0:00:21.630,0:00:25.609
क्या आपके पास यह है ? बेशक नहि होगा |
क्युं की यह तो पाँच साल पुराना है |
0:00:25.609,0:00:30.460
अब तो सब के पास यह वाला मॉडल है |
क्या आप अंदाझा भी लगा सकते है कि सिर्फ़ एक म्यूजिक प्लेयर
0:00:30.460,0:00:33.360
को एक फ़ोन/कंप्यूटर/जी.पी.एस/रिमोट कंट्रोल बनाने में
0:00:33.360,0:00:37.030
कितने प्रयत्न लगे होंगे, वोह भी सिर्फ़ पाँच सालों में ?
0:00:37.030,0:00:41.260
वाकई मे !
जो हजारों लोगो ने इसे बनाया
0:00:41.260,0:00:41.960
उन्हे हजारों मुश्किलों का सामना करना पडा,
0:00:41.960,0:00:45.149
जब कि पाँच साल पहले वह
बिल्कुल भी संभव नहीं था |
0:00:45.149,0:00:49.059
लोग यह कर पाते है जब उन्हें कोइ समस्या का
समाधान ढूँढने के लिए प्रेरणा दी जाती है |
0:00:49.059,0:00:53.129
पर हम जिसे सुलझा रहे है वह
दरअसल हमारी ऐसी समस्याए नहि है,
0:00:53.129,0:00:53.870
जिसके सुलझाव की हमे सख्त झरुरत है |
0:00:53.870,0:00:56.920
हम नयी, सस्ती और तेजतर्रार चीजों पे
0:00:56.920,0:01:00.239
इतना ध्यान देने लगे है कि वास्तव में उसे
0:01:00.239,0:01:00.870
सुरक्षित, स्वस्थ और न्यायिक बनाना तो भूल ही गए है |
0:01:00.870,0:01:05.600
ऐसा लगता है कि हम और भी बेहतर कर रहे है
पर बिलकुल ग़लत तरीके से
0:01:05.600,0:01:08.900
और कई मायनों में,
यह प्रणाली एक खेल की तरह है -
0:01:08.900,0:01:12.570
बहुत ही भारी किंमत की बाझी वाला खेल |
एक खेल की तरह,
0:01:12.570,0:01:17.170
हमारी अर्थव्यवस्था ऐसे गठित कि गयी है कि सब लोग
कुछ चुनिन्दा नियमों के साथ इसे खेले |
0:01:17.170,0:01:21.460
और एक खेल की तरह ही, हमे सुचित किया जाता है
की हमारा लक्ष्य क्या होना चाहिए |
0:01:21.460,0:01:24.580
याद कीजिये जब पिछली बार
आपने कोई खेल खेला था,
0:01:24.580,0:01:27.729
सबसे पेहले क्या किया? बेशक़, ये जानना के जीतते कैसे हे
0:01:27.729,0:01:30.799
और खेल के वो नियम जो आप को रास्ते में
हर एक निर्णय लेने में मदद करते थे |
0:01:30.799,0:01:35.460
स्वाभाविक रूप से, लोग जो भी हल ढूँढ रहे है,
0:01:35.460,0:01:35.930
वह् खेल के लक्ष्य अनुसार है -
और लक्ष्य है, अधिकतम की कामना |
0:01:35.930,0:01:40.540
अधिक पैसा खर्च किया जा रहा है,
अधिक सड़कों का निर्माण किया जा रहा है,
0:01:40.540,0:01:41.150
अधिक चमक-दमक वाली दुकानें,
और परिणाम स्वरूप अधिक सामान !
0:01:41.150,0:01:44.890
अर्थशास्त्री इस को विकास केहते है |
0:01:44.890,0:01:48.750
तो वो पैसे जिसे हम खर्च करते है
अपना जीवन बेहतर बनाने पर
0:01:48.750,0:01:52.100
और वो पैसे जिसे हम खर्च करते है
अपना जीवन बदतर बनाने पर
0:01:52.100,0:01:55.790
और इन्हे मिला के बनता है एक बड़ा सा अँक,
उसे हम जीडीपी केहते है |
0:01:55.790,0:01:59.259
हमे कहा जाता है कि ज्यादा जीडीपी मतलब, ज्यादा विकास,
और हमारी जीत
0:01:59.259,0:02:03.420
हजारों नियम और क़ानून बनाये जाते है,
0:02:03.420,0:02:04.189
इस अँक को बढ़ाने के लिए |
0:02:04.189,0:02:08.560
लेकिन पाठशाला में ज्यादा बच्चों का होना या जेल में और
ज्यादा बच्चों का होना, इसके बीच काफी बड़ा अंतर है |
0:02:08.560,0:02:11.680
अधिक मात्रा में पवन-चक्किया
या अधिक मात्रा में कोयला आधारित ताप-विध्युतमथक |
0:02:11.680,0:02:16.050
ज्यादा से ज्यादा बेहतर रेलगाड़ियाँ
या फिर ट्राफिक जाम में पेट्रोल कि बरबादी |
0:02:16.050,0:02:20.540
(ठँडी आह) पर यह "ज्यादा" के खेल में तो सब कुछ एक समान ही है |
0:02:20.540,0:02:25.349
अब ना तो हम यह खेल बदल सकते है,
ना ही नियम, ना तो कोइ एक खिलाड़ी |
0:02:25.349,0:02:31.230
इसका लक्ष्य ही सब से बड़ी समस्या है !
और हमे समाधान चाहिए, जो उसे बदले |
0:02:31.230,0:02:34.890
क्या हो अगर हम इस को एक नए तरीके से
एक बेहतर लक्ष्य के साथ बनाये :
0:02:34.890,0:02:41.890
बेहतर शिक्षण,
0:02:44.170,0:02:49.050
बेहतर स्वास्थ्य, बेहतर चीजें, एक बेहतर मौका
जो हमारी पृथ्वी को बेहतर घर बनाए |
0:02:49.050,0:02:49.709
और हमे भी तो यही चाहिये, है ना ?
0:02:49.709,0:02:52.800
तो क्या सही मायने में जीतने का
मतलब यही नही होना चाहिए ?
0:02:52.800,0:02:56.780
पूरी अर्थव्यवस्था का लक्ष्य बदलना एक बहुत ही बड़ा काम है |
माना की हम
0:02:56.780,0:03:01.930
इसे एक साथ में तो नहि बदल सकते |
पर अगर हम ध्यान दे ऎसे उपायों पर जो इस खेल को बदल सके
0:03:01.930,0:03:05.870
तो हम शायद धीरे धीरे एक नया खेल शुरु कर सके
0:03:05.870,0:03:09.180
पर उसके लिए हमे भेद समजना पड़ेगा कि क्या होता है
0:03:09.180,0:03:09.849
खेल को बदलनेवाला उपाय या फिर उपाय जो बताये
0:03:09.849,0:03:13.940
पुराने अधिकतम वाले खेल को सिर्फ़ नए तरीके से खेलना
0:03:13.940,0:03:17.849
चलिये देखते है दो अलग-अलग समाधान,
एसी एक समस्या का जिसका आजकल हम सामना कर रहे है
0:03:17.849,0:03:22.050
हर कोइ जानता है कि प्लास्टिक के कूड़े का दुषण
एक बहोत बड़ा "खतरा" है,
0:03:22.050,0:03:22.599
हमारी पृथ्वी के लिए,
0:03:22.599,0:03:24.770
खास कर के महासागरों के लिए |
0:03:24.770,0:03:28.670
और यहाँ हमारे पास लोगो के दो समूह है,
0:03:28.670,0:03:29.690
प्लास्टिक की समस्या के बहोत ही अलग-अलग समाधान के साथ |
0:03:29.690,0:03:34.440
यह लोगो ने कहा, “बस ! अब बहोत हो गया”
0:03:34.440,0:03:37.250
और वो लोग प्लास्टिक बैग पर प्रतिबंध लगाने के लिए
एक नागरिक अभियान शुरू करते हैं |
0:03:37.250,0:03:41.840
जब की इन लोगो के पास बहोत ही अलग समाधान है
वे एक व्यवसाय शुरु करते है जिसके अँतर्गत
0:03:41.840,0:03:43.490
लोगो को सामान खरीदने के लिए भेट कूपन देते है,
0:03:43.490,0:03:47.770
पर इस शर्त पे की वे अपने प्लास्टिक के कचरे को रीसाइकल करे |
यह दोनों अभी हो रहे है,
0:03:47.770,0:03:51.070
पर इनमें से सिर्फ़ एक ही खेल को बदल सकता है |
0:03:51.070,0:03:54.500
यह भेट कूपन वाला उपाय कुछ हद तक
0:03:54.500,0:03:55.300
प्लास्टिक के कुडे को सीमित कर सकता है
0:03:55.300,0:03:59.310
पर वो लोगो को ज्यादा सामान खरीदने के लिए प्रोत्साहित करता है |
0:03:59.310,0:04:03.470
इससे भी बदतर, यह सिखाता है की अधिक उपभोग
0:04:03.470,0:04:04.400
एक अच्छे नागरिक होने की निशानी है |
0:04:04.400,0:04:08.010
परिणामस्वरूप पुराने खेल से हटकर
सोच भी पाना और कठिन हो जाता है |
0:04:08.010,0:04:11.330
प्लास्टिक पे प्रतिबंध – बेशक़ थोडा कठिन उपाय है|
0:04:11.330,0:04:15.950
पर यह पूरे खेल को पलट सकता है |
कैसे? वह् ऐसे, की अपने समय का सही इस्तेमाल करते हुए,
0:04:15.950,0:04:18.970
स्वयं-सेवी नागरिक जता रहे है कि पैसे कमाने
0:04:18.970,0:04:20.580
और उसे खर्च करने से भी बढ़ के कुछ है |
0:04:20.580,0:04:24.090
इस अभियान को जीतने के लिए,
सारे नागरिक एकजूट हो के
0:04:24.090,0:04:27.170
प्लास्टिक प्रदूषण को मार हटाने के लिए
0:04:27.170,0:04:27.930
नए विकल्प पेश कर रहे है |
0:04:27.930,0:04:30.970
वह एक ताकत के रूप में उभरेंगे जो लड़ सके
0:04:30.970,0:04:31.950
अमरीकी रसायण-विज्ञान परिषद के साथ
0:04:31.950,0:04:35.710
जिसके लिए माना जाता है कि वह
प्लास्टिक उद्योगों के लिए पैरवी करती है |
0:04:35.710,0:04:36.380
और वे निकलेंगे अपने अपने घरों से,
0:04:36.380,0:04:40.340
अपने दोस्तो एवं पड़ोसियों से बात करके उन्हे प्रेरणा देंगे,
0:04:40.340,0:04:42.000
ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग पुराने खेल पर सवाल उठाये |
0:04:42.000,0:04:45.640
वास्तव में दुनियाभर के शहरों में यही हो रहा है -
0:04:45.640,0:04:50.510
और वह जीत भी रहे है !
पर क्या कुछ प्लास्टिक बैग पर प्रतिबंध लगाने से
0:04:50.510,0:04:51.250
समस्या का समाधान हो जायेगा?
0:04:51.250,0:04:55.860
ऐसे तो बिल्कुल नहि, पर और लाखो लोग,
जो सचमें इसकी परवाह करते है
0:04:55.860,0:04:57.890
खेल को पलट देने वाले उपायों पर काम कर रहे है |
0:04:57.890,0:05:02.419
हां ! मिलजूट कर यह सब हल परिस्थिति
बदलाव कि और कदम बढा चुके है |
0:05:02.419,0:05:06.980
जब साथ में मिलकर काम करना शुरु करे तब देश का नागरिक और भी ताकतवर बनता है |
0:05:06.980,0:05:11.260
वे यह निश्च्ति करते है कि वोह जो भी प्रादेशिक समाधान ढूँढे
उसे और लोग भी अपनाये और पुरा अभियान विकास करे |
0:05:11.260,0:05:15.110
और जब वे देखते है कि समाधान को हटाने के लिए उद्योगों के ध्वारा
0:05:15.110,0:05:16.070
अपनी ताकत और पहोंचका गैर-इस्तेमाल किया जां रहा है,
0:05:16.070,0:05:19.700
तब वे एकजुट होकर एक सच्चे लोकतन्त्र के लिए लड़ते है |
0:05:19.700,0:05:23.039
लोगो के द्वारा, लोगो के लिए
0:05:23.039,0:05:27.369
भेट कूपन यह कभी नही कर पाते,
पर हजारों नागरिक जरूर कर सकते है|
0:05:27.369,0:05:32.319
मुझे जब भी ऎसे किसी अभियान में शामिल होने को बुलाया जाता है,
तब मैं हमेशा अपने आप से यह पूछती हूँ|
0:05:32.319,0:05:35.919
कि यह आगे कोइ परिवर्तन लाएगा?
जानना ज़रुरी हो जाता है कि अभियान का लक्ष्य क्या है |
0:05:35.919,0:05:39.009
इसके नापतोल के परिमाण कुछ इस प्रकार है:
0:05:39.009,0:05:43.169
एक लोकतंत्र को बनाने के लिए
0:05:43.169,0:05:43.979
यह आम आदमी की ताकत बढायेगा या उद्योगों की |
0:05:43.979,0:05:48.399
क्या यह लोगो की आँखें खोलेगा,
कि बुनियादी जरूरतें पूरी होने पर,
0:05:48.399,0:05:51.399
खरीदारी खुशहाली नही लाती,
0:05:51.399,0:05:54.869
पर आती है स्वस्थ और सँतुष्ट समाज से |
0:05:54.869,0:05:58.569
सामान बनाने कि लागत,
0:05:58.569,0:06:02.409
इसमें लोगो और पृथ्वी पर होने वाली असरे भी गिनी जाए -
0:06:02.409,0:06:05.919
ना कि सिर्फ़ उसकी बाजारु कीमत
0:06:05.919,0:06:09.089
जैसे आजकल के वाणिज्यमें करते है |
0:06:09.089,0:06:13.179
क्या यह उनके बीच में आर्थिक असमानता की खाइ को
कम करता है जिसमें एक तरफ वह लोग हे,
0:06:13.179,0:06:13.899
जो अपनी बुनियादी जरूरतें भी पूरा नहीं कर पाते
0:06:13.899,0:06:17.110
और दूसरी तरफ़ वह जो निजी जरूरतसे
कई गुना ज्यादा इस्तेमाल करते है |
0:06:17.110,0:06:20.969
जब में देखती हूँ कि कोइ हल से यह सब हो सकता है
या प्रणालीको ऐसा करने के लिए पुन: गठित किया जा सकता है,
0:06:20.969,0:06:23.969
तब में हिस्सा लेने के लिए तैयार हूँ |
और अब यह सब जगह हो रहा है:
0:06:23.969,0:06:26.979
जैसे कि क्लीवलैंड में एवरग्रीन सहकारी मँडलीया
0:06:26.979,0:06:30.779
जहाँ पे कर्मचारी और मालिक हरित व्यापार चला रहे है —
0:06:30.779,0:06:34.039
एक लॉन्ड्री , एक सौर कंपनी और एक बहोत ज्यादा फलाउ शहरी खेत -
0:06:34.039,0:06:39.149
जो कि स्वस्थ और सुरक्षित हैं.
यह लोगों को सुरक्षित रोजगार उपलब्ध कराता है जो
0:06:39.149,0:06:40.439
पुराने खेल में बिलकुल पीछे छूट गया था |
0:06:40.439,0:06:43.949
हम सब जानते है कि हमे वाणिज्य को लोकतंत्र से बाहर करना है,
0:06:43.949,0:06:47.019
पर सहकारी मँडलीया उससे एक कदम आगे जा के
0:06:47.019,0:06:51.099
लोकतंत्र को वाणिज्य में ले के आता है
सतत, लोकतांत्रिक और न्यायसंगत -
0:06:51.099,0:06:54.439
इसे केहते है खेल को पलटना |
और भी है, जेसे कि इटली का शहर केपेनोरी -
0:06:54.439,0:06:58.429
यहा के स्थानीक नागरिक, जो सरकार और वाणिज्य के साथ काम कर रहे है
0:06:58.429,0:07:01.999
न सिर्फ़ उनसे कचरे का बेहतर प्रबंध करने की माँग कर रहे है,
0:07:01.999,0:07:03.749
बल्कि उस कचरे की अनिवार्यता पे भी सवाल उठा रहे है |
0:07:03.749,0:07:07.929
यह लोग कूड़े प्रबँधन के उपाय के तौर पे
खर्चीले तकनीकी जुगाड को नहि पर,
0:07:07.929,0:07:12.349
एक सँगत तरीके से काम करने को बढ़ावा दे रहे है -
फिर वो सजैव खाद का निर्माण हो या
0:07:12.349,0:07:15.559
फेंक दी जानेवाली चीजों के पुनरोपयोगी विकल्प ढुँढना हो
0:07:15.559,0:07:19.759
उन्होने रोजगार और समाजीक ढाँचे का सुगठन करते हुए
0:07:19.759,0:07:21.699
कुछ प्रकार के कूड़े को तो
0:07:21.699,0:07:24.839
82 प्रतिशत तक घटा दिया है
0:07:24.839,0:07:28.069
और हमने अभी तक मिल-बाँटने की आदतों की तो बात ही नही की है
0:07:28.069,0:07:32.829
यह जरूर कुछ जाना-पहेचाना लगेगा
0:07:32.829,0:07:36.149
पर जरा सोचिये - पुराने खेल को यह कितनी बडी चुनौती है
0:07:36.149,0:07:39.189
यह हम को "और भी, और भी" के विष-चक्र से बचाता है, प्राकृतिक संपदा को बचाता है,
0:07:39.189,0:07:43.929
जिनके बस में नही है उन्हे चीजें दिलाता है,
और समाज को बाँधे रखता है |
0:07:43.929,0:07:49.179
और यह कैसे होता है?
अपनी गाडी पर किसी को सवारी देना,
0:07:49.179,0:07:54.110
इंटरनेट पर की सुविधाये जो लोगो को एकदुसरे की
मोटरकार से ले के घर पर बसेरा उपलब्ध कराती है |
0:07:54.110,0:07:57.599
मेरे शहर में एक जनता लाइब्रेरी है
जो पुस्तकों के बजाये औज़ार के लिए है !
0:07:57.599,0:08:01.239
बात भी सही है ना, हर घर को भला ड्रिल, गैस- वेल्डिँग टॉर्च,
स्कैनर या बाइक पंप बसाने कि क्या जरूरत?
0:08:01.239,0:08:05.129
जब कि हम जरूरत पडने पर बाँट के इस्तेमाल कर सकते है |
0:08:05.129,0:08:09.529
ऎसे उपायों को गले लगाकर हम बदलाव ला सकते है -
0:08:09.529,0:08:14.720
बस जरूरत है बेहतर समाज को नजर के सामने रखने की |
0:08:14.720,0:08:18.650
एक नए लक्ष्य के बग़ैर, बेहतर भविष्य के निर्माण के लिए हम जो भी कर रहे है,
0:08:18.650,0:08:22.350
ना तो पर्याप्त होगा ना ही आसान |.
0:08:22.350,0:08:26.630
समाज के श्रेष्ठ दिमाग उल्ज़े रहेंगे की
0:08:26.630,0:08:27.680
कैसे आई फ़ोन की बैटरी-लाइफ बढ़ाई जाए,
0:08:27.680,0:08:31.310
जब कि मानव जीवन को खतरा हो सकने वाली समस्याए मौजुद है |
0:08:31.310,0:08:34.510
पाँच साल पहले जब हमने "स्टोरी ऑफ़ स्टफ (चीजों की कहानी)" बनाई थी
0:08:34.510,0:08:38.050
हमने लोगो के एक समुदाय का निर्माण शुरु किया,
0:08:38.050,0:08:40.060
जिनको पता था की कुछ तो ग़लत है उस पुराने अधिकतम वाले खेल के साथ
0:08:40.060,0:08:44.320
हम सहमत हुए कि हा, यह एक समस्या तो है
अब समय है उसके समाधान ढूँढने का -
0:08:44.320,0:08:49.200
समाधान ऐसा नहि कि वोह सिर्फ़ खेल के कुछ चंद नियम को बदले,
0:08:49.200,0:08:56.200
पर पूरे खेल को ही बदल डाले |
मदद करना चाहोगे ? बहोत बहोत स्वागत है, चलो कर के दिखाते है |