जब मैं अपने नये उद्यम के
लिए निवेश बढ़ा रहा थी,
एक उद्यम पूंजीपति ने मुझसे कहा,
"अश्विनी, मुझे लगता है कि आप कुछ
मिलियन डॉलर जुटाने जा रही हों।
और आपकी कंपनी -
50 से 70 मिलियन मे बिकने जा रही है।
आप वास्तव में काफी उत्साहित होंगे।
आपके शुरुआती निवेशक वास्तव
में काफी उत्साहित होंगे।
और मैं वास्तव में परेशान हो रही हूँ।
इसलिए मैं निवेश नहीं कर रही हूं। "
मुझे बस बेवकूफ होना याद है।
कौन दुखी होगा
एक कंपनी में चार या पांच
मिलियन डॉलर डालने के साथ
और इसे 50 से 70 मिलियन के लिए बेचना?
मैं पहली बार संस्थापक थी।
मेरे पास निवेश के लिए अमीर
व्यक्तियों का नेटवर्क नहीं था,
इसलिए मैं पूंजीपतियों के पास गयी
एक प्रौद्योगिकी कंपनी में
निवेशक का सबसे आम रूप हैं।
लेकिन मैं समझने के लिए समय कभी नहीं लिया
की वीसी को निवेश करने के
लिए क्या प्रेरित कर रहा था।
मेरा मानना है कि हम उद्यमशीलता
के स्वर्ण युग में रह रहे हैं।
पहले से कहीं ज्यादा कंपनियों
का निर्माण करने का अवसर है।
लेकिन उस नवाचार को वित्त पोषित करने
के लिए डिज़ाइन की गई वित्तीय प्रणाली,
उद्यम पूंजी,
जो पिछले 20 से 30 वर्षों
में विकसित नहीं हुए हैं।
उद्यम पूंजी डिजाइन की गई थी
बड़ी रकम डालने के लिए
एक छोटी संख्या में कंपनियों में जो एक
बिलियन डॉलर से ज्यादा बेच सकते हैं।
यह कई कंपनियों में पूंजी छिड़कने
के लिए डिज़ाइन नहीं किया गया था
जिनके पास सफल होने की क्षमता
है लेकिन कम से कम, मेरे जैसे।
इससे वित्त पोषित होने वाले
विचारों की संख्या सीमित होती है,
जो बनाई गई कंपनियों की संख्या
और वास्तव में बढ़ने के लिए
धन प्राप्त कर सकता है।
और मुझे लगता है कि यह एक
कठिन सवाल प्रेरित करता है:
उद्यमिता के साथ हमारा लक्ष्य क्या है?
यदि हमारा लक्ष्य अरब डॉलर की
छोटी कंपनियों को बनाना है,
चलो उद्यम पूंजी की बात करते
हैं, यह काम चल रहा है।
लेकिन अगर हमारा लक्ष्य
नवाचार को प्रेरित करना है
और अधिक लोगों को सभी आकारों की कंपनियों
का निर्माण करने के लिए सशक्त बनाना,
हमें फंड करने के लिए
एक नया तरीका चाहिए
हमें और अधिक लचीली
प्रणाली की जरूरत है
जो उद्यमियों और निवेशकों
को निचोड़े नहीं
एक कठोर वित्तीय परिणाम में।
हमें पूंजी को लोकतांत्रिक
बनाने की जरूरत है।
2017 की गर्मियों में, मैं
सैन फ्रांसिस्को गयी,
30 अन्य कंपनियों के साथ एक तकनीकी
त्वरक में शामिल होने के लिए।
त्वरक हमें सिखाता था कि उद्यम
पूंजी को कैसे बढ़ाया जाए।
लेकिन जब मैं वहां गयी,
स्टार्टअप समुदाय आईसीओ, या प्रारंभिक
सिक्का पेशकश के बारे में चर्चा कर रहा था।
पहली बार, आईसीओ ने युवा स्टार्टअप
के लिए अधिक पैसा उठाया था
उद्यम पूंजी की तुलना में।
यह कार्यक्रम का पहला सप्ताह था।
टकीला शुक्रवार।
और संस्थापक बात करना बंद नहीं कर सके।
"मैं आईसीओ
बढ़ाने जा रही हूं।"
"मैं आईसीओ
बढ़ाने जा रही हूं।"
जब तक नहीं एक
आदमी चला जाता है,
"कितना अच्छा होगा अगर
हमने यह सब एक साथ किया?
हमें एक आईसीओ करना चाहिए जो हमारी
सभी कंपनियों के मूल्य को जोड़े
और एक समूह के रूप में पैसे जुटाये। "
उस समय, मुझे स्पष्ट
सवाल पूछना पड़ा,
"दोस्तों, आईसीओ क्या है?"
आईसीओ युवा कंपनियों को
पैसे जुटाने का एक तरीका था
एक डिजिटल मुद्रा जारी करके
कंपनी द्वारा प्रदान किए जाने वाले
मूल्य और सेवाओं से जुड़ा हुआ है।
मुद्रा एक कंपनी में शेयरों
के समान काम करती है,
सार्वजनिक शेयर बाजार की तरह,
मूल्य में बढ़त होती है क्योंकि
यह एक ऑनलाइन कारोबार है।
सबसे महत्वपूर्ण, आईसीओ ने
निवेशक पूल का विस्तार किया,
कुछ सौ उद्यम पूंजी फर्मों से
निवेश करने के लिए उत्साहित,
लाखों लोगों के लिए।
इस बाजार ने अधिक
पैसे का प्रतिनिधित्व किया।
यह अधिक निवेशकों
का प्रतिनिधित्व किया।
जिसका अर्थ है वित्त पोषित
होने की संभावना अधिक है।
मैं बहुत प्रभावित थी।
विचार, हालांकि, इसे एक साथ करने के
लिए अभी भी थोड़ा पागल लग रहा था।
स्टार्टअप निवेश के लिए
प्रतिस्पर्धा करते हैं,
चेक प्राप्त करने में
सैकड़ों मीटिंगें लगती हैं।
कि मैं एक निवेशक के सामने अपनी
बहुमूल्य 15 मिनट खर्च करूंगी
सिर्फ अपनी खुद की कंपनी के बारे में
बात नहीं, लेकिन बैच में सभी कंपनियों,
अभूतपूर्व था।
लेकिन विचार पकड़ा गया।
और हमने प्रतिस्पर्धा करने के
बजाए सहयोग करने का फैसला किया।
प्रत्येक कंपनी ने अपनी इक्विटी का 10
प्रतिशत सांप्रदायिक पूल में डाल दिया
व्यापार योग्य याने विकेन्द्रीकृत
डिजिटल मुद्रा में विभाजित किया
जो निवेशक खरीद और बेच सकते हैं।
छह महीने और चार कानून फर्म के बाद में -
(हँसी)
जनवरी 2018 में, हमने
पहली आईसीओ लॉन्च की
जो लगभग 30 कंपनियों के मूल्य
का प्रतिनिधित्व करता है
और पूंजी जुटाने का एक
बिल्कुल नया तरीका है।
हमें बहुत सारी प्रेस मिली।
मेरा पसंदीदा शीर्षक अबाउट अस पढ़ा,
"वीसी, इसे पढ़ें और रोओ।"
(हँसी)
हमारा फंड स्वाभाविक
रूप से अधिक विविध था।
बीस प्रतिशत संस्थापक महिलाएं थीं।
पचास प्रतिशत अंतरराष्ट्रीय थे।
निवेशक भी ज्यादा उत्साहित थे।
उन्हें बेहतर मुनाफा पाने का मौका मिला,
क्योंकि हमने उद्यम पूंजी
की मध्यस्थ फीस ली।
और वे अपना पैसा ले सकते थे और
इसे फिर से निवेश कर सकते थे,
संभावित रूप से अधिक नए विचारों
को तेजी से वित्त पोषित करना।
मेरा मानना है कि यह पूंजी
का एक पुण्य चक्र बनाता है
जो कई उद्यमियों को सफल
होने की अनुमति देता है।
क्योंकि पूंजी तक पहुंच
अवसर तक पहुंच है।
और हमने केवल कल्पना करना शुरू कर दिया है
पूंजी के लिए लोकतांत्रिक
पहुंच क्या करेगा।
मैंने कभी सोचा नहीं होगा कि
वित्त पोषण के लिए मेरी अपनी खोज
मुझे इस चरण में ले जाएगा,
लगभग 30 कंपनियों को निवेश
प्राप्त करने में मदद मिली है।
कल्पना करें कि अन्य उद्यमियों ने पूंजी तक
पहुंचने के नए तरीकों की कोशिश की
पारंपरिक मार्ग का
पालन करने के बजाय।
यह जो बनता है उसे बदल
देगा, जो इसे बनाता है
और अर्थव्यवस्था पर दीर्घकालिक प्रभाव।
और मुझे विश्वास है कि
रास्ता अधिक रोमांचक है
अगले स्टार्टअप में अरब डॉलर निवेश
करने की कोशिश करने की बजाय।
धन्यवाद।
(तालियां)