:09.734 नई चीज़ सीखने पे और शारीरिक कुशलता पे प्रभाव डालता है. 00:02:09.734 --> 00:02:12.549 ये हर इंसान में अलग तरह से प्रदर्शित होता है, 00:02:12.549 --> 00:02:15.230 इसी कारण से रेमी सॉम से इतना अलग है. 00:02:15.230 --> 00:02:17.864 और दुनिया में, हर २० मिनट में, एक नये व्यक्ति 00:02:17.864 --> 00:02:20.734 में स्वालिनता का निदान होता है, और हालाँकि ये दुनिया में 00:02:20.734 --> 00:02:23.877 एक तेजी से बढ़ता हुए मानसिक विकास से संबंधित विकार है, 00:02:23.877 --> 00:02:27.053 जिसका कोई कारण या उपचार नही है. NOTE Paragraph 00:02:27.053 --> 00:02:30.318 मुझे वो पल याद नही जब मेरा पहली बार स्वालिनता से सामना हुआ, 00:02:30.318 --> 00:02:33.397 पर एसा एक दिन नही जो मेंने उसके बिना बिताया हो. 00:02:33.397 --> 00:02:35.782 मैं सिर्फ़ ३ साल की थी जब मेरा भाई इस दुनिया में आया, 00:02:35.782 --> 00:02:38.046 और में इतनी खुश थी 00:02:38.046 --> 00:02:41.149 कि मेरे साथ कोई नया मौजूद था. 00:02:41.149 --> 00:02:43.878 और फिर थोड़े महीनो के बाद, 00:02:43.878 --> 00:02:46.263 मुझे मालूम पड़ा के वो थोड़ा अलग है. 00:02:46.263 --> 00:02:48.469 वो बहुत चिल्लाता था. 00:02:48.469 --> 00:02:51.556 बाकी बच्चो की तरह खेलना उसको पसंद नही था, 00:02:51.556 --> 00:02:53.502 और सच्चाई तो ये है, उसको 00:02:53.502 --> 00:02:56.387 मुझमें ज़रा भी दिलचस्पी नही थी. 00:02:56.387 --> 00:03:00.367 रेमी अपने ही दुनिया में जीता और राज करता था, उसके अपने नियमो के साथ, 00:03:00.367 --> 00:03:02.573 और वो छोटी छोटी चीज़ो में आनंद पाता था, 00:03:02.573 --> 00:03:05.096 जेसे कमरे के इर्दगिर्द लाइन मे मोटर गाड़ियों को लगाना 00:03:05.096 --> 00:03:06.773 और वॉशिंग मशीन को घूरते रहना 00:03:06.773 --> 00:03:10.155 और बीच मे जो मिले वो खाना. 00:03:10.155 --> 00:03:13.900 और वो जैसे ही बढ़ता गया, और भी अलग होता गया, 00:03:13.900 --> 00:03:16.583 और उसकी असमानता स्पष्ट दिखने लगी. 00:03:16.583 --> 00:03:20.035 मगर उसके गुस्से का आवेश और निराशा के बावजूद 00:03:20.035 --> 00:03:22.804 और उसका कभी ना ख़तम होने वाला जोश 00:03:22.804 --> 00:03:25.396 बहुत ही अनोखा था: 00:03:25.396 --> 00:03:29.364 बहुत ही शुद्ध और सरल विचार, एक लड़का जो जमाने को 00:03:29.364 --> 00:03:34.995 बिना किसी पूर्वधारना से देखता था, एक इंसान जिसने कभी झूट नही बोला था. 00:03:34.995 --> 00:03:38.076 विलक्षण. NOTE Paragraph 00:03:38.076 --> 00:03:39.863 अब ये ग़लत नही है कि हमारे 00:03:39.863 --> 00:03:42.595 परिवार मे बहुत सारी कठिन पल आये थे, 00:03:42.595 --> 00:03:45.708 ऐसी पल जिनमे मैं प्रार्थना करती थी, वो मेरे जैसे हो. 00:03:45.708 --> 00:03:48.492 पर फिर में मेरा दिमाग़ उन चीज़ो पे लाती हू जो उन्होने मुझे सिखाई है 00:03:48.492 --> 00:03:52.332 व्यक्तित्वा, संपर्क और प्यार, 00:03:52.332 --> 00:03:55.669 और मुझे ये समझ मे आया है कि ये सब चीज़े 00:03:55.669 --> 00:04:00.067 मैं साधारणता के लिए नही बदल सकती. 00:04:00.067 --> 00:04:05.220 साधारणता असाधारण सुंदरता को अनदेखा करती है. 00:04:05.220 --> 00:04:08.549 और सच्चाई तो ये है के हम असाधारण है इसका मतलब ये नही के हम मे से एक ग़लत है. 00:04:08.549 --> 00:04:12.387 इसका मतलब ये है की दोनो अलग तरह से सही है. 00:04:12.387 --> 00:04:16.204 और में अगर एक चीज़ रेमी को बता सकु 00:04:16.204 --> 00:04:18.530 और सैम को भी 00:04:18.530 --> 00:04:20.257 और आप को भी 00:04:20.257 --> 00:04:24.053 वो ये है कि आपको साधारण होने की ज़रूरत नही है. 00:04:24.053 --> 00:04:28.036 आप असाधारण भी हो सकते है. 00:04:28.036 --> 00:04:30.117 क्योंकि स्वालिन हो या नही, 00:04:30.117 --> 00:04:32.327 हम लोगो मे जो भिन्नता है-- 00:04:32.327 --> 00:04:36.695 हमे एक बक्षिश मिला है, सबको आपने अंदर एक भेट मिली है, 00:04:36.695 --> 00:04:40.159 और इस सब मे सच्चाई, साधारणता का पीछा, 00:04:40.159 --> 00:04:43.156 हमारे कार्यक्षमता का बलिदान है. 00:04:43.156 --> 00:04:47.496 महान होने की, या आगे बढ़ने की, सब बदलने की संभावना 00:04:47.496 --> 00:04:51.375 उसी समय खत्म हो जाती है जब हम किसी और की तरह होना चाहते है. NOTE Paragraph 00:04:51.375 --> 00:04:54.607 कृप्या, मुझे ये मत बताइए कि मैं साधारण हू. 00:04:54.607 --> 00:04:57.080 धन्यवाद (तालिया) 00:04:57.080 --> 00:04:59.793 (तालिया)