[Script Info] Title: [Events] Format: Layer, Start, End, Style, Name, MarginL, MarginR, MarginV, Effect, Text Dialogue: 0,0:00:08.04,0:00:12.72,Default,,0000,0000,0000,,1990 में, इटली की सरकार ने\Nउच्च इंजीनियरों को Dialogue: 0,0:00:12.72,0:00:16.72,Default,,0000,0000,0000,,पीसा की विख्यात झुकती मीनार को\Nस्थिर करने का काम सौंपा। Dialogue: 0,0:00:16.72,0:00:20.79,Default,,0000,0000,0000,,अपने 800 वर्ष के इतिहास में इस मीनार को\Nठीक करने की कई कोशिशें की जा चुकी थीं, Dialogue: 0,0:00:20.79,0:00:25.92,Default,,0000,0000,0000,,परन्तु इस दल के कम्प्यूटर नमूनों ने\Nस्थिति की तात्कालिकता का खुलासा किया। Dialogue: 0,0:00:25.92,0:00:28.04,Default,,0000,0000,0000,,इन्होंने अनुमान लगाया कि अगर मीनार Dialogue: 0,0:00:28.04,0:00:31.59,Default,,0000,0000,0000,,5.44 डिग्री के कोण पर पहुँच गई,\Nतो वह गिर पड़ेगी, Dialogue: 0,0:00:31.59,0:00:35.13,Default,,0000,0000,0000,,और वह अभी 5.5 डिग्री के कोण पर\Nझुकी हुई थी। Dialogue: 0,0:00:35.13,0:00:38.49,Default,,0000,0000,0000,,कोई नहीं जानता था\Nकि मीनार आखिर अभी तक खड़ी कैसे थी Dialogue: 0,0:00:38.49,0:00:39.86,Default,,0000,0000,0000,,परन्तु संकट साफ़ था: Dialogue: 0,0:00:39.86,0:00:43.99,Default,,0000,0000,0000,,उनको उस समस्या को सुलझाना था\Nजिसने सदियों से इंजीनियरों को उलझा रखा था Dialogue: 0,0:00:43.99,0:00:46.46,Default,,0000,0000,0000,,और वह भी जल्द से जल्द। Dialogue: 0,0:00:46.46,0:00:48.10,Default,,0000,0000,0000,,उनकी स्थिति को समझने के लिए Dialogue: 0,0:00:48.10,0:00:51.83,Default,,0000,0000,0000,,यह समझना ज़रूरी है कि यह मीनार\Nअसल में झुकनी आरम्भ कैसे हुई। Dialogue: 0,0:00:51.83,0:00:55.81,Default,,0000,0000,0000,,12वीं सदी में,\Nपीसा के धनी समुद्री गणराज्य ने Dialogue: 0,0:00:55.81,0:00:58.13,Default,,0000,0000,0000,,अपने गिरजाघर के चौक को Dialogue: 0,0:00:58.13,0:01:00.66,Default,,0000,0000,0000,,एक शानदार सीमाचिह्न में बदलने का\Nकार्य आरम्भ किया। Dialogue: 0,0:01:00.66,0:01:04.14,Default,,0000,0000,0000,,कर्मीदल ने मौजूदा गिरिजाघर को\Nसंवारा और बड़ा किया, Dialogue: 0,0:01:04.14,0:01:08.10,Default,,0000,0000,0000,,और चौक में एक विशाल गुम्बददार\Nप्रथम जल-संस्कार की जगह भी बनाई। Dialogue: 0,0:01:08.10,0:01:15.28,Default,,0000,0000,0000,,1173 में, एक मुक्त खड़े घण्टा-घर का\Nनिर्माण कार्य आरम्भ हुआ। Dialogue: 0,0:01:15.28,0:01:19.26,Default,,0000,0000,0000,,उस समय के इंजीनियर और वास्तुकार\Nअपनी कला में माहिर थे। Dialogue: 0,0:01:19.26,0:01:21.42,Default,,0000,0000,0000,,परन्तु इतनी इंजीनियरिंग की जानकारी\Nहोते हुए भी Dialogue: 0,0:01:21.42,0:01:25.34,Default,,0000,0000,0000,,वह उस भूमि के बारे में बहुत कम जानते थे\Nजिस पर वह खड़े थे। Dialogue: 0,0:01:25.34,0:01:29.23,Default,,0000,0000,0000,,पीसा का नाम "दलदली भूमि" के लिए\Nप्रयोग किए जाने एक ग्रीक शब्द से बना है, Dialogue: 0,0:01:29.23,0:01:31.59,Default,,0000,0000,0000,,जो उस शहर की सतह के नीचे की चिकनी मिट्टी, Dialogue: 0,0:01:31.59,0:01:35.34,Default,,0000,0000,0000,,कीचड़, और गीली रेत का\Nपूरी तरह से वर्णन करता है। Dialogue: 0,0:01:35.34,0:01:40.04,Default,,0000,0000,0000,,प्राचीन रोम के लोग समान परिस्थितियों को\Nविशालकाय पत्थरों के स्तम्भों से Dialogue: 0,0:01:40.04,0:01:41.47,Default,,0000,0000,0000,,प्रभावहीन करते थे Dialogue: 0,0:01:41.47,0:01:44.16,Default,,0000,0000,0000,,जो धरती के स्थाई आधार पर टिके होते थे। Dialogue: 0,0:01:44.16,0:01:49.48,Default,,0000,0000,0000,,परन्तु मीनार के वास्तुकारों का मानना था\Nकि एक तीन मीटर की नींव Dialogue: 0,0:01:49.48,0:01:52.00,Default,,0000,0000,0000,,उनकी अपेक्षाकृत छोटी संरचना के लिए\Nपर्याप्त रहेगी। Dialogue: 0,0:01:52.00,0:01:55.45,Default,,0000,0000,0000,,उनके दुर्भाग्य से,\Nअभी पाँच वर्ष भी पूरे नहीं हुए थे, Dialogue: 0,0:01:55.45,0:01:59.45,Default,,0000,0000,0000,,और मीनार का दक्षिणी किनारा\Nधरती के अंदर धँस भी चुका था। Dialogue: 0,0:01:59.45,0:02:03.67,Default,,0000,0000,0000,,ऐसी खिसकती हुई नींव\Nआम तौर पर एक घातक दोष होता। Dialogue: 0,0:02:03.67,0:02:05.44,Default,,0000,0000,0000,,अगर कर्मीदल और भार बढ़ाते, Dialogue: 0,0:02:05.44,0:02:08.69,Default,,0000,0000,0000,,तो ऊपरी मंज़िलों का दबाव संरचना को\Nऔर नीचे धँसा देता Dialogue: 0,0:02:08.69,0:02:11.22,Default,,0000,0000,0000,,टेढ़े झुकाव को घातक रूप से बढ़ा देता। Dialogue: 0,0:02:11.22,0:02:15.33,Default,,0000,0000,0000,,पर जैसे-जैसे पीसा एक लम्बे समय के लिए\Nयुद्ध में उतरता चला गया Dialogue: 0,0:02:15.33,0:02:18.95,Default,,0000,0000,0000,,निर्माणकार्य चौथी मंज़िल पर ही\Nलगभग एक सदी के लिए रुक गया। Dialogue: 0,0:02:18.95,0:02:22.11,Default,,0000,0000,0000,,इस लम्बे विराम से मिट्टी में ठहराव आ गया, Dialogue: 0,0:02:22.11,0:02:25.57,Default,,0000,0000,0000,,और जब 1272 में\Nनिर्माणकार्य फिर से आरम्भ हुआ, Dialogue: 0,0:02:25.57,0:02:29.16,Default,,0000,0000,0000,,तब तक नींव थोड़े और अधिक\Nस्थायी आधार पर टिकी थी। Dialogue: 0,0:02:29.16,0:02:32.71,Default,,0000,0000,0000,,वास्तुकार जियोवन्नी दी सिमोन के\Nनेतृत्व में Dialogue: 0,0:02:32.71,0:02:35.69,Default,,0000,0000,0000,,कर्मीदल ने मीनार के\Nज़रा से झुकाव की प्रतिपूर्ति Dialogue: 0,0:02:35.69,0:02:40.21,Default,,0000,0000,0000,,दक्षिणी हिस्से की अगली कुछ मंज़िलों को\Nऊँचा बनाकर की। Dialogue: 0,0:02:40.21,0:02:44.80,Default,,0000,0000,0000,,पर अतिरिक्त पत्थरों के भार से\Nवह हिस्सा और भी गहरा धँस गया। Dialogue: 0,0:02:44.80,0:02:48.14,Default,,0000,0000,0000,,जब तक उन्होंने सातवीं मंज़िल\Nऔर घण्टे के कक्ष को पूरा किया, Dialogue: 0,0:02:48.14,0:02:52.26,Default,,0000,0000,0000,,तब तक झुकाव\N1.6 डिग्री के कोण पर आ चुका था। Dialogue: 0,0:02:52.26,0:02:56.78,Default,,0000,0000,0000,,सदियों तक, इंजीनियरों ने अनेक रणनीतियों से\Nझुकाव को ठीक करने का प्रयास किया। Dialogue: 0,0:02:56.78,0:03:00.15,Default,,0000,0000,0000,,1838 में, उन्होंने धंसी हुई\Nनींव की जांच करने के लिए Dialogue: 0,0:03:00.15,0:03:01.99,Default,,0000,0000,0000,,आधार के चारों ओर\Nएक रास्ते की खुदाई की। Dialogue: 0,0:03:01.99,0:03:06.05,Default,,0000,0000,0000,,पर सहारा देने वाली रेत को हटाने से\Nझुकाव और भी बदतर हो गया। Dialogue: 0,0:03:06.05,0:03:09.65,Default,,0000,0000,0000,,1935 में, इटालियन कॉर्प्स ऑफ़ इंजीनियर्स ने Dialogue: 0,0:03:09.65,0:03:12.52,Default,,0000,0000,0000,,नींव को प्रबल बनाने के लिए\Nगारे का भराव किया। Dialogue: 0,0:03:12.52,0:03:16.50,Default,,0000,0000,0000,,परन्तु गारा नींव में बराबर फैला नहीं, Dialogue: 0,0:03:16.50,0:03:19.61,Default,,0000,0000,0000,,जिससे अचानक एक और झुकाव आ गया। Dialogue: 0,0:03:19.61,0:03:23.61,Default,,0000,0000,0000,,इन सारे असफल प्रयासों ने,\Nलगातार झुकती नींव के साथ मिल कर Dialogue: 0,0:03:23.61,0:03:26.70,Default,,0000,0000,0000,,मीनार को गिर पड़ने के कगार के\Nऔर पास ला खड़ा किया। Dialogue: 0,0:03:26.70,0:03:29.85,Default,,0000,0000,0000,,और मिट्टी की बनावट की\Nस्पष्ट जानकारी के अभाव में Dialogue: 0,0:03:29.85,0:03:33.36,Default,,0000,0000,0000,,इंजीनियर न तो मीनार जिस पर गिर पड़ेगी,\Nवह कोण निर्धारित कर पाए, Dialogue: 0,0:03:33.36,0:03:36.53,Default,,0000,0000,0000,,नही उसको गिरने से बचाने का तरीका ख़ोज पाए। Dialogue: 0,0:03:36.53,0:03:38.80,Default,,0000,0000,0000,,दूसरे विश्व युद्ध के बाद के कुछ वर्षों में Dialogue: 0,0:03:38.80,0:03:42.90,Default,,0000,0000,0000,,शोधकर्ताओं ने उन अज्ञात परिवर्तनियों को\Nपहचानने के परिक्षण विकसित कर लिए। Dialogue: 0,0:03:42.90,0:03:44.59,Default,,0000,0000,0000,,और 1970 के दशक में, Dialogue: 0,0:03:44.59,0:03:48.92,Default,,0000,0000,0000,,इंजीनियरों ने टेढ़ी मीनार के\Nगुरुत्वाकर्षण के केन्द्र की गणना कर ली। Dialogue: 0,0:03:48.92,0:03:51.72,Default,,0000,0000,0000,,इस जानकारी और नई कंप्यूटिंग तकनीक के साथ Dialogue: 0,0:03:51.72,0:03:56.42,Default,,0000,0000,0000,,इंजीनियर मिट्टी की कठोरता,\Nमीनार का प्रक्षेपवक्र, Dialogue: 0,0:03:56.42,0:03:58.92,Default,,0000,0000,0000,,और खुदाई की उस सटीक मात्रा का\Nनमूना बना सकते थे Dialogue: 0,0:03:58.92,0:04:01.56,Default,,0000,0000,0000,,जितनी मीनार को खड़े रखने के लिए आवश्यक थी। Dialogue: 0,0:04:01.56,0:04:05.24,Default,,0000,0000,0000,,1992 में, कर्मीदल ने विकर्ण सुरंगें खोद Dialogue: 0,0:04:05.24,0:04:10.56,Default,,0000,0000,0000,,मीनार के उत्तरी सिरे के नीचे से\N38 घन मीटर मिट्टी निकाली। Dialogue: 0,0:04:10.56,0:04:16.55,Default,,0000,0000,0000,,फ़िर, उन्होंने अस्थायी रूप से संरचना का\N600 टन सीसे के पिंडों से पतिसंतुलन कर Dialogue: 0,0:04:16.55,0:04:19.81,Default,,0000,0000,0000,,आधार पर स्टील की तारों से\Nलंगर डाल कर सहारा दिया। Dialogue: 0,0:04:19.81,0:04:22.60,Default,,0000,0000,0000,,अपने निर्माण की\Nछः सदियों से भी ज़्यादा के बाद, Dialogue: 0,0:04:22.60,0:04:27.85,Default,,0000,0000,0000,,मीनार को आख़िरकार लगभग चार डिग्री के कोण पर\Nसीधा कर लिया गया। Dialogue: 0,0:04:27.85,0:04:29.87,Default,,0000,0000,0000,,कोई नहीं चाहता था की मीनार गिर जाए, Dialogue: 0,0:04:29.87,0:04:33.99,Default,,0000,0000,0000,,पर सीमाचिन्ह की सबसे प्रसिद्ध रचना को\Nकोई खोना भी नहीं चाहता था। Dialogue: 0,0:04:33.99,0:04:38.84,Default,,0000,0000,0000,,आज यह मीनार 55 या 56 मीटर की\Nऊँचाई पर खड़ी है Dialogue: 0,0:04:38.84,0:04:42.31,Default,,0000,0000,0000,,और कम से कम 300 वर्षों तक स्थिर रहेगी Dialogue: 0,0:04:42.31,0:04:45.79,Default,,0000,0000,0000,,तृटिपूर्णता की सुंदरता के\Nस्मारक के रूप में।