आज मेरी सिर्फ़ एक प्रार्थना है. कृप्या मुझसे ये मत कहना कि में एक साधारण व्यक्ति हू. अब में आपको मेरे भाइयों से मिलवाना चाहती हू. रेमी २२ साल का है, लंबा चौड़ा और बहुत तंदुरुस्त. वो बोल नही सकता पर उसकी खुशी बोलती है और वो किसी वक्ता से कम नही है. रेमी को पता है कि प्यार क्या है. और वो आसंबंध और बेपरवाह होके प्यार करता है. वो लालची नही है. उसे रंग में भेद भाव नही समझता. वो मज़हबी भेद भाव नही समझता., और एक बात: उसने कभी झूठ नही बोला है. जब वो हमारे बचपन के गीत गाता है, मुझे याद नही वो शब्द बोलने की कोशिश करता है, तब वो मुझे एक चीज़ की याद दिलाता है: हम दिमाग़ के बारे में कितना कम जानते है, और कितनी खूबसूरत होगी वो चीज़े जो हम जानते नही. सॅम्यूल १६ साल का है. वो भी लंबा चौड़ा और तंदुरुस्त है. उसके पास पूर्ण रूप से सही स्मरणशक्ति है. मगर वो चयनात्मक है. उसे याद नही रहता के उसने मेरा चौकलेट बार चोरी किया है, पर उसे मेरे आई पॉड के हर गाने का साल याद रहता है, वो चार साल का था तब की हुई हमारी बाते, और टेलेटुब्बिएस देखते हुए मेरे हाथ को गीला करना, और लेडी गागा का जन्म दिन. क्या वो दोनो अविश्वश्नीय नहीं हैं? पर बहुत से लोग ये नही मानते. और असल में, क्योकि उनका दिमाग़ इस समाज के साधारण रूप में नही बैठता, अक्सर समाज उनको बाहर निकलता है या ग़लत समझता है. पर जो मेरे दिल को भाया और जिसने मेरे आत्मा को शक्ति दी वो ये है, भले ही उनकी ये हालत है, हालाँकि उनको सामान्य रूप से नही देखा गया, इसका एक ही मतलब हो सकता है: कि वो असाधारण थे-- स्वालिन और असाधारण. अब आप लोग जो "स्वालिन" शब्द के बारे मे कम जानते है, ये एक पेचीदा दिमागी विकार है, जो सामाजिक संपर्क, नई चीज़ सीखने पे और शारीरिक कुशलता पे प्रभाव डालता है. ये हर इंसान में अलग तरह से प्रदर्शित होता है, इसी कारण से रेमी सॉम से इतना अलग है. और दुनिया में, हर २० मिनट में, एक नये व्यक्ति में स्वालिनता का निदान होता है, और हालाँकि ये दुनिया में एक तेजी से बढ़ता हुए मानसिक विकास से संबंधित विकार है, जिसका कोई कारण या उपचार नही है. मुझे वो पल याद नही जब मेरा पहली बार स्वालिनता से सामना हुआ, पर एसा एक दिन नही जो मेंने उसके बिना बिताया हो. मैं सिर्फ़ ३ साल की थी जब मेरा भाई इस दुनिया में आया, और में इतनी खुश थी कि मेरे साथ कोई नया मौजूद था. और फिर थोड़े महीनो के बाद, मुझे मालूम पड़ा के वो थोड़ा अलग है. वो बहुत चिल्लाता था. बाकी बच्चो की तरह खेलना उसको पसंद नही था, और सच्चाई तो ये है, उसको मुझमें ज़रा भी दिलचस्पी नही थी. रेमी अपने ही दुनिया में जीता और राज करता था, उसके अपने नियमो के साथ, और वो छोटी छोटी चीज़ो में आनंद पाता था, जेसे कमरे के इर्दगिर्द लाइन मे मोटर गाड़ियों को लगाना और वॉशिंग मशीन को घूरते रहना और बीच मे जो मिले वो खाना. और वो जैसे ही बढ़ता गया, और भी अलग होता गया, और उसकी असमानता स्पष्ट दिखने लगी. मगर उसके गुस्से का आवेश और निराशा के बावजूद और उसका कभी ना ख़तम होने वाला जोश बहुत ही अनोखा था: बहुत ही शुद्ध और सरल विचार, एक लड़का जो जमाने को बिना किसी पूर्वधारना से देखता था, एक इंसान जिसने कभी झूट नही बोला था. विलक्षण. अब ये ग़लत नही है कि हमारे परिवार मे बहुत सारी कठिन पल आये थे, ऐसी पल जिनमे मैं प्रार्थना करती थी, वो मेरे जैसे हो. पर फिर में मेरा दिमाग़ उन चीज़ो पे लाती हू जो उन्होने मुझे सिखाई है व्यक्तित्वा, संपर्क और प्यार, और मुझे ये समझ मे आया है कि ये सब चीज़े मैं साधारणता के लिए नही बदल सकती. साधारणता असाधारण सुंदरता को अनदेखा करती है. और सच्चाई तो ये है के हम असाधारण है इसका मतलब ये नही के हम मे से एक ग़लत है. इसका मतलब ये है की दोनो अलग तरह से सही है. और में अगर एक चीज़ रेमी को बता सकु और सैम को भी और आप को भी वो ये है कि आपको साधारण होने की ज़रूरत नही है. आप असाधारण भी हो सकते है. क्योंकि स्वालिन हो या नही, हम लोगो मे जो भिन्नता है-- हमे एक बक्षिश मिला है, सबको आपने अंदर एक भेट मिली है, और इस सब मे सच्चाई, साधारणता का पीछा, हमारे कार्यक्षमता का बलिदान है. महान होने की, या आगे बढ़ने की, सब बदलने की संभावना उसी समय खत्म हो जाती है जब हम किसी और की तरह होना चाहते है. कृप्या, मुझे ये मत बताइए कि मैं साधारण हू. धन्यवाद (तालिया) (तालिया)