जब आप किसी ऐसे युवा को कोई वाद्य देते हैं जो निराश हो चुका है तो आप उसे संभावनाओं का एक संसार दे रहे होते हैं। गुस्‍तावो संगीत शिक्षा संगीत में आपको एक दूसरे को सुनना होता है, आपको दूसरे वाद्यों को संगत देनी होती है आप अलग ढंग से सुनना प्रारंभ करते हैं। और जब यह बात आप समाज में लागू करते हैं, आप एक अलग व्‍यक्‍ति बन जाते हैं आप एक अलग मनुष्‍य बन जाते हैं। मैं धन्‍य हूं उस देश में जन्‍म लेकर जहां हमारे पास गुरु जोस एंतोनियो अब्रेयो और एल सिस्‍टर्ना जैसा कार्यक्रम है। हम सदैव साथ रहते हैं बजाते हैं और एक दूसरे को सुनते हैं, सुरों का तालमेल बिठाते और समझते हुए। योला (यूथ आर्केस्‍ट्रा लॉस एंजेलिस) एल सिस्‍टर्ना से प्रेरित कार्यक्रम है। यह एक वाद्यवृंद मात्र नहीं है। यह मात्र एक संगीत विद्यालय नहीं है। यह वह कार्यक्रम है जो आशा और प्रेरणा देता है। (संगीत) मैं मानता हूं संगीत बहुत अहम भूमिका निभाता है आज के हमारे दौर में। बतौर कलाकार और संगीतकार हमारे लिए यह एक बहुत महत्वपूर्ण संदेश है। कि संगीत मात्र मनोरंजन से कहीं बढ़कर है। इसमें समाज को बदलने की शक्‍ति है क्‍योंकि यह एक करता है, घाव भरता है क्‍योंकि यह हमें सुन्‍दरता से जुड़ने की राह दिखाता है यह उस दुनिया के लिए आवश्‍यक है जिसमें हम जीते हैं उस्‍ताद अब्रेयो सदैव कहते थे: "छोटे से शुरु करो ... और वहां से तुम बड़े होते जाओगे एल सिस्‍टर्ना को जापान में कोरिया में स्‍वीडन में और यहां लॉस एंजेलिस में देखना अविश्‍वसनीय है । यह पूरे विश्‍व में है! बच्‍चे... दूसरे बच्‍चों को सुन रहे हैं संगीत रचते देख रहे हैं, एक परिवार की तरह अनुभव करते हुए एक दूसरे पर विश्‍वास करते हुए मुझे लगता है यही सपना है। संगीत का एक मौलिक अधिकार की तरह होना। मेरे लिए यही सबसे अधिक महत्‍वपूर्ण बात है। लॉस एंजेलिस फिलहारमोनिक आर्केस्‍ट्रा गुस्‍तावो डुडामेल कला और संगीत निर्देशक