1 00:00:07,044 --> 00:00:08,504 सोलहवीं शताब्दी मे, 2 00:00:08,504 --> 00:00:10,294 गणितज्ञ रोबर्ट रेकोर्डे ने 3 00:00:10,294 --> 00:00:12,404 अंग्रेज़ बच्चो को अलजेब्रा सिखाने के लिए 4 00:00:12,404 --> 00:00:14,737 'The Whetstone of Witte' नामक पुस्तक लिखी 5 00:00:15,967 --> 00:00:21,115 पर वह बार-बार 'के बराबर है ' लिख लिख कर परेशान हो गए | 6 00:00:21,115 --> 00:00:22,496 उनका हल ? 7 00:00:22,496 --> 00:00:25,248 उन्होंने उन शब्दों को दो सामानांतर , 8 00:00:25,248 --> 00:00:27,238 क्षितिज समानांतर रेखाओ से बदल दिया 9 00:00:27,238 --> 00:00:29,495 क्योकि जिस तरीके से उन्होंने देखा था, 10 00:00:29,495 --> 00:00:32,475 कोई भी दो वस्तुऐं इससे ज्यादा बराबर नहीं हो सकती | 11 00:00:32,475 --> 00:00:34,954 क्या वह दो की बजाये चार रेखाएं प्रयोग कर सकते थे ? 12 00:00:34,954 --> 00:00:36,026 बिल्कुल 13 00:00:36,026 --> 00:00:38,289 क्या वह सीढ़ी खड़ी रेखाएं इस्तेमाल कर सकते थे ? 14 00:00:38,289 --> 00:00:39,934 वस्तुतः कुछ लोगो ने ऐसा ही किया | 15 00:00:39,934 --> 00:00:42,285 इसका कोई कारण नहीं था कि बराबर का चिन्ह 16 00:00:42,285 --> 00:00:44,145 उसी तरह दिखे जैसा आज दिखता है | 17 00:00:44,145 --> 00:00:47,122 एक समय पर इसने किसी मीम की तरह गति पकड़ी | 18 00:00:48,202 --> 00:00:50,728 ज्यादा से ज्यादा गणितज्ञ इनका इस्तेमाल करने लगे, 19 00:00:50,728 --> 00:00:53,108 और धीरे धीरे यही समानता का 20 00:00:53,108 --> 00:00:55,228 प्रामाणिक चिन्ह बन गया | 21 00:00:55,228 --> 00:00:56,967 गणित , चिन्हो से भरा हुआ है 22 00:00:56,967 --> 00:00:57,742 रेखायें , 23 00:00:57,742 --> 00:00:58,562 बिंदु , 24 00:00:58,562 --> 00:00:59,301 तीर , 25 00:00:59,301 --> 00:01:00,257 अंग्रेजी अक्षर , 26 00:01:00,257 --> 00:01:01,212 ग्रीक अक्षर , 27 00:01:01,212 --> 00:01:02,189 सुपरस्क्रिप्ट , 28 00:01:02,189 --> 00:01:03,348 सबस्क्रिप्ट | 29 00:01:03,348 --> 00:01:05,959 यह किसी अपठनीय मेल-जोल की तरह लग सकता है | 30 00:01:05,959 --> 00:01:09,499 इन चिन्हो की सम्पदा थोड़ी भयभीत करने वाली लग सकती है 31 00:01:09,499 --> 00:01:11,558 और यह कहाँ से आये इस बारे में विचार करना 32 00:01:11,558 --> 00:01:13,048 कोई आश्चर्य की बात नहीं है 33 00:01:13,048 --> 00:01:15,208 कभी-कभी स्वयं रेकॉर्डे ने पाया कि 34 00:01:15,208 --> 00:01:16,868 उसके 'के बराबर है ' चिन्हों के 35 00:01:16,868 --> 00:01:19,508 और बाकी चिन्हो तथा उनके प्रतिनिधित्व के बीच 36 00:01:19,508 --> 00:01:21,288 एक उचित अनुरूपता है 37 00:01:21,288 --> 00:01:23,230 इसका एक और उदाहरण , 38 00:01:23,230 --> 00:01:25,200 जोड़ने के लिए धन का चिन्ह है 39 00:01:25,200 --> 00:01:28,567 जो कि लैटिन वर्ड एट का संक्षिप्त रूप है 40 00:01:30,507 --> 00:01:32,038 कभी कभार चिन्हों का चुनाव 41 00:01:32,038 --> 00:01:34,020 कुछ ज्यादा अनियंत्रित होता है 42 00:01:34,020 --> 00:01:36,571 जैसे कि जब गणितज्ञ 'क्रिस्चियन क्रैम्प ' ने उपयोग किया 43 00:01:36,571 --> 00:01:39,761 फैक्टोरिअल्स के लिए, विस्मयादिबोधकचिह्न का 44 00:01:39,761 --> 00:01:43,063 सिर्फ इसीलिए कि उसे इस तरह के अभिव्यक्तियों के लिए 45 00:01:43,063 --> 00:01:44,683 कोई संक्षेप लेख चाहिए था | 46 00:01:44,683 --> 00:01:48,058 वस्तुतः इस तरह के सभी चिन्ह कल्पित या अंगीकृत किये गए थे , 47 00:01:48,058 --> 00:01:51,972 गणितज्ञों ने बनाये थे जो बार बार दोहराना नहीं चाहते थे 48 00:01:51,972 --> 00:01:55,292 या फिर गणितीय विचारो को संक्षेप में दर्शाने के लिए 49 00:01:57,022 --> 00:01:59,683 ज्यादातर गणितीय चिन्ह जिन्हे गणितज्ञ प्रयोग करते हैं, वे 50 00:01:59,683 --> 00:02:02,769 लैटिन और ग्रीक अक्षर होते हैं | 51 00:02:02,769 --> 00:02:06,789 यह संकेत ज्यादातर उन परिमानो को दर्शाते हैं जो अज्ञात होते है, 52 00:02:08,029 --> 00:02:10,801 और चर वस्तुएँ के बीच के सम्बन्ध | 53 00:02:10,801 --> 00:02:14,761 यह उन संख्याओं के भी होते हैं जो बार बार दोहराये जाते हैं 54 00:02:14,761 --> 00:02:18,590 पर उनको आवर्त के रूप में लिखना जटिल या/और 55 00:02:18,590 --> 00:02:19,590 असंभव होगा | 56 00:02:21,020 --> 00:02:23,761 संख्याओं के वर्ग और यहाँ तक कि पुरे समीकरणों को भी 57 00:02:23,761 --> 00:02:25,371 चिन्हो से दर्शाया जा सकता है | 58 00:02:25,371 --> 00:02:28,409 बाकी चिन्ह, संचालनों को दर्शाने के लिए प्रयोग किये जा सकते है | 59 00:02:28,409 --> 00:02:31,583 इनमे से कुछ विशेषतः संक्षेप रूप मे उपयोगी होते है 60 00:02:31,583 --> 00:02:36,272 क्योकि यह दोहराये गए संचालनों को केवल एक चिन्ह द्वारा दर्शा सकते है | 61 00:02:36,882 --> 00:02:39,523 किसी संख्या को अगर बार बार स्वयं से जोड़ा जाये 62 00:02:39,523 --> 00:02:41,553 तो इसके लिए गुणा का चिन्ह प्रयुक्त होगा 63 00:02:41,553 --> 00:02:43,922 जिससे हमें ज्यादा स्थान का प्रयोग न करना पड़े | 64 00:02:44,192 --> 00:02:47,922 किसी संख्या का अगर उसी से ही गुणन किया जाए तो उसे घातांक से दर्शाया जायेगा 65 00:02:47,922 --> 00:02:51,212 जो यह बताएगा कि कितनी बार यह संचालन दोहराया गया 66 00:02:51,212 --> 00:02:54,252 और क्रमबद्ध संख्याओं की कड़िया जिनको जोड़ा गया है 67 00:02:54,252 --> 00:02:57,213 उन्हें 'कैपिटल सिग्मा' के द्वारा दर्शाया जा सकता है | 68 00:02:57,213 --> 00:03:01,403 इन चिन्हो द्वारा लम्बे गणनाओं को छोटी शब्दावलियों में बदला जा सकता है 69 00:03:01,403 --> 00:03:04,004 जो कि बदलने के लिए आसान होते है 70 00:03:05,024 --> 00:03:07,794 चिन्ह , संक्षेप में बता सकते है कि क्या, 71 00:03:07,794 --> 00:03:09,517 और कैसी गणना करनी है | 72 00:03:10,637 --> 00:03:13,965 संख्याओं के संचालन के निचे दिए गए वर्गों पर विचार कीजिये 73 00:03:13,965 --> 00:03:15,924 अपने मन में कोई संख्या सोचिये, 74 00:03:15,924 --> 00:03:17,394 उसे दो से गुणा कीजिये, 75 00:03:17,394 --> 00:03:18,964 परिणाम से एक घटाइए, 76 00:03:18,964 --> 00:03:21,397 परिणाम को स्वयं से गुणा कीजिए, 77 00:03:21,397 --> 00:03:23,995 उसके बाद आये हुए परिणाम को तीन से गुणा कीजिये, 78 00:03:23,995 --> 00:03:26,645 फिर उसमे अंतिम उत्तर पाने के लिए एक जोड़िये | 79 00:03:26,645 --> 00:03:31,686 बिना अपने चिन्हो और प्रथाओं के हमें यह पूरा व्याख्यान लिखना पड़ता 80 00:03:32,066 --> 00:03:35,536 और उनके (चिन्हों के) साथ हमने एक संक्षिप्त और सहज समीकरण बना लिया 81 00:03:35,536 --> 00:03:37,496 कईबार , जैसे 'के बराबर है के' साथ ही 82 00:03:37,496 --> 00:03:40,754 चिन्ह अपने अर्थो को अपने आकृतियों के द्वारा बतलाते है 83 00:03:40,754 --> 00:03:43,607 हालांकि ज्यादातर स्वेच्छित होते है | 84 00:03:43,607 --> 00:03:46,678 इनको समझना ; इनके अर्थो को याद रखना है 85 00:03:46,678 --> 00:03:49,477 और उन्हें विभिन्न परिस्थितियों में प्रयोग करना. 86 00:03:49,477 --> 00:03:52,017 जैसे विभिन्न भाषाओ में करते है 87 00:03:52,017 --> 00:03:54,616 अगर हमारा कभी किसी परग्रही सभ्यता से सामना हुआ, 88 00:03:54,616 --> 00:03:58,757 तो हो सकता है कि उनके गणितीय चिन्ह हमसे पूरी तरह से अलग हो | 89 00:03:58,757 --> 00:04:02,437 पर अगर वो हमारे जैसा कुछ सोचते हो 90 00:04:02,437 --> 00:04:04,367 तो उनके पास भी चिन्ह होंगे | 91 00:04:04,367 --> 00:04:08,636 और हो सकता है कि वो चिन्ह हमारे चिन्हो से मेल खाते हो 92 00:04:08,636 --> 00:04:10,767 उनके पास खुद का गुणन चिन्ह होगा , 93 00:04:10,767 --> 00:04:12,127 खुद का पाई का चिन्ह होगा, 94 00:04:12,127 --> 00:04:14,906 और बेशक 'के बराबर है ' भी होगा |