मैं चार साल पहले यहाँ था,
और मुझे याद है, उस समय पर,
कि वार्ता ऑनलाइन नहीं डाल रहे थे,
मुझे लगता है वे एक बॉक्स में प्रवक्ताओ को दिये गये थे,
एक बॉक्स डीवीडी सेट का,
जिन्हें उन्होने अपने समतल पर रख दिया था, वे अब कहाँ हैं ।
हंसी !
और वास्तव में क्रिस ने मुझे फोन किया
मेरे भाषण के एक सप्ताह के बाद
और उसने कहा, "हम उन्हें ऑनलाइन डालना शुरू करने जा रहे हैं ।
क्या हम तुम्हारा ऑनलाइन "कर सकते हैं और मैं ने कहा," हाँ ।"
और चार साल बाद
जैसा कि मैंने कहा, यह देखा गया है चार ...
खैर, इसे डाउनलोड किया गया है चालीस लाख बार.
तो मुझे लगता है कि आप गुणा कर सकते है 20 या कुछ और से
प्राप्त करने के लिए लोगों की संख्या जिन्होने इसे देखा है
और जेसे क्रिस कहते हैं, यहाँ एक भूख है
मेरे वीडियो के लिए ।
हंसी !
तालियाँ !
... आपको नहीं लग रहा है?
हंसी !
तो, यह पूरी घटना एक विस्तृत निर्माण है
मुझे आपके लिये एक और करने के लिए
हंसी !
अल गोर ने जेसे बोला
टेड सम्मेलन में और चार साल पहले मैने बात की
जलवायु संकट के बारे ।
ओर मैने संदर्भित किया
मेरी अंतिम बात के अंत में
तो मैं वही से उठाना चाहता हूँ
क्योंकि मैरे पास केवल 18 मिनट हैं, सच में
तो, जैसा कि मैं कह रहा था ...
हंसी !
तुम देखो, वह सही है.
मेरा मतलब है, यहाँ एक प्रमुख जलवायु संकट, जाहिर है.
और मुझे लगता है कि अगर लोगों को यह विश्वास नहीं करते हैं, उन्हें और अधिक मिलना चाहिए.
हंसी !
लेकिन मेरा मानना है कि यहाँ एक दूसरा जलवायु संकट है,
जो उतना ही गंभीर है,
जिसका एक ही मूल है,
और जिससे निपटने के लिए उतनी ही अत्यावश्यकता है
और इससे मेरा मतलब है -
देखो, तुम कह सकते हो, "मैं अच्छा हूँ
मैं पास एक जलवायु संकट है
मैंझे वास्तव में एक दूसरे की ज़रूरत नहीं है. "
लेकिन ये संकट प्राकृतिक संसाधनो का नहीं है,
हालांकि मुझे लगता है कि ये सच है,
लेकिन ये मानव संसाधनों का संकट है ।
मेरा मूलरूप से विश्वास है,
जेसा कई वक्ताओं ने पिछले कुछ दिनों के दौरान कहा है
कि हम बहुत निर्बल उपयोग करते है
हमारी प्रतिभाओं का ।
बहुत सारे लोग अपने पूरे जीवन मे
नही जाना कि उनकी वास्तविक प्रतिभा क्या हो सकती है,
या उनके पास कुछ है बताने के लिए ।
मैं सभी प्रकार के लोगों से मिलता हूँ
जिन्हें नहीं लगता कि वे वास्तव में किसी मे अच्छे हैं
दरअसल, मैं दुनिया को दो समूहों में विभाजित करता हुँ
जेरेमी बेनतम, महान उपयोगितावादी के दार्शनिक,
ने एक बार महत्पूर्ण तर्क दिया.
उन्होंने कहा, "इस दुनिया में दो लोगों के प्रकार हैं,
जो दो प्रकार में विभाजित करते हैँ दुनिया को
और जो लोग नहीं करते है
हंसी !
खैर, मैं करता हूँ
हंसी !
मैं सभी प्रकार के लोगों से मिलता हूँ
जो खुश नहीं है उससे जो वो करते हैं.
वे केवल अपने जीवन के साथ चलते रहते हैँ
चलते रहते हैँ
उन्हें उससे कोई महान सुख नही मिलता हैं जो वे करते हैं ।
वे इसे सहते है, बजाय आनंद लेने के
और सप्ताहांत के लिए प्रतीक्षा करते है
लेकिन मैं एसे लोगों से भी मिलता हूँ
जो प्यार करते हैं जो वे करते हैं
और कल्पना कुछ और करने की नहीं कर सकते है
अगर आप उनसे कहो, "ऐसा ओर मत करो है," उन्हे आश्चर्य होता तुम किस बारे में बात कर रहे हो ।
क्योंकि यह नहीं कि वे क्या करते है, ये वही हैं. वे कहते हैं,
लेकिन ये मैं हूँ, आप जानते हैं.
यह मूर्खता होगी मुझे इसका परित्याग करना क्योंकि
यह मेरी सबसे प्रामाणिक स्वयं है
और यह काफी लोगों का सच नहीं है.
वास्तव में, इसके विपरीत पर, मुझे लगता है
इस तरह के लोग निश्चित रूप से अल्पसंख्यक है ।
और मुझे लगता है कि इसके लिए कई
संभावित व्याख्या कर सकते हैं
और उनके बीच उच्च मे
शिक्षा है
शिक्षा, एक तरह से, क्योंकि
बहुत सारे लोगों को स्थानांतरण करती है
उनकी प्राकृतिक प्रतिभा से
और मानव संसाधन प्राकृतिक संसाधनों के समान हैं
वे अक्सर गहरे दफन होते हैं
आपको उनकी तलाश में जाना होगा ।
वे सिर्फ सतह पर चारों ओर नहीं है
आपको परिस्थितियों बनानी होगी जहां वे खुद को दिखा सके
और आप कल्पना कर सकते हैं.
कि शिक्षा का तरीका क्या होता होगा
लेकिन अक्सर, यह नहीं है.
दुनिया में हर शिक्षा प्रणाली
में सुधार किया जा रहा है
और यह काफी नहीं है
सुधार का अब ओर कोई फायदा नहीं है
क्योंकि ये बस एक टूटी हुई मॉडल में सुधार है
हमारी जरूरत क्या है
और एक शब्द कई बार उपयोग किया गया पिछले कुछ दिनों के दौरान
विकास नहीं है
किन्तु शिक्षा के क्षेत्र में एक क्रांति
यह तब्दील किया जाना चाहिए
कुछ ओर में
तालियाँ !
एक असली चुनौती है
नई खोज करने की मौलिक रूप से
शिक्षा के क्षेत्र में
नई खोज कठिन है
क्योंकि यह करने का मतलब
जिसे लोग बहुत आसान नहीं मानते ।
यह चुनौती है कि हम क्या स्वीकार कर लेते है
चीजें जो हमें लगता है कि स्पष्ट हैं
सुधार के लिए एक बड़ी समस्या
या परिवर्तन के लिए
सामान्य ज्ञान का अत्याचार है
चीजें हैं जो लोगों को लगता है
खैर, यह किसी अन्य तरीके से नहीं किया जा सकता है क्योंकि यही तरीका है इसे करने का
मैं हाल ही में अब्राहम लिंकन के एक महान खतन के पार आया
ओर मैंने सोचा कि इस बिंदु पर उद्धृत करूँ
हंसी !
उन्होने 1862 दिसंबर में यह कहा
कांग्रेस की दूसरी वार्षिक बैठक को
मुझे नहीं पता कि उस समय पर क्या हो रहा था
हम ब्रिटेन में अमेरिकी इतिहास नही सिखाते
हंसी !
इसे दबाते है, आप जानते हो, यह हमारी नीति है
हंसी !
तो, कोई संदेह नहीं है, कुछ आकर्षक 1862 दिसंबर में हो रहा था
जो हमारे बीच में अमेरिकियों
को इसके बारे में पता होगा
लेकिन उन्होंने यह कहा
सिद्धांत
स्थिर अतीत के
अपर्याप्त हैं वर्तमान तूफानो के लिये
अवसर
उच्च कठिनाई के ढेर के साथ है
और हम इस अवसर के साथ वृद्धि करे
मुझे ये अच्हा लगता है
इस तक नहीं, इसके साथ वृद्धि करे
हमारी स्थिति नई है
इसलिए हमें नये सिरे से सोचना चाहिए
और नए सिरे से कार्य करना है
हमे खुद को असीमित करना चाहिए
और फिर हम अपने देश को बचाये
मुझे अच्हा लगता है कि शब्द, "असीमित"
तुम्हें पता है इसका क्या मतलब है
कि यहाँ विचार है जिनके हम सभी आदि हैं
हम जो केवल आसानी से अपना लेते है
चीजों को प्राकृतिक आदेश के रूप में, जिस तरह से चीजे हैं
और हमारे बहुत से विचार
गठित नही है, इस सदी की परिस्थितियों को पूरा करने के लिये
लेकिन वह पिछले सदियों की परिस्थितियों से निपटने के लिए है
लेकिन हमारे मन अभी भी उनके द्वारा सम्मोहित हैं
और हम खुद को उनसे से कुछ आजाद करे
अब, क्या यह आसान है कि तुलना में कहा और किया
यह बहुत मुश्किल है पता लगाना कि आप स्वयं क्या अपना लेते हो
और कारण यह है कि आप इसे अपना लेते हो
तो मै आपसे कुछ पूछता हूँ जो आप मानते हो
आपमे से कितने यहाँ 25 वर्ष की उम्र से ऊपर है
मुझे नहीं लगता है कि आप इसको मानते हो
मुझे यकीन है कि आप परिचित हो इससे पहले से ही
क्या यहाँ 25 वर्ष की उम्र के अंतर्गत लोग है
बढ़िया है. अब, 25 से ऊपर के
क्या आप हाथ ऊपर कर सकते है अगर आपने घड़ी पहनी हैं
अब ये कोई बड़ी बात नहीं है
एक किशोरों के पूरे कमरे से ये ही बात पूछो
किशोर कलाई घड़िया नहीं पहनते
मेरा मतलब नहीं है कि वे नहीं कर सकते या करने की अनुमति नहीं हैं
वे अक्सर इसे नहीं चुनते
और कारण तुम देखो, कि हम बङे हुये
एक पूर्व डिजिटल संस्कृति में 25 से अधिक हम में से
और हमारे लिए, इसलिए यदि आप समय जानना चाहता हो
आप को यह बताने के लिए कुछ पहनना है
बच्चे अब एक डिजीटल दुनिया में रहते हैं
और उनके लिए समय हर जगह है
वे ऐसा करने का कोई कारण नहीं देखते है
और, वैसे, आपको भी ऐसा करने की कोई ज़रूरत नहीं है
यह सिर्फ है कि आपने हमेशा इसे किया है, और आप इसे कर रहे है
मेरी बेटी घड़ी कभी नहीं पहनती है, मेरी बेटी केट, जो 20 की है
वह इस बात मै कोई उपयोगिता नहीं देखती
वह कहती हैं, "यह एक कार्य - संबंधी यंत्र है."
हंसी !
यह कितना असन्तोषजनक है
और मैं कहता हूँ, "नहीं, नहीं, यह तिथि भी अच्छी तरह से बताती है
हंसी !
यह कई कार्य करती है
लेकिन तुम देखो, यहाँ हम मोहित हैं बहुत सी चीजो से शिक्षा के क्षेत्र में
मै तुम्हे कुछ उदाहरण देता हूँ
उनमें से एक रैखिक विचार है
कि यह शुरू होता है, कि तुम एक ट्रैक के माध्यम से जाना
और अगर तुम सब कुछ सही करोगे, तो आप अंत मे पहुँचोगे
स्थापित कर लोगे अपने बाकी जीवन के लिए
सब लोग जो टेड पर बोले परोक्ष रूप से
या कभी कभी स्पष्ट, एक अलग कहानी
कि जीवन रैखिक नहीं है, यह जैविक है
हम अपनी ज़िन्दगी बनाते है
जैसे जैसे हम अपनी प्रतिभा खोजते है
संबंधित परिस्थितिया हमारी मदद करती है
लेकिन तुम्हें पता है, हम आदि हो गए हैं
इस रैखिक भावना के साथ
और शायद शिखर के लिए शिक्षा
कॉलेज में हो रही है
मुझे लगता है हम थक चुके है किसी भी परकार
के कॉलेज जाने से
मेरा मतलब नहीं है आप कॉलेज नहीं जाये है, लेकिन सभी को जाने की जरूरत नहीं है,
और हर किसी को अभी जाने की जरूरत नहीं है
शायद वे बाद में जाये , अभी नहीं जाये
और मैं एक समय पहले सेन फ्रांसिस्को में था
एक किताब पर हस्ताक्षर कर रहा था
वहा एक आदमी किताब खरीदने आया , जो अपने 30s में था
और मैंने कहा, "तुम क्या करते हो"
और उसने कहा, "मैं एक फायरमैन हूँ"
और मैंने कहा, "तुम कब से एक फायरमैन हो"
उसने कहा, "हमेशा, मैं हमेशा से एक फायरमैन रहा हूँ"
और मैंने कहा, "ठीक है, तुमने यह कब तय किया ?"
उसने कहा, "एक बच्चे के रूप में." उसने कहा, "दरअसल, स्कूल में मेरे लिए यह एक समस्या थी,
क्योंकि स्कूल में, सभी फायरमैन बनना चाहता थे"
उसने कहा, "लेकिन मैं एक फायरमैन ही बनना चाहता था."
और उसने कहा, "जब मैं स्कूल के वरिष्ठ वर्ष में आया,
मेरे शिक्षकों ने इसे गंभीरता से नहीं लिया
एक शिक्षक खासकर जिसने इसे गंभीरता से नहीं लिया
उसने कहा कि मैं अपना जीवन व्यर्थ कर रहा हूँ
अगर मैं इसे ही चुनता हूँ तो
कि मुझे कॉलेज जाना चाहिए और एक पेशेवर व्यक्ति बनना चाहिए
काफी क्षमता है मेरे मैं
और मैं अपनी प्रतिभा को बर्बाद कर रहा हूँ
और उसने कहा, "यह अपमानजनक था क्योंकि
उसने यह पूरी कक्षा के सामने कहा, और वास्तव मुझे बहुत बुरा लगा
लेकिन मैं येही चाहता था, जैसे ही मेने स्कूल छोड़ा
मेने अग्निशमन सेवा करने के लिए निवेदन किया और मेरा निवेदन स्वीकार कर लिया गया
और उसने कहा, "आप जानते हो, मैं उस आदमी के बारे में सोच रहा था हाल ही में,
बस कुछ ही मिनट पहले जब तुम, इस शिक्षक के बारे में बात कर रहे थे, "
उसने कहा, "कुछ छह महीने पहले,
मेने उसकी जान बचाई "
हंसी !
उसने कहा, "वह एक कार मलबे में था,
और मेने उसे बाहर खीचा , सांस दिया था,
और मेने उसकी पत्नी का भी जीवन बचा लिया "
उसने कहा, "मुझे लगता है वह मेरे बारे में अब बेहतर सोचता है."
हंसी !
तालियाँ !
आप जानते हो
मानव समुदायों निर्भर करता है
प्रतिभा की विविधता पर
न की एक क्षमता के विलक्षण पर
और हमारी चुनौतियों के दिल में
तालियाँ !
और हमारी चुनौतियों के दिल में
दुबारा से अपनी क्षमता को समझना
और बुद्धिमत्ता को
ये रैखिक एक समस्या है
जब मैं L.A में आया
नौ साल पहले
मैं एक नीति वक्तव्य के पार आया
बहुत अच्छी तरह से प्रायोजित था
जिसमे कहा, "कॉलेज बालवाड़ी में शुरू होता है."
नहीं, यह नहीं है
हंसी !
यह नहीं होता है
अगर हमारे पास समय हो , मैं इस में जा सकता हूँ, लेकिन हमारे पास नहीं है
हंसी !
बालवाड़ी बालवाड़ी में ही शुरू होता है
हंसी !
मेरे एक दोस्त ने एक बार कहा था
"तुम्हें पता है, एक तीन वर्षीय छह साल का आधा नहीं होता है"
हंसी !
तालियाँ !
वे तीन हैं.
लेकिन जैसा कि हमने पिछले सत्र में सुना है,
यहाँ अब बालवाड़ी में जाने के इतनी प्रतियोगिता है,
एक उत्तम बालवाड़ी में जाने के लिए
कि लोगों को तीन साल में साक्षात्कार देना होता है
बच्चे अप्रभावित पैनल के सामने बैठे है
अपने अपने संक्षिप्त विवरण के साथ,
हंसी !
उनके विवरण को देखते हुए वहा बोलते है "ठीक है, बस येही है ?"
हंसी !
तालियाँ !
आपने यहाँ पर 36 महीनो में किया क्या है, बस येही है ?
हंसी !
"तुमने कुछ भी हासिल नहीं किया है
पहले छह महीने स्तनपान में बिताये है, जिस तरह से मैं इसे देख सकता हूँ "
हंसी !
देखो, यह एक अवधारणा के रूप में अपमानजनक है, लेकिन यह लोगों को आकर्षित करती है
अन्य बड़ा मुद्दा अनुरूप है.
हमने अपनी शिक्षा प्रणाली का निर्माण किया है
फास्ट फूड के मॉडल पर
इस बारे में जॅमी ओलिवर ने उस दिन बात की
यहाँ खानपान में दो गुणवत्ता आश्वासन के मॉडल हैं
एक फास्ट फूड है,
जहां सब कुछ मानकीकृत है.
अन्य है ZAGAT और Michelin रेस्तरां
जहां सब कुछ मानकीकृत नहीं है
वे स्थानीय परिस्थितियों के लिए अनुकूलित हैं
और हमने खुद को शिक्षा के एक फास्ट फूड मॉडल में बेच दिया है
और यह हमारी आत्मा और हमारी ऊर्जा को साधनहीन कर रहा है
जितना फास्ट फूड हमारे भौतिक शरीर को नुकसान दे रहा है
तालियाँ !
मुझे लगता है कि हम कुछ चीजों को पहचाने
एक कि मानव प्रतिभा काफी विविध है
लोग की बहुत अलग योग्यता है
मैंने हाल ही में कुछ याद किया है कि
मेरे को गिटार दिया गया था जब में बच्चा था
एक ही समय में जब एरिक कल्प्तों को अपना पहला गिटार मिला
तुम जानते हो की वह एरिक के काम आया , बस में यह कह रहा हूँ
हंसी !
एक तरह से यह मेरे लिए नहीं था
मैं इसका कुछ नहीं कर सकता था
कोई फर्क नहीं पड़ता कि कितनी बार या कितना मुश्किल से मैंने इसे बजाया
यह मेरे लिए काम नहीं करा
लेकिन यह केवल इस बारे में नहीं है
यह जुनून के बारे में है
अक्सर लोग जिनमें अच्छे होते है उसकी वह परवाह नहीं करते
यह जुनून के बारे में है
और क्या है जो हमारी आत्मा और हमारी ऊर्जा को उत्तेजित करती है
और अगर आप कहते है कि आप जो कर रहे है वह आपको अच्छा लगता है और आप उसमें अच्छे है
समय एक पूरी अलग तरह से लगता है
मेरी पत्नी अभी एक उपन्यास लिख चुकी है
और मुझे लगता है कि यह एक महान उपन्यास है
लेकिन वह उसपर घंटो तक लगी रहती है
आपको यह पता है, अगर तुम कुछ ऐसा कर रहे हो जो तुम्हे पसंद है
एक घंटा भी पांच मिनट की तरह लगता है.
अगर तुम कुछ कर रहे हैं जो आपकी आत्मा के साथ पसंद नहीं होता है
पांच मिनट भी एक घंटे की तरह लगता है
और येही कारण है बहुत से लोग शिक्षा के बाहर चयन कर रहे हैं
क्योंकि यह उनकी आत्मा को संतुष्ट नहीं करता है
यह उनकी ऊर्जा या उनके जुनून को संतुष्ट नहीं करता है
तो मुझे लगता है कि हमें रूपांतर करना होगा
हमें अनिवार्य रूप से शिक्षा के एक औद्योगिक मॉडल निकलना है
एक विनिर्माण मॉडल
जो रैखिक पर आधारित है
और अनुरूप और एकत्र होना लोगों का
हमें एक ऐसे मॉडल के लिए स्थानांतरित करना है
जो कि अधिक कृषि के सिद्धांतों पर आधारित हो
हमें समझना होगा कि मानव उत्कर्ष
एक यांत्रिक प्रक्रिया नहीं है
यह एक जैविक प्रक्रिया है
और तुम मानव विकास के नतीजे की भविष्यवाणी नहीं कर सकते
तुम सब एक किसान की तरह कर सकते हो
जिसके तहत परिस्थितियों का निर्माण
जिससे वे पनप ने शुरू हो जायेंगे
तो जब हम शिक्षा में सुधार और इसे बदलने को देखे
यह एक प्रणाली क्लोनिंग की तरह नहीं है
यहाँ KIPPs जैसे महान लोग हैं, वह एक महान प्रणाली है
यहाँ कई महान मॉडल हैं
उन्हें अपनी परिस्थितियों के अनुकूलित करना है
और व्यक्तिगत शिक्षा में
और वास्तव में जो लोगोको अध्यापन करा रहे हैं
इसको करने से, मुझे लगता है
भविष्य के लिए जवाब है
क्योंकि यह नऐ समाधान का विस्तार नहीं है
इसका मतलब हैं शिक्षा के क्षेत्र में एक आंदोलन लाना
जिसमें लोग अपने विकास के लिए स्वयं समाधान करे
लेकिन बाहरी एक व्यक्तिगत पाठ्यक्रम पर आधारित समर्थन के साथ
अब, इस कमरे में
यहा लोग हैं, जो प्रतिनिधित्व करते हैं
असाधारण संसाधन है व्यापार में
मल्टीमीडिया में, इंटरनेट में
इन प्रौद्योगिकियों को
शिक्षकों की असाधारण प्रतिभा के साथ संयुक्त करे
शिक्षा में क्रांति का अवसर प्रदान करें के लिए
और मैं आग्रह करता हूं कि आप इसे में शामिल हो
क्योंकि यह महत्वपूर्ण है न केवल खुद को,
लेकिन हमारे बच्चों के भविष्य के लिए.
लेकिन हमको औद्योगिक मॉडल से बदलना होगा
एक कृषि मॉडल के लिए
जहां प्रत्येक स्कूल कल समृद्ध किया जा सकता है
वही पर बच्चों को जीवन का अनुभव होगा
और घर पर , यदि वह वही पर शिक्षित होने का चयन करते है
अपने परिवार या अपने दोस्तों के साथ
यहा बहुत से भाषण हुए सपनो के बारे में
कुछ दिनों से
और बहुत जल्दी में, मैं कुछ कहना चाहता हुँ
मैं कल रात बहुत प्रभावित था नेटली व्यापारी के गीतों से
याद आ रही है एक पुरानी कविता
मैं जल्दी में, एक छोटी कविता पढना चाहता हुँ
डब्ल्यू बी अट्स से लिख्ति, जिसे तुम में से कुछ जानते होंगे.
उसने इसे अपनी प्रेमिका के लिए यह लिखा
मुद गोंने
और वह वास्तव में शोकित था कि
वह सच में उसे नहीं दे सका जो वह चाहती थी उससे
और वह कहता हैं, "मैं कुछ और ले आया , लेकिन यह आपके लिए नहीं था "
वह यह कहता हैं:
अगर मेरे पास स्वर्गगो से बुना कपडा हो
सोने के साथ बुना हुआ हो
और चांदी का प्रकाश
नीले और मंद
और अंधेरे कपड़ा
की रात और प्रकाश और आधा प्रकाश
मैं तुम्हारे पैरों के नीचे कपड़ा फैला दूँगा
लेकिन मैं, गरीब हुँ,
मेरे पास केवल अपने सपने हैं
मैं अपने सपनों को तुम्हारे पैरों के नीचे प्रसार दिया है
धीरे चलना
क्योंकि तुम्हे मेरे सपने पर चलना है"
और हर दिन हर जगह
हमारे बच्चे हमारे पैरों के नीचे अपने सपनों फैलते है
और हमे धीरे चलना चाहिए
धन्यवाद !
तालियाँ !
बहुत बहुत धन्यवाद !