WEBVTT 00:00:00.000 --> 00:00:01.000 एम आर यूनिवर्सिटी अर्थशास्त्र सीखिये, अपने विश्व को समझिए 00:00:01.000 --> 00:00:03.854 ♪ [संगीत] ♪ 00:00:05.678 --> 00:00:06.678 अर्थशास्त्र के सिद्धान्त 00:00:07.900 --> 00:00:08.900 बचत और उधार 00:00:08.503 --> 00:00:09.503 15 सितम्बर 2008, 00:00:11.328 --> 00:00:12.328 विश्व की वित्तीय प्रणाली बिलकुल हिल चुकी थी 00:00:20.320 --> 00:00:22.167 जब निवेश बैंक, लिहमन ब्रदर्स ने, 00:00:22.167 --> 00:00:24.122 दिवालिया घोधित होने के लिए अर्ज़ी डाली। 00:00:24.122 --> 00:00:27.543 प्रभाव बहुत बड़ा था, इसलिए नहीं की लिहमन ब्रदर्स बहुत बड़ी कंपनी थी, 00:00:27.543 --> 00:00:31.818 लेकिन क्योंकि ये एक बहुत मत्वपूर्ण वित्तीय मध्यस्थ था, 00:00:31.818 --> 00:00:34.871 एक संस्था जो अंतर कम करने में सहायता करती है। 00:00:34.871 --> 00:00:37.286 बचतकर्ता और उधारलेने वालों के बीच में, 00:00:37.791 --> 00:00:41.494 लिहमन ब्रदर्स की असफलता बहुत सारे घटनाओं की शुरुआत थी। 00:00:41.494 --> 00:00:44.058 जिसने बहुत बुरे आर्थिक मंदी का संकेत दिया। 00:00:44.058 --> 00:00:45.919 महामंदी के बाद से। 00:00:46.376 --> 00:00:48.310 और वहां बहुत सारे मत्वपूर्ण दृष्टिकोण थे 00:00:48.310 --> 00:00:49.738 महामंदी के, 00:00:49.738 --> 00:00:52.733 उनमें से एक घटती हुई कुशलता थी 00:00:52.733 --> 00:00:55.051 वित्तीय मधयस्थता की। 00:00:55.051 --> 00:00:57.052 अब, कुछ बाद की वीडियोज़ हम आपको इसके बारे में समझाने जा रहे हैं 00:00:57.052 --> 00:00:58.491 विस्तार से। 00:00:58.491 --> 00:01:02.324 लेकिन अभी के किये, हम शुरू करना चाहते हैं, कुछ मूलभूत अवलोकनों के साथ 00:01:02.324 --> 00:01:05.831 जैसे की वित्तीय मध्यस्थता इतनी क्यों महत्वपूर्ण है। 00:01:06.434 --> 00:01:08.360 हम शुरू करेंगे बचत की पूर्ति के साथ 00:01:08.360 --> 00:01:09.896 और उधार लेने की मांग को, 00:01:09.896 --> 00:01:12.325 और बाजार जो उन्हें पास लाते है-- 00:01:12.325 --> 00:01:14.455 बाजार के लिए उधार योग्य फण्ड। 00:01:14.455 --> 00:01:16.209 और अब हम कार्य आगे ले जायेंगे 00:01:16.209 --> 00:01:18.813 महामंदी के एक परिक्षण में। 00:01:20.603 --> 00:01:24.080 तो लोग क्यों सिर्फ उधार लेते और बचत करते है? 00:01:24.505 --> 00:01:27.709 खैर,चलिए हम कल्पना करते है, एक दुनिया बिना उधार और बचत की। 00:01:28.279 --> 00:01:32.528 बहुत से लोगों की आय ज़िन्दगी भर एक जैसी नहीं रहती है। 00:01:32.528 --> 00:01:34.667 वे अनुमानित तरीकों से बदल जाते हैं। 00:01:35.532 --> 00:01:37.173 यहाँ पर एक सामान्य स्वरुप है। 00:01:37.173 --> 00:01:39.454 व्यक्ति की आय दिखा रहा है उनके ज़िन्दगी में, 00:01:39.454 --> 00:01:41.491 उनके आय के साथ लंबवत धुरी पर 00:01:41.491 --> 00:01:43.795 और समय क्षैतिज धुरी पर। 00:01:44.485 --> 00:01:46.371 जब आप युवा थे और स्कूल में ही थे, 00:01:46.371 --> 00:01:48.175 आप शायद कुछ पैसे कमाते सकते हो, 00:01:48.175 --> 00:01:51.384 मेज की इंतजारी में या कभी कभी लॉन की कटाई करना। 00:01:51.384 --> 00:01:54.118 आपकी पहली नौकरी स्कूल के बाद-- यह आपको अधिक भुगतान करने जा रहा है, 00:01:54.118 --> 00:01:56.126 कुछ सालों के अनुभव बाद 00:01:56.126 --> 00:01:58.386 और कुछ और बढ़ौतरी की आशा इसके साथ, 00:01:58.386 --> 00:02:00.397 आप ज़्यादा कमाते हो पहले की तुलना में। 00:02:00.641 --> 00:02:03.309 फिर, जैसे जैसे आपकी उम्र होती है, आप रिटायरमेंट के बारे में सोचने लगते हैं, 00:02:03.309 --> 00:02:04.841 जब आपकी आय घटती है। 00:02:04.841 --> 00:02:06.194 लेकिन आप काम नहीं कर रहे हैं। 00:02:06.194 --> 00:02:08.918 और आप अपने सुनहरे सालों का आनंद ले सकते हैं। 00:02:10.124 --> 00:02:12.602 [एस्टेले "Seinfield" टीवी सीरियल से] "हम फ्लोरिडा जा रहे है!" 00:02:12.602 --> 00:02:15.858 [जॉर्ज] "क्या? तुम फ्लोरिडा जा रहे हो? 00:02:15.858 --> 00:02:19.724 बहुत अच्छा है! मैं बहुत खुश हूँ! 00:02:20.423 --> 00:02:22.589 तुम्हारे लिए! मैं बहुत खुश हूँ !" 00:02:23.506 --> 00:02:24.941 [अलेक्स] अब, सोचो 00:02:24.941 --> 00:02:29.699 अगर तुम्हारा उपभोग तुम्हारे आय के समान चल रहा हो 00:02:29.699 --> 00:02:31.867 और तुम्हे कभी न बचत की और न ही उधार लिया। 00:02:32.165 --> 00:02:34.099 आप संघर्ष करते हो जब युवा होते हो, 00:02:34.099 --> 00:02:37.227 और आप एक पढाई में निवेश करने के योग्य भी नहीं होते। 00:02:37.724 --> 00:02:39.490 फिर, आप खर्च कर देते हो प्रत्येक पैसा जितना आप कमाते हो, 00:02:39.490 --> 00:02:41.791 अपने प्रमुख कामकाजी वर्षों में। 00:02:41.791 --> 00:02:43.849 हलाकि, यह मज़े की तरह लग रहा है। 00:02:43.849 --> 00:02:46.900 लेकिन बचत के बिना, आपकी आय अचानक गिर जाएगी। 00:02:46.900 --> 00:02:50.175 जब आप सेवानिवृत्त हो जाते है, और आपका खपत भी होगा। 00:02:50.685 --> 00:02:52.729 आपके स्वर्णिम वर्ष, इतना स्वर्णिम नहीं होगा। 00:02:52.729 --> 00:02:54.195 [डौग "किंग ऑफ़ क्वींस " टीवी सीरियल] अगर आप होशियार हो, 00:02:54.195 --> 00:02:55.545 आप क्यों उन्हें बता नहीं देते कि आप मेरे बेसमेंट में रहते हो? 00:02:55.545 --> 00:02:57.505 [आर्थर] आप उन्हें बता क्यों नहीं देते कि आप बहुत भारी हो? 00:02:57.982 --> 00:03:01.758 [डौग ] आप उन्हें बता क्यों नहीं देते कि आपका पिछले साल कुल वेतन $12 था? 00:03:01.758 --> 00:03:03.349 [आर्थर] वो तो करों को देते के बाद था। 00:03:04.540 --> 00:03:07.083 [अलेक्स] बजाय इसके लोग पालन करते है 00:03:07.083 --> 00:03:09.321 बचत का एक जीवन-चक्र सिद्धांत। 00:03:09.820 --> 00:03:14.600 एक व्यक्ति उपभोग करना शुरू कर सकता है उससे ज़्यादा जितना वह बनती है, 00:03:14.984 --> 00:03:17.290 उधार उस अंतर को भरने के लिए-- 00:03:17.290 --> 00:03:19.545 और एक शिक्षा जैसे वस्तुओं पर खर्च करना। 00:03:20.195 --> 00:03:22.360 फिर, उसके मुख्य कामकाजी वर्षों के दौरान 00:03:22.360 --> 00:03:26.810 वह जितना बनाती है, उससे ज़्यादा उपभोग करती है, उसे अपना ऋण को चुकाना है 00:03:26.810 --> 00:03:30.238 और अतिरिक्त आय बचाना है। अपने रिटायरमेंट के लिए, 00:03:30.238 --> 00:03:34.480 और जब रिटायरमेंट आये, वह उन बचत को खर्च कर सके 00:03:34.480 --> 00:03:38.131 और अपने सुनहरे दिनों का आनंद बिना काम किये उठा सके। 00:03:38.656 --> 00:03:41.824 अब निश्चितरूप से, बहुत से लोग अपने सही रस्ते से विचलित हो जाते है। 00:03:41.824 --> 00:03:43.516 विवरण के आधार पर। 00:03:43.516 --> 00:03:46.644 बहुत से लोग, उदाहरण के लिए-- वे कॉलेज में कम उपभोग करते हैं 00:03:46.644 --> 00:03:48.501 00:03:48.855 --> 00:03:52.442 00:03:53.030 --> 00:03:56.712 00:03:56.712 --> 00:04:00.777 00:04:00.777 --> 00:04:04.702 00:04:05.301 --> 00:04:08.543 00:04:08.543 --> 00:04:10.259 00:04:10.259 --> 00:04:13.853 00:04:13.853 --> 00:04:17.947 00:04:17.947 --> 00:04:21.203 00:04:21.203 --> 00:04:23.646 00:04:23.646 --> 00:04:25.688 00:04:25.688 --> 00:04:28.197 00:04:28.197 --> 00:04:32.224 00:04:32.224 --> 00:04:34.704 00:04:34.704 --> 00:04:38.065 00:04:38.662 --> 00:04:40.767 00:04:40.767 --> 00:04:45.200 00:04:45.200 --> 00:04:46.803 00:04:47.168 --> 00:04:51.849 00:04:51.849 --> 00:04:55.091 00:04:55.091 --> 00:04:56.690 00:04:56.690 --> 00:04:58.736 00:04:58.736 --> 00:05:02.036 00:05:02.036 --> 00:05:03.956 00:05:04.347 --> 00:05:08.809 00:05:08.809 --> 00:05:11.793 00:05:11.793 --> 00:05:14.869 00:05:15.286 --> 00:05:19.344 00:05:19.695 --> 00:05:22.589 00:05:22.589 --> 00:05:24.706 00:05:25.114 --> 00:05:30.298 00:05:30.298 --> 00:05:32.591 00:05:32.591 --> 00:05:35.885 00:05:35.885 --> 00:05:38.755 00:05:39.487 --> 00:05:40.788 00:05:40.788 --> 00:05:42.532 00:05:42.532 --> 00:05:45.116 00:05:45.116 --> 00:05:47.418 00:05:47.418 --> 00:05:49.432 00:05:49.432 --> 00:05:51.156 00:05:51.156 --> 00:05:55.757 00:05:56.562 --> 00:05:59.253 00:05:59.632 --> 00:06:01.522 00:06:02.206 --> 00:06:05.732 00:06:06.094 --> 00:06:07.670 00:06:07.670 --> 00:06:11.148 00:06:11.148 --> 00:06:14.058 00:06:14.501 --> 00:06:17.716 00:06:17.716 --> 00:06:19.475 00:06:19.475 --> 00:06:23.252 00:06:23.834 --> 00:06:26.288 00:06:26.288 --> 00:06:28.857 00:06:29.878 --> 00:06:32.188 00:06:32.188 --> 00:06:34.624 00:06:34.624 --> 00:06:38.373 00:06:38.373 --> 00:06:41.752 00:06:41.752 --> 00:06:45.116 00:06:45.116 --> 00:06:47.597 00:06:47.955 --> 00:06:51.144 00:06:51.144 --> 00:06:53.963 00:06:53.963 --> 00:06:56.602 00:06:56.602 --> 00:06:58.941 00:06:59.775 --> 00:07:03.585 00:07:03.585 --> 00:07:05.963 00:07:05.963 --> 00:07:08.606 00:07:08.606 --> 00:07:11.394 00:07:11.931 --> 00:07:14.670 00:07:14.670 --> 00:07:18.837 00:07:18.837 --> 00:07:20.509 00:07:20.509 --> 00:07:23.287 00:07:23.287 --> 00:07:25.417 00:07:25.417 --> 00:07:27.669 00:07:27.669 --> 00:07:30.336 00:07:30.336 --> 00:07:33.519 00:07:33.519 --> 00:07:37.441 00:07:37.441 --> 00:07:41.037 00:07:41.037 --> 00:07:43.103 00:07:43.103 --> 00:07:46.364 00:07:46.364 --> 00:07:48.003 00:07:48.003 --> 00:07:50.883 00:07:50.883 --> 00:07:53.822 00:07:55.672 --> 00:07:57.235 00:07:57.235 --> 00:07:59.188 00:07:59.188 --> 00:08:00.976 00:08:00.976 --> 00:08:03.049 00:08:06.232 --> 00:08:08.758 00:08:08.758 --> 00:08:11.628 00:08:11.840 --> 00:08:14.644