सोफिया बेट्टीज़ा: हमारे अधिकांश कपड़े कभी पुन: चक्रित नही होंगे। 99% इस भराव क्षेत्र में फेंककर जला दिए जाएँगे। MW: हमारी धरती इस समय कपड़े की उस भारी मात्रा को अवशोषित नहीं कर सकती है जिसका उत्‍पादन हर साल होता है। SB: किन्‍तु यदि सभी बेकार कपड़ों को सहेजकर कुछ और तैयार कर लिया जाए तो? मैं इटली के प्राटो नामक नगर में आई हूँ। इस जगह को पुरानी कतरनों को नए कपड़ों में बदलने के एक तरीके में महारत हासिल है। FT: यह हमारे लिए गर्व की बात है। SB: यहाँ जो होता है वह अनूठा है। इस छोटे से जिले में सैकड़ों कंपनियां हैं और हर कम्पनी इस प्रक्रिया के एक ख़ास पहलू में विशेषता रखती है, चाहे वह कताई, हो, बुनाई हो या अभिकल्पन हो। और आज, अविश्वसनीय रूप से, यह नगर विश्‍व के 15% पुन: चक्रित कपड़ों को संसाधित करता है। तो यह आपकी कमीज है। यदि यह दान में देने के लिए बहुत पुरानी है तो पुन: चक्रण के लिए भेज दी जाती है। यहाँ, यह रंग के अनुसार छँटकर फाड़ी और धोई जाती है, और फिर नई पुन: चक्रित सामग्री को लेकर सबसे कम बर्बादी से बने एक नए कपड़े में बदल दिया जाता है। यह तो बहुत जल्दी हो गया। इस प्रक्रिया को एक बार और समझते है। आप कपड़े दान करते है। वे यहाँ बहुत से अलग अलग देशों से आते है। वे सारे कपड़े जो फिर से बेचे जा सकते हैं वे पास में स्‍थित इस कम्पनी में लाए जाते हैं। यहाँ, उन्हें न केवल रंग के आधार पर बल्‍कि सामग्री के आधार पर भी छाँटा जाता है,। लगता है यह पतलून हुआ करती थी! आप यहाँ कितने कपड़े पुन:चक्रित करते हैं? FT: प्रतिदिन लगभग 25 टन SB: कपड़ों को इसमें डाला जाता है। यह कार्बोनाईजिंग मशीन है - यह ऊन में से अशुद्धियों को निकाल देता है। फ़िर उन्‍हें इसमें डाला जाता है। यह एक बड़ी धुलाई मशीन है। उनके टुकड़े टुकड़े किए जाते हैं, और साफ करके सुखाया जाता है। यह अंतिम स्‍वरूप है - आपके पुराने कपड़े इन महीन, रोएंदार ऊनी रेशों में बदल दिए गए हैं। तो प्रक्रिया के अंत में, पुन: चक्रित सामग्री इस तरह दिखती है। उन्‍हें यहां तब तक रखा जाता है जब तक कोई फैशन ब्रांड उन्‍हें खरीदकर उनका उपयोग कपड़े बनाने में नहीं कर लेता है। कुछ लोग कह सकते हैं कि कपड़े बनाने के लिए आप कचरे का उपयोग कर रहे हैं। FB (मालिक): कुछ साल पहले तक ऐसा हो सकता था। "कचरा" शब्‍द अपमानजनक था। किंतु अब कई ब्रांड... इस वजह से मेरे उत्पाद खरीदते हैं - क्योंकि वे जानते हैं कि संसाधनों के पुन: उपयोग से धरती बचेगी। SB: ऊन का पुन: चक्रण पर्यावरण के लिए अच्छा है। CO2 उत्सर्जन आधे से भी कम हो गया है उस समय की तुलना में जब कपड़े नई सामग्री से बनाए जाते है। MW (फैशन रेवलूशन): हमने पशु कल्याण पर भी त्‍वरित प्रभाव डाला है, क्योंकि इससे वह तनाव कम होता है जो आपको पशुओं पर डालना पड़ता है ऊन पाने के लिए, रंजकों का लगभग पूर्ण त्‍याग क्योंकि ऊन का पुन: चक्रण उसे रंगो के आधार पर छांटकर किया जाता है SB: यह तरीका इन्‍हें विरासत में मिला है। MW: प्राटो की संस्कृति जैसी संस्‍कृति की दरकार हमारे पूरे फैशन उद्योग को है क्योंकि इसका आधार वह सहभागिता है जो न केवल स्थानीय है बल्‍कि यह दिखाने में सक्षम हैं कि कैसे, इन चीजें को यदि राष्ट्रीय या वैश्विक स्तर पर लेकर जाएं तो, पूरे उद्योग को लाभ हो सकता है। SB: इस नगर के लोग कपड़े पुन: चक्रित करने के लिए विवश थे क्योंकि वे नए कपड़े नहीं खरीद सकते थे। अब उनके तरीके जो विगत सौ वर्षों में निखर गए हैं, एक अधिक संधारणीय फैशन की दुनिया में आगे बढ़ने का रास्‍ता दिखा सकते हैं। उपशीर्षक: संजीव दास समीक्षा: अजय सिंह रावत