WEBVTT 00:00:00.988 --> 00:00:05.701 यह ड्रैगन्स बहुत ही लंबे समय से एक अविश्वसनीय जीव है NOTE Paragraph 00:00:05.701 --> 00:00:07.146 वे विचित्र हैं, 00:00:07.146 --> 00:00:08.856 वे सुंदर हैं, 00:00:08.856 --> 00:00:11.841 और हमें उनके विषय में बहुत कम जानकारी हैं NOTE Paragraph 00:00:11.841 --> 00:00:14.131 ये सब विचार मेरे दिमाग में चल रहे थे 00:00:14.131 --> 00:00:18.574 जब मैने मेरी पहली डायनासोर किताब के पृष्ठों को देखा 00:00:18.574 --> 00:00:21.078 उस समय में पांच वर्ष का था 00:00:21.078 --> 00:00:23.031 तभी वही मैने निर्णय लिया 00:00:23.031 --> 00:00:25.876 कि मैं जीवाश्म विज्ञानी बनूँगा 00:00:25.876 --> 00:00:29.213 जीवाश्म विज्ञान ने अनुमति दी कि मैं अपने पशुओ के साथ प्यार को जोड़ सकू 00:00:29.213 --> 00:00:33.941 मेरी दुनिया के दूर दराज इलाकों में घूमने की इच्छा के साथ NOTE Paragraph 00:00:33.941 --> 00:00:36.964 और अब कुछ सालों बाद, मैं कई अभियानों का नेतृत्व किया है 00:00:36.964 --> 00:00:42.146 ग्रह के दूर दराज कोनो में है, सहारा 00:00:42.146 --> 00:00:46.195 मैने सहारा मे काम किया क्योंकि, मैं एक ख़ोज पर हू 00:00:46.195 --> 00:00:51.300 विशाल मांस भक्षी डायनासोर के नए विचित्र अवशेष खोलूंगा 00:00:51.300 --> 00:00:54.451 जिसे स्पिनोसॉरस कहते हैं NOTE Paragraph 00:00:54.451 --> 00:00:57.804 इस प्राणी के कुछ हड्डियाँ मिले हैं 00:00:57.804 --> 00:00:59.184 सहारा के रेगिस्तान में 00:00:59.184 --> 00:01:04.537 और इसका वर्णन कुछ १०० साल पहले एक जर्मन जीवाश्म विज्ञानी ने किया था 00:01:04.537 --> 00:01:09.485 पर दुर्भाग्य से सभी स्पिनोसॉरुस के हड्डिया दूसरे विश्व युद्ध में नष्ट हो गये 00:01:09.485 --> 00:01:13.789 तो अभी हमारे पास सिर्फ कुछ चित्र और नोट्स ही बचे हैं NOTE Paragraph 00:01:13.789 --> 00:01:15.050 इन सभी चित्रों से 00:01:15.050 --> 00:01:18.461 हम जानते है कि ये प्राणी १० करोड़ वर्ष पहले रहा करते थे 00:01:18.461 --> 00:01:20.012 पर ये बहुत विशाल थे 00:01:20.012 --> 00:01:23.425 उसके पीठ पर उंची रीढ़ की हड्डी थी जो एक शानदार पाल बनाता था 00:01:23.425 --> 00:01:28.172 उसके लंबे और सुडौल जबड़े थे कुछ मग़र जैसे 00:01:29.542 --> 00:01:31.760 उसके तेज़ दांत थे 00:01:31.760 --> 00:01:36.647 उसका उपयोग वे फ़िसलने वाले शिकार जैसे मछली को पकड़ने में किया करते थे 00:01:36.647 --> 00:01:38.704 पर इतना हैं जो हम सब जानते थे 00:01:38.704 --> 00:01:42.303 इस प्राणी के विषय में अगले १०० साल तक NOTE Paragraph 00:01:46.563 --> 00:01:51.365 मेरा क्षेत्र का काम मुझे मोरक्को और अल्जीरिया सीमा क्षेत्र की ओर ले गया 00:01:51.365 --> 00:01:53.938 एक जगह जिसे केम केम कह्ते है 00:01:53.938 --> 00:01:56.251 ये जगह बहुत मुश्किल है काम करने के लिए 00:01:56.251 --> 00:01:59.940 आप को रेगिस्तानी तूफ़ान, सांप और बिच्छू का सामना करना पड़ेगा 00:01:59.940 --> 00:02:03.084 वहाँ अच्छे जीवाश्मों मिलना बहुत मुश्किल हैं 00:02:03.084 --> 00:02:05.900 मगर हमें अपनी कड़ी मेहनत का फ़ल मिला 00:02:05.900 --> 00:02:08.115 हमनें कई नए अविश्वसनीय नमूनों की खोज की 00:02:08.115 --> 00:02:09.867 वहा पर सबसे बड़ी डायनासोर की हड्डी मिली 00:02:09.867 --> 00:02:12.375 सहारा के इस हिस्स्से में ऐसा अबतक नहीं मिला है 00:02:13.475 --> 00:02:16.969 हमें वह विशाल मांस बक्षी के डायनासोर के अवशेष मिले 00:02:16.969 --> 00:02:19.632 मध्यम आकार के मांस बक्षी डायनासोर 00:02:19.632 --> 00:02:25.231 और ७ /८ अलग प्रकार के मगरमच्छ जैसे शिकारी NOTE Paragraph 00:02:25.231 --> 00:02:28.233 ये अवशेष नदीप्रणाली में जमा थे 00:02:28.233 --> 00:02:32.403 ये नदीप्रणाली विशाल कार के आकार के केलकंठ का भी घर था 00:02:32.403 --> 00:02:35.863 दैत्यकार सॉ मछली 00:02:35.863 --> 00:02:39.563 और नदी के ऊपर का आसमान प्टेरोसॉर्स से भरा पड़ा था 00:02:39.563 --> 00:02:41.591 उड़ने वाले सरीसृप 00:02:41.591 --> 00:02:43.210 वो जगह बहूत ही खतरनाक थी 00:02:43.210 --> 00:02:46.929 इस प्रकार की जगह नहीं है जहां आप घूमने जा सकते है अगर आप के पास टाइम मशीन हो तो NOTE Paragraph 00:02:48.159 --> 00:02:51.079 तो हम सब ये अविश्वसनीय प्राणी के जीवाश्मों की खोज कर रहे है 00:02:51.079 --> 00:02:53.769 जो स्पिनोसॉरुस के साथ ही रहते थे, 00:02:53.769 --> 00:02:56.538 लेकिन स्पिनोसॉरस यहीं साबित कर दिया कि वे पकड़ में नहीं आते. 00:02:56.538 --> 00:02:58.285 हम छोटी छोटी खोज कर रहे थे 00:02:58.285 --> 00:03:02.700 और मैं आशा कर रहा था कि कही तो हमे अधुरा कंकाल मिलेगा| NOTE Paragraph 00:03:03.640 --> 00:03:05.357 आखिर में, अभी, 00:03:05.357 --> 00:03:08.467 हमने खुदाई की जगह ढूँढ निकाला 00:03:08.467 --> 00:03:13.431 जहा स्थानीय शिकारी को स्पिनोसॉरस की बहुत सी हड्डिया मिली थी| 00:03:13.431 --> 00:03:16.291 हम साईट पे वापस गए, हमने और हड्डिया इकठ्ठा किए| 00:03:16.291 --> 00:03:20.364 और १०० साल के बाद आखिर में हमारे पास और एक अपूर्ण कंकाल था 00:03:20.364 --> 00:03:22.525 इस विचित्र जंतु का| 00:03:22.525 --> 00:03:24.196 और हम उसको फिरसे बना सके| NOTE Paragraph 00:03:24.196 --> 00:03:26.090 अब हमे मालुम है कि स्पिनोसॉरस का सर 00:03:26.090 --> 00:03:27.886 जरा मगरमच्छ जैसा था, 00:03:27.886 --> 00:03:30.081 बाकी हिंसक डायनासोर से अलग, 00:03:30.081 --> 00:03:32.818 टी. रेक्स से बहुत अलग| 00:03:32.818 --> 00:03:37.671 किन्तु बहुत अच्छी जानकारी बाकी कंकाल से मिली| 00:03:37.671 --> 00:03:39.004 हमारे पास लंबी रीढ़ की हड्डी थी, 00:03:39.004 --> 00:03:41.632 रीढ़ की हड्डी बड़ा पाल बनती थी| 00:03:41.632 --> 00:03:43.877 हमारे पास पैर की हड्डी, खोपड़ी की हड्डी थी, 00:03:43.877 --> 00:03:47.325 हमारे पास पेडल के आकार के फैले हुए पाँव थे-- 00:03:47.325 --> 00:03:50.140 फिर से, असामान्य, अन्य किसी डायनोसोर के ऐसे पाँव नहीं थे-- 00:03:50.140 --> 00:03:53.251 और हमने सोचा कि वे नरम तलछट पे चलने की आदत होंगी 00:03:53.251 --> 00:03:55.943 या फिर पानी में पैर मारने की| 00:03:55.943 --> 00:03:59.381 हमने हड्डी के सूक्ष्म संरचना को देखा, 00:03:59.381 --> 00:04:01.377 स्पिनोसौरस के हड्डी के अन्दर की संरचना को, 00:04:01.377 --> 00:04:04.136 और यह पता चला कि वह ठोस और घना था| 00:04:04.136 --> 00:04:07.994 फिर से, ये ज्यादा समय पानी में रहनेवाले जानवरों में हमें देखने को मिलता है, 00:04:07.994 --> 00:04:11.186 इसका उपयोग पानी का उछाल काबू करने में होता है| NOTE Paragraph 00:04:11.186 --> 00:04:16.559 हमने सभी हड्डियोंका सी टी स्कैन किया और स्पिनोसौरस का डिजीटल ढांचा बनाया| 00:04:16.559 --> 00:04:18.770 और जब हमने डिजिटल ढांचा देखा, 00:04:18.770 --> 00:04:23.206 हमे मालुम पड़ा, कि हाँ, यह बाकी डायनोसौर से बहुत अलग था| 00:04:23.206 --> 00:04:24.805 टी रेक्स से बड़ा| 00:04:24.805 --> 00:04:27.530 और हां, सर पे सभी जगह "मच्छी खानेवाला" लिखा हुआ| 00:04:27.530 --> 00:04:31.629 असल में पुरे कंकाल पे "पानी मित्र" लिखा हुआ| 00:04:31.629 --> 00:04:36.464 घनी हड्डिया, पेडल जैसे पाँव, और कम हुआ छोटे अंग का आकर , 00:04:36.464 --> 00:04:38.672 और फिर से, जो कि हम बाकी प्राणियों में देखते है 00:04:38.672 --> 00:04:41.551 जो पानी में बहुत्तर समय बिताते है| NOTE Paragraph 00:04:42.711 --> 00:04:46.104 तो हमने हमारा, स्पिनोसौरस ढूँढ निकाला-- 00:04:46.104 --> 00:04:50.268 मैं हमारे डायनोसौर के मांसपेशियाँ और त्वचा का अभ्यास कर रहा हूँ-- 00:04:50.268 --> 00:04:54.148 हमे पता चला कि हम नदी के दैत्य के साथ लेनं देन कर रहे है| 00:04:54.148 --> 00:04:56.477 हिंसक डायनोसौर, टी-रेक्स से भी बड़ा, 00:04:56.477 --> 00:04:59.253 इन प्राचीन नदियों का शासक, 00:04:59.253 --> 00:05:02.503 मैंने पहले दिखाए हुए जलचर प्राणियों पे चारा करने वाला NOTE Paragraph 00:05:02.503 --> 00:05:05.369 तो इस खोज को सच में, क्या अविश्वसनीय बनता है| 00:05:05.369 --> 00:05:06.874 यह इतर डायनोसौर से काफी अलग है| 00:05:06.874 --> 00:05:10.441 और कुछ लोगो ने मुझे बताया, "वॉव! यह जीवन में एक बार होने वाली खोज है| 00:05:10.441 --> 00:05:13.703 दुनिया में बहुत कम चीजो की खोज करना बाकी रह गया है|" 00:05:14.803 --> 00:05:17.975 तो, मुझे लगता है कि सत्य के आगे कुछ नहीं है| 00:05:17.975 --> 00:05:20.246 मुझे लगता है कि सहारा अभी भी खजाने से भरा हुआ है 00:05:20.246 --> 00:05:23.431 और लोग जब मुझे बताते है यहाँ पे खोज करने के लिए कुछ नहीं बचा 00:05:23.431 --> 00:05:27.468 मुझे रॉय चैपमैन एनड्रियू जानेमाने डायनोसौर शिकारी का एक वाक्य बताना अच्छा लगेगा 00:05:27.468 --> 00:05:33.084 और वे बोले, " हमेशा, कोने के आसपास एक साहस है-- 00:05:33.084 --> 00:05:35.896 और दुनिया ऐसे कोनो से भरी हुई है." 00:05:35.896 --> 00:05:37.815 ये कई दशकों पहले सच था 00:05:37.815 --> 00:05:39.857 जब रॉय चैपमैन एंड्रूस ने ये लाईने लिखी 00:05:39.857 --> 00:05:41.839 और ये आज भी सच है| NOTE Paragraph 00:05:41.839 --> 00:05:42.727 धन्यवाद| NOTE Paragraph 00:05:42.727 --> 00:05:45.421 (तालियाँ)