WEBVTT 00:00:01.382 --> 00:00:02.653 (बजती हुई घड़ी) NOTE Paragraph 00:00:02.653 --> 00:00:05.257 [COUNTDOWN] NOTE Paragraph 00:00:05.257 --> 00:00:07.065 (क्लैप्बॉर्ड की आवाज़) NOTE Paragraph 00:00:08.420 --> 00:00:11.830 पृथ्वी पर हम मानवों के लिए दस साल एक लंबा वक्त होता है। 00:00:11.830 --> 00:00:14.440 सूरज के दस चक्कर। 00:00:14.440 --> 00:00:17.020 जब दस साल पहले मैं टेड मंच पर था, 00:00:17.020 --> 00:00:19.310 तो मैंने उन भूमंडलीय सीमाओं के बारे में बात की थी 00:00:19.310 --> 00:00:24.150 जो हमारे ग्रह को ऐसी स्थिति में रखती हैं जिसमें मानवता फल-फूल सके। 00:00:24.150 --> 00:00:27.280 मुख्य बात यह है कि अगर आप एक बार इससे बाहर निकले, 00:00:27.280 --> 00:00:29.510 तो जोख़िम कई गुना बढ़ता चला जाता है। 00:00:29.510 --> 00:00:32.440 सभी भूमंडलीय सीमाएं बहुत गहराई से आपस में जुड़ी हुई हैं 00:00:32.440 --> 00:00:35.880 पर जैवविविधता के साथ जलवायु मुख्य सीमाएं हैं। 00:00:35.880 --> 00:00:38.330 यह बाक़ी सब को प्रभावित करते हैं। NOTE Paragraph 00:00:38.330 --> 00:00:41.930 उस समय हमें सच में लगता था कि हमारे पास और समय है। 00:00:41.930 --> 00:00:44.500 चेतावनी की घंटियाँ बिलकुल बज रही थीं, 00:00:44.500 --> 00:00:47.790 पर किसी ऐसे बदलाव की शुरुआत नहीं हुई थी, जिसे रोका न जा सके। 00:00:47.790 --> 00:00:50.870 मेरे भाषण के बाद से हमें बहुत से सबूत मिले हैं 00:00:50.870 --> 00:00:52.550 जो दिखाते हैं कि हम बहुत तेज़ी से 00:00:52.550 --> 00:00:55.860 पृथ्वी पर मानवता के सुरक्षित अस्तित्व से दूर जा रहे हैं। 00:00:55.860 --> 00:00:59.750 जलवायु एक वैश्विक आपदा बिंदु पर पहुंच चुकी है। 00:00:59.750 --> 00:01:03.980 अब हमारे पास 10 साल की रिकॉर्ड तोड़ जलवायु आपदाएं हैं, 00:01:03.980 --> 00:01:07.960 ऑस्ट्रेलिया, साइबेरिया, कैलिफ़ोर्निया और ऐमज़ोन में आग हैं, 00:01:07.960 --> 00:01:10.700 चीन, बांगलादेश और भारत में बाढ़ हैं। 00:01:10.700 --> 00:01:12.440 अब हम पूरे उत्तरी गोलार्ध में 00:01:12.440 --> 00:01:14.630 गर्मी की लहर झेल रहे हैं। 00:01:14.630 --> 00:01:17.840 हमारे सामने उस बिंदु को पार करने का ख़तरा है जो इस ग्रह को 00:01:17.840 --> 00:01:21.720 हमारे असर को कम करने वाले सबसे अच्छे दोस्त से 00:01:21.720 --> 00:01:25.950 हमारे खिलाफ़ करने वाला बना देगा, जिससे गर्मी और बढ़ेगी। NOTE Paragraph 00:01:25.950 --> 00:01:30.410 पहली बार, हमें उन वास्तविक ख़तरों के बारे में सोचना पड़ रहा है 00:01:30.410 --> 00:01:33.175 जो पूरे ग्रह को अस्थिर करने से हो सकते हैं। 00:01:33.175 --> 00:01:35.320 हमारे बच्चे इसे महसूस कर सकते हैं। 00:01:35.320 --> 00:01:38.010 वह कुछ करने की मांग लेकर विद्यालयों से बाहर आ रहे हैं, 00:01:38.010 --> 00:01:42.400 संभावित प्रलयंकारी ख़तरों को रोकने में 00:01:42.400 --> 00:01:45.210 हमारी नाकामी को अविश्वसनीयता के साथ देखते हुए। 00:01:45.210 --> 00:01:47.830 2030 तक पहुँचने के अगले 10 सालों में, 00:01:47.830 --> 00:01:50.830 सबसे बड़े बदलाव होने चाहिएँ 00:01:50.830 --> 00:01:52.740 जितने पहले कभी नहीं हुए हों। 00:01:52.740 --> 00:01:54.760 यही हमारा लक्ष्य है। 00:01:54.760 --> 00:01:56.601 यह उल्टी गिनती है। NOTE Paragraph 00:01:57.030 --> 00:01:58.140 (घड़ी की सुईं बजती हुई) NOTE Paragraph 00:01:58.460 --> 00:02:02.250 जब मेरे वैज्ञानिक सहकर्मियों ने दस साल पहले 00:02:02.250 --> 00:02:06.152 जलवायु के ख़तरे के बिंदु के बारे में बताया था 00:02:06.152 --> 00:02:07.520 तो सिर्फ़ एक जगह पर 00:02:07.520 --> 00:02:11.800 इस गंभीर स्थिति के प्रमाण थे। 00:02:11.800 --> 00:02:14.560 - आर्कटिक समुद्र की बर्फ़ - (नाव के इंजन की आवाज़) 00:02:14.560 --> 00:02:17.420 बाक़ी ख़तरे के बिंदु बहुत दूर थे। 00:02:17.420 --> 00:02:20.083 क़रीब 50 से 100 सूर्य के चक्करों जितने दूर। NOTE Paragraph 00:02:20.950 --> 00:02:24.110 पिछले साल ही हमने इन्हें फिर देखा 00:02:24.110 --> 00:02:27.440 और मुझे अपनी ज़िंदगी का सबसे बड़ा धक्का लगा। 00:02:27.440 --> 00:02:29.400 अब हम सिर्फ़ कुछ ही दशक दूर हैं 00:02:29.400 --> 00:02:32.260 उस आर्कटिक से जिसमें गर्मियों में समुद्री बर्फ़ नहीं होगी। 00:02:32.260 --> 00:02:36.310 साइबेरिया में पर्माफ्रॉस्ट नाटकीय दर से पिघल रही है। 00:02:36.310 --> 00:02:39.160 ग्रीनलैंड खरबों टन बर्फ़ खो रहा है 00:02:39.160 --> 00:02:41.680 और शायद ख़तरे के बिंदु पर पहुंचने वाला है। 00:02:41.680 --> 00:02:43.110 उत्तर के महान जंगल 00:02:43.110 --> 00:02:47.170 जलकर यूरोप जितने बड़े धुएँ के बादल बना रहे हैं। 00:02:47.170 --> 00:02:50.290 एटलान्टिक महासमुद्र का प्रवाह धीमा हो रहा है। 00:02:50.290 --> 00:02:52.290 एमेज़ोन वर्षावन कमज़ोर हो रहे हैं 00:02:52.290 --> 00:02:56.230 और 15 साल में कार्बन उत्सर्जन करना शुरु कर सकते हैं। 00:02:56.230 --> 00:02:59.440 ग्रेट बैरियर रीफ़ के आधे प्रवाल मर चुके हैं। 00:02:59.440 --> 00:03:01.530 संभव है कि पश्चिमी एंटार्कटिका 00:03:01.530 --> 00:03:04.270 ख़तरे का निशान पार कर भी चुका हो। 00:03:04.270 --> 00:03:07.150 और अब पृथ्वी के सबसे ठोस हिमनद, 00:03:07.150 --> 00:03:11.460 पूर्वी एंटार्कटिका के भाग अस्थिर हो रहे हैं। 00:03:11.460 --> 00:03:14.710 पन्द्रह में से नौ बड़ी जैवभौतिक प्रणालियां 00:03:14.710 --> 00:03:17.890 जो जलवायु को नियंत्रित करती हैं, अब बदल रही हैं। 00:03:17.890 --> 00:03:19.870 पतन के चिंताजनक चिन्ह 00:03:19.870 --> 00:03:22.463 और ख़तरे के बिंदु पर पहुंचने के संकेत दिखा रही हैं। NOTE Paragraph 00:03:23.400 --> 00:03:26.250 ख़तरे के बिंदु, तीन ख़तरे लाते हैं। 00:03:26.250 --> 00:03:28.160 पहला, समुद्र का स्तर बढ़ना। 00:03:28.160 --> 00:03:31.990 हमें इसी सदी में उनके एक मीटर तक बढ़ने की उम्मीद है। 00:03:31.990 --> 00:03:35.680 यह 20 करोड़ लोगों के घरों को ख़तरे में डाल सकता हैं। 00:03:35.680 --> 00:03:38.550 पर जब हम एंटार्कटिका और ग्रीनलैंड से पिघली हुई बर्फ़ 00:03:38.550 --> 00:03:40.700 को इस हिसाब में जोड़ते हैं, 00:03:40.700 --> 00:03:43.400 तो स्तर दो मीटर तक बढ़ सकता है, 00:03:43.400 --> 00:03:46.883 पर यह वहाँ रुकेगा नहीं, और ख़राब होता जाएगा। NOTE Paragraph 00:03:47.830 --> 00:03:49.850 दूसरा, अगर पर्माफ्रॉस्ट और जंगल में 00:03:49.850 --> 00:03:53.270 दबा कार्बन बाहर निकलने लगा, 00:03:53.270 --> 00:03:55.933 तो इससे तापमान को स्थिर रखने का काम 00:03:55.933 --> 00:03:57.570 और भी मुश्किल हो जाएगा। NOTE Paragraph 00:03:57.570 --> 00:04:01.900 और तीसरा, यह प्रणालियां ताश के पत्तों की तरह जुड़ी हुई है। 00:04:01.900 --> 00:04:05.913 एक ख़तरे के बिंदु पर पहुंचते ही, आप दूसरों के पास पहुंच जाते हैं। NOTE Paragraph 00:04:06.870 --> 00:04:09.730 एक मिनट रुक कर देखिए कि हम कहां खड़े हैं। 00:04:09.730 --> 00:04:13.440 एक स्थिर जलवायु और जीवन की विविधता 00:04:13.440 --> 00:04:15.420 हमारी सभ्यता का आधार हैं। 00:04:15.420 --> 00:04:18.930 सब कुछ, मेरा मतलब सब कुछ, इसी पर खड़ा है। 00:04:18.930 --> 00:04:22.380 सभ्यताएं गोल्डीलॉक्स क्षेत्र में पनपी है, 00:04:22.380 --> 00:04:24.920 न बहुत गर्म, न बहुत सर्द। 00:04:24.920 --> 00:04:27.950 यही पिछले 10,000 साल से हो रहा है 00:04:27.950 --> 00:04:30.260 पिछले हिम युग के बाद से। 00:04:30.260 --> 00:04:32.300 आइए इस पर गौर करते हैं। 00:04:32.300 --> 00:04:34.240 30 लाख साल से, 00:04:34.240 --> 00:04:38.429 तापमान दो डिग्री सेल्सियस की सीमा से आगे नहीं बढ़ा है। 00:04:38.429 --> 00:04:41.028 पृथ्वी ने गर्म अंतरहिमानी में दो डिग्री अधिक, 00:04:41.028 --> 00:04:44.735 हिम युग में माइनस चार डिग्री की 00:04:44.735 --> 00:04:47.960 बहुत तंग सीमा में ख़ुद को नियमित कर लिया है। NOTE Paragraph 00:04:47.960 --> 00:04:50.840 अब, हम जिस रास्ते पर जा रहे हैं वह हमें 00:04:50.840 --> 00:04:55.010 सिर्फ़ तीन पीढ़ियों में तीन से चार डिग्री की ओर ले जाएगा। 00:04:55.010 --> 00:04:58.140 हम जलवायु की घड़ी को 10 लाख नहीं, 00:04:58.140 --> 00:05:00.950 20 लाख नहीं, पर 50 लाख से 1 करोड़ वर्ष पीछे ले जाएंगे। 00:05:00.950 --> 00:05:04.180 हम एक बहुत गर्म पृथ्वी की तरफ़ जा रहे हैं। 00:05:04.180 --> 00:05:05.550 हर एक डिग्री की बढ़ोत्तरी से, 00:05:05.550 --> 00:05:08.650 100 करोड़ लोग उन स्थितियों में रहने को मजबूर हो जाएंगे 00:05:08.650 --> 00:05:12.290 जिन्हें हम आज दुर्गम कहते हैं। 00:05:12.290 --> 00:05:14.130 यह एक जलवायु आपदा नहीं है। 00:05:14.130 --> 00:05:16.160 यह एक भौगोलिक आपदा है। NOTE Paragraph 00:05:16.160 --> 00:05:19.850 मुझे यह डर नहीं है कि पृथ्वी 1 जनवरी, 2030 को 00:05:19.850 --> 00:05:22.040 खत्म हो जाएगी। 00:05:22.040 --> 00:05:25.660 मुझे डर यह है कि हम पृथ्वी की प्रणाली को 00:05:25.660 --> 00:05:27.743 वहां ले जाएंगे जहां से उसे रोक नहीं पाएंगे। NOTE Paragraph 00:05:27.930 --> 00:05:29.720 अगले 10 साल में जो होगा 00:05:29.720 --> 00:05:33.550 वह उस स्थिति को तय करेगा जिसमें हम यह ग्रह 00:05:33.550 --> 00:05:35.550 अगली पीढ़ी के हाथों में सौपेंगे। 00:05:35.550 --> 00:05:39.390 हमारे बच्चों का चिन्तित होना जायज़ है। 00:05:39.390 --> 00:05:42.870 हमें हमारे ग्रह को स्थिर करने के प्रति गंभीर होना पड़ेगा। NOTE Paragraph 00:05:42.870 --> 00:05:45.830 इस बदलाव में दो क्षेत्र मुख्य होंगे। 00:05:45.830 --> 00:05:47.540 पहला विज्ञान में है। 00:05:47.540 --> 00:05:50.470 वहनीय ग्रह के लिए एक नया समीकरण यह है: 00:05:50.470 --> 00:05:53.530 भौगोलिक सीमाएं, जमा वैश्विक लोग, 00:05:53.530 --> 00:05:56.390 बराबर भौगोलिक प्रबन्धक। 00:05:56.390 --> 00:05:59.150 हमें मानवता के लिए एक सुरक्षित गलियारे की ज़रूरत है 00:05:59.150 --> 00:06:03.650 ताकि हम सब इस पूरे ग्रह के प्रबन्धक बन सकें, 00:06:03.650 --> 00:06:06.930 ग्रह को बचाने के लिए नहीं पर सब लोगों को 00:06:06.930 --> 00:06:08.392 एक बेहतर भविष्य देने के लिए। NOTE Paragraph 00:06:08.392 --> 00:06:10.830 और दूसरा क्षेत्र समाज में है। 00:06:10.830 --> 00:06:13.680 हमें एक ऐसा नया आर्थिक तर्क चाहिए जो स्वास्थ्य पर आधारित हो। 00:06:13.680 --> 00:06:16.960 अब हम दुनिया में सभी कंपनियों और शहरों को 00:06:16.960 --> 00:06:19.620 सारे वैश्विक व्यापार के लक्ष्य 00:06:19.620 --> 00:06:21.203 देने की स्थिति में हैं। 00:06:22.240 --> 00:06:27.240 पहला काम, हमें 2030 तक वैश्विक उत्सर्जन को आधा करना होगा 00:06:27.370 --> 00:06:30.050 और 2050 तक या उससे पहले शून्य उत्सर्जन तक पहुंचना होगा। 00:06:30.050 --> 00:06:32.400 इसका मतलब है उन प्रणालियों से कार्बन हटाना 00:06:32.400 --> 00:06:36.480 जो हमारा जीवन, ऊर्जा, उद्योग, परिवहन, इमारतें चलाती हैं। 00:06:36.480 --> 00:06:38.680 जीवाश्म ईंधन का ज़माना ख़त्म हो चुका है। 00:06:38.680 --> 00:06:41.430 हमें कृषि को एक उत्सर्जन के स्त्रोत से 00:06:41.430 --> 00:06:43.970 कार्बन के स्त्रोत में बदलना होगा 00:06:43.970 --> 00:06:46.990 और हमें हमारे महासमुद्र और धरती को बचाना होगा, 00:06:46.990 --> 00:06:51.133 ऐसे प्राकृतिक पारिस्थितिकतन्त्र जो आधे उत्सर्जन को सोख लेते हैं। NOTE Paragraph 00:06:52.100 --> 00:06:55.400 अच्छी ख़बर यह है कि हम यह कर सकते हैं। 00:06:55.400 --> 00:06:58.550 हमारे पास ज्ञान है, हमारे पास तकनीक है। 00:06:58.550 --> 00:07:02.470 हमें पता है कि यह सामाजिक और आर्थिक रूप से समझदारी है। 00:07:02.470 --> 00:07:06.830 और सफल होने के बाद हम ताज़ी हवा में सांस लेंगे। 00:07:06.830 --> 00:07:09.700 हम एक स्वस्थ जीवनशैली और रहने लायक शहरों में 00:07:09.700 --> 00:07:13.185 बेहतर अर्थव्यवस्था का स्वागत करेंगे। 00:07:13.185 --> 00:07:17.830 हम सब सूरज के चारों ओर इस यात्रा में साथ हैं। 00:07:17.830 --> 00:07:20.650 हमारा एकमात्र घर यही है। 00:07:20.650 --> 00:07:25.650 यह हमारे बच्चों का भविष्य बचाने के लिए हमारा ध्येय है। NOTE Paragraph 00:07:26.720 --> 00:07:27.553 शुक्रिया। NOTE Paragraph 00:07:28.187 --> 00:07:29.914 (बत्तियाँ बुझती हुई) NOTE Paragraph 00:07:29.914 --> 00:07:31.449 (जूतों की आवाज़)