[ब्रायन जेनिस्निक] मैं तैयार हूं कैमरा आप तैयार हो ? मेरा मतलब आप चाहें जो भी मैं सूनी कॉलेज में पढ़ा रहा था न्‍यूयार्क श‍हर के ठीक बाहर और एक विद्यार्थी जो कभी नहीं आता था कोई बड़ी बात नहीं और वह मेरी दोपहर की कक्षा में आया और बोला मैं इस फॉर्म पर आपसे हस्‍ताक्षर करवाना चाहता हूँ इस बात के लिए क‍ि आप मुझे कक्षा छोड़ने की अनुमति दे रहे हैं और मैंने कहा हां तुम पूरे सत्र यहां नहीं आए मैं अंतिम दिन तुम्‍हें निकाल नहीं सकता तुम मेरी कक्षा में अनुत्‍तीर्ण हो गये हो और वह बोला फॉर्म पर हस्‍ताक्षर करो मैंने उसे कहा यह तुम्‍हारी कक्षा भी नहीं है मैं पढ़ा रहा हूँ तो वहां बीस विद्यार्थी यह देख रहे थे तब व‍ह मेरे मुंह के और पास आ गया तो किसी क्षण मुझे उठना पड़ा उसने अपने सीने से मुझे मारा और मुझे दीवार पर पटक दिया और बोला इस कमबख्‍त फॉर्म पर हस्‍ताक्षर करो तो उसने ऐसा किया और मेरी मेज का सारा सामान ग‍िरा दिया और बोला तुम वास्‍तविक अध्‍यापक नहीं हो तुम एक कला अध्‍यापक हो तुम सब खि‍झाते हो कला खि‍झाती है मैंने उसे अनुत्‍तीर्ण कर दिया मैंने विद्यार्थी को अनुत्‍तीर्ण कर दिया मैं सोचता हूं कि यह शायद यह कोई कल्‍पना थी न्‍यूयॉर्क में कलाकार होना कुछ हद तक मैं महसूस करता हूं क‍ि मैं उस कल्‍पना को जी रहा हूं मैं प्रतिदिन कार्य करता हूं अद्भुत लोगों ,अद्भुत संस्‍थानों के साथ काम करता हूं पर दूसरी ओर अभ्‍यास होने और न्‍यूयॉर्क में होने की वास्‍तविकता सदैव लोगों की अपेक्षा को पूरा नहीं करती यह वास्‍तव में कलाकार पर निर्भर करता है कि वह काम करे और उस काम का खर्च भी उठाये आप कलाकार बनने के लिए सब कुछ दे डालते हो और आप आर्थिक रूप से निश्‍चिंत हो जाते हो मैं ऐसी परियोजनाएं करता हूं जहां मैं हजारों चीजें एकत्रित करता हूं मैं उन्‍हें व्‍यवस्थित करता हूं और उनकी तस्‍वीरें लेता हूं उन्‍हे सरकाता हूं अधि‍ष्‍ठापन बनाता हूं मुझे जीववाद का यह विचार पसंद है कि एक निर्जीव वस्‍तु में एक आत्‍मा या व्‍यक्तित्‍व है मैं सोचता हूं क‍ि मैं इन वस्‍तुओं को प्राप्‍त करने में रहस्‍य और साहसिक कारनामे की ओर सचमुच आ‍कर्षित हो गया था कला जगत में यह बहुत आसान है कि आपको लगता है क‍ि आपसे काम हो गया और वास्‍तव में आपने काम किया ही नहीं मेरा मतलब आपको संस्‍थान से बहुत सहयोग मिलता है पर उससे बहुत कम आर्थिक लाभ होता है मुझे याद है मेरा एक प्रदर्शन था वीथिका के साथ और मैंने विशाल अधि‍ष्‍ठापन बनाया मैंने मूर्तियां बनाना प्रारंभ किया ऊँचे स्‍तंभ, जिनमें वस्‍तुएं जड़ी गयी थी यदि मैं उनको बेचता तो मैं बस उन्‍हें एक ओर कर देता और जिसे भी चाहिए उसे भेज देता मुझे धनादेश दो और तुम ये स्‍तंभ ले जा सकते हो मैंने उन्‍हें बनाना प्रारंभ किया संविरचना दल मुझसे आकर मिला और बोला हमें एक समस्‍या है मैंने पूछा क्‍या वे बोले हमें डर है क‍ि आपका स्‍तंभ गिर जावेगा और किसी को मार डालेगा तो मैंने पूछा ठीक है इसका क्‍या हल है वे बोले हम स्‍तंभ का न‍िचला हिस्‍सा कंक्रीट की जमीन से पेंच से जोड़ देंगे