0:00:01.060,0:00:05.113 मैंने कभी नहीं सोचा था कि[br]मैं ऐसी जगह पर TED टॉक दूंगा। 0:00:05.989,0:00:07.806 हालाँकि, आधी दुनिया के जैसे मैंने भी 0:00:07.830,0:00:10.780 पिछले चार हफ्ते[br]कोविद - 19, वैश्विक महामारी के कारण 0:00:10.804,0:00:14.394 लॉकडाउन में गुजारें है। 0:00:15.113,0:00:17.722 मैं अपने को किस्मत वाला समझता हूँ,[br]कि ऐसे समय में 0:00:17.746,0:00:22.035 मैं दक्षिणी इंग्लैंड में अपने घर के [br]करीब स्थित जंगल में आ सका। 0:00:22.512,0:00:24.863 इन जंगलों ने मुझे हमेशा प्रेरित किया है, 0:00:24.887,0:00:29.774 और जैसे कि मानवअब यह सोचते है[br]कि हम अपनी क्रियाओं को नियंत्रित 0:00:29.798,0:00:32.124 करने की प्रेरणा कैसे ढूंढे[br]ताकि मुश्किल बाधाएँ 0:00:32.148,0:00:34.782 हमारे रास्ते पर ना आएं 0:00:34.806,0:00:37.440 और उनको पार करने में हमे कठिनाई हो। 0:00:37.464,0:00:40.347 मैंने सोचा कि ये कि ये एक अच्छा [br]स्थान है बात करने के लिए। 0:00:40.914,0:00:44.285 मैं अपनी कहानी शुरू करता हूँ -[br]छह साल पहले की बात 0:00:44.309,0:00:47.278 मैं पहली बार [br]यूनाइटेड नेशन में शामिल हुआ 0:00:47.987,0:00:52.281 मेरा दृढ़ विश्वास है UN अब विश्व में[br]सहयोग और सहोद्योग को 0:00:52.305,0:00:53.856 [br]बढ़ावा देने में अद्वितीय 0:00:53.880,0:00:56.457 महत्वता रखता है। 0:00:57.278,0:00:59.325 लेकिन जब आप इससे जुड़ते है 0:00:59.349,0:01:01.873 तो वह आपको यह [br]नहीं बताते कि यह महत्वपूर्ण कार्य 0:01:01.897,0:01:05.338 मुख्यता अत्यन्त उबाऊ और 0:01:05.362,0:01:08.286 लम्बी बैठकों के रूप में कराया जाता है। 0:01:08.310,0:01:12.466 निःसंदेह, अब आपको यह लग सकता[br]है कि आप भी लम्बी और उबाऊ बैठकों 0:01:12.490,0:01:13.728 में भाग ले चुके है। 0:01:13.752,0:01:15.844 पर UN की बैठके अलग स्तर की है, 0:01:15.868,0:01:19.307 और वहाँ पर कार्यरत लोग इनमें अलग स्तर [br]की शांति के साथ शामिल होते हैं, 0:01:19.331,0:01:21.766 सामान्यतः जो ज़ेन मास्टर्स हासिल [br]कर पाते है। 0:01:22.349,0:01:24.103 लेकिन मैं इसके लिए तैयार न था। 0:01:24.127,0:01:27.836 मैं ड्रामा, तनाव, व नवीन खोज की [br]उम्मीद लेकर शामिल हुआ था। 0:01:28.232,0:01:29.811 मैं ऐसी गति से चलने को तैयार 0:01:29.835,0:01:33.382 नहीं था, जो कछुआ चाल 0:01:33.406,0:01:36.153 से भी धीमे थी। 0:01:37.074,0:01:39.421 ऐसी ही एक बैठक के बीच में मुझे 0:01:39.445,0:01:40.803 किसी ने एक पत्र पकड़ा दिया 0:01:40.827,0:01:44.269 और यह और कोई नहीं बल्कि मेरी एक दोस्त,[br]साथी और सह-लेखिका थी, 0:01:44.293,0:01:45.843 जिसका नाम था क्रिस्टीना फ़िगरिस। 0:01:46.400,0:01:49.003 क्रिस्टीना UN के जलवायु विभाग की 0:01:49.027,0:01:52.185 एक कार्यकारी सचिव थी 0:01:52.209,0:01:54.758 और उसकी UN के प्रति [br]जो जिम्मेदारियां थी, वह बढ़कर 0:01:54.782,0:01:58.400 पेरिस सहमति बन गयी। 0:01:58.424,0:02:00.944 मैं उस पर राजनीतिक रणनीति चला रहा था। 0:02:01.714,0:02:03.258 तो जब उन्होंने मुझे यह पत्र 0:02:03.282,0:02:07.104 दिया तो मैंने यह कल्पना की कि इसमें इस 0:02:07.128,0:02:10.009 समस्या जिसमे हम 0:02:10.033,0:02:11.776 बुरी तरह से फ़से हुए है, 0:02:11.800,0:02:13.669 मैंने पत्र लिया और उसको देखा, 0:02:13.693,0:02:15.534 उसमें लिखा था, "दुःखद ! 0:02:15.558,0:02:17.120 लेकिन चलो प्यार से आगे बढ़ते है ! 0:02:17.511,0:02:20.040 मुझे यह पत्र कई कारणों से पसंद आया 0:02:20.064,0:02:23.544 मुझे "दुःखद " शब्द से [br]निकलती हुई लताएँ पसंद आयी । 0:02:23.568,0:02:27.040 यह मेरी उस वक़्त कि मनःस्थिति को[br]प्रकट करने का एक अच्छा तरीका था । 0:02:27.525,0:02:30.641 लेकिन मुझे यह विशेष रूप से पसंद [br]आया क्योंकि जब मैंने इसे देखा तब 0:02:30.641,0:02:33.465 मुझे यह आभास हुआ कि [br]यह एक राजनैतिक अनुदेश है 0:02:33.489,0:02:35.613 और यह कि क्या हम [br]सफल होंगे? 0:02:35.637,0:02:37.457 और हम सफलता इस तरीके से पा सकते है । 0:02:38.112,0:02:39.563 मैं समझाने कि कोशिश करता हूँ, 0:02:40.714,0:02:44.660 मैं उन बैठकों में स्वयं को [br]नियंत्रित महसूस करता था। 0:02:45.295,0:02:49.564 मैं ब्रूकलिन, न्यू यॉर्क को छोड़कर[br]बोन, जर्मनी में जा बसा; 0:02:49.588,0:02:52.507 हालाँकि यह मेरी पत्नी की इच्छा [br]के विपरीत था। 0:02:52.531,0:02:55.934 मेरे बच्चे अब उस स्कूल में थे[br]जहां की भाषा भी वे बोल नहीं सकते थे, 0:02:55.958,0:02:58.720 और मैंने सोचा कि मेरे इस त्याग[br]का फल यह होगा कि मैं आने 0:02:58.744,0:03:02.355 वाली स्थिति पर कुछ हद तक[br]नियंत्रण पा लूँगा। 0:03:02.379,0:03:06.152 मैंने कई सालों तक यह सोचा कि [br]जलवायु संकट हमारी पीढ़ी की 0:03:06.176,0:03:07.411 सबसे बड़ी चुनौती होगी 0:03:07.435,0:03:11.802 और इसके बचने के लिए मैं अपना योगदान देने [br]को तैयार था ताकि मानवता को बचाया जा सके। 0:03:11.826,0:03:14.796 लेकिन कई अवसरों के मिलने [br]पर भी मेरे तमाम प्रयासों 0:03:14.820,0:03:15.971 के बावजूद भी 0:03:15.995,0:03:17.147 बात नहीं बनी 0:03:17.171,0:03:21.246 मैंने यह एहसास किया की मैं सिर्फ रोज-मर्रा[br]के काम ही कर सकता था। 0:03:21.270,0:03:24.228 "क्या मैं आज ऑफिस बाइक से जाऊं?"[br]"आज मैं खाना कहाँ पर खाऊँ?" 0:03:24.252,0:03:26.510 जबकि चीज़ें जी हमारी सफलता [br]को निर्धारित करती 0:03:26.534,0:03:28.403 वह कुछ ऐसी थीं - 0:03:28.427,0:03:31.492 "क्या रूस मोलभाव बंद कर देगा?" 0:03:31.516,0:03:34.011 "क्या चीन गैस उत्सर्जन [br]की जिम्मेदारी लेगा ?" 0:03:34.035,0:03:38.574 "क्या यूनाइटेड स्टेट्स गरीब देशों की [br]जलवायु बदलाव के वक़्त मदद करेगा?" 0:03:38.598,0:03:40.340 अंतर बहुत बड़ा था, शुरुवात में मैं 0:03:40.364,0:03:42.678 अपनी सोच और इन बातों[br]का तालमेल नहीं बैठा सका। 0:03:42.702,0:03:44.018 मुझे बुरा लगा। 0:03:44.042,0:03:46.278 मैंने यह सोचना शुरू कर दिया कि मैंने गलती 0:03:46.302,0:03:47.749 कर दी है, मैं तनाव में आ गया। 0:03:48.805,0:03:50.439 लेकिन उस समय भी 0:03:50.463,0:03:53.908 मुझे यह अहसास हुआ कि मैं जो भी [br]महसूस कर रहा था वह बिलकुल वैसा था 0:03:53.932,0:03:58.047 जैसा मैंने तब महसूस किया था जब मैंने [br]जलवायु संकट के बारे में पहली बार सुना था। 0:03:58.481,0:04:02.869 मैंने अपने किशोरावस्था के कई[br]रचनात्मक साल बौद्ध साधू 0:04:02.893,0:04:04.542 की तरह व्यतीत किये, 0:04:04.566,0:04:08.533 लेकिन मैंने मठवासी जीवन को छोड़ दिया [br]क्योकि 20 साल पहले भी 0:04:08.557,0:04:13.512 मुझे यह लगने लगा था कि [br]जलवायु संकट करीब है और 0:04:13.536,0:04:15.051 मुझे अपना योगदान देना है। 0:04:15.051,0:04:18.190 लेकिन जैसे ही मैंने अपने को संसार से[br]दोबारा जोड़ा, मैंने यह सोचा कि 0:04:18.190,0:04:20.003 मैं क्या नियंत्रित कर सकता हूँ। 0:04:20.003,0:04:23.555 यह मेरा और मेरे परिवार द्वारा [br]किये हुए उत्सर्जन का कुछ टन था, 0:04:23.579,0:04:26.305 किस राजनीतिक पार्टी को [br]मैंने सालों तक वोट दिया, 0:04:26.329,0:04:28.168 मैं कितने जुलूसों में गया। 0:04:28.192,0:04:31.265 फिर मैंने मुद्दे को देखा जो[br]परिणाम को निर्धारित करेगा 0:04:31.289,0:04:33.198 और वे थे बड़े राजनीतिक मोल-भाव, 0:04:33.198,0:04:35.587 बड़े पैमाने पर बुनियादी ढांचे [br]पर खर्च करने कि योजना 0:04:35.587,0:04:37.115 जैसा कि हर कोई करता है। 0:04:37.139,0:04:39.379 इसमें फिर से इतना अंतर था कि 0:04:39.403,0:04:41.810 मैं उसे किसी तरीके से ख़त्म [br]नहीं कर सकता था। 0:04:41.834,0:04:43.461 मैंने प्रयास जारी रखा, 0:04:43.485,0:04:45.058 लेकिन कुछ हुआ नहीं। 0:04:45.082,0:04:46.399 मुझे बेहद दुःख हुआ। 0:04:47.206,0:04:50.660 हमें पता है कि बहुत से लोग [br]इसे अनुभव कर सकते है। 0:04:50.684,0:04:53.204 शायद आपको भी यह अनुभव हुआ हो। 0:04:53.228,0:04:55.270 जब हमें एक बड़ी चुनौती [br]का सामना करते है 0:04:55.294,0:04:58.580 तो हमें नहीं लगता कि हमारे [br]पास कोई नियंत्रण है तब 0:04:58.604,0:05:00.784 हमारा मन रक्षा के लिए[br]छोटी सी तरकीब कर सकता है 0:05:00.808,0:05:03.049 हमें यह बिल्कुल स्वीकार [br]नहीं कि कठिन समय में हम 0:05:03.073,0:05:04.736 खुद पर नियंत्रड खो दे, 0:05:04.760,0:05:07.495 इसीलिए हमारा दिल ये बताएगा कि [br]शायद ये इतना आसान नहीं है, 0:05:07.519,0:05:10.398 शायद यह उस तरह नहीं हो [br]रहा जैसा लोग कहते है। 0:05:10.422,0:05:12.370 [br]या फिर ये अपनी भूमिका फिर निभा रहा है 0:05:12.394,0:05:15.237 "तुम अकेले कुछ नहीं कर सकते, [br]तो कोशिश ही क्यों करना ?" 0:05:16.539,0:05:19.266 लेकिन यहां पर कुछ गड़बड़ हो रहा है। 0:05:20.480,0:05:26.411 क्या यह वास्तव में सच है कि[br]मनुष्य इन महत्वपूर्ण मुद्दों पर 0:05:26.435,0:05:29.424 निरंतर काम करते रहेंगे जब उन्हें 0:05:29.448,0:05:32.176 यह महसूस होगा कि वे इसे काफी [br]हद तक नियंत्रण करते रहेंगे। 0:05:33.192,0:05:34.556 इन तस्वीरों को देखिये। 0:05:35.303,0:05:38.768 ये लोग नर्स और देखभाल करने वाले है,[br]जो मानवता को कोविद- १९, 0:05:38.792,0:05:43.266 जो पूरे विश्व में पैर पसर चुक है, [br]से बचाने में मदद कर रहे है, 0:05:43.290,0:05:46.845 ये लोग पिछले कुछ महीनों से कार्यरत है। 0:05:47.650,0:05:51.570 क्या ये लोग बीमारी को फैलने से बचा पाए ? 0:05:52.145,0:05:53.295 नहीं। 0:05:53.833,0:05:57.398 क्या ये लोग संक्रमित लोगों [br]को मरने से बचा पाए 0:05:57.944,0:06:00.666 कुछ लोग तो बच गए, 0:06:00.690,0:06:03.554 लेकिन कुछ लोग नियंत्रड में नहीं आ सके। 0:06:04.252,0:06:07.897 पर क्या यह उनके योगदान को व्यर्थ बनता है ? 0:06:08.556,0:06:11.880 दरअसल ऐसा कहना अपमानजनक होगा। 0:06:11.904,0:06:14.707 क्योंकि ऐसी आपदा में भी [br]ये लोग मानवता को 0:06:14.731,0:06:17.458 बचाने का काम कर रहे है। 0:06:17.482,0:06:19.996 और यह कार्य बेहद प्रशंसनीय है, 0:06:20.020,0:06:22.879 आप इन तस्वीरों को देखिये 0:06:22.903,0:06:24.059 आपको यकीन हो जाएगा कि 0:06:24.083,0:06:27.730 ये लोग जो साहस और इंसानियत[br]दिखा रहे है 0:06:27.754,0:06:30.862 वह उनके काम को और भी [br]महत्वपूर्ण साबित करता है 0:06:30.886,0:06:33.009 फिर चाहे भले ही परिणाम 0:06:33.033,0:06:36.034 उम्मीदों पर खरा ना उतरे। 0:06:37.155,0:06:38.428 यह काफी रोचक है, 0:06:38.452,0:06:40.730 क्यूंकि यह ये दर्शाता है कि [br]हम कोई भी कार्य 0:06:40.754,0:06:42.941 निष्ठा और लगन से कर सकते है 0:06:42.965,0:06:44.948 चाहे उसका परिणाम [br]हमारी पहुँच से दूर हो। 0:06:45.597,0:06:47.602 लेकिन यह हमारे सामने एक[br]दूसरी चुनौती खड़ी कर देता है। 0:06:48.491,0:06:50.259 हम जलवायु संकट से बचने 0:06:50.283,0:06:54.519 के लिए जो काम करते है [br]वह इसके प्रभावों से हट के है। 0:06:54.543,0:06:56.987 जबकि इन तस्वीरों में नर्सेज विश्व को 0:06:57.011,0:07:02.328 बदलने का बुलंद लक्ष्य नहीं रखती है 0:07:02.352,0:07:06.595 बल्कि इनको जीवन का प्रेरणा 0:07:06.619,0:07:08.413 जरूरतमंदो कि मदद से मिलती है । 0:07:08.796,0:07:11.339 जलवायु संकट से निपटना [br]इससे काफी अलग है। 0:07:11.363,0:07:13.964 पहले मैं यह सोचा करता था कि[br]हम उस संकट से काफी दूर है 0:07:13.988,0:07:17.798 और जलवायु संकट का प्रभाव [br]भविष्य में काफी दूर है। 0:07:17.822,0:07:20.822 लेकिन हम अब उस भविष्य में आ चुके है। 0:07:20.846,0:07:22.354 सारे महाद्वीप अब संकट में है। 0:07:22.378,0:07:23.759 शहर जल में समाये जा रहे है। 0:07:23.783,0:07:25.261 कई देश डूबने कि कगार पर है। 0:07:25.285,0:07:29.358 आज लाखों लोग जलवायु संकट के कारण [br]पलायन करने को मजबूर है। 0:07:29.382,0:07:32.790 चाहे भले ही यह संकट हमारे करीब हो, 0:07:32.814,0:07:36.228 फिर भी कुछ ऐसा है [br]जो हमे इसे महसूस होने नहीं देता। 0:07:36.252,0:07:37.404 हमें लगता है कि 0:07:37.428,0:07:39.604 ये चीज़ें दूसरी जगह,[br]दूसरे लोगों के साथ होती है 0:07:39.628,0:07:42.835 या फिर इस तरह से होती है जिससे[br]हम अभी तक अभ्यस्त नहीं हुए है। 0:07:43.675,0:07:46.870 भले ही यह नर्सो जैसे[br]मानव प्रकति के बारे में नही है, 0:07:46.894,0:07:48.335 उतना प्रत्यक्ष नहीं है 0:07:48.359,0:07:50.549 फिर भी हम जलवायु संकट से 0:07:50.573,0:07:53.320 निबटने का तरीका खोज निकालेंगे। 0:07:54.309,0:07:56.898 बल्कि ऐसा करने का एक तरीका है - 0:07:56.922,0:08:00.970 अगर हम सब एकजुट होकर, [br]सामंजस्य बैठा कर, 0:08:00.994,0:08:03.508 सभी के सहयोग से इस 0:08:03.532,0:08:07.968 लक्ष्य को पाने की कोशिश करे, 0:08:07.992,0:08:09.491 तो हम अवश्य सफल होंगे। 0:08:09.515,0:08:12.447 इतिहास में यह एक प्रभावशाली[br]तरीका रहा है। 0:08:12.471,0:08:15.609 मुझे एक ऐतिहासिक कहानी [br]सुनाने का मौका दीजिये। 0:08:16.669,0:08:20.708 अभी मैं अपने घर के समीप[br]दक्षिड़ी इंग्लैंड के जंगलों में हूँ। 0:08:21.256,0:08:24.110 ये लंदन से ज्यादा दूर नहीं है। 0:08:24.134,0:08:26.854 80 साल पहले यह शहर[br]हमले के अंतर्गत आता था। 0:08:27.470,0:08:29.273 1930 के अंत में, 0:08:29.297,0:08:33.412 ब्रिटेन के लोग कुछ भी करने ओ तैयार थे [br]युरोप मे हिटलर से बचाव करने 0:08:33.436,0:08:36.106 इज वास्तविकता का सामना नही करना चाहते थे 0:08:36.517,0:08:38.939 पहले विश्व-युद्ध कि यादें अभी ताज़ा थी, 0:08:38.963,0:08:41.781 वे नाज़ी के गुस्से से डरे सहमे हुए थे, 0:08:41.805,0:08:44.792 वे वास्तविकता से बचने के लिए [br]कुछ भी करने को तैयार नहीं थे। 0:08:44.816,0:08:47.305 अंत में उन्हे सामना करना पडा । 0:08:47.706,0:08:51.598 चर्चिल को कई चीज़ों के लिए याद किया[br]जाता है, उसमे सारी चीज़ें पॉजिटिव नहीं है, 0:08:51.622,0:08:54.293 लेकिन युद्ध के शुरुआती दिनों [br]में ही उन्होंने ब्रिटेन 0:08:54.317,0:08:58.002 के लोगों द्वारा सुनाई जाने वाली [br]कहानी ही बदल दी, 0:08:58.026,0:09:00.930 जो "वो क्या कर रहे थे?" [br]और "क्या आने वाला था?" पर निर्भर थी। 0:09:00.954,0:09:04.682 जहाँ पहले घबराहट और बेचैनी थी, 0:09:04.706,0:09:07.052 वहाँ अब शांति, 0:09:07.076,0:09:08.626 एक आइलैंड, 0:09:08.650,0:09:10.373 एक अच्छा समय, 0:09:10.397,0:09:12.952 एक बेहतर पीढ़ी, 0:09:12.976,0:09:15.972 एक देश जो तटों, पहाड़ियों 0:09:15.996,0:09:17.149 और गलियों में लड़ेगा 0:09:17.173,0:09:19.602 और हार नहीं मानेगा। 0:09:20.127,0:09:23.033 घबराहट और बेचैनी से वास्तविकता से 0:09:23.057,0:09:26.479 सामना करने तक का बदलाव जो कुछ भी था, 0:09:26.503,0:09:29.794 उसका युद्ध को जीतने का [br]कोई ताल्लुक नहीं था। 0:09:29.818,0:09:32.806 वहाँ युद्ध जीतने जैसा कोई समाचार [br]नहीं था, 0:09:32.830,0:09:36.010 यहाँ तक कि कोई मित्र सेना के [br]सहयोग से जीतने की संभावना बढ़ गयी, 0:09:36.034,0:09:37.802 ऐसा भी कुछ नही था। 0:09:37.826,0:09:39.355 यह केवल एक वरीयता थी। 0:09:39.379,0:09:43.209 एक गहरा और अडिग आशावाद का उदय हुआ, 0:09:43.233,0:09:46.495 इसने घिरते अंधकार को नहीं दबाया 0:09:46.519,0:09:48.690 पर इससे भयभीत होना छोड़ दिया। 0:09:49.173,0:09:51.863 ये अडिग आशावाद बेहद शक्तिशाली है। 0:09:51.887,0:09:55.223 इसमें हम अपनी जीत के बारे 0:09:55.247,0:09:57.992 अथवा एक अच्छे भविष्य के बारे में [br]नहीं सोचते हैं। 0:09:58.016,0:10:01.248 यह हमें उत्साहित कर 0:10:01.272,0:10:03.298 हमें प्रेरणा देता है। 0:10:03.322,0:10:05.071 हमे उस समय से पता है कि 0:10:05.095,0:10:07.277 खतरे और चुनौतियों के बावजूद भी 0:10:07.301,0:10:09.720 वह एक विचारपूर्ण समय था 0:10:09.744,0:10:11.674 और विभिन्न स्रोतों के अनुसार 0:10:11.698,0:10:14.659 सभी कामों को तबज़्ज़ो दी गयी थी [br]चाहे वह युद्ध में लड़ने वाले 0:10:14.683,0:10:17.275 के पाइलट हो या आलू के 0:10:17.299,0:10:19.353 ठेले लगाने वाले विक्रेता हो। 0:10:19.377,0:10:22.895 उन्होंने एक समान लक्ष्य और समान परिणाम [br]को पाने के लिए एकजुट होकर काम किया। 0:10:23.280,0:10:25.762 इस बात का इतिहास गवाह है। 0:10:25.786,0:10:30.018 यह गहरे और निर्धारित आशावाद[br]का वक अनूठा जोड़ है 0:10:30.042,0:10:32.519 जब आशावादी सोच एक [br]निर्धारित क्रिया को जन्म देती है 0:10:32.543,0:10:34.554 तब आत्मनिर्भरता बिना रुकावट के आती है। 0:10:34.578,0:10:38.066 बिना किसी काम की कोशिश किये 0:10:38.090,0:10:41.408 यह आशावादी सोच केवल एक मनोदृष्टि है। 0:10:41.432,0:10:46.236 पर ये दोनों साथ में कोई भी मुद्दे का[br]निराकरण करके विश्व को बदल सकते है। 0:10:46.260,0:10:48.011 हमने यह कई बार देखा है। 0:10:48.035,0:10:51.107 हमने इसे देखा जब रोजा पार्क ने[br]बस से उठने से मना कर दिया। 0:10:51.131,0:10:54.030 हमने यह गाँधी के डंडी-मार्च में देखा था, 0:10:54.054,0:10:58.597 जब स्फ़्रागेटिस ने कहा था[br]"साहस हर जगह साहस को पुकारता है। " 0:10:58.621,0:11:01.505 और जब कनैडी ने कहा था कि[br]दस साल के अंदर एक इंसान 0:11:01.529,0:11:03.261 को चाँद पर भेज देंगे।[br]इन सब चीज़ों ने 0:11:03.261,0:11:06.400 युवा पीढ़ियों को उत्साहित [br]किया उनको बुरी परिस्थितियों 0:11:06.424,0:11:08.998 का सामना करके एक समान लक्ष्य की[br]ओर बढ़ने को प्रेरित किया 0:11:09.022,0:11:11.626 हालाँकि लोगो को इसको प्राप्त[br]करने का तरीका नहीं पता था 0:11:11.650,0:11:13.377 इन सभी मामलों में, 0:11:13.401,0:11:17.762 एक वास्तविक व कड़वी लेकिन [br]निर्धारित आशावादी सोच 0:11:17.786,0:11:19.623 सफलता का परिणाम नहीं थी 0:11:19.647,0:11:21.380 बल्कि सफलता का कारण थी। 0:11:21.404,0:11:24.180 ठीक उसी तरह जैसे पेरिस समझौते की 0:11:24.204,0:11:26.154 राह में इस सोच ने परिवर्तन ला दिया। 0:11:26.178,0:11:31.078 वो चुनौतीपूर्ण, जटिल, [br]निराशावादी बैठकें आसान हो गयी 0:11:31.102,0:11:34.985 जब कई लोगों को यह अहसास हुआ कि 0:11:35.009,0:11:37.817 यह काम करने का सही पल है[br]और हमें कोई गलती नहीं करनी है, 0:11:37.841,0:11:40.707 और हमें हर संभव परिणाम तक पहुँचना है। 0:11:40.731,0:11:43.825 ज्यादातर लोगों ने इस नजरिये से [br]अपने आप को परिवर्तित किया 0:11:43.849,0:11:45.102 और काम पर जुट गए 0:11:45.126,0:11:48.728 और अंत में यह तरकीब काम आयी 0:11:48.752,0:11:50.355 और गति कि लहर में हमने 0:11:50.379,0:11:52.593 चुनौतीपूर्ण मुद्दों पर ऐसा काम 0:11:52.617,0:11:55.380 किया जैसा हमने कभी ना सोचा था। 0:11:55.404,0:11:59.633 आज कई सालों बाद, व्हाइट-हाउस [br]के असहयोग के साथ, 0:11:59.657,0:12:03.388 जो भी हमने गतिमान किया था [br]उसका अभी भी खुलासा नहीं हुआ है। 0:12:03.412,0:12:06.516 और हमारे पास आने वाले [br]महीनों और सालों में जलवायु संकट 0:12:06.540,0:12:08.420 से लड़ने के लिए[br]सब कुछ उपस्थित है। 0:12:09.135,0:12:13.810 इस समय हम लगभग सभी [br]की ज़िन्दगी के 0:12:13.834,0:12:15.703 सबसे जटिल वक़्त से गुजर रहे है। 0:12:15.727,0:12:18.389 वैश्विक माहमारी भयावह है 0:12:18.413,0:12:21.511 चाहे भले ही इसमें हमने किसी अपने[br]को न खोया हो 0:12:21.916,0:12:25.624 फिर भी इसने हमे यह अहसास करा दिया कि 0:12:25.648,0:12:27.418 हम किसी बड़े बदलाव के लिए 0:12:27.949,0:12:29.862 अभी भी शक्तिहीन है। 0:12:29.886,0:12:34.613 हम उस हद तक पहुँच गए जहाँ आधी मानवता [br]ने असुरक्षित लोगों को बचाने 0:12:34.637,0:12:36.335 के लिए कड़े कदम उठाये। 0:12:36.797,0:12:38.582 यदि हम यह करने में सक्षम है, 0:12:38.606,0:12:42.769 तो शायद हमे इस बात का अंदाज़ा नहीं कि [br]हम सब एक समान चुनौती से 0:12:42.793,0:12:45.312 बचने के लिए किस हद तक जा सकते है। 0:12:45.738,0:12:50.069 अब हमें इस "शक्तिहीन" की [br]कहानियों से आगे बढ़ाना होगा 0:12:50.093,0:12:51.860 क्योंकि आने वाला जलवायु संकट 0:12:51.884,0:12:56.465 इस महामारी से कई गुना ज्यादा घातक साबित[br]हो सकता है यदि हम अभी भी सतर्क न हुए। 0:12:56.489,0:12:59.708 हम इस संकट जो हमारी [br]तरफ तेजी से आ रहा है, 0:12:59.732,0:13:02.924 इसको अभी भी टाल सकते है। 0:13:03.472,0:13:07.474 हम अब इस "शक्तिहीन" अहसास को [br]अब और नहीं महसूस कर सकते है। 0:13:07.910,0:13:09.651 सच्चाई तो यह है कि आने वाली पीढ़ी 0:13:09.675,0:13:12.166 इस समय को मुड़कर विस्मयपूर्वक देखेगी 0:13:12.190,0:13:15.603 जहाँ हमारे सामे दो रास्ते है-[br]पहला सुधरे हुए भविष्य का, 0:13:15.627,0:13:17.908 [br]दूसरा जहाँ सब कुछ नष्ट हो गया। 0:13:17.932,0:13:22.006 और सचाई यह भी है कि इस बदलाव[br]में बहुत कुछ अच्छे से निपट रहा है। 0:13:22.030,0:13:23.910 शुद्ध ऊर्जा की कीमत कम हो रही है। 0:13:23.934,0:13:26.732 भूमि का पुनर्जन्म किया जा रहा है। 0:13:26.756,0:13:28.919 लोग गलियों में निकल कर[br]उत्साह व दृढ़ता से बदलाव 0:13:28.943,0:13:30.510 के लिएउस तरह गुहार लगा रहे है 0:13:30.534,0:13:33.007 जैसा हमने पीढ़ियों से नहीं देखा। 0:13:33.031,0:13:36.253 वास्तविक सफलता और असफलता 0:13:36.277,0:13:38.606 दोनों ही संभव है 0:13:38.630,0:13:41.723 इसीलिए ये हमारे जीवन का विशेष समय है। 0:13:41.747,0:13:45.629 हम इसी क्षण यह निर्णय ले सकते है कि 0:13:45.653,0:13:50.070 हम इस चुनौती को साहसिक, वास्तविक [br]और दृढ आशावाद के साथ स्वीकार करेंगे 0:13:50.094,0:13:53.797 और हम हर संभव प्रयास के साथ [br]इस महामारी से एक बेहतर भविष्य 0:13:53.821,0:13:57.596 की ओर बढ़ने के लिए नए रास्ते [br]खोज निकालेंगे। 0:13:57.620,0:14:01.476 हम यह निश्चय करें कि हम मानवता[br]के लिए आशा के प्रकाश बनेंगे फिर चाहे 0:14:01.500,0:14:03.773 आने वाले दिन कितने ही [br]अंधकार से भरे हुए हों। 0:14:03.797,0:14:06.127 हम यह भी निश्चय करेंगे कि[br]हम अपनी जिम्मेदारी स्वयं 0:14:06.151,0:14:08.845 लेंगे और 10 साल के अंदर उत्सर्जन 0:14:08.869,0:14:10.315 कम से कम 50 % घटा देंगे। 0:14:10.339,0:14:14.609 और हम सरकार और निगम की [br]नीतियों में स्वयं को संलघ्न करके 0:14:14.633,0:14:17.822 ये निर्धारित करने में मदद करेंगे कि [br]इस आपदा से निबट कर एक बेहतर कल 0:14:17.846,0:14:20.375 बनाने के लिए जरूरी कदम [br]उठाये जा रहे है कि नहीं। 0:14:20.839,0:14:23.779 अभी ये सारी चीज़ें करना संभव है। 0:14:24.572,0:14:28.342 मैं उस बात पर लौटता हूँ[br]जहाँ एक उबाऊ बैठक में मुझे 0:14:28.366,0:14:30.818 [br]कृष्टीना ने मुझे एक पत्र दिया था 0:14:31.683,0:14:33.814 जिसे देखने के बाद मुझे मेरे जीवन के 0:14:33.838,0:14:37.384 सबसे महत्वपूर्ण अनुभव याद आये थे। 0:14:37.852,0:14:40.720 सब चीज़ों में एक चीज़ जो[br]मैंने सन्यासी जीवन से सीखी 0:14:40.744,0:14:47.010 वह यह है कि उज्ज्वल मष्तिष्क और [br]हर्षित ह्रदय जीवन का मूल और लक्ष्य है। 0:14:47.843,0:14:51.896 यह दृढ आशावाद, प्यार का ही एक रूप है। 0:14:52.626,0:14:55.389 यह दोनों ही है - एक ऐसा संसार जो[br]हम बनाना चाहते है 0:14:55.413,0:14:57.601 और तरीके जिनसे हम उसे बनाते है। 0:14:57.625,0:15:00.033 यह हम सब के लिए एक विकल्प है 0:15:00.478,0:15:03.562 इस मुश्किल घड़ी का सामना [br]यदि हम एक आशावादी सोच 0:15:03.586,0:15:06.726 के साथ करें तो यह हमारी ज़िन्दगी [br]को सार्थक और लक्ष्य से भर सकती है। 0:15:06.750,0:15:10.608 इस तरह से हम इतिहास [br]का चक्र पर हाथ रख कर 0:15:10.632,0:15:13.497 उसे मनचाहे भविष्य कि तरफ मोड़ सकते है। 0:15:14.268,0:15:18.001 यह हकीकत है कि जीवन [br]अब नियंत्रण से परे महसूस होता है, 0:15:18.025,0:15:21.055 यह डरावना और भयावह प्रतीत होता है। 0:15:21.682,0:15:25.359 लेकिन हमे आने वाली इन[br]मुश्किल परिस्थितियों 0:15:25.383,0:15:27.210 में लड़खड़ाना नहीं है। 0:15:27.784,0:15:31.106 हमें इनका एक दृढ आशावाद [br]के साथ सामना करना है। 0:15:31.541,0:15:34.628 हाँ, इस समय में वैशविल स्तर पर 0:15:34.652,0:15:36.005 बदलाव देखना दुखःद है 0:15:36.627,0:15:38.309 लेकिन हमे प्यार से आगे बढ़ना है। 0:15:38.796,0:15:40.000 धन्यवाद।