1 00:00:12,134 --> 00:00:14,410 बहुत से शक्‍त‍ि-संबधों में आपके पास 2 00:00:16,720 --> 00:00:18,780 एक पीड़‍ित व्‍यक्‍त‍ि होता है जो हालात को 3 00:00:18,780 --> 00:00:20,540 ठीक करने का प्रयास करता है। 4 00:00:21,870 --> 00:00:23,990 मैं उत्‍पीड़न की कथाएं नहीं बनाना चाहती। 5 00:00:25,330 --> 00:00:27,010 बल्‍क‍ि मैं इसे उलटना चाहती हूं। 6 00:00:31,090 --> 00:00:33,850 मैं जो आजादी प्रत्येक च‍ि‍त्र में देती हूं 7 00:00:34,320 --> 00:00:36,200 वह परि‍वर्तनशील देह में है। 8 00:00:37,450 --> 00:00:39,437 शरीरों को निरंतर पर‍िवर्तन में रखने से 9 00:00:40,797 --> 00:00:42,567 दर्शक शक्‍त‍ि के व‍िचार को 10 00:00:42,585 --> 00:00:44,835 स्थानांतरित करने में सक्षम हो जाता है। 11 00:00:45,360 --> 00:00:47,400 इस प्रक‍िया में आप अपने आस-पास के 12 00:00:47,420 --> 00:00:49,130 संसार को स्थानांतरित करते हो। 13 00:00:50,240 --> 00:00:51,780 यही वह जगह है जहां सौंदर्य 14 00:00:51,780 --> 00:00:53,110 विध्वंसक हो सकता है। 15 00:00:58,865 --> 00:01:01,765 ["फायरली बेज़: एन ओपन होराइज़न 16 00:01:04,242 --> 00:01:07,556 (या) स्टिलनेस ऑफ़ ए वूंड "] 17 00:01:28,155 --> 00:01:29,920 यद‍ि यह मेरे वश में होता तो मैं, 18 00:01:29,920 --> 00:01:31,815 क‍िसी पर्वतीय या समुद्री पर‍िदृश्‍य में 19 00:01:31,815 --> 00:01:33,075 एक साध्‍वी होती 20 00:01:33,235 --> 00:01:34,355 [हंसती है] 21 00:01:34,695 --> 00:01:36,945 और मेरे पास अपना विशाल स्थान होगा 22 00:01:37,135 --> 00:01:38,665 खुली खिड़कियों के साथ, 23 00:01:38,705 --> 00:01:40,865 और यद‍ि वर्षा आती है तो भाड़ में जाए। 24 00:01:41,755 --> 00:01:42,835 वह सपना है। 25 00:01:44,080 --> 00:01:45,870 [समवेत गायन] 26 00:01:47,330 --> 00:01:49,900 [फायरले’स स्टूडियो, द ब्रोंक्स] 27 00:01:57,920 --> 00:01:59,890 लेकिन मुझे याद हमेशा बनाते रहना। 28 00:01:59,890 --> 00:02:01,900 एक बार शायद जब मैं छह साल की थी, 29 00:02:03,182 --> 00:02:05,002 दूसरे बच्चेे अपने लि‍ए मुझसे 30 00:02:05,022 --> 00:02:07,242 बहुत काल्‍पन‍िक " सोनपंखी" बनवाते। 31 00:02:09,380 --> 00:02:11,330 मेरे पास बड़े बॉल गाउन होते । 32 00:02:12,540 --> 00:02:14,360 उनके बाल हमेशा घने होते । 33 00:02:18,670 --> 00:02:20,930 मैं हमेशा शरीर के व‍िषय में बात करती थी। 34 00:02:24,112 --> 00:02:25,372 मेरा प्रारंभ‍िक बचपन 35 00:02:26,630 --> 00:02:28,410 लोना दे काबरेरा में गुजरा जो क‍ि 36 00:02:28,700 --> 00:02:32,290 डोम‍िन‍िकन गणराज्‍य और हेती की सीमा पर है 37 00:02:33,030 --> 00:02:34,590 [पुरालेख संबधी पार्श्व स्वर] 38 00:02:34,590 --> 00:02:36,510 यद‍ि आप क्‍यूबा के दक्ष‍िणी पूर्वी 39 00:02:36,510 --> 00:02:38,370 सिरे की ओर सीधा जाओगे तो आप 40 00:02:38,370 --> 00:02:40,580 रोमान‍ियन द्वीपसमूह के पास में आ जाओगे। 41 00:02:43,170 --> 00:02:45,100 हम तरह-तरह की धारणाएं बनाते क‍ि क‍िसी के 42 00:02:45,100 --> 00:02:47,060 कैरेब‍ियन से होने के क्‍या मायने हैं और 43 00:02:47,270 --> 00:02:49,640 जब आप वहां से बाहर न‍िकल आते हो तो आपको 44 00:02:49,640 --> 00:02:51,360 कुछ बेहतर हास‍िल हो सकता है। 45 00:02:53,870 --> 00:02:56,616 इन चित्रों पर काम करने का पहला कारण था 46 00:02:57,030 --> 00:02:59,373 न्‍यू वर्ल्‍ड से वनस्पतियों और जीवों के 47 00:02:59,373 --> 00:03:02,073 पहले के कुछ वैज्ञान‍िक च‍ित्रों को देखना 48 00:03:02,640 --> 00:03:04,640 कार्ल लिनियस को देखते हुए 49 00:03:05,630 --> 00:03:10,011 यह व्‍यक्‍त‍ि अवलोकन और वर्गीकरण के 50 00:03:10,011 --> 00:03:12,168 आधुनिक वैज्ञानिक तरीकों का आधार था । 51 00:03:13,437 --> 00:03:16,375 लेकिन उनका इतना काम सरासर बकवास था। 52 00:03:20,223 --> 00:03:22,947 इसने न्यू वर्ल्ड ब्लैक एंड ब्राउन बॉडी 53 00:03:24,200 --> 00:03:26,119 की बराबरी पाश्‍व‍िकता के साथ की । 54 00:03:30,110 --> 00:03:32,290 न्‍यू वर्ल्‍ड के लोग क्या थे यह बताते हुए 55 00:03:32,524 --> 00:03:34,234 आप नरभक्षी और खून के प्‍यासे 56 00:03:34,234 --> 00:03:35,466 प‍िशाचों के साथ होगे 57 00:03:38,410 --> 00:03:42,028 तो , उनकी पहले से ही दोषक्षम दृष्टि की ओर 58 00:03:42,115 --> 00:03:44,607 झुकना और कुछ नया बनाना। 59 00:03:47,293 --> 00:03:49,540 "सिगुआपस" के मेरे चित्रों को पढ़ने में, 60 00:03:49,740 --> 00:03:52,024 मैं दर्शकों को एक स्‍त्री के शरीर के 61 00:03:52,400 --> 00:03:54,403 इर्द-ग‍िर्द अपनी भावनाओं के साथ 62 00:03:54,490 --> 00:03:56,390 तालमेल रखने के लिए कह रही हूं। 63 00:04:00,290 --> 00:04:03,120 [सिगुआपा: डोमिनिकन लोक-साहित्य का 64 00:04:03,120 --> 00:04:04,410 एक म‍िथकीय प्राणी] 65 00:04:06,030 --> 00:04:08,180 सिगुआपा एक चालबाज़ क‍िरदार है। 66 00:04:08,830 --> 00:04:10,210 वह एक मोह‍िनी है। 67 00:04:10,960 --> 00:04:13,208 कोई उसके द्वारा मोह ल‍िया जाएगा और फिर 68 00:04:13,208 --> 00:04:14,718 पूरी तरह से खो जाएगा और 69 00:04:14,718 --> 00:04:16,105 फिर कभी नहीं द‍िखेगा। 70 00:04:18,440 --> 00:04:20,729 यह वर्णन इतना अस्पष्ट है। 71 00:04:21,603 --> 00:04:23,030 यह एक नेवले से लेकर 72 00:04:23,030 --> 00:04:25,320 सबसे सुंदर महिला तक कुछ भी हो सकता है। 73 00:04:25,740 --> 00:04:27,460 सबसे कुरूप महिला तक। 74 00:04:28,390 --> 00:04:30,180 एक निश्चित बात यही है कि उसके 75 00:04:30,180 --> 00:04:31,387 पैर पीछे की ओर हैं - 76 00:04:31,620 --> 00:04:33,910 यद‍ि आपने उनके पदच‍िन्‍हों का अनुसरण किया 77 00:04:33,910 --> 00:04:35,630 तो आप गलत द‍िशा में जा रहे थे। 78 00:04:37,540 --> 00:04:40,310 और यह कि उसके पास बालों की चमकदार अयाल है। 79 00:04:41,560 --> 00:04:43,551 उसे ऐसा कुछ होना चाह‍िए था जो हमें 80 00:04:43,771 --> 00:04:46,631 इतना डरा दे क‍ि हम लंबे समय तक 81 00:04:46,761 --> 00:04:48,595 शांत रहें और सभ्‍य बनाएं जा सकें। 82 00:04:55,410 --> 00:04:57,360 कहानी का न‍िर्देशात्‍मक स्वर यह है क‍ि 83 00:04:58,930 --> 00:05:00,960 ये कामुक मादा प्राणी हैं। 84 00:05:01,190 --> 00:05:02,870 वे अत‍िकामुक हैं और वे 85 00:05:02,870 --> 00:05:04,565 संस्कृति का अवपथन करते हैं। 86 00:05:05,646 --> 00:05:08,200 अंर्तकथा यह है कि वे अत्यधिक स्वतंत्र हैं 87 00:05:09,040 --> 00:05:10,940 वे शांतच‍ित्‍त हैं, और 88 00:05:11,690 --> 00:05:13,313 वे गहराई से महसूस करते हैं। 89 00:05:14,740 --> 00:05:16,380 तो कौन वह नहीं बनना चाहेगा? 90 00:05:18,610 --> 00:05:21,040 उस छवि का उपयोग करने में यह रोमांचक था 91 00:05:21,040 --> 00:05:23,100 क‍ि मैं उन सभी चीजों को शामिल करने में 92 00:05:23,170 --> 00:05:25,412 सक्षम थी ज‍िन्‍हें न‍िकृष्‍ट कहा गया 93 00:05:26,120 --> 00:05:28,240 ज‍िन्‍हें अवांछनीय सा माना गया और उन्हें 94 00:05:28,550 --> 00:05:30,870 क‍िसी सुंदर रूप में फिर से गढ़ पायी 95 00:05:31,190 --> 00:05:32,920 और इच्‍छा की एक दृष्‍ट‍ि के साथ 96 00:05:35,968 --> 00:05:38,388 ["सिगापा एंटेलाना," 2018, हार्लेम] 97 00:05:42,350 --> 00:05:44,380 मैं हाल ही में अपनी चाची से म‍िली, और, 98 00:05:44,380 --> 00:05:46,273 वे बोलीं "पता है, मैंने कभी नहीं सोचा 99 00:05:46,273 --> 00:05:47,833 कि तुम एक कलाकार होगी।" 100 00:05:48,230 --> 00:05:50,416 और वह वही है जो, जब मैं सात साल की थी, 101 00:05:50,416 --> 00:05:51,756 तबसे हमें पाल रही थी। 102 00:05:52,756 --> 00:05:56,416 उनके लिए यह थोड़ा परेशान करने वाली बात थी। 103 00:05:57,812 --> 00:05:59,860 क्योंकि वह मैं ही थी जो कागजों को 104 00:05:59,860 --> 00:06:02,340 सिलने के प्रयास में अपनी उंगली में 105 00:06:02,340 --> 00:06:03,614 सुई चुभो देती थी। 106 00:06:04,760 --> 00:06:06,830 जैसे क‍ि मैंने अपनी उंगली ही स‍िल दी हो 107 00:06:06,830 --> 00:06:08,780 लेकिन मैं कहती, "मैं अपनी पुस्तक की 108 00:06:08,780 --> 00:06:10,180 ज‍िल्‍द बांधना चाहती हूं।" 109 00:06:10,180 --> 00:06:11,560 "मैं इसे ठीक कर दूंगी।” 110 00:06:14,329 --> 00:06:16,390 वे मुझे "द डेमोल‍िशर" या "द हेलियन" 111 00:06:16,390 --> 00:06:17,850 पता नहीं क्‍या बुलाते थे। 112 00:06:17,850 --> 00:06:18,660 [हंसी] 113 00:06:20,306 --> 00:06:22,766 जब भी मैं किसी चित्रकार की कल्पना करती हूं 114 00:06:22,826 --> 00:06:25,046 यह कोई है जो "महिला चित्रकार।" की 115 00:06:25,070 --> 00:06:26,590 तरह बहुत प्रकृतिस्थ है 116 00:06:27,210 --> 00:06:28,820 क‍िंतु मैं एक कार मैकेनिक की 117 00:06:28,820 --> 00:06:30,130 तरह महसूस करती हूं। 118 00:06:33,310 --> 00:06:35,030 मेरी माँ एक कुशल दर्जी हैं। 119 00:06:36,050 --> 00:06:37,960 वे सचमुच सुंदर चीजें बना सकती हैं। 120 00:06:38,290 --> 00:06:40,150 लेकिन वह सप्ताह में 100 घंटे के 121 00:06:40,150 --> 00:06:42,200 काम में इतनी फंस गई थी क‍ि वह हमेशा 122 00:06:42,880 --> 00:06:45,505 स‍िर्फ काम करने के व‍िषय में सोचती है। 123 00:06:46,332 --> 00:06:48,492 इससे बहुत अधिक अनिश्चितता हो जाती है। 124 00:06:48,602 --> 00:06:50,492 तो आपकी बनाई चीजों में से कोई भी 125 00:06:50,492 --> 00:06:52,032 अंत तक बच नहीं पाती है। 126 00:06:53,242 --> 00:06:55,112 इसल‍िए मैं उस चक्र को तोड़ने का 127 00:06:55,112 --> 00:06:56,772 प्रयास कर रही हूं। और अपने 128 00:06:56,772 --> 00:06:58,612 भतीजों और भतीज‍ियों को खुद को 129 00:06:58,612 --> 00:07:00,722 अपने सामने के लंबे व अपने पीछे के और लंबे 130 00:07:00,762 --> 00:07:02,913 चक्र के अंश के रूप में सोचना स‍िखाती हूं। 131 00:07:02,913 --> 00:07:05,043 और यह क‍ि वह हर चुनाव जो हम करते हैं 132 00:07:05,043 --> 00:07:06,868 वह उन लोगोंं द्वारा प्रागुक्‍त होता है 133 00:07:06,868 --> 00:07:08,558 ज‍िन्‍हें हम भविष्य में चाहने की 134 00:07:08,558 --> 00:07:10,228 उम्मीद करते हैं और ज‍िन्‍हें हम 135 00:07:10,228 --> 00:07:11,368 अतीत में चाहते हैं। 136 00:07:14,300 --> 00:07:16,090 यह हमेशा आपकी पहुंच में होता है 137 00:07:16,770 --> 00:07:17,941 कुछ नया बनाना 138 00:07:20,031 --> 00:07:21,491 यह थका देने वाला है 139 00:07:22,550 --> 00:07:23,785 क‍िंतु असीम है।