श्री हसन अली बिन अली ने दिव्यांग बच्चों के लिए शाफल्लाह केंद्र के निर्माण में महारानी शेखा मोजा बिंट नासर बिन अब्दुल्ला अल-मिस के साथ मिलकर काम किया है. शाफल्लाह जेनेटिक्स मेडिकल सेंटर ऑटिज़्म जैसी बीमारियों के लिए दुनिया के अग्रणी शोध केंद्रों में से एक है. वह दिव्यांग लोगो के लिए खेलों में भी सक्रिय रूप से शामिल है जो दिव्यांग एथलीटों के लिए उद्देश्यपरक सुविधाओं को विकसित करने का मार्ग प्रशस्त करता है. दिव्यांग लोगों के अधिकारों के लिए सम्मेलन एक ऐसा सम्मेलन है जो दिव्यांगो का समर्थन करने के लिए राज्य दलों द्वारा किए जाने वाले कार्यों के कई पहलुओं का वर्णन करता है. मैं हसन अली बिन अली हूं. मैं विशेष जरूरतों वाले बच्चों के लिए शाफल्लाह सेंटर के अध्यक्ष हूं. जैसा कि आप जानते हैं, मैं एक व्यापारी हूं. मैं इस नौकरी के लिए एक स्वयंसेवक हूं. महारानी ने मुझे इसमें शामिल किया है. उन्होंने मुझे शाफल्लाह सेंटर का अध्यक्ष बनने के लिए कहा. मैंने स्वीकार किया और 12 साल बाद मैं यहाँ हूं. 'एक अरब मजबूत' महारानी शेखा मोज़ा बिंट नासर के दृष्टांतों में से एक है. यह इस मंच से नहीं आया लेकिन हमारी पिछली गोष्ठी से है. महारानी सवाल पूछ रही थी दुनिया भर में दिव्यांग बच्चों के लिए हम और क्या कर सकते हैं? मैंने सोचा कि मुझे कुछ चाहिए. मैंने कहा: प्रथम महिला आप एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती हैं. क्योंकि आप निर्णय निर्माताओं के करीब हैं और शायद आप संदेश को हमसे बेहतर दे सकती हैं. क्योंकि जब हम एक बैठक के लिए पूछते हैं तो इसमें शायद एक सप्ताह या दो सप्ताह लग जाएगा या शायद उससे भी ज्यादा. हमने सोचा कि हम रॉन मैकलेलन के साथ भी काम करते हैं यह देखने के लिए कि सम्मेलन सही तरीके से और सही प्रकार से लागू किया जा रहा है. और यही कारण है कि हमने यह आयोजन किया. कोई आया था, जिसने स्वास्थ्य पर डब्ल्यू-एच-ओ की विश्व रिपोर्ट देखा था पिछली रिपोर्ट में कहा गया है कि दुनिया भर में एक अरब से ज्यादा दिव्यांग हैं. जिनमें व्हीलचेयर पर और सभी प्रकार के दिव्यांग शामिल हैं. तो हमने कहा, "ठीक है, हम इसे एक बिलियन मजबूत क्यों नहीं कहते हैं." खैर, हम इतने सारे कार्यक्रम कर रहे हैं. हम युगांडा के लिए कार्यक्रम कर रहे हैं. हम केन्या के साथ भी कुछ कार्यक्रम करने के लिए बात कर रहे हैं. और मुझे लगता है कि वे 2 या 3 प्रस्ताव जमा कर रहे हैं जिन्हे हम देखने जा रहे हैं. हम फिलिस्तीन और जॉर्डन के शरणार्थी शिविरो में कर रहे हैं. आपके पास ये सभी कानून और सम्मेलन हैं और आप इसे किसी ऐसे व्यक्ति को देते हैं जिसके पास कुछ भी नहीं है और फिर आप उससे कहते हैं, "यह एक कानून है." वे कहते हैं, ठीक है, यह एक कानून है, लेकिन मेरे पास कुछ भी नहीं है. मेरे पास सही शिक्षा नहीं है. मेरे पास सही पुनर्वास नहीं है. मेरे पास अधिकार नहीं है, आपको पता है... तो, आप मेरे लिए क्या करने जा रहे हो? इसलिए, हमें उन लोगों के लिए जमीन पर कुछ करना है जिससे जिनके पास सुविधाएं नहीं हैं वे सुविधाएं प्राप्त कर सके और जिनके पास प्रशिक्षण नहीं है उन्हें प्रशिक्षण मिले. हमें यही करना है. हम सभी एक टीम का हिस्सा हैं, और हम आपको हमारी टीम का हिस्सा मानते हैं इसलिए हमें आपके साथ साझा करना चाहिए. हमें आपके साथ सहयोग करना चाहिए. और आपको बता रहे है कि हम क्या कर रहे हैं क्योंकि आपके पास इनपुट है जितना की हमारे पास इनपुट है. तो निश्चित रूप से, हम एक साथ सहयोग करेंगे.