(वाचक) पृथ्वी पर करीब ७००० भाषाए है
जो कि बोला और इशारा किया जाता है,
उसमे से ५०० वर्तमान समय में
विलुप्त होने का खतरा है,
जैसे जैसे मूल वक्ताओं का
संख्या कम होता जाता है।
यह कहानी है एक आदमी की,
जो स्वयंसेवकों की फौज भेज रहा है
ताकि इन भाषाओ का अभिलेख किया जाए
इससे पहले कि देर हो जाए।
♪ (सुखद संगीत) ♪
मेरा नाम है डेनियल
और मैं सह-संस्थापक और निर्देशक हूँ
विकिटंग्स का, एक गैर लाभ संस्था
जिसे दुनिये के हज़ारो
स्वयंगसेवक द्वारा संचालित है
और जो अगले पीढ़ी के लिए हर भाषा की
रक्षा, बढ़ावा और आगे सौपने का
काम करना चाहते है |
हर रोज़ दुनिया भर से सैकड़ों स्वयंसेवक
वीडियो का अभिलेखन कर रहे है।
(विदेशी भाषा)
(टूनिका में बोल रहे है)
मैं इन सब वीडियो पर
नज़र रखने में मदद करता हूँ
जब प्रस्तुत किया जाता है
ताकि इनका पुनः प्रयोग
शैक्षिक और सांस्कृतिक
उद्देश्य के लिए किया जा सके।
(भूमिगत मार्ग और सड़क की आवाज़ )
न्यू यॉर्क भाषाई विविधता
के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।
ज़्यादातर आंकड़ों के अनुसार, न्यू यॉर्क
दुनिया में सबसे भाषाई विविध
शहर माना जाता है।
८०० से अधिक भाषाएँ
५ नगरों में और उसके आस पास बोली जाती है।
कई मामलों में, समुदायों के लिए अपनी
भाषाओं को घर पर बनाए रखने की तुलना में
यहां अपनी भाषाओं को
बनाए रखना आसान हो सकता है।
(भूमिगत मार्ग की आवाज़)
आज हम विकिटंग्स के
स्वयंसेवक से मिलने जा रहे है
जो हमे न्यू यॉर्क के
अलग भागो में लेके जाएगे
♪ (हंसमुख संगीत) ♪
तो हम इलोकानो बोलने जा रहे है
हाँ, ठीक है
हाँ !
विकिटंग्स मौखिक इतिहास
अभिलेख करने पर केंद्रित है
जो कि एक शानदार तरीका है बोलने
खुद के और संस्कृति के बारे में बात करना।
कभी कभी लोग अपनी भाषा के
बारे में मुश्किल से बात करते है
और बस अपने दैनिक कार्य
के बारे में बताते है
बेशक अपनी भाषा में।
(भूमिगत मार्ग की आवाज़)
कभी कभी लोग अपने भाषा के इतिहास
और संस्कृति के बारे में बात करते है।
(अरुअन मलय में बोल रहे है )
मेरा नाम है एल्फी गोलियत,
मैं अरु भाषा में बात करूंगी।
(अरुअन मलय में बोल रहे है)
(अरुअन मलय में बोल रहे है)
विकिटंग्स का तरीका यह है कि:
सबका अभिलेख करो और वर्गीकरण बाद में करो।
मेरा काम यह है कि
मैं सुनिश्चित करता हूँ कि
यह सब विषय पे ध्यान दूँ और संग्रहीत करू
ताकि यह खो न हो जाए
और लंबे समय में इनका इस्तेमाल
भावी पीढ़ी कर सके।
(बवेरियन में बोल रहे है)
विकिटंग्स ने ४३५ से अधिक
भाषाओ का अभिलेखन किया है
जो ७० से अधिक देशों से है।
(ओशिवाम्बो में बोल रहे है)
यह संख्या हर दिन बदलता है।
(हरियाणवी में बोल रहे है)
भाषाओं के ख़त्म होने से वापस लाए
जाने के बहुत सारे उदाहरण हैं।
कोर्निश है, हिब्रू है, टूनिका है,
इन सब भाषाओ में एक चीज़ समान है।
जब इसके आखिरी देशी वक्ता की मृत्यु हो गई,
तब ऐसे सामान थे सांस्कृतिक वंशजो
के पास जिससे वापिस लाया जा सकता है।
इसलिए एक खुला
सुलभ पुरालेख बनाना
दुनिये के हर भाषाओ का
सिर्फ यह पक्का नहीं करता है कि
लोग आज अपने भाषाओ का बढ़ावा दे सके
और अगले पीढ़ी को उनके भाषाओ को सिखाए,
बल्कि यह सुनिचित करता है की आने वाली पीढ़ी
अपने भाषाओ का पुनर्जीवन कर सके,
भले ही वह लुप्त क्यों न हो।