मेरा नाम शैरी डेविस है,
ईमानदारी से कहूं तो ,
मैं एक सरकारी कर्मचारी हूँ ।
मैं यह जोरसे चिल्लाकर बोलना
चाहती हूँ की सरकारी कर्मचारी
और सिस्टम मैं बदलाव नामुमकिन है ।
यह कठिन है ।
यह अलग किया जा सकता है
और यह काम असंभव लग सकता है।
लेकिन सरकार मे जो लोंग हैं।
सही मायने में, वही लोग हैं
आगे आकर कार्य करे
वह सार्वजनिक सेवा प्रदान करने के
वचन के प्रति वचनबद्ध हैं
आम लोगों के लिए ,
लोकतंत्र
और आम लोगों को आने वाली समस्याओं
को दूर करने के लिए ।
सतरह साल पहले ,
सिटी हॉल मे,मैं पहली बार सदस्य
के रूप में चली ।
उस दरम्यान मुझे पता चला
की मैं एक काल्पनिक प्राणी यूनिकॉर्न लगा।
मैं जिस बिल्डिंग में काम करता था
बहुत लोग मेरे जैसे नहीं थे ।
और फिर भी, वहाँ लोग प्रतिबद्ध थे
प्रणालीगत असमानता के सैकड़ों वर्षों को
संबोधित करने के लिए
कुछ को पीछे छोड़ दिया और कई को
अनदेखा कर दिया।
जहाँ वादा था,
वहाँ एक बहुत बड़ी समस्या थी।
देखिये लोकतंत्र मूल रूप से जैसे निर्माण
किया गया था,
उसमे एक घातक दोष है ।
इसने केवल आमिर गोरे लोगों के प्रगति
को चालना दी।
यदि आप एक तेज तरार अमीर गोरे हो ,
तो आप समझेंगे कि मैं क्यों कहती हूं
कि यह एक समस्या है।
विशाल प्रतिभा को मैदान से बाहर ही
छोड़ दिया गया है।
हमारी नैतिक कल्पनाएँ कमजोर हो गई हैं।
हमारे उच्चतम कार्यालय
भ्रष्टाचार से त्रस्त हैं।
हम उदासीन सर्वनाश के कगार पर हैं,
और यह बिलकुल ठीक नही है ।
हमें स्कूलों और सिटी हॉल के
दरवाजे खोलने की जरुरत है।
इतने की लोग बिना कुछ कहे
अंदर आ जाये ।
हमें ऊंच नीच वाली प्रक्रिया को बाहर
फेंकने की जरुरत है
जिसने हमें इस झंझट में डाला है ,
और फिरसे शुरुवात करो ,
नए चेहरों के साथ,
नयी आवाजें घुलने दो ,
हमें नए दृष्टिकोणों का स्वागत
करना होगा मार्ग में हर कदम पर।
इसलिए नहीं कि यह सही काम है --
हालाँकि यह है --
लेकिन क्योंकि यह एकमात्र तरीका है
हम सभी के लिए एक साथ सफल होने के लिए।
और यहाँ सभी लिए सबसे अच्छा समाचार है।
मुझे पता है की यह कैसे करना है ।
जवाब --जवाब है ,
भागीदारी में बजट
हाँ बराबर
भागीदारी बजट,
या "पीबी" संक्षेप में।
पीबी एक प्रक्रिया है जो
समुदाय और सरकार एक साथ लाता है
एकजुट करने के लिए, ठोस प्रस्तावों को
विकसित करने के लिए
और परियोजनाओं पर वोट देकर समुदाय
में वास्तविक समस्याओं का समाधान दे सके ।
अब मुझे अहसास होने लगा है की क्यों
लोग उठकर नाचने नहीं लगते
जब मै सार्वजनिक बजट की बात करता हूँ ।
लेकिन भागीदारी बजट वास्तव में
सामूहिक ,कट्टरपंथी कल्पना है ।
सबको इसमें सहभागी होना है
और यह काम करेगा ,
यह समुदाय के सदस्यों को अनुमति देता है
वास्तविक समाधानों को तैयार करने
और असली समाधान शिल्प करने के लिए
और बुनियादी ढाँचा प्रदान
करता है सरकार के वादे के लिए।
और ईमानदारी से,
मैंने वास्तव में पहली बार लोकतंत्र को
काम करते देखा हैं।
मुझे याद है जैसे कल की ही बात हो।
यह था २०१४ बोस्टन, मैसाचुसेट्स में ,
और मेयर मेनिनो ने मुझसे पूछा
देश का पहला युवा-केंद्रित पीबी प्रयास
शुभारंभ करने के लिए
एक मिलियन डॉलर शहर के फंड के साथ।
अभी , हमने शुरुआत नहीं की
लाइन आइटम और सीमाएँ
या स्प्रेडशीट और फ़ार्मुलों के साथ।
हमने लोगों के साथ शुरुआत की।
हम सुनिश्चित करना चाहते थे
सभी की बात सुनी जाये ।
इसलिए हम ऐतिहासिक और पारंपरिक रूप से
युवा लोगों को लाए
सीमांत समुदाय के सदस्य, आस-पड़ोस के लोग
और युवा जो पहले असंगत थे,
और पाएं जाते थे अक्सर पिज्जा
और एक चीनी मुक्त पेय,और साथ में,
हमने बोस्टन को बेहतर बनाने के
बारे में बात की।
और हमने एक प्रक्रिया तैयार की जिसे
हमने बुलाया "यूथ लीड द चेंज।"
हमने बोस्टन की कल्पना की
जहां युवा लोग
उन सूचनाओं तक पहुँच सकता है,
जिनकी उन्हें आवश्यकता है।
जहां वे सुरक्षित महसूस कर सकते थे
उनके समुदायों में,
और जहां वे सार्वजनिक स्थान बदल
सकते हैं जीवन के वास्तविक केंद्रों में
सभी लोगों के लिए ।
और यही उन्होंने किया।
पहले साल मैं ,
युवाओं को 90,000 डॉलर दिए गए
बोस्टन पब्लिक हाई स्कूल के छात्रों के
लिए प्रौद्योगिकी की पहुंच बढ़ाने के लिए,
बोस्टन सार्वजनिक उच्च विद्यालयों मै
लैपटॉप दिए गए ,
ताकि छात्र कामयाब हो सकें
कक्षा के अंदर और बाहर।
उन्हें ६०,००० डॉलर दिए गए दीवारों
पर कला करने के लिए
जिसने सचमुच और आलंकारिक रूप से
सार्वजनिक स्थानों को चमकाया।
पर उन्हें एक महत्वपूर्ण कठिनाई का
सामना करना पड़ा ।
युवाओं का अपराधीकरण किया जा रहा था
और उनकी कला को दीवारों पर लगाने के
लिए न्याय प्रणाली में खींच लिया गया।
तो इससे उन्हें एक सुरक्षित स्थान मिल गया
उनके शिल्प का अभ्यास करने के लिए।
उन्हें 400,000 डॉलर दिए गए
पार्कों के जीर्णोद्धार के लिए,
उन्हें और अधिक सुलभ बनाने के लिए
सभी लोगों के लिए।
अब, बेशक,
यह आसानी से नहीं चला
जैसा हमने प्लान किया था।
इससे पहले कि हम पार्क पर जमीन तोड़ते,
हमें वास्तव में पता चला कि यह
एक पुरातात्विक स्थल की ऊपर था
और निर्माण को रोकना पड़ा।
मुझे लगा कि मैंने पीबी तोड़ दी है।
लेकिन शहर परियोजना के लिए
इतना प्रतिबद्ध था,
ऐसा नहीं हुआ।
उन्होंने समुदाय को खुदाई करने के लिए
आमंत्रित किया,
साइट की रक्षा की,
कलाकृतियों को पाया,
बोस्टन के इतिहास को बढ़ाया
और फिर आगे बढे
नवनिर्माण के साथ।
अगर यह प्रतिबिंब नहीं है
सरकार में क्रांतिकारी कल्पना की,
मुझे नहीं पता कि क्या है।
क्या सरल लगता है
वह वास्तव में परिवर्तनकारी है
शामिल लोगों और समुदायों के लिए।
मैं समुदाय के सदस्यों को देख
रहा हूं परिवहन को आकर देते हुए ,
अपने स्कूलों में सुधार करते हुए
और यहां तक कि सरकारी भवनों
को बदलते हुए ,
ताकि जगह हो
उनके लिए उनके अंदर।
पीबी से पहले ,
मैं उन लोगों को देखूंगा जो मेरी
तरह दिखते हैं
और जहां से मैं आया हूं, वहीं से आते है
सरकारी भवनों में
इस नई पहल के लिए
या वह नया कार्य समूह,
और फिर मैं उन्हें देखूंगी
बाहर आते हुए ।
कभी-कभी मैं उन्हें दोबारा नहीं
देख पाऊँगी ।
इसकी वजह है उनकी विशेषज्ञता
को अनदेखा किया जा रहा था।
उन्हें सही मायने में प्रकिया में शामिल
नहीं किया गया था ।
पीबी को अलग रखो ।
जब हमने पीबी करना शुरू किया,
मैं शहर भर के अद्भुत युवा नेताओं से मिला।
विशेष रूप से, एक रॉक स्टार,
मालाची हर्नांडेज़,
15 साल की उम्र,का
एक लड़का सामुदायिक बैठक में आया --
शर्मीला, जिज्ञासु, थोड़ा शांत।
बना रहा
और युवा लोगों में से एक बन गया जिसे
परियोजना का नेतृत्व करने की उम्मीद है।
अब तेजी से आगे जाते है कुछ साल।
मालाची अपने परिवार में पहला था
कॉलेज जाने वाला ।
कुछ हफ़्ते पहले,
वह पहला स्नातक था
अपने परिवार में।
मालाची कई बार देखा गया
ओबामा के व्हाइट हाउस में
मेरे भाई के पहल की वजहसे
राष्ट्रपति ओबमाने भी उसको सम्बोधित
किया उनके इंटरवियू में ।
यह सच है, आप इसे देख सकते हैं।
मालाची व्यस्त हो गया ,व्यस्त ही रहा ,
और यहां से रास्ता बदल रहा है
हम सामुदायिक नेतृत्व के बारे में सोचते हैं
और क्षमता के बारे में ।
या मेरी दोस्त मारिया हेडन,
जो शामिल थी
शिकागो में पहली पीबी प्रक्रिया में।
फिर एक संस्थापक बन गयी
भागीदारी बजट
परियोजना बोर्ड की सदस्य,
अंततः एक स्टाफ सदस्य,
शिकागो के इतिहास में
एक 28-वर्ष की पहली अधिकारी
काली एल्डरपर्सन बन गयी.
यही असली जुड़ाव है।
जिसे गंभीरता से लिया जा रहा है।
वह निर्माण कर रहा है
सामुदायिक नेतृत्व का ।
यही व्यवस्था परिवर्तन है।
और यह सिर्फ अमेरिका में ही नहीं है।
ब्राजील में 30 साल पहले शुरू करने के बाद,
पीबी दुनिया भर में 7,000 से अधिक
शहरों में फैल गया है।
पेरिस , फ्रांस में,
महापौर डालते है
उसके बजट का पांच प्रतिशत,
100 मिलियन यूरो से अधिक है,
सामुदायिक सदस्यों के लिए निर्णय लेने
के लिएजो उनके शहर को आकार दें।
वैश्विक स्तर पर, पीबी दिखाया गया है
सार्वजनिक स्वास्थ्य में सुधार करने के लिए,
भ्रष्टाचार को ख़त्म करने के लिए
और सरकार पर भरोसा बढ़ने के लिए।
अब हम चुनौतियों को जानते हैं
जिनका हम आज के समाज में सामना करते हैं।
हम लोगों से कैसे उम्मीद कर सकते हैं
प्रेरित महसूस करने के लिए,
चुनाव तक
जब वे उस सरकार पर भरोसा नहीं कर सकते
जो लोगों के लिए चलाया जाता है।
मेरा तर्क है कि हमने ऐसा
वास्तव में अनुभव नहीं किया है
सच्चा सहभागी लोकतंत्र
इस यूनाइटेड स्टेट्स ऑफ़ अमेरिका में ।
लेकिन लोकतंत्र एक जीवित,
सांस लेनेवाली चीज है।
और यह अभी भी हमारा जन्मसिद्ध अधिकार है।
यह विश्वास को नवीनीकृत करने का समय है,
और यह आसान नहीं है।
हमें सोच के नए तरीके बनाने होंगे,
काम करने के,सपने देखने के,
उसकी जगह प्लानिंग के ।
अमेरिका कैसे दिखेगी अगर सबके
लिए टेबल पर जगह होगी ?
अगर हम समय निकाल कर दोबारा सोचे
क्या संभव है,
और फिर पूछते हैं, "हम वहां कैसे पहुंचे?"
मेरे पसंदीदा लेखक,
ऑक्टेविया बटलर, इसे अच्छी तरह कहते हैं।
"बोने की शक्ति में,"
मूल रूप से मेरी बाइबिल, वह कहती है,
“वो सब जो तुम छूते हो
तुम बदलते हो ।
वह सब जो आप बदलते हैं
आपको बदल देता है।
एकमात्र स्थायी सत्य
बदलाव है।
बदलाव ही भगवान है ।"
इन ५० राज्यों को बदलने का समय आ गया है।
जो हमने यहाँ भुगता है वह नरक में
नहीं भुगतना होगा ।
हमें सत्ता की दीवारोंसे टकराना है
और वास्तविक लोकतंत्र के बगीचे
को खिलाना है ।
इसी तरह हम सिस्टम बदल सकते हैं।
दरवाजे इतने चौड़े खोलो की
लोग खुद को अंदर आने से रोक न सके ।
तो तुम्हे कौन रोक रहा है?
अपने समुदाय के लिए
सहभागी बजट लाने से।