WEBVTT 00:00:00.227 --> 00:00:09.787 ♪ [संगीत] ♪ 00:00:13.730 --> 00:00:15.600 [अलेक्स] हमारे पिछले वीडियो में, हमने देखा है 00:00:15.600 --> 00:00:19.102 की कैसे पूंजी संग्रहण से कैच-अप विकास को बढ़ावा मिल सकता है, 00:00:19.102 --> 00:00:21.416 मगर पूंजी संग्रहण तब कम प्रभावी हो जाता है 00:00:21.556 --> 00:00:23.331 जब देश समृद्ध होने लगते हैं। 00:00:23.331 --> 00:00:25.280 अग्रणी देश विकसित होते हैं 00:00:25.280 --> 00:00:27.970 अधिक और बेहतर विचारों के विकास से, मगर कैसे? 00:00:29.100 --> 00:00:31.430 हमें अधिक और बेहतर विचार कैसे आ सकते हैं? 00:00:31.800 --> 00:00:34.800 व्यक्तिगत रूप से , अच्छा विचार... एक तरह से शायद अनायास आया लग सकता है। 00:00:35.260 --> 00:00:37.550 शायद वह नहाते समय आपके दिमाग़ में आए 00:00:37.550 --> 00:00:39.608 या ठीक नींद में पलकें बंद होने से पहले। 00:00:40.790 --> 00:00:44.780 मगर जब हम ठहर कर समष्टि के स्तर पर नए विचार निर्माण के बारे में सोचते हैं, 00:00:44.780 --> 00:00:48.210 तब यह निश्चय ही अकस्मात नहीं होता। 00:00:48.690 --> 00:00:51.520 अधिक विचार आने के लिए कुछ मुख्य घटक हैं। 00:00:52.440 --> 00:00:56.060 विचार अनायास ही वरदान की तरह आकाश से नहीं गिरते। 00:00:56.060 --> 00:00:59.451 वे अच्छी संस्थाओं की ज़मीन में ही उगते हैं। 00:01:00.926 --> 00:01:03.970 अपनी बात समझाने के लिए मैं एक कहानी सुनाता हूँ। 00:01:03.970 --> 00:01:06.730 आपने शायद कभी फ़्लाइंग शटल का नाम नहीं सुना होगा, 00:01:06.730 --> 00:01:08.880 मगर यह औद्योगिक क्रान्ति के सबसे महत्वपूर्ण 00:01:08.880 --> 00:01:11.050 आविष्कारों में से एक थी । 00:01:11.200 --> 00:01:13.600 फ़्लाइंग शटल ने करघों को सुधारा, 00:01:13.600 --> 00:01:16.680 जिससे कपड़े जल्दी और कम कीमत में बनाना संभव हो सका, 00:01:17.170 --> 00:01:18.440 और उससे यह संभव हुआ कि 00:01:18.440 --> 00:01:21.599 दुनिया भर में लोग साफ़ नए कपड़े पहन सकें। 00:01:22.570 --> 00:01:25.670 पहली बार, फ़ैशन ऐसी चीज़ हो गई 00:01:25.670 --> 00:01:28.120 जो कि केवल बहुत अमीर लोगों के लिए नहीं थी। 00:01:28.420 --> 00:01:31.460 फ़्लाइंग शटल का आविष्कार जॉन के ने किया था। 00:01:32.930 --> 00:01:35.000 और के को अपने इस प्रयास के लिए क्या मिला? 00:01:35.360 --> 00:01:37.500 जिन बुनकरों ने यह सोचा कि के का आविष्कार 00:01:37.500 --> 00:01:39.200 उन्हें बेकार कर देगा... 00:01:39.200 --> 00:01:41.240 उन्होंने नए करघे तोड़ दिये, 00:01:41.240 --> 00:01:44.132 और के के घर को जला डाला। 00:01:45.270 --> 00:01:48.440 औद्योगिक क्रान्ति शुरू करने और विश्व को बेहतर बनाने के 00:01:48.440 --> 00:01:52.260 सबसे महत्वपूर्ण आविष्कारों में एक के निर्माण के बावजूद, 00:01:52.260 --> 00:01:55.840 के, अपनी जान बचाने के लिए फ़्रांस भाग गया, 00:01:55.840 --> 00:01:57.990 जहां वह ग़रीबी में मर गया। 00:01:57.990 --> 00:01:59.290 आपके बारे में तो नहीं जनता, 00:01:59.290 --> 00:02:01.750 मगर अगर मैंने देखा कि के के साथ क्या हुआ, 00:02:01.940 --> 00:02:04.656 मैं अपने आविष्कार करने के लिए बहुत उत्सुक नहीं होऊंगा। 00:02:05.310 --> 00:02:07.750 00:02:07.750 --> 00:02:10.430 00:02:10.430 --> 00:02:13.740 00:02:14.040 --> 00:02:16.210 00:02:16.330 --> 00:02:20.500 00:02:21.050 --> 00:02:24.180 00:02:24.500 --> 00:02:27.020 00:02:27.020 --> 00:02:29.740 00:02:29.950 --> 00:02:32.436 00:02:33.350 --> 00:02:36.570 00:02:36.570 --> 00:02:41.090 00:02:41.090 --> 00:02:43.770 00:02:43.770 --> 00:02:45.670 00:02:45.670 --> 00:02:47.960 00:02:47.960 --> 00:02:50.800 00:02:51.410 --> 00:02:54.640 00:02:54.640 --> 00:02:57.470 00:02:57.470 --> 00:03:00.660 00:03:00.890 --> 00:03:02.920 00:03:03.120 --> 00:03:05.760 00:03:05.760 --> 00:03:08.420 00:03:09.060 --> 00:03:11.800 00:03:11.800 --> 00:03:14.990 00:03:15.330 --> 00:03:17.480 00:03:17.480 --> 00:03:19.500 00:03:19.500 --> 00:03:21.810 00:03:21.810 --> 00:03:23.860 00:03:24.170 --> 00:03:27.170 00:03:27.170 --> 00:03:31.390 00:03:31.390 --> 00:03:33.566 00:03:34.670 --> 00:03:35.769 00:03:35.769 --> 00:03:38.380 00:03:38.380 --> 00:03:41.722 00:03:42.510 --> 00:03:44.340 00:03:44.340 --> 00:03:47.540 00:03:48.250 --> 00:03:52.180 00:03:54.430 --> 00:03:56.066 00:03:56.066 --> 00:03:58.036 00:03:58.036 --> 00:03:59.805 00:03:59.805 --> 00:04:02.104 00:04:04.945 --> 00:04:07.543 00:04:07.543 --> 00:04:10.513