WEBVTT 00:00:00.670 --> 00:00:03.930 संधारणीय विकास के आयामों को समझना। 00:00:05.762 --> 00:00:09.807 एजेंडा 2030 और उसके 17 लक्ष्यों का समर्थन करके 00:00:09.807 --> 00:00:11.807 विश्व समुदाय ने पुन: 00:00:11.807 --> 00:00:14.287 संधारणीय व समावेशी आर्थिक विकास 00:00:14.335 --> 00:00:17.387 सामाजिक समावेशन, और पर्यावरण संरक्षण सुनिश्चित करने के लिए 00:00:17.790 --> 00:00:21.110 और इसे साझेदारी और शांति से करने के लिए 00:00:21.110 --> 00:00:23.621 संधारणीय विकास के प्रति अपने समर्पण को दोहराया है। 00:00:24.630 --> 00:00:29.579 एजेंडा 2030 विश्वव्यापी, परिवर्तनकारी और अधिकारों पर आधारित है। 00:00:29.579 --> 00:00:33.129 यह संयुक्त राष्ट्र प्रणाली, देशों और अन्‍य सभी विकास कार्यकर्ताओं 00:00:33.129 --> 00:00:35.229 के लिए एक महत्वाकांक्षी कार्य योजना है, 00:00:35.292 --> 00:00:38.272 यह एजेंडा हमें आज के संधारणीय विकास की चुनौतियों के बारे में 00:00:38.302 --> 00:00:40.783 रचनात्मक ढंग से सोचने के लिए प्रेरित करता है 00:00:40.783 --> 00:00:43.993 ताकि हम सही साझेदारी विकसित कर सकें और सही कदम उठाएं। 00:00:44.602 --> 00:00:48.068 इस एजेंडा के केन्‍द्र में पांच महत्वपूर्ण घटक हैं: 00:00:48.068 --> 00:00:52.409 लोग, समृद्धि, शांति, साझेदारी, पृथ्वी। 00:00:52.409 --> 00:00:56.622 ये घटक 17 संधारणीय विकास लक्ष्यों से जुड़े हैं 00:00:56.622 --> 00:00:58.542 और ये सभी देशों में लागू हैं। 00:00:59.993 --> 00:01:04.179 एजेंडा 2030 और एसडीजी सिर्फ़ एक जांचसूची की वस्‍तुएं नहीं हैं। 00:01:04.739 --> 00:01:08.739 वे सही समय पर सही प्रश्‍न पूछने के लिए हमारा मार्गदर्शन करके 00:01:08.929 --> 00:01:12.721 समस्याओं को समझने और उनसे निपटने के एक समग्र दृष्टिकोण का प्रतिनिधित्व करते हैं। 00:01:14.097 --> 00:01:17.097 इसे पाने के लिए हमें कई चुनौतियों पर विचार करने की आवश्‍यकता है 00:01:17.177 --> 00:01:21.210 यह समझने के लिए कि वे आपस में कैसे जुड़े हैं और एक दूसरे पर क्या प्रभाव डालते हैं। 00:01:21.311 --> 00:01:23.113 इस आपसी निर्भरता की खोज 00:01:23.113 --> 00:01:25.652 समस्याओं के मूल कारण को हल करने में 00:01:25.652 --> 00:01:28.381 और दीर्घकालिक समाधान निकालने में हमारी सहायता करती है। 00:01:28.581 --> 00:01:30.521 तो यह कैसे काम करता है? 00:01:30.705 --> 00:01:34.655 संधारणीय विकास को आमतौर पर तीन मुख्य तत्वों के नजरिये से देखा जाता है: 00:01:34.655 --> 00:01:38.908 आर्थिक वृद्धि, सामाजिक समावेशन, और पर्यावरण संरक्षण। 00:01:38.908 --> 00:01:42.785 किन्‍तु यह याद रखना महत्‍वपूर्ण है कि ये सिर्फ श्रेणियां या बॉक्स नहीं हैं। 00:01:42.785 --> 00:01:45.645 ये आपस में जुड़े हैं और इनके समान पहलू हैं। 00:01:46.482 --> 00:01:49.441 उदाहरण के लिए, तपेदिक जैसी स्वास्थ्य समस्‍या, 00:01:49.441 --> 00:01:52.246 न केवल अस्वस्थ जीवन शैली से निर्धारित होती है 00:01:52.326 --> 00:01:54.609 बल्‍कि यह अन्य कारकों से भी प्रभावित हो सकती है, 00:01:54.729 --> 00:01:56.484 जैसे गरीबी या वायु गुणवत्ता। 00:01:57.947 --> 00:02:00.224 इस पद्धति को एक कदम आगे बढ़ाने के लिए, 00:02:00.224 --> 00:02:03.230 एजेंडा 2030 को चलाने वाले दो मुख्‍य आयाम 00:02:03.230 --> 00:02:05.223 सदस्य राज्यों द्वारा अपनाये गये: 00:02:05.223 --> 00:02:06.635 साझेदारी और शांति। 00:02:07.157 --> 00:02:11.507 साझेदारी सभी भागीदारों के मिलकर काम करने की क्षमताओं को मजबूत बनाती है। 00:02:11.507 --> 00:02:13.907 शांति, न्याय और सुदृढ़ संस्थाएँ 00:02:13.907 --> 00:02:16.737 तीन मुख्य क्षेत्रों में सुधार के लिए आवश्यक हैं। 00:02:17.193 --> 00:02:19.793 सच्‍ची संधारणीयता इन सबके केंद्र में स्‍थित होती है, 00:02:19.793 --> 00:02:22.673 और हर एसडीजी को 00:02:22.673 --> 00:02:24.883 इन पांच आयामों के नजरिये से देखना महत्त्वपूर्ण होगा । 00:02:27.019 --> 00:02:29.509 बेशक, हम एक ही चुनौती के हर संभव नज़रिए पर 00:02:29.509 --> 00:02:30.959 विचार नहीं कर सकते। 00:02:30.959 --> 00:02:33.097 इसलिए साझेदारी बनाने के लिए 00:02:33.097 --> 00:02:35.457 आपस में ज्ञान और विशेषज्ञता बाँटना महत्वपूर्ण है 00:02:35.457 --> 00:02:38.514 यह सीखने के लिए कि हम मिलकर चुनौतियों का सामना कैसे कर सकते हैं। 00:02:38.514 --> 00:02:40.820 इसके लिए सह-निर्माण पर केंद्रित मिलकर काम करने के 00:02:40.820 --> 00:02:42.654 नए तरीकों की आवश्यकता है। NOTE Paragraph 00:02:42.803 --> 00:02:46.632 चुनौतियों से अच्‍छे से निपटने के लिए राष्ट्रीय स्‍वत्‍व बहुत महत्त्वपूर्ण है। 00:02:46.632 --> 00:02:49.954 कई संगठनों और कार्यकर्ताओं की एक महत्वपूर्ण भूमिका होती है। 00:02:49.954 --> 00:02:52.484 उनकी संलिप्‍तता दीर्घकालिक संलग्‍नता सुनिश्चित करती है 00:02:52.484 --> 00:02:54.804 और किसी के भी पीछे न छूटने की गारंटी देती है। 00:02:56.799 --> 00:03:01.022 एजेंडा 2030 की विश्वव्यापी प्रकृति हमें विश्‍व को एक समझने को कहती है। 00:03:02.062 --> 00:03:05.807 हर देश, हर समुदाय की अपनी समस्‍याएं हैं, 00:03:05.807 --> 00:03:08.673 और हमारे सामने आने वाली 00:03:08.673 --> 00:03:12.049 इन चुनौतियों से मिलकर निपटना सबका साझा अधिकार और उत्तरदायित्‍व है। 00:03:12.987 --> 00:03:17.213 आगे बढ़ने के लिए, हमें एजेंडा 2030 के लिए सही क्षमताएं विकसित करनी होंगी। 00:03:17.559 --> 00:03:21.309 हमें आजीवन सीखने की आवश्‍यकता है बदलाव के समर्थन में सक्षम होने के लिए, 00:03:21.659 --> 00:03:25.048 क्रियान्‍वयन की कार्रवाई को बढ़ावा देने के लिए, प्रगति को मापने के लिए, 00:03:25.318 --> 00:03:29.936 और एजेंडा 2030 के समर्थन में नए साझेदारों की पहचान और उनके सशक्तिकरण के लिए। 00:03:31.337 --> 00:03:34.387 हम सभी को अपने जीते जी एक बेहतर विश्‍व देखने का मार्ग 00:03:34.387 --> 00:03:36.707 प्रशस्‍त करने की आवश्‍यकता है, 00:03:36.857 --> 00:03:40.482 क्योंकि यदि हम सही प्रश्‍न करेंगें और सही उत्तर ढूँढेगे, 00:03:40.482 --> 00:03:43.912 और यदि हम अपना उत्तरदायित्‍व गंभीरता से लेंगे, 00:03:43.912 --> 00:03:47.806 तभी हम वास्तव में किसी के पीछे छूटे बिना इस परिवर्तनकारी एजेंडा 00:03:48.026 --> 00:03:51.799 को प्राप्‍त कर सकते हैं,।