WEBVTT 00:00:00.000 --> 00:00:01.874 (चिड़ियाँ चहक रही हैं) 00:00:01.874 --> 00:00:06.307 (शेर गुर्रा रहा है) 00:00:06.992 --> 00:00:10.043 (चिड़ियाँ चहक रही हैं) 00:00:10.043 --> 00:00:11.367 ♪ (गिटार संगीत) ♪ 00:00:11.367 --> 00:00:14.574 पुनर्वनीकरण का अर्थ है प्राकृतिक दुनिया के विनाश को उलटना 00:00:15.399 --> 00:00:18.718 और पारिस्थितिक तंत्र की बड़े पैमाने पर बहाली का प्रयास। 00:00:18.718 --> 00:00:20.298 (बुलडोज़र के गुज़रने की आवाज़) 00:00:20.298 --> 00:00:21.328 (चिड़ियाँ चहक रही हैं) 00:00:21.328 --> 00:00:26.092 ♪ (गिटार संगीत) ♪ 00:00:26.092 --> 00:00:29.161 ऐसा क्यों है कि पेड़ इतने अद्भुत ढंग से लचीले होते हैं 00:00:29.161 --> 00:00:32.116 कि आप उन्हें तोड़ सकते हैं, मरोड़ सकते हैं और उन्हें चीर सकते हैं 00:00:32.116 --> 00:00:34.115 मगर वे उछलते कूदते वापस आ जाते हैं। 00:00:35.115 --> 00:00:37.181 और ऐसा क्यों कि कैनोपी की छाया में उगने वाले 00:00:37.181 --> 00:00:39.543 बॉक्स, हॉली और यू जैसे पेड़ अधिक मजबूत होते हैं 00:00:39.543 --> 00:00:43.348 जंगल की कैनोपी वाले ओक, बीच तथा ऐश जैसे पेड़ों से? 00:00:43.348 --> 00:00:44.674 ♪ (गिटार संगीत) ♪ 00:00:44.674 --> 00:00:47.461 मुझे लगता है कि एक ही जवाब दोनों पर लागू होता है 00:00:47.461 --> 00:00:49.677 और वह है हाथी। 00:00:49.677 --> 00:00:53.739 क्या यह पागलपन लगता है? बेशक लगता होगा मगर चारों ओर हाथी ही हाथी हैं। 00:00:53.739 --> 00:00:55.066 ♪ (गिटार संगीत) ♪ 00:00:55.066 --> 00:00:58.943 विशाल, सीधे दांतों वाले हाथी हमारे पारिस्थितिक तंत्र पर हावी थे, 00:00:58.943 --> 00:01:01.760 और अगर पेड़ उनका सामना नहीं कर पाते, तब वे मिट जाएँगे। 00:01:01.760 --> 00:01:04.258 ♪ (गिटार संगीत) ♪ 00:01:04.258 --> 00:01:06.594 और बर्फ़ द्वारा हाथियों को ब्रिटेन से भगाया गया था 00:01:06.594 --> 00:01:08.465 दक्षिणी यूरोप में, 00:01:09.279 --> 00:01:12.575 औए वे लगभग चालीस हज़ार साल तक वहाँ बने रहे। 00:01:12.575 --> 00:01:14.377 और वही गेंडों और हिप्पो के साथ हुआ। 00:01:14.377 --> 00:01:16.400 शेर और लकड़बग्घे कहीं अधिक समय तक बने रहे। 00:01:17.228 --> 00:01:19.888 मगर वे सभी कालांतर में मानव शिकारियों द्वारा मिटाये गए। 00:01:19.888 --> 00:01:26.158 ♪ (गिटार संगीत) ♪ 00:01:26.158 --> 00:01:31.440 हम एक ऐसी छायाभूमि में रहते हैं, जो उसका एक धुंधला शिथिल अवशेष है जो वह पहले थी। 00:01:32.295 --> 00:01:33.307 (भेड़ों का मिमियाना) 00:01:33.307 --> 00:01:36.728 और पुनर्वनीकरण हमें एक शानदार अवसर देता है 00:01:36.728 --> 00:01:41.425 प्रणालियों का पुनर्स्थापन शुरू करने का या उनको स्वयं पुनर्स्थापित करने देने का। 00:01:43.479 --> 00:01:47.664 मैं उसे देखता हूँ खोये हुये पौधों और पशुओं को वापस छोड़ने 00:01:47.664 --> 00:01:50.495 और फिर पीछे हट कर प्रकृति को उनके साथ बढ़ते देखने के रूप में। 00:01:50.495 --> 00:01:56.478 ♪ (गिटार संगीत) ♪ 00:01:57.010 --> 00:02:00.101 हमारे अनुमान के अनुसार 2000 और 2030 के बीच 00:02:00.741 --> 00:02:04.364 लगभग 30 मिलियन हेक्टेयर ज़मीन किसानों द्वारा खाली की जाएगी 00:02:04.364 --> 00:02:05.714 ♪ (गिटार संगीत) ♪ 00:02:05.714 --> 00:02:07.745 और वह पोलैंड के आकार का क्षेत्र है। 00:02:07.745 --> 00:02:09.435 ♪ (गिटार संगीत) ♪ 00:02:09.435 --> 00:02:11.968 तो शायद, हम कुछ कम अभिलाषी हो रहे हैं 00:02:11.968 --> 00:02:14.688 अगर हम केवल लोमड़ियों, वनबिलावों और बाइसन्स तथा सूअरों, 00:02:14.688 --> 00:02:17.958 बीवर्स की बात कर रहे हैं, जो पहले ही तेज़ी से यूरोप में फैल रहे हैं। 00:02:17.958 --> 00:02:19.084 (जानवरों की आवाज़ें) 00:02:19.084 --> 00:02:21.603 शायद हमें कुछ खोये हुये विशाल पशुओं को भी 00:02:21.603 --> 00:02:23.039 वापस लाने का सोचना चाहिए। 00:02:23.749 --> 00:02:25.180 मुझे लगता है पुनर्वनीकरण हमें 00:02:25.180 --> 00:02:27.990 पारिस्थितिक तंत्र की बहाली मात्र से अधिक कुछ ऑफर करता है। 00:02:28.864 --> 00:02:31.887 यह हमारे जीवन में वापस लाता है बहुत सारा रोमांच और आश्चर्य 00:02:31.887 --> 00:02:33.696 और आकर्षण। 00:02:33.696 --> 00:02:37.968 और क्या यह अद्भुत नहीं होगा यदि सभी के निकट एक सेरेंगेटी हो। 00:02:37.968 --> 00:02:39.471 ♪ (गिटार संगीत) ♪ 00:02:39.471 --> 00:02:41.228 पारिस्थितिक तंत्र का पुनर्वनीकरण 00:02:41.228 --> 00:02:44.127 हमें अपने जीवन के पुनर्वनीकरण का भी एक अवसर ऑफर करता है।